यूपी में दलाल बनवा रहे पासपोर्ट, 22 हजार तक रेट:एक्स्ट्रा पैसा देकर नाम में करेक्शन की गारंटी दे रहे

यूपी में दलाल बनवा रहे पासपोर्ट, 22 हजार तक रेट:एक्स्ट्रा पैसा देकर नाम में करेक्शन की गारंटी दे रहे

यूपी की राजधानी लखनऊ… यहां मुख्यमंत्री दफ्तर और विधानसभा भवन से महज 200 मीटर की दूरी पर है रतन स्क्वायर बिल्डिंग। इसी में लखनऊ का पासपोर्ट हेड ऑफिस है। यहां गेट के बाहर दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। ये लोग अंदर घुसने से पहले ही पासपोर्ट बनवाने के लिए टोकन मनी देने का खुला ऑफर देते हैं। दलाल पासपोर्ट ऑफिस में सेटिंग होने का दावा करते हैं। पासपोर्ट कितने समय में चाहिए, उसी हिसाब से उनका रेट फिक्स होता है। दलाल कहते हैं कि आपको न लाइन में लगना होगा और न ही धक्के खाकर कागज जुटाने होंगे। सीधे अधिकारी के केबिन में बैठाकर पासपोर्ट बनवा दूंगा। सारा मामला सेट है। दलाल तत्काल और नॉर्मल पासपोर्ट बिना भागदौड़ के बनवाने के लिए 4 हजार से 11 हजार रुपए मांगते हैं। अगर सरनेम या किसी तरह का करेक्शन करवाना है, तो इसके लिए 15 से 22 हजार रुपए मांगते हैं। अलग-अलग दलाल के अलग-अलग रेट हैं। मोलभाव करने पर रेट कम भी कर देते हैं। दैनिक भास्कर के दो रिपोर्टर कस्टमर बनकर लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में 3 अलग-अलग दिन पहुंचे। यहां उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए दलालों का नेटवर्क खंगाला, उनका खेल समझा। टोकन मनी किस तरह आपस में बंटती है, उसे उजागर किया। दलालों ने हमसे कहा कि यहां 20 से 30 लोग हैं। कई साल से यही काम कर रहे हैं। चिंता की कोई बात नहीं। सभी अधिकारी सेट हैं। हर काम हो जाएगा। यह पूरी बातचीत हमने कैमरे में भी कैद की। सिलसिलेवार पढ़िए पूरा स्टिंग ऑपरेशन… दलाल नंबर: 1 एक से सवा महीने लगते हैं, हम 15 दिन में बनवा देंगे
पासपोर्ट ऑफिस कैंपस में एंट्री करने पर पहले गाड़ियों की पार्किंग के लिए पर्ची दी जाती है। यहीं से दलालों का रैकेट काम करना शुरू कर देता है। वे किसी भी गाड़ी के रुकते ही तुरंत पहुंच जाते हैं। उनका सीधा सवाल होता है कि आपको क्या काम करवाना है? हमने इन्हें इग्नोर किया और आगे बढ़ गए। थोड़ा आगे बढ़ने पर दाहिनी तरफ आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी थी। यहां पहुंचते ही हमसे एक दलाल जावेद टकराया। दलाल जावेद- क्या बनवाना है?
रिपोर्टर- पासपोर्ट बनवाना है। दलाल- आपके पास क्या डॉक्यूमेंट हैं?
रिपोर्टर- आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मार्कशीट है। इस पर दलाल ने सारे कागज चेक कराने को कहा, साथ ही पूछा कागजों में कोई गलती तो नहीं है। हमने कहा, कहीं कोई गलती नहीं है। दलाल जावेद- आपको कितने दिन में पासपोर्ट चाहिए?
रिपोर्टर- एक महीने के भीतर पासपोर्ट चाहिए। दलाल जावेद- समय पर मिल जाएगा। वैसे तो एक से सवा महीने लगते हैं, लेकिन हम अंदर से ही सेटिंग करवा देंगे तो देरी नहीं होगी। 15 से 20 दिन में मिल जाएगा।
रिपोर्टर- मैं घर पर बात करके बताता हूं। इसके बाद दलाल ने पूरे कांफिडेंस के साथ कहा- बिल्कुल चिंता मत कीजिए। हम 35 साल से यही काम कर रहे हैं। तमाम लोग हैं, जिनके पासपोर्ट बनवा दिए हैं। आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। पहले फॉर्म भर दो, तुरंत काम कराते हैं। जावेद ने यह भी कहा कि सारा काम जल्दी-जल्दी करवाना पड़ेगा। वह हमें बाहर लेकर गया। फुटपाथ पर लैपटॉप लेकर एक लड़का बैठा था। दलाल ने उसे फॉर्म भरने का इशारा किया और मेरी डिटेल बताने लगा। उसने कहा कि अभी 1500 रुपए ऑनलाइन भुगतान का दीजिए। 200 रुपए फॉर्म भरने वाले लड़के को देना होगा। पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) के लिए 500 रुपए फीस है, लेकिन इसके लिए लोगों को 2 हजार से 2500 रुपए देने पड़ते हैं। पूरा पासपोर्ट 3500 रुपए में बन जाएगा। सब काम करा दूंगा, कोई इन्क्वायरी नहीं होगी। इस पर हमने कहा कि मैं पहले घर पर बात कर लेता हूं। इस पर दलाल ने फिर कहा कि विश्वास करिए, हम सब काम करा देंगे। हमने कहा कि मैं सोमवार को वापस फॉर्म भरने आऊंगा। इसके बाद किसी तरह दलाल से अपना पीछा छुड़ाया। दलाल नंबर: 2 न लाइन लगेगी, न वेटिंग, सीधे अधिकारी करेंगे काम
इसके बाद हम पासपोर्ट ऑफिस में दूसरी तरफ जाने लगे। वहां दलाल अंशू मिला। दलाल अंशू- क्या करवाना है?
रिपोर्टर- पासपोर्ट बनवाना है। दलाल अंशू- नया है या रिन्युवल करवाना है।
रिपोर्टर- नया बनवाना है। दलाल अंशू- कितने दिनों में चाहिए?
रिपोर्टर- एक महीने में चाहिए। दलाल अंशू- नॉर्मल अप्लाई करोगे तो 15-20 दिनों में करा देंगे। तत्काल के लिए अप्लाई करोगे तो 11,500 देने होंगे और तीन दिन में पासपोर्ट आपके हाथ में होगा।
रिपोर्टर- अभी एक आदमी तो सिर्फ 3,500 रुपए में बनवा रहा था। दलाल अंशू- इतनी तो तत्काल की फीस है। नॉर्मल के लिए 1,500 फीस है। इसके लिए हम 4,500 रुपए चार्ज लेते हैं। रिपोर्टर- दिक्कत तो नहीं होगी? दलाल अंशू- 20 साल से काम कर रहा हूं। कोई दिक्कत नहीं होगी। इसीलिए तो हम पैसे ले रहे हैं। कागजात में भी कोई कमी होगी तो हम देख लेंगे। आपको लाइन तक नहीं लगानी होगी। हम सीधे अधिकारी के केबिन में बैठाकर काम करा देंगे। तत्काल पासपोर्ट का चार्ज तो 3500 रुपए है, लेकिन हम 11 हजार लेते हैं। गारंटी के साथ 3 दिन में पासपोर्ट बनवा देते हैं। नॉर्मल पासपोर्ट भी 15 दिन में बन जाएगा। रिपोर्टर- आप तत्काल का बहुत ज्यादा मांग रहे हैं? दलाल अंशू- पासपोर्ट ऑफिस के अंदर डिजी लॉकर की साइट नहीं चल रही। बिना लेन-देन अंदर कुछ नहीं होने वाला। आपको ही दिक्कत होगी। आज फॉर्म भरकर दोगे तो 2 दिन बाद फिर आना होगा। हम कराएंगे तो सब हाथों-हाथ करा देंगे। आपका पैसा कभी नहीं फंसेगा, क्योंकि मैं 20 साल से यही काम कर रहा हूं। तत्काल का पुलिस वेरिफिकेशन पासपोर्ट मिलने के बाद होगा। नॉर्मल में पहले होता है। हम वेरिफिकेशन के लिए 2,500 रुपए लेते हैं। नहीं तो पुलिस जल्दी क्लियर ही नहीं करती। दलाल नंबर: 3 अंदर आपको बताया जाएगा कि वेबसाइट और डीजी लॉकर चल नहीं रहा
इसके दूसरे दिन हम फिर से पासपोर्ट ऑफिस पहुंचे। यह देखने के लिए क्या दलाल रोज एक्टिव रहते हैं। दूसरे दिन भी यहां दलालों का जमावड़ा दिखा, लेकिन कुछ नए दलाल मिले। उसने हमसे पूछा क्या बनवाना है? हमने पासपोर्ट बनवाने की बात कही। उसने बताया कि ऑफिस चलते हैं। वह हमें पासपोर्ट ऑफिस की कैंटीन में लेकर गया। यहां राजकुमार शर्मा नाम के दलाल से बात कराई। तत्काल में पासपोर्ट बनवाने का रेट पूछने पर उसने डॉक्यूमेंट पूरे करने को कहा। उसने तत्काल का रेट 9500 हजार रुपए बताया। बोला- इसमें 3,500 सरकारी फीस जमा होगी। बाकी के 6 हजार हमारे होंगे। राजकुमार शर्मा ने कहा- अधिकारियों से हमारी सेटिंग है, मैं सब कुछ अंदर मैनेज करके आपका पूरा काम करवा दूंगा। आपको मालूम होना चाहिए कि यहां रोजाना करीब 120 अप्वाइंटमेंट तत्काल के होते हैं, लेकिन बनते 20-25 ही हैं। अगर आप मुझे कमीशन नहीं देंगे, तो अंदर आपसे कर्मचारी कहेंगे कि डीजी लॉकर और पासपोर्ट की वेबसाइट इस वक्त खुल नहीं रही। आपसे ऐसी चीजें मांगी जाएंगी, जो दे नही पाएंगे। हमारी अंदर सेटिंग होती है, इसलिए हम पैसे देते हैं, वहां भी कमीशन चलता है। उसी काम का तो पैसा लेते हैं। मैं इस काम को 1982 से कर रहा हूं। दलाल नंबर: 4 बिना सरनेम के पासपोर्ट बनवाने के लिए 22 हजार की डिमांड
हम तीसरे दिन फिर पासपोर्ट ऑफिस गए। यहां हमारी दलाल इकराम अली से मुलाकात हुई। हमने इकराम से बिना सरनेम पासपोर्ट बनवाने के लिए कहा। इस पर उसने कहा कि आप पहले प्राइवेट बैंक में अकाउंट खुलवाइए। एक बैंक का नाम बताते हुए कहा कि वहां पर अकाउंट खुलवा दूंगा। थोड़ी देर बाद वह हमें अपने एक और साथी के पास ले गया। वहां उसने कहा कि आपके साथ आपके मां-बाप का भी सरनेम को हटवा दूंगा। लेकिन इसके लिए आपको 22 हजार रुपए देने होंगे। हमने कहा कि अच्छा, ये भी हो जाएगा? इस पर दलाल ने कहा कि बहुत टेढ़ा काम है। इसीलिए तो पैसे लगेंगे। आधा पेमेंट अभी देना होगा, आधा काम होने के बाद। हमने कहा कि पैसा बहुत ज्यादा मांग रहे हैं। इस पर दलाल इकराम बोला- काम भी तो देखो? हमने कहा- सिर्फ मेरे नाम में सरनेम हटवाना है। मुझे विदेश जाना है। इस पर उसने कहा कि इसके लिए 15 हजार रुपए लगेंगे। 5 हजार रुपए एडवांस में देना होगा। सरकारी फीस अलग रहेगी, जो आपको ऑनलाइन जमा करनी होगी। सामान्य पासपोर्ट की 3-4 हजार और तत्काल की 9-12 हजार टोकन मनी
लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में रोजाना करीब 500 पासपोर्ट बनते हैं। रोज करीब 3 हजार रजिस्ट्रेशन होते हैं। इनमें से करीब 400 सामान्य और 50 तत्काल पासपोर्ट होते हैं। यहां पासपोर्ट ऑफिस पर दलालों का रेट फिक्स है। दलाल सामान्य पासपोर्ट के लिए 3 से 4 हजार रुपए और तत्काल के लिए 9 से 12 हजार का टोकन मनी लेते हैं। रोजाना दलालों की 2 से 3 लाख तक की होती है कमाई
यहां दलालों का गैंग रोजाना 2 लाख से 3 लाख रुपए तक की अवैध कमाई कर रहा है। यहां के सोर्सेज का कहना है, करीब 100 लोग रोजाना दलालों चंगुल में फंसते हैं। हर किसी की अपनी मजबूरी होती है। किसी को अर्जेंट में चाहिए होता है, तो किसी को भागदौड़ से बचना होता है। इस लिहाज से देखेंगे तो इनकी रोजाना की कमाई 2 से 3 लाख रुपए है। पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारी भी कुछ कमीशन लेते हैं। बाकी दलाल आपस में बांट लेते हैं। यह पूरा नेक्सस आपस में मिलकर काम करता है। लोग इन दलालों का शिकार इसलिए भी होते हैं, क्योंकि अधिकारी उन्हें छोटी-छोटी चीजों के लिए दौड़ाते हैं। इसलिए लोग भागदौड़ के बजाय पैसे देकर काम कराना ज्यादा ठीक समझते हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी वेरिफिकेशन, करेक्शन और तत्काल पासपोर्ट के लिए ज्यादा परेशान करते हैं। कई बार तो महज स्पेलिंग में करेक्शन के लिए महीनों दौड़ाते हैं। पुलिस भी वेरिफिकेशन में बहुत उलझाती है। दलाल की कर सकते हैं शिकायत —————— यह खबर भी पढ़ें भास्कर इन्वेस्टिगेशन: महाकुंभ में मंत्री के नाम पर दुकानें बेच रहे दलाल, 10 लाख तक वसूल रहे; एक बोला- मंत्री नंदी मेरे करीबी; कैमरे पर खुलासा मैंने 14 दुकानें बुक की हैं। सब में 2 से 3 लाख लगे हैं। अब जैसा मुर्गा फंस जाता है, उसी हिसाब से बेच रहा हूं। किसी से 5 लाख, तो किसी से 8 से 10 लाख ले रहा हूंं। यह दावा है प्रयागराज महाकुंभ में दुकानों को ब्लैक में बेचने वाले मधुप्रिया फाउंडेशन (NGO) के डायरेक्टर डॉ. पीके श्रीवास्तव का। वह खुद को यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की मौसी से जुड़ा बताता है। पढ़ें पूरी खबर… यूपी की राजधानी लखनऊ… यहां मुख्यमंत्री दफ्तर और विधानसभा भवन से महज 200 मीटर की दूरी पर है रतन स्क्वायर बिल्डिंग। इसी में लखनऊ का पासपोर्ट हेड ऑफिस है। यहां गेट के बाहर दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। ये लोग अंदर घुसने से पहले ही पासपोर्ट बनवाने के लिए टोकन मनी देने का खुला ऑफर देते हैं। दलाल पासपोर्ट ऑफिस में सेटिंग होने का दावा करते हैं। पासपोर्ट कितने समय में चाहिए, उसी हिसाब से उनका रेट फिक्स होता है। दलाल कहते हैं कि आपको न लाइन में लगना होगा और न ही धक्के खाकर कागज जुटाने होंगे। सीधे अधिकारी के केबिन में बैठाकर पासपोर्ट बनवा दूंगा। सारा मामला सेट है। दलाल तत्काल और नॉर्मल पासपोर्ट बिना भागदौड़ के बनवाने के लिए 4 हजार से 11 हजार रुपए मांगते हैं। अगर सरनेम या किसी तरह का करेक्शन करवाना है, तो इसके लिए 15 से 22 हजार रुपए मांगते हैं। अलग-अलग दलाल के अलग-अलग रेट हैं। मोलभाव करने पर रेट कम भी कर देते हैं। दैनिक भास्कर के दो रिपोर्टर कस्टमर बनकर लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में 3 अलग-अलग दिन पहुंचे। यहां उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए दलालों का नेटवर्क खंगाला, उनका खेल समझा। टोकन मनी किस तरह आपस में बंटती है, उसे उजागर किया। दलालों ने हमसे कहा कि यहां 20 से 30 लोग हैं। कई साल से यही काम कर रहे हैं। चिंता की कोई बात नहीं। सभी अधिकारी सेट हैं। हर काम हो जाएगा। यह पूरी बातचीत हमने कैमरे में भी कैद की। सिलसिलेवार पढ़िए पूरा स्टिंग ऑपरेशन… दलाल नंबर: 1 एक से सवा महीने लगते हैं, हम 15 दिन में बनवा देंगे
पासपोर्ट ऑफिस कैंपस में एंट्री करने पर पहले गाड़ियों की पार्किंग के लिए पर्ची दी जाती है। यहीं से दलालों का रैकेट काम करना शुरू कर देता है। वे किसी भी गाड़ी के रुकते ही तुरंत पहुंच जाते हैं। उनका सीधा सवाल होता है कि आपको क्या काम करवाना है? हमने इन्हें इग्नोर किया और आगे बढ़ गए। थोड़ा आगे बढ़ने पर दाहिनी तरफ आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी थी। यहां पहुंचते ही हमसे एक दलाल जावेद टकराया। दलाल जावेद- क्या बनवाना है?
रिपोर्टर- पासपोर्ट बनवाना है। दलाल- आपके पास क्या डॉक्यूमेंट हैं?
रिपोर्टर- आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मार्कशीट है। इस पर दलाल ने सारे कागज चेक कराने को कहा, साथ ही पूछा कागजों में कोई गलती तो नहीं है। हमने कहा, कहीं कोई गलती नहीं है। दलाल जावेद- आपको कितने दिन में पासपोर्ट चाहिए?
रिपोर्टर- एक महीने के भीतर पासपोर्ट चाहिए। दलाल जावेद- समय पर मिल जाएगा। वैसे तो एक से सवा महीने लगते हैं, लेकिन हम अंदर से ही सेटिंग करवा देंगे तो देरी नहीं होगी। 15 से 20 दिन में मिल जाएगा।
रिपोर्टर- मैं घर पर बात करके बताता हूं। इसके बाद दलाल ने पूरे कांफिडेंस के साथ कहा- बिल्कुल चिंता मत कीजिए। हम 35 साल से यही काम कर रहे हैं। तमाम लोग हैं, जिनके पासपोर्ट बनवा दिए हैं। आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। पहले फॉर्म भर दो, तुरंत काम कराते हैं। जावेद ने यह भी कहा कि सारा काम जल्दी-जल्दी करवाना पड़ेगा। वह हमें बाहर लेकर गया। फुटपाथ पर लैपटॉप लेकर एक लड़का बैठा था। दलाल ने उसे फॉर्म भरने का इशारा किया और मेरी डिटेल बताने लगा। उसने कहा कि अभी 1500 रुपए ऑनलाइन भुगतान का दीजिए। 200 रुपए फॉर्म भरने वाले लड़के को देना होगा। पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) के लिए 500 रुपए फीस है, लेकिन इसके लिए लोगों को 2 हजार से 2500 रुपए देने पड़ते हैं। पूरा पासपोर्ट 3500 रुपए में बन जाएगा। सब काम करा दूंगा, कोई इन्क्वायरी नहीं होगी। इस पर हमने कहा कि मैं पहले घर पर बात कर लेता हूं। इस पर दलाल ने फिर कहा कि विश्वास करिए, हम सब काम करा देंगे। हमने कहा कि मैं सोमवार को वापस फॉर्म भरने आऊंगा। इसके बाद किसी तरह दलाल से अपना पीछा छुड़ाया। दलाल नंबर: 2 न लाइन लगेगी, न वेटिंग, सीधे अधिकारी करेंगे काम
इसके बाद हम पासपोर्ट ऑफिस में दूसरी तरफ जाने लगे। वहां दलाल अंशू मिला। दलाल अंशू- क्या करवाना है?
रिपोर्टर- पासपोर्ट बनवाना है। दलाल अंशू- नया है या रिन्युवल करवाना है।
रिपोर्टर- नया बनवाना है। दलाल अंशू- कितने दिनों में चाहिए?
रिपोर्टर- एक महीने में चाहिए। दलाल अंशू- नॉर्मल अप्लाई करोगे तो 15-20 दिनों में करा देंगे। तत्काल के लिए अप्लाई करोगे तो 11,500 देने होंगे और तीन दिन में पासपोर्ट आपके हाथ में होगा।
रिपोर्टर- अभी एक आदमी तो सिर्फ 3,500 रुपए में बनवा रहा था। दलाल अंशू- इतनी तो तत्काल की फीस है। नॉर्मल के लिए 1,500 फीस है। इसके लिए हम 4,500 रुपए चार्ज लेते हैं। रिपोर्टर- दिक्कत तो नहीं होगी? दलाल अंशू- 20 साल से काम कर रहा हूं। कोई दिक्कत नहीं होगी। इसीलिए तो हम पैसे ले रहे हैं। कागजात में भी कोई कमी होगी तो हम देख लेंगे। आपको लाइन तक नहीं लगानी होगी। हम सीधे अधिकारी के केबिन में बैठाकर काम करा देंगे। तत्काल पासपोर्ट का चार्ज तो 3500 रुपए है, लेकिन हम 11 हजार लेते हैं। गारंटी के साथ 3 दिन में पासपोर्ट बनवा देते हैं। नॉर्मल पासपोर्ट भी 15 दिन में बन जाएगा। रिपोर्टर- आप तत्काल का बहुत ज्यादा मांग रहे हैं? दलाल अंशू- पासपोर्ट ऑफिस के अंदर डिजी लॉकर की साइट नहीं चल रही। बिना लेन-देन अंदर कुछ नहीं होने वाला। आपको ही दिक्कत होगी। आज फॉर्म भरकर दोगे तो 2 दिन बाद फिर आना होगा। हम कराएंगे तो सब हाथों-हाथ करा देंगे। आपका पैसा कभी नहीं फंसेगा, क्योंकि मैं 20 साल से यही काम कर रहा हूं। तत्काल का पुलिस वेरिफिकेशन पासपोर्ट मिलने के बाद होगा। नॉर्मल में पहले होता है। हम वेरिफिकेशन के लिए 2,500 रुपए लेते हैं। नहीं तो पुलिस जल्दी क्लियर ही नहीं करती। दलाल नंबर: 3 अंदर आपको बताया जाएगा कि वेबसाइट और डीजी लॉकर चल नहीं रहा
इसके दूसरे दिन हम फिर से पासपोर्ट ऑफिस पहुंचे। यह देखने के लिए क्या दलाल रोज एक्टिव रहते हैं। दूसरे दिन भी यहां दलालों का जमावड़ा दिखा, लेकिन कुछ नए दलाल मिले। उसने हमसे पूछा क्या बनवाना है? हमने पासपोर्ट बनवाने की बात कही। उसने बताया कि ऑफिस चलते हैं। वह हमें पासपोर्ट ऑफिस की कैंटीन में लेकर गया। यहां राजकुमार शर्मा नाम के दलाल से बात कराई। तत्काल में पासपोर्ट बनवाने का रेट पूछने पर उसने डॉक्यूमेंट पूरे करने को कहा। उसने तत्काल का रेट 9500 हजार रुपए बताया। बोला- इसमें 3,500 सरकारी फीस जमा होगी। बाकी के 6 हजार हमारे होंगे। राजकुमार शर्मा ने कहा- अधिकारियों से हमारी सेटिंग है, मैं सब कुछ अंदर मैनेज करके आपका पूरा काम करवा दूंगा। आपको मालूम होना चाहिए कि यहां रोजाना करीब 120 अप्वाइंटमेंट तत्काल के होते हैं, लेकिन बनते 20-25 ही हैं। अगर आप मुझे कमीशन नहीं देंगे, तो अंदर आपसे कर्मचारी कहेंगे कि डीजी लॉकर और पासपोर्ट की वेबसाइट इस वक्त खुल नहीं रही। आपसे ऐसी चीजें मांगी जाएंगी, जो दे नही पाएंगे। हमारी अंदर सेटिंग होती है, इसलिए हम पैसे देते हैं, वहां भी कमीशन चलता है। उसी काम का तो पैसा लेते हैं। मैं इस काम को 1982 से कर रहा हूं। दलाल नंबर: 4 बिना सरनेम के पासपोर्ट बनवाने के लिए 22 हजार की डिमांड
हम तीसरे दिन फिर पासपोर्ट ऑफिस गए। यहां हमारी दलाल इकराम अली से मुलाकात हुई। हमने इकराम से बिना सरनेम पासपोर्ट बनवाने के लिए कहा। इस पर उसने कहा कि आप पहले प्राइवेट बैंक में अकाउंट खुलवाइए। एक बैंक का नाम बताते हुए कहा कि वहां पर अकाउंट खुलवा दूंगा। थोड़ी देर बाद वह हमें अपने एक और साथी के पास ले गया। वहां उसने कहा कि आपके साथ आपके मां-बाप का भी सरनेम को हटवा दूंगा। लेकिन इसके लिए आपको 22 हजार रुपए देने होंगे। हमने कहा कि अच्छा, ये भी हो जाएगा? इस पर दलाल ने कहा कि बहुत टेढ़ा काम है। इसीलिए तो पैसे लगेंगे। आधा पेमेंट अभी देना होगा, आधा काम होने के बाद। हमने कहा कि पैसा बहुत ज्यादा मांग रहे हैं। इस पर दलाल इकराम बोला- काम भी तो देखो? हमने कहा- सिर्फ मेरे नाम में सरनेम हटवाना है। मुझे विदेश जाना है। इस पर उसने कहा कि इसके लिए 15 हजार रुपए लगेंगे। 5 हजार रुपए एडवांस में देना होगा। सरकारी फीस अलग रहेगी, जो आपको ऑनलाइन जमा करनी होगी। सामान्य पासपोर्ट की 3-4 हजार और तत्काल की 9-12 हजार टोकन मनी
लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में रोजाना करीब 500 पासपोर्ट बनते हैं। रोज करीब 3 हजार रजिस्ट्रेशन होते हैं। इनमें से करीब 400 सामान्य और 50 तत्काल पासपोर्ट होते हैं। यहां पासपोर्ट ऑफिस पर दलालों का रेट फिक्स है। दलाल सामान्य पासपोर्ट के लिए 3 से 4 हजार रुपए और तत्काल के लिए 9 से 12 हजार का टोकन मनी लेते हैं। रोजाना दलालों की 2 से 3 लाख तक की होती है कमाई
यहां दलालों का गैंग रोजाना 2 लाख से 3 लाख रुपए तक की अवैध कमाई कर रहा है। यहां के सोर्सेज का कहना है, करीब 100 लोग रोजाना दलालों चंगुल में फंसते हैं। हर किसी की अपनी मजबूरी होती है। किसी को अर्जेंट में चाहिए होता है, तो किसी को भागदौड़ से बचना होता है। इस लिहाज से देखेंगे तो इनकी रोजाना की कमाई 2 से 3 लाख रुपए है। पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारी भी कुछ कमीशन लेते हैं। बाकी दलाल आपस में बांट लेते हैं। यह पूरा नेक्सस आपस में मिलकर काम करता है। लोग इन दलालों का शिकार इसलिए भी होते हैं, क्योंकि अधिकारी उन्हें छोटी-छोटी चीजों के लिए दौड़ाते हैं। इसलिए लोग भागदौड़ के बजाय पैसे देकर काम कराना ज्यादा ठीक समझते हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी वेरिफिकेशन, करेक्शन और तत्काल पासपोर्ट के लिए ज्यादा परेशान करते हैं। कई बार तो महज स्पेलिंग में करेक्शन के लिए महीनों दौड़ाते हैं। पुलिस भी वेरिफिकेशन में बहुत उलझाती है। दलाल की कर सकते हैं शिकायत —————— यह खबर भी पढ़ें भास्कर इन्वेस्टिगेशन: महाकुंभ में मंत्री के नाम पर दुकानें बेच रहे दलाल, 10 लाख तक वसूल रहे; एक बोला- मंत्री नंदी मेरे करीबी; कैमरे पर खुलासा मैंने 14 दुकानें बुक की हैं। सब में 2 से 3 लाख लगे हैं। अब जैसा मुर्गा फंस जाता है, उसी हिसाब से बेच रहा हूं। किसी से 5 लाख, तो किसी से 8 से 10 लाख ले रहा हूंं। यह दावा है प्रयागराज महाकुंभ में दुकानों को ब्लैक में बेचने वाले मधुप्रिया फाउंडेशन (NGO) के डायरेक्टर डॉ. पीके श्रीवास्तव का। वह खुद को यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की मौसी से जुड़ा बताता है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर