रईसजादों ने सिपाही को धमकाया- जानता नहीं हम कौन:लखनऊ में घसीटकर चौकी में पीटा, IPS का बेटा अब भी अज्ञात

रईसजादों ने सिपाही को धमकाया- जानता नहीं हम कौन:लखनऊ में घसीटकर चौकी में पीटा, IPS का बेटा अब भी अज्ञात

लखनऊ के हजरतगंज इलाके में 29 मई को रईसजादों ने सिपाही अर्जुन चौरसिया को पीटा था। चौकी के मंदिर में भी तोड़फोड़ की थी। घटना से एक दिन पहले 28 मई को आरोपियों ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास शराब के नशे में हंगामा किया था। गार्ड के साथ धक्का-मुक्की करते हुए उसे धमकाया था। गार्ड ने पुलिस को फोन किया तो सिपाही अर्जुन चौरसिया ही मौके पर पहुंचे थे। तब दबंगों ने सिपाही को डांटकर भगा दिया था। मारपीट की घटना के 12 दिन बाद पुलिस ने 11 जून को इस मामले की FIR को अपने पोर्टल पर अपलोड किया। इसमें न तो आरोपियों का एड्रेस लिखा, न पिता का नाम लिखा, न ही मोबाइल नंबर लिखा। इसके अलावा, साहब के बेटे को अज्ञात बता दिया। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मामला कितना हाईप्रोफाइल है। दैनिक भास्कर टीम ने पूरे मामले की पड़ताल की। घटनास्थल यानी स्टेडियम चौकी और केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उस रात क्या हुआ था, प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की तो कई राज खुले। पता चला कि इस केस में शामिल सीनियर IPS के बेटे की आरोपियों से गोमती नगर के जिम में दोस्ती हुई थी। सभी नशे के आदी हैं। वे रात में पार्टी करते थे, स्टेडियम के आसपास सड़कों पर घूमकर हंगामा करते थे। पढ़िए रिपोर्ट… सबसे पहले वो जगह जानिए, जहां पर रईसजादों ने पुलिसकर्मी की पिटाई की- घटना की रात 29 मई को क्या हुआ- प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी… स्थानीय दुकानदारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया- उस रात इनोवा में तेज म्यूजिक बज रहा था। लड़के बीच सड़क पर खड़े होकर शराब पी रहे थे। आपस में बहस कर रहे थे। इसी दौरान सिपाही अर्जुन चौरसिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने लड़कों को टोका। इस पर एक लड़के ने कहा – साइड हट, वर्दी पहन लेने से कुछ नहीं होता। उसके बाद सिपाही को पीटना शुरू कर दिया। पीटते-पीटते पुलिस चौकी तक ले गए। उसके अंदर भी बंद करके पिटाई की। चौकी के अंदर काफी तोड़-फोड़ की, यहां तक की मंदिर को भी तोड़ डाला। रईसजादे कह रहे थे कि जानता नहीं हम कौन हैं
केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास तैनात गार्ड ने बताया- यही लड़के 28 मई की रात में भी आए थे। सभी सफेद रंग की इनोवा कार में सवार थे। शराब के नशे में हुड़दंग कर रहे थे। मैंने उन्हें टोका, तो मेरे साथ धक्का-मुक्की की। बोले- जानता नहीं हम कौन हैं। उसके बाद मैंने डायल 100 पर कॉल किया तो पुलिस आई। ये वही सिपाही थे, जो एक दिन पहले भी आए, तब भी उन लड़कों ने बदतमीजी की थी। उस दिन दोबारा देखकर लड़कों ने सिपाही की पिटाई कर दी। अब रईसजादों के बारे में जानिए, जिन्होंने सिपाही की पिटाई की थी… गोमती नगर से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक सरकारी गाड़ी में करते थे पार्टी गाड़ी और पार्टी का प्लान घटना के बाद से सिपाही दहशत में, लंबी छुट्टी पर भेजा गया
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, 29 मई की रात हुई मारपीट की घटना के बाद FIR दर्ज कराने वाला सिपाही अर्जुन चौरसिया मानसिक रूप से परेशान हैं। उसने अपने अधिकारियों से कहा कि वह दहशत में है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, अर्जुन चौरसिया 28 मई को भी केडी सिंह बाबू स्टेडियम के लॉन में हुई एक अन्य मारपीट की घटना पर पहुंचे थे। इस दौरान भी IPS के बेटे और उनके दोस्तों ने उसके साथ अभद्रता की थी। लगातार दो दिनों में हुई घटनाओं से सिपाही मानसिक रूप से बेहद तनाव में हैं। ये 10 सवाल, जिसके जवाब लखनऊ पुलिस के पास नहीं हैं… गुंडा और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र भेज कर इस घटना के आरोपियों के खिलाफ गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की मांग की है। वह आज अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर जाएंगे। इसके बाद हजरतगंज थाने भी जाएंगे। इस मामले में अधिकारियों से बातचीत करेंगे। क्या है पूरा मामला 29 मई की रात हजरतगंज इलाके में स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास सफेद इनोवा सवार 4 चार लड़के तेज म्यूजिक बनाकर सड़क पर झगड़ा कर रहे थे। मौके पर पहुंचे सिपाही अर्जुन चौरसिया ने उन्हें मना किया तो वे भड़क गए। उन्होंने अर्जुन चौरसिया के साथ मारपीट शुरू कर दी। स्टेडियम चौकी में ले जाकर उन्हें पीटा। चौकी में तोड़फोड़ की। हजरतगंज थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लड़कों को पकड़ लिया, जबकि इनोवा लेकर एक लड़का भाग गया। दावा किया जा रहा है कि वह पुलिस मुख्यालय में तैनात ADG का बेटा है। सिपाही की शिकायत पर 30 मई को तीन आरोपियों जयप्रकाश, सुमित और अभिषेक चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन्हें मुचलका पर छोड़ दिया गया। चौथे आरोपी को अज्ञात में रखा गया। ———————- संबंधित खबर भी पढ़िए… लखनऊ में रईसजादों ने सिपाही को चौकी में पीटा…कुत्ता कहा:चौथे आरोपी की 13 दिन बाद भी पहचान नहीं; दावा- ये ADG का बेटा राजधानी लखनऊ में रईसजादों ने एक सिपाही को चौकी में बंद करके बुरी तरह पीटा। उसकी वर्दी फाड़ दी। कुत्ता कहकर बुलाया। चौकी में तोड़फोड़ की। वजह सिर्फ इतनी थी कि सिपाही ने आपस में झगड़ रहे चारों रईसजादों को रोका था। इस बात पर उनका इगो हर्ट हो गया। वे भड़क गए। सिपाही को कॉलर… पूरी खबर पढ़ें लखनऊ के हजरतगंज इलाके में 29 मई को रईसजादों ने सिपाही अर्जुन चौरसिया को पीटा था। चौकी के मंदिर में भी तोड़फोड़ की थी। घटना से एक दिन पहले 28 मई को आरोपियों ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास शराब के नशे में हंगामा किया था। गार्ड के साथ धक्का-मुक्की करते हुए उसे धमकाया था। गार्ड ने पुलिस को फोन किया तो सिपाही अर्जुन चौरसिया ही मौके पर पहुंचे थे। तब दबंगों ने सिपाही को डांटकर भगा दिया था। मारपीट की घटना के 12 दिन बाद पुलिस ने 11 जून को इस मामले की FIR को अपने पोर्टल पर अपलोड किया। इसमें न तो आरोपियों का एड्रेस लिखा, न पिता का नाम लिखा, न ही मोबाइल नंबर लिखा। इसके अलावा, साहब के बेटे को अज्ञात बता दिया। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मामला कितना हाईप्रोफाइल है। दैनिक भास्कर टीम ने पूरे मामले की पड़ताल की। घटनास्थल यानी स्टेडियम चौकी और केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उस रात क्या हुआ था, प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की तो कई राज खुले। पता चला कि इस केस में शामिल सीनियर IPS के बेटे की आरोपियों से गोमती नगर के जिम में दोस्ती हुई थी। सभी नशे के आदी हैं। वे रात में पार्टी करते थे, स्टेडियम के आसपास सड़कों पर घूमकर हंगामा करते थे। पढ़िए रिपोर्ट… सबसे पहले वो जगह जानिए, जहां पर रईसजादों ने पुलिसकर्मी की पिटाई की- घटना की रात 29 मई को क्या हुआ- प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी… स्थानीय दुकानदारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया- उस रात इनोवा में तेज म्यूजिक बज रहा था। लड़के बीच सड़क पर खड़े होकर शराब पी रहे थे। आपस में बहस कर रहे थे। इसी दौरान सिपाही अर्जुन चौरसिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने लड़कों को टोका। इस पर एक लड़के ने कहा – साइड हट, वर्दी पहन लेने से कुछ नहीं होता। उसके बाद सिपाही को पीटना शुरू कर दिया। पीटते-पीटते पुलिस चौकी तक ले गए। उसके अंदर भी बंद करके पिटाई की। चौकी के अंदर काफी तोड़-फोड़ की, यहां तक की मंदिर को भी तोड़ डाला। रईसजादे कह रहे थे कि जानता नहीं हम कौन हैं
केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास तैनात गार्ड ने बताया- यही लड़के 28 मई की रात में भी आए थे। सभी सफेद रंग की इनोवा कार में सवार थे। शराब के नशे में हुड़दंग कर रहे थे। मैंने उन्हें टोका, तो मेरे साथ धक्का-मुक्की की। बोले- जानता नहीं हम कौन हैं। उसके बाद मैंने डायल 100 पर कॉल किया तो पुलिस आई। ये वही सिपाही थे, जो एक दिन पहले भी आए, तब भी उन लड़कों ने बदतमीजी की थी। उस दिन दोबारा देखकर लड़कों ने सिपाही की पिटाई कर दी। अब रईसजादों के बारे में जानिए, जिन्होंने सिपाही की पिटाई की थी… गोमती नगर से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक सरकारी गाड़ी में करते थे पार्टी गाड़ी और पार्टी का प्लान घटना के बाद से सिपाही दहशत में, लंबी छुट्टी पर भेजा गया
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, 29 मई की रात हुई मारपीट की घटना के बाद FIR दर्ज कराने वाला सिपाही अर्जुन चौरसिया मानसिक रूप से परेशान हैं। उसने अपने अधिकारियों से कहा कि वह दहशत में है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, अर्जुन चौरसिया 28 मई को भी केडी सिंह बाबू स्टेडियम के लॉन में हुई एक अन्य मारपीट की घटना पर पहुंचे थे। इस दौरान भी IPS के बेटे और उनके दोस्तों ने उसके साथ अभद्रता की थी। लगातार दो दिनों में हुई घटनाओं से सिपाही मानसिक रूप से बेहद तनाव में हैं। ये 10 सवाल, जिसके जवाब लखनऊ पुलिस के पास नहीं हैं… गुंडा और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र भेज कर इस घटना के आरोपियों के खिलाफ गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की मांग की है। वह आज अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर जाएंगे। इसके बाद हजरतगंज थाने भी जाएंगे। इस मामले में अधिकारियों से बातचीत करेंगे। क्या है पूरा मामला 29 मई की रात हजरतगंज इलाके में स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास सफेद इनोवा सवार 4 चार लड़के तेज म्यूजिक बनाकर सड़क पर झगड़ा कर रहे थे। मौके पर पहुंचे सिपाही अर्जुन चौरसिया ने उन्हें मना किया तो वे भड़क गए। उन्होंने अर्जुन चौरसिया के साथ मारपीट शुरू कर दी। स्टेडियम चौकी में ले जाकर उन्हें पीटा। चौकी में तोड़फोड़ की। हजरतगंज थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लड़कों को पकड़ लिया, जबकि इनोवा लेकर एक लड़का भाग गया। दावा किया जा रहा है कि वह पुलिस मुख्यालय में तैनात ADG का बेटा है। सिपाही की शिकायत पर 30 मई को तीन आरोपियों जयप्रकाश, सुमित और अभिषेक चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन्हें मुचलका पर छोड़ दिया गया। चौथे आरोपी को अज्ञात में रखा गया। ———————- संबंधित खबर भी पढ़िए… लखनऊ में रईसजादों ने सिपाही को चौकी में पीटा…कुत्ता कहा:चौथे आरोपी की 13 दिन बाद भी पहचान नहीं; दावा- ये ADG का बेटा राजधानी लखनऊ में रईसजादों ने एक सिपाही को चौकी में बंद करके बुरी तरह पीटा। उसकी वर्दी फाड़ दी। कुत्ता कहकर बुलाया। चौकी में तोड़फोड़ की। वजह सिर्फ इतनी थी कि सिपाही ने आपस में झगड़ रहे चारों रईसजादों को रोका था। इस बात पर उनका इगो हर्ट हो गया। वे भड़क गए। सिपाही को कॉलर… पूरी खबर पढ़ें   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर