यूपी विधानसभा चुनाव की वोटिंग में अब सिर्फ 6 दिन बचे हैं। सीएम योगी ने गुरुवार को झारखंड में बटेंगे तो कटेंगे बयान दोहराया। कहा- बंटे तो कांग्रेस, झामुमो व राजद जाति के नाम पर मुंडा को संथाल, पासवान को मुसहर से लड़ाएगी। हम बंटे थे तो पाकिस्तान व बांग्लादेश बन गया। इसलिए एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। योगी ने कहा- हम छेड़ेंगे नहीं, पर छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। ये लोग बेटी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करेंगे। आपके रोजगार पर डाका डालकर रोटी की समस्या खड़ी करेंगे। लव जिहाद से आपकी जमीन पर कब्जा करेंगे। हम हरगिज यह सब नहीं होने देंगे। ये सभी एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इधर, चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कहा- मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से सपा प्रत्याशी सुम्बूल राणा और पूर्व सांसद कादिर राणा के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज कर उन्हें प्रचार से रोका जा रहा। 16 नवंबर को अखिलेश की सभा है, उसमें समर्थकों को शामिल होने से रोका जा रहा। सपा के बागी विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सीएम योगी की तारीफ की। कहा- सीएम सनातन की रक्षा कर रहे हैं। सपा विधायक से पहले राम का भक्त हूं। राम ही हमारा उद्धार करेंगे। दिनभर की अपडेट्स जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी विधानसभा चुनाव की वोटिंग में अब सिर्फ 6 दिन बचे हैं। सीएम योगी ने गुरुवार को झारखंड में बटेंगे तो कटेंगे बयान दोहराया। कहा- बंटे तो कांग्रेस, झामुमो व राजद जाति के नाम पर मुंडा को संथाल, पासवान को मुसहर से लड़ाएगी। हम बंटे थे तो पाकिस्तान व बांग्लादेश बन गया। इसलिए एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। योगी ने कहा- हम छेड़ेंगे नहीं, पर छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। ये लोग बेटी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करेंगे। आपके रोजगार पर डाका डालकर रोटी की समस्या खड़ी करेंगे। लव जिहाद से आपकी जमीन पर कब्जा करेंगे। हम हरगिज यह सब नहीं होने देंगे। ये सभी एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इधर, चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कहा- मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से सपा प्रत्याशी सुम्बूल राणा और पूर्व सांसद कादिर राणा के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज कर उन्हें प्रचार से रोका जा रहा। 16 नवंबर को अखिलेश की सभा है, उसमें समर्थकों को शामिल होने से रोका जा रहा। सपा के बागी विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सीएम योगी की तारीफ की। कहा- सीएम सनातन की रक्षा कर रहे हैं। सपा विधायक से पहले राम का भक्त हूं। राम ही हमारा उद्धार करेंगे। दिनभर की अपडेट्स जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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UP विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने 5 सीटें मांगी:अजय राय बोले- सभी 10 सीटों पर INDI अलायंस जीतेगी, इस बार भी भाजपा की हवा निकल जाएगी
UP विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने 5 सीटें मांगी:अजय राय बोले- सभी 10 सीटों पर INDI अलायंस जीतेगी, इस बार भी भाजपा की हवा निकल जाएगी यूपी विधानसभा उप चुनाव में INDI अलायंस के तहत कांग्रेस ने 5 सीटें मांगी हैं। इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अयोध्या में कहा- हमने INDI अलायंस से 5 सीटों की मांग की है। सभी 10 सीटों पर INDI अलायंस की जीत होनी तय है। उन्होंने कहा- भाजपा का दावा हवा-हवाई है। लोकसभा चुनाव में 80 की 80 सीटों पर भाजपा जीतने का दावा कर रही थी। इस बार भी भाजपा के दावों की हवा निकल जाएगी। डंके की चोट पर गठबंधन 10 की 10 सीट जीतने जा रही है। हमने 5 सीटों का दावा किया है, फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। गठबंधन प्रत्याशी को जिताने में पूरी ताकत से जुटें
मंगलवार दोपहर सुल्तानपुर से बस्ती जाते समय अयोध्या में अजय राय का स्वागत हुआ। अवध विश्वविद्यालय के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में उनका जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुखातिब होकर अपील की है कि वह उप चुनाव में गठबंधन प्रत्याशी को विजय बनाने में पूरी ताकत से जुटें। सभी गरीब,पीड़ित और जरूरतमंदों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनें और शासन-प्रशासन से लड़कर उन्हें उनका हक दिलाएं। हर हाल में दिसंबर तक चुनाव कराना जरूरी
करहल के पूर्व विधायक अखिलेश यादव, कटेहरी के पूर्व विधायक लालजी वर्मा, मिल्कीपुर के पूर्व विधायक अवधेश प्रसाद, फूलपुर के पूर्व विधायक प्रवीण पटेल, मझवां के पूर्व विधायक डॉ. विनोद बिंद, कुंदरकी के पूर्व विधायक जियाउर्रहमान बर्क, मीरापुर के पूर्व विधायक चंदन चौहान, खैर के पूर्व विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि और गाजियाबाद के पूर्व विधायक अतुल गर्ग 4 जून को सांसद चुने गए थे। अधिकतर ने जून के दूसरे सप्ताह तक विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक हाजी इरफान सोलंकी को 7 जून को सात साल की सजा हो गई थी। इसके बाद सीसामऊ सीट भी खाली हो गई थी। ऐसे में 6 महीने के अंदर यानी दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक इन सभी 10 सीटों पर उपचुनाव कराना अनिवार्य है। उपचुनाव तय करेंगे यूपी की राजनीतिक दिशा
उपचुनाव वाली सीटों में अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकरनगर की कटेहरी भी शामिल है। इन दोनों सीटों के चुनाव परिणाम से पूरे प्रदेश और देश में राजनीतिक संदेश जाएगा। जानकारों का मानना है कि उपचुनाव के नतीजे यूपी की राजनीति की दिशा तय करेंगे। इसीलिए भाजपा की तरफ से इन दोनों सीटों को जिताने की जिम्मेदारी खुद सीएम योगी ने संभाल रखी है। आखिर में पढ़िए राजनीतिक दल किस तरह तैयारी कर रहे
NDA : उपचुनाव में 10 सीटों में से मीरापुर सीट पर NDA के सहयोगी रालोद की ओर से प्रत्याशी उतारा जाएगा। निषाद पार्टी भी कटेहरी और मझवां सीट की मांग कर रही थी। लेकिन, भाजपा से कोई संकेत नहीं मिलने के बाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी है। हालांकि, भाजपा संजय निषाद को मनाने की कोशिश में जुटी है। निषाद पार्टी को गठबंधन में 2 सीटें देने पर सहमति नहीं बनी, तो भाजपा 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यही वजह है, भाजपा ने उपचुनाव की जोर-शोर से तैयारी शुरू कर दी है। सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन दो-दो सीटों की कमान संभाल रहे हैं। सभी ने अपने-अपने हिस्से की सीट पर दौरा कर भी लिया है। साथ ही सीएम योगी ने 30 मंत्रियों की टीम भी उतारी है। भाजपा की ओर से भी हर सीट पर एक-एक प्रभारी तैनात किए गए हैं। समाजवादी पार्टी : लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित सपा भी उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव साफ कर चुके हैं, संविधान और आरक्षण के साथ PDA के मुद्दे पर ही पार्टी चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने मिल्कीपुर, कटेहरी, मझवां, करहल, फूलपुर और सीसामऊ सीट पर चुनाव प्रभारी घोषित कर दिए हैं। बसपा : बहुजन समाज पार्टी ने भी सभी 10 सीटों पर उपचुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पार्टी की ओर से 2 सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित कर दिए गए हैं। यह पहला मौका है, जब बसपा उपचुनाव लड़ेगी। कांग्रेस : उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी इंडी गठबंधन के तहत सपा के साथ चुनाव लड़ेगी या सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे, यह तय होना अभी बाकी है। ये भी पढ़ें:- 4 करोड़ की पड़ी IIT-BHU गैंगरेप के आरोपियों की जमानत: घर-प्लाट के कागज लगे, रिश्तेदारों ने मुंह मोड़ा IIT-BHU गैंगरेप कांड के आरोपी कुणाल पांडे और आनंद अभिषेक चौहान जेल से बाहर आ गए। लेकिन, उनको बाहर लाने में परिवार वालों ने अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी। कोर्ट ने भले ही 1-1 लाख रुपए के जमानतदार मांगे। लेकिन, अभिषेक और कुणाल के मां-पिता और रिश्तेदारों ने करीब 4 करोड़ की प्रॉपर्टी के कागज जमा किए। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास एक लाख वैल्यू की कोई संपत्ति या एसेट नहीं था। इसको कोर्ट के सामने लाने में परिवार वालों को 60 दिन लगे। पढ़ें पूरी खबर…
हरियाणा के कर्मचारियों को बड़ा फायदा:परिवार को भी मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ, रजिस्ट्रेशन हुए शुरू
हरियाणा के कर्मचारियों को बड़ा फायदा:परिवार को भी मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ, रजिस्ट्रेशन हुए शुरू हरियाणा सरकार ने अब कौशल रोजगार निगम के कर्मचारियों और उनके परिजनों को आयुष्मान योजना का फायदा देने का फैसला किया है। इसके लिए पंजीकरण शुरू हो चुके हैं कर्मी अपना कार्ड बनवा सकते हैं। इसकी घोषणा पहले ही हो चुकी थी, लेकिन शुरुआत अब कर दी गई है। कार्ड बनवाने के लिए डाटा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। हरियाणा में सवा लाख से ज्यादा कर्मचारी हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों की आय 1 लाख 80 हजार से अधिक है। चिरायु योजना 1 लाख 80 हजार से कम आय वाले परिवारों के लिए थी। लेकिन सरकार ने कर्मचारियों की सुविधा को बढ़ाते हुए कौशल रोजगार के कर्मचारियों को इस योजना में शामिल किया गया है। पात्र कर्मचारी ऑनलाइन या नजदीकी अटल सेवा केन्द्रों से अपना और अपने परिवार के सदस्यों का आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बना सकता हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत कौशल रोजगार के कर्मचारियों और उनके परिवारों का डाटा आयुष्मान भारत के बेनिफिशियरी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। इस योजना के तहत योग्य कर्मचारी और उनके परिवार 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।
बस्तर गोंचा महापर्व में निभाई गई 56 भोग की रस्म, इन खास मिठाइयों से भगवान जगन्नाथ को लगाया गया भोग
बस्तर गोंचा महापर्व में निभाई गई 56 भोग की रस्म, इन खास मिठाइयों से भगवान जगन्नाथ को लगाया गया भोग <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Goncha Mahaparv:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर में मनाए जाने वाले गोंचा महापर्व के 21 वें दिन भगवान जगन्नाथ स्वामी, बलभद्र और देवी सुभद्रा को 56 भोग लगाया गया, और भव्य आरती का आयोजन हुआ, इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में मौजूद रहे, दरअसल गोंचा महापर्व में 56 भोग रस्म का अलग ही महत्व है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस रस्म में भगवान जगन्नाथ बलभद्र और देवी सुभद्रा को उड़ीसा और बस्तर में तैयार किये जाने वाले 56 अलग-अलग पकवानों का भोग लगाया जाता है, जो आकर्षण का केंद्र होता है, इस रस्म को देखने केवल बस्तर से ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों और पड़ोसी राज्य उड़ीसा के भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद होते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ओड़िसा और बस्तर के होते है खास मिठाइयां</strong><br />बस्तर गोंचा पर्व समिति के अध्यक्ष विवेक पांडे ने बताया कि परंपरा अनुसार बस्तर में मनाए जाने वाले गोंचा महापर्व में सीरासार भवन में बने जनकपुरी में 21 वें दिन पूजा अर्चना के बाद जगत स्वामी को 56 भोग लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि 56 भोग के अनुष्ठान में शामिल होने और प्रसाद ग्रहण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. छप्पन भोग में खासकर दाल, चावल ,सब्जी फल , चिल्ला, सिरा, पान, सिखरन, शूली, खीर के साथ ही अलग-अलग प्रकार के मिठाईया भोग में चढ़ाएं जाते हैं, इसमें खास बात यह होती है कि केवल बस्तर ही नहीं बल्कि उड़ीसा के भी अलग-अलग तरह के मिठाई भगवान को भोग में चढ़ाया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>15 जुलाई को मनाया जाएगा बड़ा गोंचा पर्व</strong><br />मंदिर के प्रांगण को 56 भोग से सजाया जाता है और जिसके बाद महाआरती का आयोजन होता है, 56 भोग के रस्म में अलग-अलग तरह की मिठाइयां ही खास आकर्षण का केंद्र होती है. जिसके बाद प्रसाद के रूप में सभी श्रद्धालुओं को इसे बांटा जाता है, छप्पन भोग रस्म के बाद अब आने वाले 15 जुलाई को बड़ा गोंचा पर्व मनाया जाएगा. इसमें एक बार फिर से तीनों भगवान के विग्रहों को विशालकाय रथ में रथारूढ़ कर शहर में परिक्रमा निकाली जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>56 प्रकार के भोग होते हैं आकर्षण का केंद्र</strong><br />360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ईश्वर खांबारी ने बताया कि बस्तर गोंचा महापर्व में रियासत कालीन परंपरानुसार भगवान जगन्नाथ को लगाए जाने वाले 56 भोग का बड़ा महत्व है, भगवान जगन्नाथ भगवान श्रीकृष्ण के अवतार माने जाते है. भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन पर्वत धारण करने की लीला के साथ 56 भोग को जोड़कर देखा जाता है. भगवान जगन्नाथ स्वामी को 56 भोग का अर्पण में 56 प्रकार के व्यंजन परोसे जाते हैं, जिसे छप्पन भोग कहा जाता है. भगवान जगन्नाथ को अर्पण किये जाने वाले 56 भोग में रसगुल्ले से शुरू होकर दही, चावल, पूरी, पापड़ आदि से होते हुए इलायची पर जाकर संपन्न होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”कलयुगी बेटा निकला मां और बड़े भाई का हत्यारा, जगदलपुर डबल मर्डर केस मिस्ट्री का पर्दाफाश” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/jagdalpur-double-murder-case-police-solved-murder-mystery-and-arrested-culprit-ann-2735985″ target=”_self”>कलयुगी बेटा निकला मां और बड़े भाई का हत्यारा, जगदलपुर डबल मर्डर केस मिस्ट्री का पर्दाफाश</a></strong></p>