मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को जन आक्रोश रैली के दौरान बड़ा हंगामा हो गया। किसान नेता राकेश टिकैत के सिर पर झंडा मार दिया। जिसके बाद हंगामा होने लगा। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी दौरान राकेश टिकैत की पगड़ी गिर गई। पास में खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के टाउन हॉल ग्राउंड में जन आक्रोश रैली आयोजित की गई थी। इसमें छोटे-बड़े 168 हिंदू संगठन के लोग शामिल थे। रैली के समर्थन में बाजार भी बंद रहे। बड़ी संख्या में लोग दोपहर में ग्राउंड में जुटे। शाम साढ़े 5 बजे राकेश टिकैत रैली में पहुंचे तो उनका विरोध शुरू हो गया। राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने बयान दिया था कि पाकिस्तान का पानी रोका जाना सही नहीं है। भारत और पाकिस्तान का किसान एक है। इस बयान से लोग नाराज थे, जिस कारण राकेश टिकैत को लोगों ने विरोध किया। पहले देखें 4 फोटो राकेश टिकैत वापस जाओ के लगे नारे
राकेश टिकैत को देखते ही लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। वापस जाओ के नारे लगने लगे। राकेश टिकैत उन्हें समझा रहे थे। इसी दौरान भीड़ में किसी ने उनके सिर पर झंडा मार दिया। हमला करने वाले लोग हाथों में भगवा झंडे और तिरंगा लिए हुए थे। मोदी-योगी के पक्ष में नारे लगाए
विरोध करने वालों ने मोदी-योगी के पक्ष में नारे लगाए। धक्का-मुक्की में राकेश टिकैत गिरते-गिरते बचे। उन्हें मौके पर मौजूद समर्थकों ने उन्हें संभाल लिया। घटना के बाद मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। माहौल तनावपूर्ण है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल राकेश टिकैत सुरक्षित हैं। विरोध के बाद राकेश टिकैत ने कहा- मुजफ्फरनगर में हम पहलगाम हमले के विरोध में इससे बड़ी जनआक्रोश रैली करेंगे। अब वो बयान जानिए, जिससे लोग गुस्से में… नरेश टिकैत बोले- सिंधु नदी का पानी रोकना ठीक नहीं
राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और उनके भाई नरेश टिकैत अध्यक्ष हैं। नरेश टिकैत 27 अप्रैल को सहारनपुर में थे। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की तरफ से लिए फैसलों को गलत बताया था। नरेश टिकैत ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सिंधु नदी का पानी रोकने का निर्णय उचित नहीं है। किसान चाहे भारत का हो या पाकिस्तान का, पानी के बिना उसका नुकसान तय है। कुछ लोगों की गलती की सजा पूरी जनता को भुगतनी पड़े, यह सही नहीं है। राकेश टिकैत की तीन और बातें भी पढ़िए… पाकिस्तान की जनता का दोष नहीं: आतंकी हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना सही नहीं है। पाकिस्तान के कुछ लोग आतंक को बढ़ावा देते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां का हर नागरिक दोषी है। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन पुराने समझौते तोड़ना और पानी रोकना उचित निर्णय नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ हम सरकार के साथ: भारत ही नहीं, पूरी दुनिया पहलगाम आतंकी घटना की निंदा कर रही है। आतंकवाद के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होकर सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए। अब आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की कार्रवाई का वक्त आ गया है। आतंकवाद से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। कैसे हुई सुरक्षा में चूक, जांच होनी चाहिए: सुरक्षा में आखिर चूक कैसे हो गई। आतंकवादी कहां से आ गए, इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार ने सेना में कटौती की है, जो चिंता का विषय है। शहीद हुए सभी जवानों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। जल्द पीड़ित परिवारों से मिलने की कोशिश करूंगा। नरेश टिकैत के बयान पर देशभर में प्रदर्शन
नरेश टिकैत के बयान से देशभर के लोगों में गुस्सा है। हरियाणा के रोहतक में भाजपा के वरिष्ठ नेता संदीप हुड्डा ने शुक्रवार को कहा, नरेश टिकैत को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। संदीप हुड्डा ने कहा कि नरेश टिकैत को पाकिस्तान के पक्ष में बयान देते समय शर्म आनी चाहिए थी कि वो केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान का पानी रोकने के निर्णय पर प्रश्नचिह्न लगाकर पाकिस्तान के पक्ष में बोल रहे हैं। बिहार में नरेश टिकैत के बयान की निंदा की गई। शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंका। राजस्थान में भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी यादव ने 29 अप्रैल को जयपुर में कहा, किसान नेता राकेश टिकैत का बयान शर्मनाक है। उन्हें इसके लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने अब तक लिए 6 फैसले पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 टूरिस्ट को गोली मारी थी
पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी। टूरिस्ट को उनका धर्म पूछकर गोली मारी गई थी। कानपुर के शुभम द्विवेदी समेत 26 टूरिस्ट की मौत हुई थी। ——————— यह खबर भी पढ़िए… संभल में 51 लाख की पॉलिसी हड़पने के लिए मर्डर:बीमा एजेंट ने दिव्यांग को गाड़ी से कुचलवाया; 9 महीने तक पुलिस ने हादसा समझा यूपी के संभल में 51 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी के लिए एक्सिस बैंक के पॉलिसी एडवाइजर ने एक दिव्यांग का कत्ल करवा दिया। पहले उसको जेल से छूटे एक पेशेवर अपराधी से गाड़ी से कुचलवाया गया। तब भी मौत नहीं हुई, तो सिर पर हथौड़े बरसाए। मौत होने के बाद उसे रोड एक्सीडेंट का रूप दिया और FIR करा दी। पुलिस ने भी एक्सीडेंट मानकर फाइल बंद कर दी। पढ़ें पूरी खबर… मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को जन आक्रोश रैली के दौरान बड़ा हंगामा हो गया। किसान नेता राकेश टिकैत के सिर पर झंडा मार दिया। जिसके बाद हंगामा होने लगा। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी दौरान राकेश टिकैत की पगड़ी गिर गई। पास में खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के टाउन हॉल ग्राउंड में जन आक्रोश रैली आयोजित की गई थी। इसमें छोटे-बड़े 168 हिंदू संगठन के लोग शामिल थे। रैली के समर्थन में बाजार भी बंद रहे। बड़ी संख्या में लोग दोपहर में ग्राउंड में जुटे। शाम साढ़े 5 बजे राकेश टिकैत रैली में पहुंचे तो उनका विरोध शुरू हो गया। राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने बयान दिया था कि पाकिस्तान का पानी रोका जाना सही नहीं है। भारत और पाकिस्तान का किसान एक है। इस बयान से लोग नाराज थे, जिस कारण राकेश टिकैत को लोगों ने विरोध किया। पहले देखें 4 फोटो राकेश टिकैत वापस जाओ के लगे नारे
राकेश टिकैत को देखते ही लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। वापस जाओ के नारे लगने लगे। राकेश टिकैत उन्हें समझा रहे थे। इसी दौरान भीड़ में किसी ने उनके सिर पर झंडा मार दिया। हमला करने वाले लोग हाथों में भगवा झंडे और तिरंगा लिए हुए थे। मोदी-योगी के पक्ष में नारे लगाए
विरोध करने वालों ने मोदी-योगी के पक्ष में नारे लगाए। धक्का-मुक्की में राकेश टिकैत गिरते-गिरते बचे। उन्हें मौके पर मौजूद समर्थकों ने उन्हें संभाल लिया। घटना के बाद मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। माहौल तनावपूर्ण है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल राकेश टिकैत सुरक्षित हैं। विरोध के बाद राकेश टिकैत ने कहा- मुजफ्फरनगर में हम पहलगाम हमले के विरोध में इससे बड़ी जनआक्रोश रैली करेंगे। अब वो बयान जानिए, जिससे लोग गुस्से में… नरेश टिकैत बोले- सिंधु नदी का पानी रोकना ठीक नहीं
राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और उनके भाई नरेश टिकैत अध्यक्ष हैं। नरेश टिकैत 27 अप्रैल को सहारनपुर में थे। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की तरफ से लिए फैसलों को गलत बताया था। नरेश टिकैत ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सिंधु नदी का पानी रोकने का निर्णय उचित नहीं है। किसान चाहे भारत का हो या पाकिस्तान का, पानी के बिना उसका नुकसान तय है। कुछ लोगों की गलती की सजा पूरी जनता को भुगतनी पड़े, यह सही नहीं है। राकेश टिकैत की तीन और बातें भी पढ़िए… पाकिस्तान की जनता का दोष नहीं: आतंकी हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना सही नहीं है। पाकिस्तान के कुछ लोग आतंक को बढ़ावा देते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां का हर नागरिक दोषी है। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन पुराने समझौते तोड़ना और पानी रोकना उचित निर्णय नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ हम सरकार के साथ: भारत ही नहीं, पूरी दुनिया पहलगाम आतंकी घटना की निंदा कर रही है। आतंकवाद के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होकर सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए। अब आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की कार्रवाई का वक्त आ गया है। आतंकवाद से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। कैसे हुई सुरक्षा में चूक, जांच होनी चाहिए: सुरक्षा में आखिर चूक कैसे हो गई। आतंकवादी कहां से आ गए, इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार ने सेना में कटौती की है, जो चिंता का विषय है। शहीद हुए सभी जवानों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। जल्द पीड़ित परिवारों से मिलने की कोशिश करूंगा। नरेश टिकैत के बयान पर देशभर में प्रदर्शन
नरेश टिकैत के बयान से देशभर के लोगों में गुस्सा है। हरियाणा के रोहतक में भाजपा के वरिष्ठ नेता संदीप हुड्डा ने शुक्रवार को कहा, नरेश टिकैत को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। संदीप हुड्डा ने कहा कि नरेश टिकैत को पाकिस्तान के पक्ष में बयान देते समय शर्म आनी चाहिए थी कि वो केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान का पानी रोकने के निर्णय पर प्रश्नचिह्न लगाकर पाकिस्तान के पक्ष में बोल रहे हैं। बिहार में नरेश टिकैत के बयान की निंदा की गई। शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंका। राजस्थान में भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी यादव ने 29 अप्रैल को जयपुर में कहा, किसान नेता राकेश टिकैत का बयान शर्मनाक है। उन्हें इसके लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने अब तक लिए 6 फैसले पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 टूरिस्ट को गोली मारी थी
पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी। टूरिस्ट को उनका धर्म पूछकर गोली मारी गई थी। कानपुर के शुभम द्विवेदी समेत 26 टूरिस्ट की मौत हुई थी। ——————— यह खबर भी पढ़िए… संभल में 51 लाख की पॉलिसी हड़पने के लिए मर्डर:बीमा एजेंट ने दिव्यांग को गाड़ी से कुचलवाया; 9 महीने तक पुलिस ने हादसा समझा यूपी के संभल में 51 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी के लिए एक्सिस बैंक के पॉलिसी एडवाइजर ने एक दिव्यांग का कत्ल करवा दिया। पहले उसको जेल से छूटे एक पेशेवर अपराधी से गाड़ी से कुचलवाया गया। तब भी मौत नहीं हुई, तो सिर पर हथौड़े बरसाए। मौत होने के बाद उसे रोड एक्सीडेंट का रूप दिया और FIR करा दी। पुलिस ने भी एक्सीडेंट मानकर फाइल बंद कर दी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
राकेश टिकैत के सिर पर मारा झंडा, पगड़ी गिरी:मुजफ्फरनगर में वापस जाओ के नारे लगाए; भाई ने कहा था- सिंधु नदी का पानी रोकना गलत
