भास्कर न्यूज। लुधियाना। बोर्ड एग्जाम का समय बच्चों के लिए बेहद तनावपूर्ण होता है। पढ़ाई का प्रेशर, अच्छे नंबर लाने की चिंता और लगातार घंटों तक पढ़ाई करने से मानसिक और शारीरिक थकान हो सकती है। योग गुरु के मुताबिक योगासन बच्चों की मदद कर सकते हैं, जिससे न केवल उनका तनाव कम होगा, बल्कि उनका फोकस और याददाश्त भी बेहतर होगी। बच्चों के साथ योग करने से वे इसे अपनी आदत बना सकते हैं। सुबह या शाम को 15-20 मिनट का समय निकालकर योग करें। इससे उनका तनाव कम होगा और दिमाग तेज होगा। बोर्ड एग्जाम के दौरान दिमागी शांति और शारीरिक एनर्जी बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि वे बेहतर परफॉर्म कर सकें। {अनुलोम-विलोम : यह एक प्राणायाम तकनीक है, जो बच्चों के दिमाग को शांत करने में मदद करती है। इसे करने से ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है और तनाव कम होता है। {ध्यान : सिर्फ 10-15 मिनट का ध्यान बच्चों को गहरी मानसिक शांति दे सकता है। यह मन को स्थिर करता है, याददाश्त बढ़ाता है और तनाव को दूर करता है। बालासन : लंबे समय तक पढ़ाई करने से शरीर में अकड़न आ जाती है, जिससे बैक पेन और थकान महसूस होती है। बालासन करने से शरीर को रिलैक्स मिलता है और दिमाग शांत होता है। {वृक्षासन : यह योगासन बैलेंस बनाने में मदद करता है और मानसिक स्थिरता को बढ़ाता है। इसे करने से बच्चों का ध्यान बढ़ता है, जिससे वे पढ़ाई पर बेहतर फोकस कर पाते हैं। {भ्रामरी प्राणायाम : इसे ह्यूमिंग बी ब्रीदिंग भी कहा जाता है। यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है और तनाव को दूर करता है। परीक्षा के दौरान अगर बच्चा बहुत ज्यादा घबराहट महसूस कर रहा है, तो भ्रामरी करने से उसे तुरंत राहत मिलेगी। {शवासन : यह सबसे आसान लेकिन असरदार योगासन है। इसे करने से शरीर और दिमाग पूरी तरह से शांत होता है, जिससे पढ़ाई के प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। {सूर्य नमस्कार : यह 12 योगासनों का एक क्रम है, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है। इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है और दिमाग एक्टिव रहता है। { सेतुबंधासन : लंबे समय तक बैठकर पढ़ाई करने से बच्चों की कमर और गर्दन में दर्द हो सकता है। सेतुबंधासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, जिससे थकान कम होती है और एकाग्रता बढ़ती है। {पवनमुक्तासन : यह आसन पाचन तंत्र को बेहतर करता है, जिससे पेट की दिक्कतें दूर होती हैं। परीक्षा के दौरान कई बच्चे टेंशन में पेट खराब होने की शिकायत करते हैं। यह योगासन उन्हें आराम देगा। {उत्तानासन : यह आसन दिमाग में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर मानसिक थकान को कम करता है। इसे करने से स्ट्रेस कम होता है और बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है। भास्कर न्यूज। लुधियाना। बोर्ड एग्जाम का समय बच्चों के लिए बेहद तनावपूर्ण होता है। पढ़ाई का प्रेशर, अच्छे नंबर लाने की चिंता और लगातार घंटों तक पढ़ाई करने से मानसिक और शारीरिक थकान हो सकती है। योग गुरु के मुताबिक योगासन बच्चों की मदद कर सकते हैं, जिससे न केवल उनका तनाव कम होगा, बल्कि उनका फोकस और याददाश्त भी बेहतर होगी। बच्चों के साथ योग करने से वे इसे अपनी आदत बना सकते हैं। सुबह या शाम को 15-20 मिनट का समय निकालकर योग करें। इससे उनका तनाव कम होगा और दिमाग तेज होगा। बोर्ड एग्जाम के दौरान दिमागी शांति और शारीरिक एनर्जी बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि वे बेहतर परफॉर्म कर सकें। {अनुलोम-विलोम : यह एक प्राणायाम तकनीक है, जो बच्चों के दिमाग को शांत करने में मदद करती है। इसे करने से ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है और तनाव कम होता है। {ध्यान : सिर्फ 10-15 मिनट का ध्यान बच्चों को गहरी मानसिक शांति दे सकता है। यह मन को स्थिर करता है, याददाश्त बढ़ाता है और तनाव को दूर करता है। बालासन : लंबे समय तक पढ़ाई करने से शरीर में अकड़न आ जाती है, जिससे बैक पेन और थकान महसूस होती है। बालासन करने से शरीर को रिलैक्स मिलता है और दिमाग शांत होता है। {वृक्षासन : यह योगासन बैलेंस बनाने में मदद करता है और मानसिक स्थिरता को बढ़ाता है। इसे करने से बच्चों का ध्यान बढ़ता है, जिससे वे पढ़ाई पर बेहतर फोकस कर पाते हैं। {भ्रामरी प्राणायाम : इसे ह्यूमिंग बी ब्रीदिंग भी कहा जाता है। यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है और तनाव को दूर करता है। परीक्षा के दौरान अगर बच्चा बहुत ज्यादा घबराहट महसूस कर रहा है, तो भ्रामरी करने से उसे तुरंत राहत मिलेगी। {शवासन : यह सबसे आसान लेकिन असरदार योगासन है। इसे करने से शरीर और दिमाग पूरी तरह से शांत होता है, जिससे पढ़ाई के प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। {सूर्य नमस्कार : यह 12 योगासनों का एक क्रम है, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है। इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है और दिमाग एक्टिव रहता है। { सेतुबंधासन : लंबे समय तक बैठकर पढ़ाई करने से बच्चों की कमर और गर्दन में दर्द हो सकता है। सेतुबंधासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, जिससे थकान कम होती है और एकाग्रता बढ़ती है। {पवनमुक्तासन : यह आसन पाचन तंत्र को बेहतर करता है, जिससे पेट की दिक्कतें दूर होती हैं। परीक्षा के दौरान कई बच्चे टेंशन में पेट खराब होने की शिकायत करते हैं। यह योगासन उन्हें आराम देगा। {उत्तानासन : यह आसन दिमाग में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर मानसिक थकान को कम करता है। इसे करने से स्ट्रेस कम होता है और बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है। पंजाब | दैनिक भास्कर
