हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सीएम की कुर्सी पर दावा ठोका है। इससे पहले उनके बेटे एवं कैथल में कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य सुरजेवाला ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि उनके पिता कांग्रेस सरकार बनने पर सीएम बनें। इसके जवाब में रणदीप ने कहा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा यह हर व्यक्ति की आंकाक्षा है। कैथल में पत्रकारों से बातचीत में मंगलवार को सुरजेवाला ने कहा कि मैं, कुमारी सैलजा, जो मेरी बड़ी बहन है, चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सीएम बनना चाहते हैं। हम तीन लोगों के अलावा किसी और साथी का भी यह अधिकार है, यहां प्रजातंत्र है। आखिर में यह निर्णय राहुल गांधी और मल्लिका अर्जुन खड़गे करते हैं, जो निर्णय वह करेंगे, वह हम सबको स्वीकार होगा। कुमारी सैलजा को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ट्विटर पर बधाई देने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इन बातों में कोई वजन नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री का मैं आदर करता हूं, वह पिता समान हैं, उनकी उम्र की वजह से, पर वे बचकाना बातें कर रहे हैं। कुमारी सैलजा कांग्रेसी थी, हैं और रहेंगी। सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें मालूम है मनोहर लाल को प्रधानमंत्री कुरुक्षेत्र की रैली तक में लेकर नहीं गए। कहीं इनको देखकर वोट टूट न जाए। वह अपनी चिंता करें कि कहीं उन्हें मंत्री पद से ना हटा दें, जिस तरह से मुख्यमंत्री कुर्सी से उठाया था। हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सीएम की कुर्सी पर दावा ठोका है। इससे पहले उनके बेटे एवं कैथल में कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य सुरजेवाला ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि उनके पिता कांग्रेस सरकार बनने पर सीएम बनें। इसके जवाब में रणदीप ने कहा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा यह हर व्यक्ति की आंकाक्षा है। कैथल में पत्रकारों से बातचीत में मंगलवार को सुरजेवाला ने कहा कि मैं, कुमारी सैलजा, जो मेरी बड़ी बहन है, चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सीएम बनना चाहते हैं। हम तीन लोगों के अलावा किसी और साथी का भी यह अधिकार है, यहां प्रजातंत्र है। आखिर में यह निर्णय राहुल गांधी और मल्लिका अर्जुन खड़गे करते हैं, जो निर्णय वह करेंगे, वह हम सबको स्वीकार होगा। कुमारी सैलजा को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ट्विटर पर बधाई देने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इन बातों में कोई वजन नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री का मैं आदर करता हूं, वह पिता समान हैं, उनकी उम्र की वजह से, पर वे बचकाना बातें कर रहे हैं। कुमारी सैलजा कांग्रेसी थी, हैं और रहेंगी। सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें मालूम है मनोहर लाल को प्रधानमंत्री कुरुक्षेत्र की रैली तक में लेकर नहीं गए। कहीं इनको देखकर वोट टूट न जाए। वह अपनी चिंता करें कि कहीं उन्हें मंत्री पद से ना हटा दें, जिस तरह से मुख्यमंत्री कुर्सी से उठाया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में दुकान के विवाद में भाई ने बुलाए ‘गुंडे’:एडवोकेट व पिता के साथ मारपीट; लाठी-डंडे-तेजधार हथियार से वार, CCTV वायरल
सोनीपत में दुकान के विवाद में भाई ने बुलाए ‘गुंडे’:एडवोकेट व पिता के साथ मारपीट; लाठी-डंडे-तेजधार हथियार से वार, CCTV वायरल हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में पुरानी अनाज मंडी में 144 गज दुकान को लेकर चल रहे विवाद में छोटे भाई ने बाहर से 14 से 15 बदमाश बुलाकर अपने सगे बड़े भाई और भतीजे पर हमला करा दिया। इसमें शिवम गोयल को सिर व हाथ पैर में चोट लगी है। इस दौरान इनके पिता संजय को डंडों से बुरी तरह से पीटा गया। घायल शिवम काे महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर में दाखिल कराया गया है। मारपीट की घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जानकारी के गोहाना में एडवोकेट शिवम गोयल ने पुलिस को शिकायत दी है कि वह पुरानी अनाज मंडी गोहाना का रहने वाला है। पुरानी अनाज मंडी मे करीब 144 गज की दुकान है। इसके ऊपर वाले हिस्से पर उनका परिवार व मेरे चाचा सुनील का परिवार रहता है। इस दुकान की 75 प्रतिशत हिस्सा उनके नाम है और शेष 25 प्रतिशत हिस्सा चाचा सुनील के नाम पर है। उनका चाचा के साथ दुकान व इसमें मौजूद सामान पर विवाद चल रहा है। शिवम ने बताया कि उन्होंने अपने हिस्से पर चार दीवारी निकाली हुई है। उसने बताया कि बीती शाम को 6 बजे अचानक 2-3 गाड़ियों मे 14-15 युवक, चाचा सुनील, चाची राखी गोयल, अर्चित गोयल उनकी दुकान पर आकर शटर को तोड़ने लगे। सभी लड़कों के हाथ मे लकड़ी के बीटे, हथियार, तलवार थे। इन लड़कों को सुधीर निवासी छतहेरा, हैप्पी निवासी उचाना लेकर आये थे। उसने अपने फोन से वीडियो बनानी शुरू की तो हैप्पी ने फोन छिन लिया। उसने बताया कि इस दौरान अर्चित ने अपनी पिस्तौल दिखा कर कहा कि अगर कोई भी दुकान पर आया तो अपनी जान खो बैठेगा। उसने विरोध किया तो सुधीर निवासी छतैहरा, अर्चित, हैप्पी व 2-3 लड़कों ने उसको जान से मारने की कोशिश की। उसके सिर पर बिट्टे व लोहा पाईप व तलवार से वार किए गए। कुछ हमलावर लड़कों को वह जानता है, जिनके नाम रोबिन, अजय आदर्श नगर, आजाद ऑटो वाला, कर्मबीर, मांगे, नवीन और सोनू हैं। SHO बोले- 12 लोगों पर किया केस दर्ज गोहाना सिटी थाना प्रभारी मोहनलाल ने बताया कि पुरानी अनाज मंडी में दो सगे भाइयों का प्रॉपर्टी विवाद को लेकर झगड़ा चल रहा है। कल भी दोनों भाइयों का झगड़ा हुआ है। फिलहाल इसमें एडवोकेट शिवम के बयान पर 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद बिश्नोई परिवार एक्टिव:हिसार के आदमपुर में किला ढहा तो गर्मी में प्रचार करने निकले भव्य बिश्नोई
लोकसभा चुनाव में हार के बाद बिश्नोई परिवार एक्टिव:हिसार के आदमपुर में किला ढहा तो गर्मी में प्रचार करने निकले भव्य बिश्नोई लोकसभा चुनाव में हार से सहमा बिश्नोई परिवार इन दिनों आदमपुर में एक्टिव है। कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई इन दिनों आदमपुर के गांव-गांव घूम रहे हैं। वह समर्थकों के घर-घर जा रहे हैं और उनके साथ ही नीचे बैठकर खाना खा रहे हैं। वहीं आदमपुर में लंबित पड़ी मांगों की लिस्ट बनाकर CMO कार्यालय के चक्कर भी लगा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही कुलदीप बिश्नोई और विधायक बेटे भव्य बिश्नोई ने नायब सैनी से मुलाकात की थी और आदमपुर से संबंधित मांगों की लिस्ट सौंपी थी जिस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है। इसी कड़ी में आदमपुर के जर्जर बस स्टैंड की मरम्मत के लिए मुख्यमंत्री नायाब सैनी से मांग की गई थी। इस बस स्टैंड के लिए मुख्यमंत्री की ओर से 35 लाख 63 हजार रुपए स्वीकृत हुए हैं। भव्य बिश्नोई ने हाल ही में बस स्टैंड का दौरा किया था जिसमें देखा कि पंखे से लेकर छत तक खराब हो चुकी है और बस स्टैंड पर सुविधाओं का अभाव है। भव्य बिश्नोई ने ग्रांट जारी करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है। 56 साल से भजनलाल परिवार का है सीट पर कब्जा भजनलाल परिवार का अभेद दुर्ग कहे जाने वाले आदमपुर में भाजपा को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। आदमपुर विधानसभा पर 56 साल से बिश्नोई परिवार का कब्जा है। इस सीट पर पहली बार भजनलाल 1968 में विधायक बने थे तब से लेकर जितने भी चुनाव हुए सभी में भजनलाल परिवार ही आदमपुर से जीतता आ रहा है। मगर इस बार भजनलाल के किले में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। स्व. भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं और उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर में 2022 में भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गए थे। मगर इस बार कुलदीप बिश्नोई भाजपा की नैया आदमपुर में पार नहीं लगा सके। भाजपा के हिसार से लोकसभा रणजीत चौटाला को आदमपुर में 53156 वोट मिले जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी को 59544 वोट मिले। जयप्रकाश जेपी 6384 वोट से आदमपुर से चुनाव जीत गए। बिश्नोई परिवार का आदमपुर में घटा जनाधार आदमपुर में बिश्नोई परिवार का जनाधार लगातार कम हो रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भजनलाल के पौते भव्य बिश्नोई हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे तब भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने भव्य को आदमपुर में हराया था। अब लोकसभा चुनाव में यह दूसरा मौका है जब बिश्नोई परिवार आदमपुर में हार गया हो। वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव में भाजपा की ही टिकट पर भव्य आदमपुर से चुनाव लड़े और चुनाव जीते। मगर चुनाव जीत का मार्जिन कम हो गया। भव्य 15,714 वोटों से ही चुनाव जीत पाए। बिश्नोई परिवार का आदमपुर ही नहीं आसपास की सीटों भी प्रभाव था जो कहीं देखने को नहीं मिला। बिश्नोई परिवार के लिए अब आगे क्या बार-बार पार्टी बदलने से कमजोर हुआ बिश्नोई परिवार चौधरी भजनलाल ने जहां राजनीतिक स्थिरता दी वहीं कुलदीप बिश्नोई में राजनीतिक स्थिरता का अभाव दिखा। 2007 में कांग्रेस से अलग होकर चौधरी भजनलाल ने हजकां पार्टी बनाई। मगर उनके स्वर्गवास के बाद कुलदीप बिश्नोई ने कुछ साल पार्टी को आगे बढ़ाया। हरियाणा में हजकां के 6 विधायक चुनकर आए मगर वह उनको संभाल नहीं पाए और सभी कांग्रेस में चले गए। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई की हजका का भाजपा से गठबंधन हुआ मगर वह भी ज्यादा समय नहीं चला। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने हजकां का कांग्रेस में विलय कर लिया। कांग्रेस में कुछ वर्ष बिताने के बाद वह फिर भाजपा में आ गए। अब हिसार लोकसभा से टिकट नहीं मिलने पर कुलदीप भाजपा से नाराज हो गए थे।
जर्मनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हरियाणा पुलिस मुख्यालय:पुलिस के कार्यों की प्रशंसा की; भविष्य में अपराध की चुनौतियों से निपटने के बारे में जाना
जर्मनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हरियाणा पुलिस मुख्यालय:पुलिस के कार्यों की प्रशंसा की; भविष्य में अपराध की चुनौतियों से निपटने के बारे में जाना जर्मनी का प्रतिनिधिमंडल ने वहां के सांसद राहुल कुमार के साथ पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से डिजीटल तकनीकों की अपराध नियंत्रण में भूमिका, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर, पारंपरिक तथा आधुनिक अपराध के स्वरूपों व साइबर अपराध रोकने के लिए भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में जानकारी ली। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों का पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल को प्रशिक्षण के बारे में कराया अवगत सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने हरियाणा पुलिस की संरचना, अन्वेषण, भर्ती प्रक्रिया, कार्यक्षमता निर्माण के लिए पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में उनको अवगत करवाया। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों में विशेष रुचि दिखाई। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध को उसकी प्रवृत्ति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। अपराध को दो श्रेणियों में बांटा उन्होंने बताया कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, ट्रैडीशनल अपराध तथा मॉडर्न अपराध। ट्रैडीशनल अपराध जैसे- व्यक्ति के विरूद्ध अपराध तथा प्रॉपर्टी विरूद्ध अपराध, जबकि मॉडर्न अपराध जैसे- साइबर अपराध अथवा बदलते समय के अनुसार होने वाले अन्य अपराध। इन अपराधों को आगे अलग-2 प्रकार की उप-श्रेणियों में बांटा जाता है और इन अपराधों से उनकी प्रवृत्ति के अनुरूप निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर किया विचार उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए मॉडर्न तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ओवरऑल क्राइम को कम करने में मदद मिली है।हरियाणा पुलिस तथा जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने ग्लोबल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अपराधी का दूसरे देश में छिपना सबसे बड़ा खतरा- डीजीपी डीजीपी ने बताया कि कई बार अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में जाकर छिप जाते है। ऐसे अपराधी सभी देशों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-2 देशों की पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करना अति आवश्यक है।