हरियाणा में दलित समाज के व्यक्ति का यौन शोषण करने वाले HCS अधिकारी कुलभूषण बंसल पर केस दर्ज हो गया है। मामले में हिसार पुलिस ने IPC के सेक्शन 377 तहत केस दर्ज किया है। इसका कारण यह है कि जिस समय कर्मचारी का यौन शोषण हुआ, उस समय देश में नई भारतीय दंड संहिता लागू नहीं हुई थी। पीड़ित दलित समाज का है, इसलिए केस में SC-ST एक्ट और अन्य धाराओं को भी जोड़ा गया है। इससे पहले गुरुवार रात को ही HCS अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था। सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया था कि हिसार के हांसी में SDM पद पर तैनात कुलभूषण बंसल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाता है। सस्पेंशन के दौरान आरोपी HCS अधिकारी चंडीगढ़ में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी के ऑफिस में सेवाएं देंगे। आरोपी को आगाह भी किया गया है कि चीफ सेक्रेटरी की परमिशन के बिना वह हेडक्वार्टर नहीं छोड़ पाएंगे। इसके साथ ही चीफ सेक्रेटरी विवेक जोशी की ओर से एक नया ऑर्डर जारी कर हिसार के एचएसवीपी के एस्टेट ऑफिसर (EO) HCS अधिकारी राजेश कोथ को हांसी के SDM पद की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से इस पद को संभालने के आदेश मिले हैं। SDM के सस्पेंशन के आदेश की कॉपी… हांसी के नए SDM की नियुक्ति के आदेश की कॉपी… दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे
इससे पहले हरियाणा में SDM के पद पर तैनात HCS अधिकारी पर दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। पीड़ित ने SC आयोग, CM विंडो, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश को लिखित शिकायत भेजकर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की थी। दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़ित ने बताया कि वह मसाज करने का काम करता है। आरोपी अधिकारी ने मसाज करवाने के बहाने प्राइवेट पार्ट में मसाज करवाई और विरोध करने पर पिस्तौल से डराया। लेटर के साथ पीड़ित ने एक वीडियो भी उच्च अधिकारियों को भेजा है, जिसमें अधिकारी उसके साथ गलत काम करता हुआ दिख रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा कि विरोध करने पर अधिकारी उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी भी देता है। इस कारण वह काफी परेशान हो चुका है। इसके बाद हरियाणा सरकार इस मामले में एक्टिव हो गई है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट गुप्तचर विभाग के माध्यम से मंगवाई। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। पीड़ित द्वारा भेजा गया शिकायती पत्र… शिकायती लेटर की 3 बड़ी बातें 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज
शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल
करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर मुझे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी। 3- आत्महत्या की नौबत आ चुकी
अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं। इज्जत बचाने के लिए मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित बोला प्राइवेट पार्ट में करवाई मसाज
पीड़ित ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा- SDM ने मुझसे प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई। उसके बाद मेरा शोषण शुरू कर दिया। मैं कानून से मांग करता हूं कि इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इतने बड़े पद पर होते हुए इसने ऐसा गंदा काम किया है। इसे शर्म आनी चाहिए। मैं पब्लिक हेल्थ में स्वीपर के तौर पर काम करता हूं। चूंकि, इसी ने मुझे नौकरी पर लगाया था, इसलिए वह पिस्तौल दिखाकर मुझे नौकरी से हटवाने की धमकी देता था। अधिकारी मुझ पर बना रहे दबाव- पीड़ित
पीड़ित ने बताया कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं एक बार और गया था। उसके बाद मैंने जाना बंद कर दिया। मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई। अब कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। मैंने कई अधिकारियों से शिकायत की है। मैं मुख्यमंत्री के पास भी जाऊंगा, अनिल विज के पास भी जाऊंगा। अब कई अधिकारी मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रह हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। मेरी जान पर भी खतरा बना हुआ है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं और कहां जाऊं। IPS अधिकारी पर लग चुके हैं आरोप
बता दें कि 26 अक्टूबर को हरियाणा के IPS अधिकारी पर महिला पुलिस कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। महिला पुलिसकर्मियों ने इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी थी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी थे। चिट्ठी में आरोप लगाया गया था कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया और ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा। CM को लिखे पत्र में महिला पुलिसकर्मियों ने कहा था कि अगर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगी। ये खबर भी पढ़ें… 7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी, हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया हरियाणा में महिला पुलिस यौन शोषण मामले में आज महिला आयोग दूसरी बार सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने 30 अक्टूबर को इस केस की जांच अधिकारी SP आस्था मोदी को बुलाया था। आस्था मोदी ने अपने स्थान पर DSP को भेजा और जांच रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के सामने पेश की थी। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में दलित समाज के व्यक्ति का यौन शोषण करने वाले HCS अधिकारी कुलभूषण बंसल पर केस दर्ज हो गया है। मामले में हिसार पुलिस ने IPC के सेक्शन 377 तहत केस दर्ज किया है। इसका कारण यह है कि जिस समय कर्मचारी का यौन शोषण हुआ, उस समय देश में नई भारतीय दंड संहिता लागू नहीं हुई थी। पीड़ित दलित समाज का है, इसलिए केस में SC-ST एक्ट और अन्य धाराओं को भी जोड़ा गया है। इससे पहले गुरुवार रात को ही HCS अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था। सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया था कि हिसार के हांसी में SDM पद पर तैनात कुलभूषण बंसल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाता है। सस्पेंशन के दौरान आरोपी HCS अधिकारी चंडीगढ़ में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी के ऑफिस में सेवाएं देंगे। आरोपी को आगाह भी किया गया है कि चीफ सेक्रेटरी की परमिशन के बिना वह हेडक्वार्टर नहीं छोड़ पाएंगे। इसके साथ ही चीफ सेक्रेटरी विवेक जोशी की ओर से एक नया ऑर्डर जारी कर हिसार के एचएसवीपी के एस्टेट ऑफिसर (EO) HCS अधिकारी राजेश कोथ को हांसी के SDM पद की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से इस पद को संभालने के आदेश मिले हैं। SDM के सस्पेंशन के आदेश की कॉपी… हांसी के नए SDM की नियुक्ति के आदेश की कॉपी… दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे
इससे पहले हरियाणा में SDM के पद पर तैनात HCS अधिकारी पर दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। पीड़ित ने SC आयोग, CM विंडो, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश को लिखित शिकायत भेजकर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की थी। दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़ित ने बताया कि वह मसाज करने का काम करता है। आरोपी अधिकारी ने मसाज करवाने के बहाने प्राइवेट पार्ट में मसाज करवाई और विरोध करने पर पिस्तौल से डराया। लेटर के साथ पीड़ित ने एक वीडियो भी उच्च अधिकारियों को भेजा है, जिसमें अधिकारी उसके साथ गलत काम करता हुआ दिख रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा कि विरोध करने पर अधिकारी उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी भी देता है। इस कारण वह काफी परेशान हो चुका है। इसके बाद हरियाणा सरकार इस मामले में एक्टिव हो गई है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट गुप्तचर विभाग के माध्यम से मंगवाई। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। पीड़ित द्वारा भेजा गया शिकायती पत्र… शिकायती लेटर की 3 बड़ी बातें 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज
शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल
करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर मुझे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी। 3- आत्महत्या की नौबत आ चुकी
अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं। इज्जत बचाने के लिए मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित बोला प्राइवेट पार्ट में करवाई मसाज
पीड़ित ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा- SDM ने मुझसे प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई। उसके बाद मेरा शोषण शुरू कर दिया। मैं कानून से मांग करता हूं कि इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इतने बड़े पद पर होते हुए इसने ऐसा गंदा काम किया है। इसे शर्म आनी चाहिए। मैं पब्लिक हेल्थ में स्वीपर के तौर पर काम करता हूं। चूंकि, इसी ने मुझे नौकरी पर लगाया था, इसलिए वह पिस्तौल दिखाकर मुझे नौकरी से हटवाने की धमकी देता था। अधिकारी मुझ पर बना रहे दबाव- पीड़ित
पीड़ित ने बताया कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं एक बार और गया था। उसके बाद मैंने जाना बंद कर दिया। मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई। अब कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। मैंने कई अधिकारियों से शिकायत की है। मैं मुख्यमंत्री के पास भी जाऊंगा, अनिल विज के पास भी जाऊंगा। अब कई अधिकारी मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रह हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। मेरी जान पर भी खतरा बना हुआ है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं और कहां जाऊं। IPS अधिकारी पर लग चुके हैं आरोप
बता दें कि 26 अक्टूबर को हरियाणा के IPS अधिकारी पर महिला पुलिस कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। महिला पुलिसकर्मियों ने इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी थी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी थे। चिट्ठी में आरोप लगाया गया था कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया और ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा। CM को लिखे पत्र में महिला पुलिसकर्मियों ने कहा था कि अगर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगी। ये खबर भी पढ़ें… 7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी, हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया हरियाणा में महिला पुलिस यौन शोषण मामले में आज महिला आयोग दूसरी बार सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने 30 अक्टूबर को इस केस की जांच अधिकारी SP आस्था मोदी को बुलाया था। आस्था मोदी ने अपने स्थान पर DSP को भेजा और जांच रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के सामने पेश की थी। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा | दैनिक भास्कर