यूपी में 11 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा को लखनऊ का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। आशुतोष कुमार को पीएसी हेडक्वॉर्टर से हटाकर लखनऊ परिक्षेत्र का कानपुर कमिश्नरेट का अपर पुलिस आयुक्त बनाया गया है। उपेंद्र कुमार अग्रवाल को पीएसी हेडक्वॉर्टर भेजा गया है। वहीं, हरीश चंद्र को कानपुर कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त से ट्रांसफर कर कानपुर परिक्षेत्र का ही DIG बनाया गया है। संजीव त्यागी को आगरा के अपर पुलिस आयुक्त पद से हटा कर लखनऊ में कारागार प्रशासन एवं सुधार का DIG बनाया गया है। प्रदीप गुप्ता को दूरसंचार के DIG से कारागार प्रशासन एवं सुधार का DIG बनाया गया है। हेमंत कुटियाल को SSF का DIG बनाया गया है। रामबदन सिंह को गौतमबुद्धनगर के DIG पद से हटाकर आगरा कमिश्नरेट भेजा गया है। रमेश प्रसाद गुप्ता को लाजिस्टिक के SP से हटाकर मुरादाबाद में 24वीं वाहिनी पीएसी का सेनानायक बनाया गया है। वहीं, अमित कुमार सेकेंड को मुरादाबाद में 24वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक पद से हटाकर लखनऊ में 35वीं वाहिनी का सेनानायक बनाया गया है। 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं तरुण गाबा लखनऊ के नए IG बने तरुण गाबा चंडीगढ़ के मूल निवासी हैं। वह 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पहले सीबीआई में भी तैनात रह चुके हैं। सीबीआई में रहते हुए उन्होंने चर्चित व्यापम घोटाले की जांच में अहम भूमिका निभाई थी। प्रयागराज से ट्रांसफर होकर हुए तरुण गाबा इसके पहले भी लखनऊ में तैनात रह चुके हैं। वह तरुण गाबा शुरुआती दौर में केंद्र में तैनात रहे। फिर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी कैडर में 2020 में लौटे थे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद तरुण गाबा को आईजी (विजिलेंस) का पद दिया गया था। साल 2020 में यूपी में बढ़ते क्राइम ग्राफ की वजह से सरकार विपक्ष के आरोपों को झेल रही थी। इसी बीच योगी सरकार ने गृह सचिव एसके भगत को हटाकर तरुण गाबा को गृह सचिव का पद दिया था। अब तक वह यूपी में 7 जिलों के पुलिस प्रमुख रह चुके हैं। महाकुंभ के सफल आयोजन में तरुण गाबा की बड़ी भूमिका प्रयागराज मे कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद 1999 बैच के आईपीएस रमित शर्मा को पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। रमित शर्मा ने अपने डेढ़ साल के कार्यकाल मे माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ के साथ उनके गुर्गों पर लगाम कसी थी। उन्होंने 50 से ज्यादा गुर्गों को जेल भेजा था। इसके अलावा रमित शर्मा ने अतीक की सैकड़ों करोड़ की बेनामी संपत्ति को भी अटैच कराया था। रमित शर्मा का बरेली मे ADG पद पर ट्रांसफर होने के बाद 2001 बैच के आईपीएस तरुण गाबा को प्रयागराज का कमिशनर बनाया गया था। तरुण गाबा ने महाकुंभ के सफल आयोजन मे बड़ी भूमिका निभाई। महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ को प्रयागराज में संभालने के लिए कई योजनाएं बनाई थीं। हालांकि महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौत और आंकड़े छुपाने पर सरकार के साथ पुलिस की भी काफी किरकिरी हुई थी। अब प्रयागराज की कमान आईपीएस जोगिंदर सिंह को सौंपी गई है। तेजतर्रार आईपीएस मे गिने जाने वाले जोगिंदर सिंह प्रयागराज मे एसएसपी भी रहा चुके हैं। देखें लिस्ट… खबर अपडेट हो रही है… यूपी में 11 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा को लखनऊ का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। आशुतोष कुमार को पीएसी हेडक्वॉर्टर से हटाकर लखनऊ परिक्षेत्र का कानपुर कमिश्नरेट का अपर पुलिस आयुक्त बनाया गया है। उपेंद्र कुमार अग्रवाल को पीएसी हेडक्वॉर्टर भेजा गया है। वहीं, हरीश चंद्र को कानपुर कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त से ट्रांसफर कर कानपुर परिक्षेत्र का ही DIG बनाया गया है। संजीव त्यागी को आगरा के अपर पुलिस आयुक्त पद से हटा कर लखनऊ में कारागार प्रशासन एवं सुधार का DIG बनाया गया है। प्रदीप गुप्ता को दूरसंचार के DIG से कारागार प्रशासन एवं सुधार का DIG बनाया गया है। हेमंत कुटियाल को SSF का DIG बनाया गया है। रामबदन सिंह को गौतमबुद्धनगर के DIG पद से हटाकर आगरा कमिश्नरेट भेजा गया है। रमेश प्रसाद गुप्ता को लाजिस्टिक के SP से हटाकर मुरादाबाद में 24वीं वाहिनी पीएसी का सेनानायक बनाया गया है। वहीं, अमित कुमार सेकेंड को मुरादाबाद में 24वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक पद से हटाकर लखनऊ में 35वीं वाहिनी का सेनानायक बनाया गया है। 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं तरुण गाबा लखनऊ के नए IG बने तरुण गाबा चंडीगढ़ के मूल निवासी हैं। वह 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पहले सीबीआई में भी तैनात रह चुके हैं। सीबीआई में रहते हुए उन्होंने चर्चित व्यापम घोटाले की जांच में अहम भूमिका निभाई थी। प्रयागराज से ट्रांसफर होकर हुए तरुण गाबा इसके पहले भी लखनऊ में तैनात रह चुके हैं। वह तरुण गाबा शुरुआती दौर में केंद्र में तैनात रहे। फिर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी कैडर में 2020 में लौटे थे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद तरुण गाबा को आईजी (विजिलेंस) का पद दिया गया था। साल 2020 में यूपी में बढ़ते क्राइम ग्राफ की वजह से सरकार विपक्ष के आरोपों को झेल रही थी। इसी बीच योगी सरकार ने गृह सचिव एसके भगत को हटाकर तरुण गाबा को गृह सचिव का पद दिया था। अब तक वह यूपी में 7 जिलों के पुलिस प्रमुख रह चुके हैं। महाकुंभ के सफल आयोजन में तरुण गाबा की बड़ी भूमिका प्रयागराज मे कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद 1999 बैच के आईपीएस रमित शर्मा को पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। रमित शर्मा ने अपने डेढ़ साल के कार्यकाल मे माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ के साथ उनके गुर्गों पर लगाम कसी थी। उन्होंने 50 से ज्यादा गुर्गों को जेल भेजा था। इसके अलावा रमित शर्मा ने अतीक की सैकड़ों करोड़ की बेनामी संपत्ति को भी अटैच कराया था। रमित शर्मा का बरेली मे ADG पद पर ट्रांसफर होने के बाद 2001 बैच के आईपीएस तरुण गाबा को प्रयागराज का कमिशनर बनाया गया था। तरुण गाबा ने महाकुंभ के सफल आयोजन मे बड़ी भूमिका निभाई। महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ को प्रयागराज में संभालने के लिए कई योजनाएं बनाई थीं। हालांकि महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौत और आंकड़े छुपाने पर सरकार के साथ पुलिस की भी काफी किरकिरी हुई थी। अब प्रयागराज की कमान आईपीएस जोगिंदर सिंह को सौंपी गई है। तेजतर्रार आईपीएस मे गिने जाने वाले जोगिंदर सिंह प्रयागराज मे एसएसपी भी रहा चुके हैं। देखें लिस्ट… खबर अपडेट हो रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
यूपी में 11 IPS अफसरों के ट्रांसफर:प्रयागराज से तरुण गाबा हटाए गए, जोगेंदर कुमार नए कमिश्नर
