<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के चौराहों और सड़कों की सूरत बदलने के लिए बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की अगुवाई में सरकार ने 2000 करोड़ रुपए खर्च कर प्रदेश के 28,830 चौराहों का कायाकल्प करने का खाका तैयार किया है. लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक इस काम के लिए एक विस्तृत योजना बनाई गई है. इसके तहत दो लेन से कम चौड़ाई वाली सड़कों को कम से कम दो लेन बनाने और पैदल यात्रियों की सहूलियत बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे. साथ ही, 50 किलोमीटर से ज्यादा लंबे राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण पर भी काम तेज किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में सड़क सुरक्षा को बेहतर करने के लिए अब तक 1435 ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार का काम हो चुका है. ये वो जगहें हैं जहां अक्सर हादसे होते थे. अब इन जगहों को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार ने दीर्घकालिक और अल्पकालिक उपाय किए हैं. यह काम सड़क हादसों को रोकने में मदद करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकनिर्माण विभाग की योजना के मुताबिक 748 करोड़ रुपए की लागत से 895 पेव्ड शोल्डर (सड़क किनारे कच्चे हिस्से को पक्का करने का काम) पूरे किए जाएंगे. इससे पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को सुरक्षित रास्ता मिलेगा. इसके अलावा, ऐसे सभी राज्यमार्ग जिनकी चौड़ाई अभी भी मानक के मुताबिक नहीं है, उन्हें कम से कम दो लेन चौड़ा किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, 50 किलोमीटर से ज्यादा लंबे राज्यमार्गों पर ट्रकों के लिए रुकने की जगह (ले-बाई) बनाने का काम भी किया जाएगा. इसके लिए 102 जगहों पर काम होगा. इन जगहों पर कुल 8,887 किलोमीटर की लंबाई पर ले-बाई बनाई जाएंगी ताकि ट्रक ड्राइवरों को रुकने की जगह मिल सके और यातायात सुचारु रूप से चलता रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार ने उन सड़कों को भी चिह्नित किया है जहां गाड़ियों की गति बहुत कम रहती है. ये वे सड़कें हैं जहां यातायात की रफ्तार उसकी डिजाइन गति से 50 प्रतिशत कम है. अब इन सड़कों पर बड़ा सुधार (मेजर जियोमेट्रिकल इंप्रूवमेंट) होगा ताकि यातायात तेज और सुरक्षित हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है. साल 2021 से 2024 के बीच प्रदेश के सभी 1435 ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार का काम पूरा किया जा चुका है. सरकार अब यह सुनिश्चित करने जा रही है कि भविष्य में भी कोई जगह हादसों के लिए ब्लैक स्पॉट न बने.</p> <p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के चौराहों और सड़कों की सूरत बदलने के लिए बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की अगुवाई में सरकार ने 2000 करोड़ रुपए खर्च कर प्रदेश के 28,830 चौराहों का कायाकल्प करने का खाका तैयार किया है. लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक इस काम के लिए एक विस्तृत योजना बनाई गई है. इसके तहत दो लेन से कम चौड़ाई वाली सड़कों को कम से कम दो लेन बनाने और पैदल यात्रियों की सहूलियत बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे. साथ ही, 50 किलोमीटर से ज्यादा लंबे राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण पर भी काम तेज किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में सड़क सुरक्षा को बेहतर करने के लिए अब तक 1435 ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार का काम हो चुका है. ये वो जगहें हैं जहां अक्सर हादसे होते थे. अब इन जगहों को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार ने दीर्घकालिक और अल्पकालिक उपाय किए हैं. यह काम सड़क हादसों को रोकने में मदद करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकनिर्माण विभाग की योजना के मुताबिक 748 करोड़ रुपए की लागत से 895 पेव्ड शोल्डर (सड़क किनारे कच्चे हिस्से को पक्का करने का काम) पूरे किए जाएंगे. इससे पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को सुरक्षित रास्ता मिलेगा. इसके अलावा, ऐसे सभी राज्यमार्ग जिनकी चौड़ाई अभी भी मानक के मुताबिक नहीं है, उन्हें कम से कम दो लेन चौड़ा किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, 50 किलोमीटर से ज्यादा लंबे राज्यमार्गों पर ट्रकों के लिए रुकने की जगह (ले-बाई) बनाने का काम भी किया जाएगा. इसके लिए 102 जगहों पर काम होगा. इन जगहों पर कुल 8,887 किलोमीटर की लंबाई पर ले-बाई बनाई जाएंगी ताकि ट्रक ड्राइवरों को रुकने की जगह मिल सके और यातायात सुचारु रूप से चलता रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार ने उन सड़कों को भी चिह्नित किया है जहां गाड़ियों की गति बहुत कम रहती है. ये वे सड़कें हैं जहां यातायात की रफ्तार उसकी डिजाइन गति से 50 प्रतिशत कम है. अब इन सड़कों पर बड़ा सुधार (मेजर जियोमेट्रिकल इंप्रूवमेंट) होगा ताकि यातायात तेज और सुरक्षित हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है. साल 2021 से 2024 के बीच प्रदेश के सभी 1435 ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार का काम पूरा किया जा चुका है. सरकार अब यह सुनिश्चित करने जा रही है कि भविष्य में भी कोई जगह हादसों के लिए ब्लैक स्पॉट न बने.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राजा रघुवंशी मर्डर केस: FIR की कॉपी सामने आई, ज्वेलरी और नकदी से भरे पर्स को लेकर बड़ा खुलासा
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