यूपी सहित कई राज्यों में 100 करोड़ की ठगी:शातिर नागपुर से अरेस्ट, 1 लाख लगाने पर महीने में 7 हजार मुनाफे का लालच दिया

यूपी सहित कई राज्यों में 100 करोड़ की ठगी:शातिर नागपुर से अरेस्ट, 1 लाख लगाने पर महीने में 7 हजार मुनाफे का लालच दिया

यूपी, उत्तराखंड सहित पांच से ज्यादा राज्यों में 100 करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपी को STF प्रयागराज यूनिट ने अरेस्ट कर लिया है। JKV मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के निदेशक ज्ञानेश पाठक की तलाश में यूपी पुलिस के साथ STF की टीमें ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी थीं। बुधवार रात STF प्रयागराज यूनिट ने नागपुर से उसे पकड़ा है। शातिर ज्ञाने​​​​​​श पाठक प्रयागराज का रहने वाला है। उसके ऊपर बरेली में 25 हजार रुपए, जबकि उत्तराखंड में 50 हजार रुपए का इनाम था। उस पर यूपी, राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में 39 मुकदमे धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में दर्ज हैं। ज्ञाने​​​​​​श पाठक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किया है। LLB के अलावा उसने जर्नलिज्म कोर्स भी किया है। इसके बाद वह 2012 में लखनऊ जाकर रहने लगा। पिता किसानी के साथ चायपत्ती का कारोबार करते हैं। एक लाख पर 7 हजार महीने में मुनाफे का लालच दिया
शातिर ज्ञाने​​​​​​श पाठक ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और कई अन्य राज्यों में नेटवर्क फैलाया। JKV मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड बनाया। इसके बाद लोगों को इनवेस्ट करने के लिए प्रेरित किया। करीब 159 लोगों को हर महीने फायदा देता रहा। कहा- इन कंपनी में निवेश करने से प्रति लाख सात हजार रुपए महीने का मुनाफा होगा। कइयों को फायदा होने के बाद लोग झांसे में आते गए। सालभर में 20-25 करोड़ का भुगतान किया
सोसाइटी की राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और अन्य राज्यों में सौ से अधिक ब्रांच खोलीं। साल 2018-19 में व्यक्तियों के पैसों का भुगतान करीब 20 से 25 करोड़ रुपए किया। लेकिन साल 2019-20 से सोसाइटी ने पैसों का भुगतान नहीं किया। जिन्होंने पैसे लगाए, उनके पैसे फंस गए। 100 करोड़ रुपए का गबन कर फरार हुआ
जब लोगों के पैसे फंसे तो उन्होंने विरोध जताया। फिर लोगों को सोसाइटी की ओर से झूठा आश्वासन दिया जाता रहा कि आप लोगों का पैसा वापस कर दिया जाएगा। साल बीतता गया, लेकिन किसी भी व्यक्ति का पैसा वापस नहीं आया। सोसाइटी ने लगभग 100 करोड़ रुपए का गबन किया, सभी सदस्य फरार हो गए। ज्ञानेश के पास से 2 मोबाइल फोन बरामद
STF के मुताबिक, गिरफ्तारी के लिए लगी टीम को पता चला कि ज्ञानेश पाठक महाराष्ट्र के नागपुर क्षेत्र में कहीं छिपकर रह रहा है। फिर एक टीम बनाकर मुंबई के लिए रवाना किया गया। STF टीम ने नागपुर के हुडकेश्वर में इन्द्रप्रस्थ नगर, साई मंदिर के पास से ज्ञानेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 2 मोबाइल फोन बरामद हुआ है। गिरफ्तार ठग ज्ञानेश पाठक को थाना किला जनपद बरेली में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार कर नागपुर की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पाकर थाना किला, बरेली में दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। ये भी पढ़ें:- 400 करोड़ की ठगी में लखनऊ-नोएडा में छापेमारी, प्रयागराज से फरार आरोपी पति-पत्नी प्रयागराज में 400 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में फरार कंपनी के एमडी अभिषेक द्विवेदी और उसकी पत्नी निहारिका की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू हो गई है। मंगलवार को प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ और नोएडा में छापेमारी की। अभिषेक के एक करीबी से पूछताछ के बाद यह छापेमारी की गई है। हालांकि पुलिस की एक टीम लालगोपालगंज भी पहुंची है। करोड़ों की इस ठगी का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। इसलिए पुलिस टीमें फरार आरोपियों की तलाश में दिन-रात एक किए हैं। पढ़ें पूरी खबर… यूपी, उत्तराखंड सहित पांच से ज्यादा राज्यों में 100 करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपी को STF प्रयागराज यूनिट ने अरेस्ट कर लिया है। JKV मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के निदेशक ज्ञानेश पाठक की तलाश में यूपी पुलिस के साथ STF की टीमें ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी थीं। बुधवार रात STF प्रयागराज यूनिट ने नागपुर से उसे पकड़ा है। शातिर ज्ञाने​​​​​​श पाठक प्रयागराज का रहने वाला है। उसके ऊपर बरेली में 25 हजार रुपए, जबकि उत्तराखंड में 50 हजार रुपए का इनाम था। उस पर यूपी, राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में 39 मुकदमे धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में दर्ज हैं। ज्ञाने​​​​​​श पाठक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किया है। LLB के अलावा उसने जर्नलिज्म कोर्स भी किया है। इसके बाद वह 2012 में लखनऊ जाकर रहने लगा। पिता किसानी के साथ चायपत्ती का कारोबार करते हैं। एक लाख पर 7 हजार महीने में मुनाफे का लालच दिया
शातिर ज्ञाने​​​​​​श पाठक ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और कई अन्य राज्यों में नेटवर्क फैलाया। JKV मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड बनाया। इसके बाद लोगों को इनवेस्ट करने के लिए प्रेरित किया। करीब 159 लोगों को हर महीने फायदा देता रहा। कहा- इन कंपनी में निवेश करने से प्रति लाख सात हजार रुपए महीने का मुनाफा होगा। कइयों को फायदा होने के बाद लोग झांसे में आते गए। सालभर में 20-25 करोड़ का भुगतान किया
सोसाइटी की राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और अन्य राज्यों में सौ से अधिक ब्रांच खोलीं। साल 2018-19 में व्यक्तियों के पैसों का भुगतान करीब 20 से 25 करोड़ रुपए किया। लेकिन साल 2019-20 से सोसाइटी ने पैसों का भुगतान नहीं किया। जिन्होंने पैसे लगाए, उनके पैसे फंस गए। 100 करोड़ रुपए का गबन कर फरार हुआ
जब लोगों के पैसे फंसे तो उन्होंने विरोध जताया। फिर लोगों को सोसाइटी की ओर से झूठा आश्वासन दिया जाता रहा कि आप लोगों का पैसा वापस कर दिया जाएगा। साल बीतता गया, लेकिन किसी भी व्यक्ति का पैसा वापस नहीं आया। सोसाइटी ने लगभग 100 करोड़ रुपए का गबन किया, सभी सदस्य फरार हो गए। ज्ञानेश के पास से 2 मोबाइल फोन बरामद
STF के मुताबिक, गिरफ्तारी के लिए लगी टीम को पता चला कि ज्ञानेश पाठक महाराष्ट्र के नागपुर क्षेत्र में कहीं छिपकर रह रहा है। फिर एक टीम बनाकर मुंबई के लिए रवाना किया गया। STF टीम ने नागपुर के हुडकेश्वर में इन्द्रप्रस्थ नगर, साई मंदिर के पास से ज्ञानेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 2 मोबाइल फोन बरामद हुआ है। गिरफ्तार ठग ज्ञानेश पाठक को थाना किला जनपद बरेली में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार कर नागपुर की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पाकर थाना किला, बरेली में दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। ये भी पढ़ें:- 400 करोड़ की ठगी में लखनऊ-नोएडा में छापेमारी, प्रयागराज से फरार आरोपी पति-पत्नी प्रयागराज में 400 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में फरार कंपनी के एमडी अभिषेक द्विवेदी और उसकी पत्नी निहारिका की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू हो गई है। मंगलवार को प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ और नोएडा में छापेमारी की। अभिषेक के एक करीबी से पूछताछ के बाद यह छापेमारी की गई है। हालांकि पुलिस की एक टीम लालगोपालगंज भी पहुंची है। करोड़ों की इस ठगी का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। इसलिए पुलिस टीमें फरार आरोपियों की तलाश में दिन-रात एक किए हैं। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर