आज 25 सितंबर को योगी सरकार के साढ़े सात साल पूरे हो रहे हैं। जिस यूपी से देश की सियासत तय होती है, वहां के सबसे ज्यादा और लगातार सीएम बनने का रिकॉर्ड योगी के नाम दर्ज हो गया। पहली बार यूपी में प्रचंड बहुमत से भाजपा का कोई मुख्यमंत्री दूसरा कार्यकाल पूरा करने की ओर बढ़ रहा है। योगी के बुलडोजर, लव जिहाद पर बने कानून जैसे मॉडल को दूसरे राज्यों ने लागू किया। प्रधानमंत्री मोदी के बाद भाजपा में योगी की चर्चा होने लगी है। आज पढ़िए नए रिकॉर्ड, योगी के एक्शन, बदलाव और इमेज से जुड़ी बातें… पार्ट-1 पढ़ें… योगी सरकार 2.0 के ढाई साल, हार्ड हिंदुत्व का मैसेज, माफिया का सफाया; मोदी ने भी योगी मॉडल लागू किया योगी सरकार 2.0 के ढाई साल 25 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। दूसरी बार प्रचंड बहुमत से लौटे योगी इन ढाई साल में और ताकतवर हो गए। मोदी के बाद उनकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है। चुनाव में दूसरे स्टेट में उनकी सभाओं की मांग होती है। उनकी योजनाओं को मोदी सरकार से लेकर दूसरे राज्यों ने अपनाया। योगी सरकार 2.0 को ढाई साल में कहां-कहां कामयाबी मिली… पार्ट-2 पढ़ें… योगी सरकार 2.0, कैसे रहे ढाई साल, रोजगार और पेपर लीक पर युवाओं का गुस्सा; लोकसभा में सीटें आधी रह गईं सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल के ढाई साल 25 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। इस दौरान योगी के सामने कई चुनौतियां आईं। सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का बना। पेपर लीक और कोर्ट में भर्तियों के फंसने की वजह से युवाओं का गुस्सा झेलना पड़ा। इसी कार्यकाल में लोकसभा चुनाव हुए और भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। 2019 में भाजपा के 62 सांसद थे, जो 2024 में घटकर 33 रह गए। योगी सरकार 2.0 को ढाई साल में कहां-कहां से चुनौती मिली… आज 25 सितंबर को योगी सरकार के साढ़े सात साल पूरे हो रहे हैं। जिस यूपी से देश की सियासत तय होती है, वहां के सबसे ज्यादा और लगातार सीएम बनने का रिकॉर्ड योगी के नाम दर्ज हो गया। पहली बार यूपी में प्रचंड बहुमत से भाजपा का कोई मुख्यमंत्री दूसरा कार्यकाल पूरा करने की ओर बढ़ रहा है। योगी के बुलडोजर, लव जिहाद पर बने कानून जैसे मॉडल को दूसरे राज्यों ने लागू किया। प्रधानमंत्री मोदी के बाद भाजपा में योगी की चर्चा होने लगी है। आज पढ़िए नए रिकॉर्ड, योगी के एक्शन, बदलाव और इमेज से जुड़ी बातें… पार्ट-1 पढ़ें… योगी सरकार 2.0 के ढाई साल, हार्ड हिंदुत्व का मैसेज, माफिया का सफाया; मोदी ने भी योगी मॉडल लागू किया योगी सरकार 2.0 के ढाई साल 25 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। दूसरी बार प्रचंड बहुमत से लौटे योगी इन ढाई साल में और ताकतवर हो गए। मोदी के बाद उनकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है। चुनाव में दूसरे स्टेट में उनकी सभाओं की मांग होती है। उनकी योजनाओं को मोदी सरकार से लेकर दूसरे राज्यों ने अपनाया। योगी सरकार 2.0 को ढाई साल में कहां-कहां कामयाबी मिली… पार्ट-2 पढ़ें… योगी सरकार 2.0, कैसे रहे ढाई साल, रोजगार और पेपर लीक पर युवाओं का गुस्सा; लोकसभा में सीटें आधी रह गईं सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल के ढाई साल 25 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। इस दौरान योगी के सामने कई चुनौतियां आईं। सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का बना। पेपर लीक और कोर्ट में भर्तियों के फंसने की वजह से युवाओं का गुस्सा झेलना पड़ा। इसी कार्यकाल में लोकसभा चुनाव हुए और भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। 2019 में भाजपा के 62 सांसद थे, जो 2024 में घटकर 33 रह गए। योगी सरकार 2.0 को ढाई साल में कहां-कहां से चुनौती मिली… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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आगरा में बैठकर 110 करोड़ की ठगी:IDFC बैंक का टीम लीडर देता था इन्फॉर्मेशन; विदेशी एक क्लाइंट पर देते थे 25% कमीशन
आगरा में बैठकर 110 करोड़ की ठगी:IDFC बैंक का टीम लीडर देता था इन्फॉर्मेशन; विदेशी एक क्लाइंट पर देते थे 25% कमीशन डिजीटल अरेस्ट और आईपीओ में इनवेस्ट कराने के नाम पर ठगी का गोरखधंधा चल रहा है। आगरा में पकड़ गए साइबर ठगों ने पूरे देश में अब तक 239 से 110 करोड़ की ठगी की है। पूछताछ में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। ये लाेग पहले डराते हैं। अगर इससे काम नहीं बना, तो शेयर के नाम पर ठगते हैं। इनके आका सारा पैसे अपने अकाउंट में मंगवाते थे। इसके बाद उसे विदेशी करेंसी में बदलकर भेज देते थे। इसमें एक IDFC बैंक दिल्ली का एक टीम लीडर भी शामिल था। विस्तार से जानिए पूरा मामला… विदेश से नेटवर्क हो रहा ऑपरेट
ठगी का सारा खेल विदेशों से चल रहा है। दुबई, वियतनाम, कंबोडिया, हांगकांग में इनके आका रहते हैं। वहां से ये लोगों को कॉल करते हैं। इसके बाद किसी को ह्यूमन ट्रैफिकिंग, तो किसी को रेप जैसे मामले में फंसाने का डर दिखाकर डिजीटल अरेस्ट करते हैं। अब नया तरीका शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमवाने का लालच दिखाकर ठगने का है। आगरा में पिछले दिनों में इन्होंने ऐसे ही दो लोगों को अपना शिकार बनाया। भारत में बना रखे हैं एजेंट
पकडे़ गए आरोपियों ने पुलिस को बताया-वो लोग विदेशों से ठगी करने वाले गैंग के एजेंट हैं। उनका मुखिया नेपाल निवासी प्रेम साउद है। वो यहां पर एजेंट बनाता है। उसका काम केवल रुपए ट्रांसफर कराने के लिए बैंक अकाउंट खुलवाने का है। ये लोग गरीब और मजदूर किस्म के लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। उनके अकाउंट खुलवाकर उसका एक्सेस अपने पास ले लेते हैं। अकाउंट खुलवाने के एवज में उन्हें रुपए देते हैं। इसके बाद इन अकाउंट का प्रयोग ठगी की रकम को ट्रांसफर कराने में करते हैं। एक ठगी पर मिलता है 25% कमीशन
आरोपियों ने पूछताछ में बताया-विदेशों से जब ठगी होती है, तो रकम खाते में आती है। इनका काम होता है कि उस रकम को ये विदेशी करेंसी में बदलवा कर उसे ठगों को ट्रांसफर करते हैं। इसके एवज में इन्हें 20 से 25% का कमीशन मिलता है। बैंक कर्मियों को भी किया है गैंग में शामिल
प्रेम साउद ने बैंक खाते खुलवाने के लिए अपनी टीम में बैंक कर्मी में शामिल किए हैं। पकडे़ गए 5 लोगों में फर्रुखाबाद का रहने वाला अश्विनी भी है। अश्विनी आईडीएफसी बैंक दिल्ली में टीम लीडर के रूप में काम करता था। उसका काम बैंक अकाउंट खुलवाने में प्रेम साउद की मदद करना था। वो बिना वैरिफिकेशन के खाते खुलवा देता था। इसके एवज में 5 हजार रुपए लेता था। प्रेम साउद कबूतरबाज भी है
एजेंटों का लीडर नेपाल निवासी प्रेम साउद बेहद शातिर है। वो नेपाल में रहकर लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। उसने पुलिस को बताया कि वो करीब 500 लोगों को अलग-अलग देशों में भेज चुका है। 2015 में वो दिल्ली आया था। उसका एक दोस्त विदेश में रहकर साइबर क्राइम गिरोह से जुड़ा है। उसके कहने पर ही उसने यहां के बैंक अकाउंट उसे बेचना शुरू किया। वो ऐसे लोगों को तलाशता है, जिनको रुपए की जरूरत होती है। ऐसे ही एक व्यक्ति इमरान के खाते में 10 करोड़ रुपए जमा करवाए। ये पकडे़ गए
पुलिस ने अशोक विहार गाजियाबाद के इमरान, नांगलोई दिल्ली के प्रेम साउद, रोहिणी दिल्ली के रवि कुमार, बिहार के अकबर और फर्रुखाबाद के अश्विनी कुमार को गिरफ्तार किया था। नेपाली सरगना प्रेम साउद ने अपना आधार कार्ड हरियाणा का बनवा रखा है। आधार कार्ड में अपना पता केशव मोड़, गली 5ए, शास्त्री नगर जिला रोहतक दे रखा है। पासपोर्ट नेपाल के पते पर है। नेपाल में उसका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं होने के चलते वह आराम से देश-विदेश की यात्राएं करता है। इससे जुड़ी खबर पढ़ें:- आगरा में 5 साइबर ठग गिरफ्तार : आईपीओ के नाम पर 18 लाख की ठगी की थी आगरा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले एक इंटरनेशनल गैंग को पकड़ा है। इस गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवकों ने एक व्यक्ति से 18 लाख की ठगी की थी। पुलिस को इस गिरोह के पास 85 बैंक अकाउंट मिले हैं। इन खातों में 110 करोड़ की रकम ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पढ़ें पूरी खबर
यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी से छात्रों में नाराजगी, विरोध की आशंका के बीच पुलिस फोर्स तैनात
यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी से छात्रों में नाराजगी, विरोध की आशंका के बीच पुलिस फोर्स तैनात <p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News Today:</strong> वाराणसी स्थित 115 साल पुराने उदय प्रताप कॉलेज हालिया दिनों वक्फ बोर्ड ने अपनी संपत्ति घोषित करते हुए नोटिस जारी करने की खबर सामने आई थी. इस घटना के बाद उदय प्रताप कॉलेज के स्टॉफ और छात्रों में काफी नाराजगी है. बीते शुक्रवार (29 नवंबर) को छात्रों के एक दल ने कॉलेज परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या को सीमित करने की मांग की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उदय प्रताप कॉलेज में छात्रों की नाराजगी के और विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. सोमवार (2 दिसंबर) को भी कॉलेज नियत समय के अनुसार खुला. इस दिन दौरान छात्र कॉलेज आते जाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं, लेकिन छात्रों के विरोध प्रदर्शन के संकेत मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला? </strong><br />दरअसल, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वक्फ बिल संशोधन की संभावनाओं के बीच वाराणासी स्थित सौ साल से भी अधिक पुराने उदय प्रताप कॉलेज को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें कॉलेज को वक्फ बोर्ड की संपत्ति होने का दावा किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उदय प्रताप कॉलेज की जमीन पर मालिकाना हक जताते हुए इसे सुन्नी वक्फ बोर्ड से अटैच होने की बात कही गई है. वक्फ बोर्ड की इस दावे के बाद बवाल खड़ा हो गया. उदय प्रताप कॉलेज के छात्रों और स्टाफ ने इस पर आपत्ति जताई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>15 हजार छात्र हैं रजिस्टर्ड</strong><br />वाराणसी के भोजूबीर क्षेत्र में स्थित उदय प्रताप कॉलेज की स्थापना महाराजा राजर्षि सिंह जू देव ने 1909 में की थी. यहां के परिसर में उदय प्रताप इंटर कॉलेज, रानी मुरार बालिका इंटर कॉलेज, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट कॉलेज साथ ही उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज संचालित किया जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सभी संस्थानों को मिलाकर यहां पर कुल 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. कालेज परिसर में घुसते ही तकरीबन 100 मीटर की दूरी पर एक मस्जिद स्थित है. इसमें आसपास के लोग नमाज अदा करने जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2018 में वक्फ ने भेजा था नोटिस</strong><br />साल 2018 में भोजूबीर के रहने वाले एक व्यक्ति ने लखनऊ स्थित वक्फ बोर्ड कार्यालय को एक आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने कॉलेज की संपत्ति को वक्फ की प्रॉपर्टी बताया था. इस आवेदन के आधार पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस नोटिस का जवाब देते हुए उदय प्रताप कालेज प्रबंधन के जरिये कहा गया कि मस्जिद अवैध तरीके से बनी है. मस्जिद के कोई कागजात नहीं है, जबकि कॉलेज की संपत्ति इंडाउमेंट ट्रस्ट की है जो जमीन न खरीदी जा सकती है न ही बेची जा सकती है. विवादों के बीच मामला एक बार फिर सुर्खियों में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Agra Crime News: मासूम की अपहरण के बाद हत्या, घर के पास ही बोरे में बंद मिला शव, जांच में जुटी पुलिस” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-innocent-child-kidnapped-and-murdered-body-found-sack-near-the-house-police-engaged-in-investigation-ann-2834769″ target=”_blank” rel=”noopener”>Agra Crime News: मासूम की अपहरण के बाद हत्या, घर के पास ही बोरे में बंद मिला शव, जांच में जुटी पुलिस</a></strong></p>
Samastipur Lok Sabha Election Result 2024: बिहार की शांभवी चौधरी बनीं देश की सबसे कम उम्र की सांसद, मिले बंपर वोट
Samastipur Lok Sabha Election Result 2024: बिहार की शांभवी चौधरी बनीं देश की सबसे कम उम्र की सांसद, मिले बंपर वोट <p style=”text-align: justify;”><strong>Samastipur Lok Sabha Election Result 2024:</strong> समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर एलजेपी आर की प्रत्याशी शांभवी चौधरी ने जीत दर्ज की है. इस चुनाव में शांभवी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के सन्नी हजारी को काफ़ी बड़े अंतर से हराते हुए देश की सबसे कम उम्र की और समस्तीपुर लोकसभा की पहली महिला सांसद बन गई हैं. शांभवी को एक लाख 87 हजार 537 वोट से जीत मिली है. अपनी जीत को लेकर शांभवी ने समस्तीपुर की जनता को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया. साथ ही कहा कि इतना जरूर हम वादा करेंगे कि उन्होंने सही फैसला लिया है और उनकी हर उम्मीदों पर हम खरा उतरने का प्रयास करेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आगे उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि 5 हजार से जीते, 10 हजार से जीते वह भी जीत होती है, लेकिन समस्तीपुर की जनता ने हमें इतने बड़े मार्जिन 2 लाख वोट से जीत दर्ज कराई है. यह सिर्फ चुनावी जीत नहीं है. हम मानते हैं कि लोगों ने हमें दिल में जगह दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>समस्तीपुर ने हमें बेटी मान लिया- शांभवी चौधरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शांभवी चौधरी ने कहा कि जब हम आए थे तो हमने कहा था कि हम बेटी के रूप में आए हैं. बेटी के रूप में आशीर्वाद दीजिए. आज हम कह सकते हैं कि समस्तीपुर ने हमें बेटी मान लिया है. मोदी जी के नेतृत्व में समस्तीपुर की जनता विश्वास करती है. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. हमारी पार्टी का बिहार में सौ प्रतिशत स्ट्राइक रेट है. 5 में से 5 सीट लाई है. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिहार की जनता को चिराग भैया में पोटेंशियल लीडर दिखता है. उनके नेतृत्व में हम आगे बढ़ना चाहते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>निर्वाचित सांसद ने आगे कहा कि बहुत तरह की अफवाहें फैलाई गईं. जेडीयू में टूट है, पार्टी में टूट है पर यह भी देखने की जरूरत है कि 5-10 हजार या 25 हजार वोट नहीं यह भारी आकड़ा है. सबने मिलकर ऐसा माहौल बनाया कि समस्तीपुर से हेलीकॉप्टर जीते. सौभाग्य है मेरा कि सबसे कम उम्र की सांसद बने हैं. इतने भारी मतों से जीते हैं, उससे भी खुशी की बात है कि यह सौभाग्य हमें समस्तीपुर की धरती से मिला है जहां से जननायक कर्पूरी ठाकुर जी आते हैं. जो आशा व अपेक्षाएं यहां की जनता को हमसे है उसकी मान सम्मान के लिए हम काम करेंगे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/lalu-yadav-daughter-misa-bharti-defeated-ram-kripal-yadav-from-pataliputra-in-bihar-elections-result-2024-ann-2707619″>Bihar Elections Result 2024: पिता के सपनों को बेटी ने किया पूरा, कभी पाटलिपुत्र से हारे थे लालू यादव, मीसा भारती ने दर्ज की जीत</a></strong></p>