मौसम विभाग ने यूपी के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि आज से रूखी और गर्म पछुआ हवाओं के जोर से अगले चार दिन के दौरान तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के आसार हैं। वहीं, प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, विंध्य क्षेत्र, प्रयागराज और बुंदेलखंड में 9 और 10 जून को लू चलने का भी पूर्वानुमान है। 11 जून के बाद हवा का रुख पूर्वा होगी। पूर्वांचल से शुरू होकर दोबारा बूंदाबांदी का दौर देखने को मिलेगा। 20 जून तक पहुंच सकता मानसून
बीएचयू के डॉ. ज्ञान प्रकाश ने बताया-मानसूनी बादल यूपी में 20 जून तक पहुंच सकते हैं। लेकिन, यह भी मौसम के वर्तमान परिदृश्य को देखकर कहना थोड़ा कठिन होगा, क्योंकि अभी भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। गर्मी कम होने की वजह से बंगाल की खाड़ी में अब तक लो प्रेशर डेवलप नहीं हुआ है। माहौल तो बन रहा है, लेकिन गर्मी कम होने और मॉइस्चर के बार-बार रिलीज हो जाने की वजह से बारिश समय से हो जाए यह कह पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। बारिश से फायदा या नुकसान? धान को फायदा, सब्जियों को नुकसान
कृषि विशेषज्ञ डॉ. राजीव श्रीवास्तव बताते हैं, बारिश से धान की फसल को फायदा है। धान नर्सरी के लिए किसान खेत तैयार कर रहे हैं। मोटे अनाजों की बोआई के लिए भी बारिश फायदेमंद है। इस समय मक्का, सामा और काकून आदि की बोआई के लिए एकदम सही समय है, क्योंकि इसके लिए नमी की जरूरत होती है। कृषि विशेषज्ञ ने बताया, इस बारिश से आम की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। जहां आम की मिठास कम होने की आशंका है, वहीं फल में कीड़े लगने की आशंका बन जाती है। हरी सब्जियों के लिए भी यह बारिश ठीक नहीं है। लौकी, करेला, भिंडी, तोरई जैसी सब्जियां खराब हो जाती हैं। पाकिस्तान से यूपी की तरफ बढ़ रहा साइक्लोन
BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मध्य पाकिस्तान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसके पीछे एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव है। यह तेजी से राजस्थान से होते हुए यूपी की तरफ बढ़ रहा है। इस कारण पश्चिमी यूपी में तेज चक्रवाती हवा के साथ बारिश के आसार हैं। इसके आगे बढ़ने पर मंगलवार को पूर्वांचल में भी तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। इसके बाद पांच जून से पश्चिमी विक्षोभ के कारण पारा एक बार फिर जोर पकड़ेगा। मौसम विभाग ने यूपी के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि आज से रूखी और गर्म पछुआ हवाओं के जोर से अगले चार दिन के दौरान तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के आसार हैं। वहीं, प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, विंध्य क्षेत्र, प्रयागराज और बुंदेलखंड में 9 और 10 जून को लू चलने का भी पूर्वानुमान है। 11 जून के बाद हवा का रुख पूर्वा होगी। पूर्वांचल से शुरू होकर दोबारा बूंदाबांदी का दौर देखने को मिलेगा। 20 जून तक पहुंच सकता मानसून
बीएचयू के डॉ. ज्ञान प्रकाश ने बताया-मानसूनी बादल यूपी में 20 जून तक पहुंच सकते हैं। लेकिन, यह भी मौसम के वर्तमान परिदृश्य को देखकर कहना थोड़ा कठिन होगा, क्योंकि अभी भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। गर्मी कम होने की वजह से बंगाल की खाड़ी में अब तक लो प्रेशर डेवलप नहीं हुआ है। माहौल तो बन रहा है, लेकिन गर्मी कम होने और मॉइस्चर के बार-बार रिलीज हो जाने की वजह से बारिश समय से हो जाए यह कह पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। बारिश से फायदा या नुकसान? धान को फायदा, सब्जियों को नुकसान
कृषि विशेषज्ञ डॉ. राजीव श्रीवास्तव बताते हैं, बारिश से धान की फसल को फायदा है। धान नर्सरी के लिए किसान खेत तैयार कर रहे हैं। मोटे अनाजों की बोआई के लिए भी बारिश फायदेमंद है। इस समय मक्का, सामा और काकून आदि की बोआई के लिए एकदम सही समय है, क्योंकि इसके लिए नमी की जरूरत होती है। कृषि विशेषज्ञ ने बताया, इस बारिश से आम की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। जहां आम की मिठास कम होने की आशंका है, वहीं फल में कीड़े लगने की आशंका बन जाती है। हरी सब्जियों के लिए भी यह बारिश ठीक नहीं है। लौकी, करेला, भिंडी, तोरई जैसी सब्जियां खराब हो जाती हैं। पाकिस्तान से यूपी की तरफ बढ़ रहा साइक्लोन
BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मध्य पाकिस्तान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसके पीछे एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव है। यह तेजी से राजस्थान से होते हुए यूपी की तरफ बढ़ रहा है। इस कारण पश्चिमी यूपी में तेज चक्रवाती हवा के साथ बारिश के आसार हैं। इसके आगे बढ़ने पर मंगलवार को पूर्वांचल में भी तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। इसके बाद पांच जून से पश्चिमी विक्षोभ के कारण पारा एक बार फिर जोर पकड़ेगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
यूपी में 9 जून से चलेगी लू:5 दिन रहेगी भीषण गर्मी, 5-6 डिग्री तक बढ़ेगा पारा; बांदा रहा सबसे गर्म
