राजकुमार रोत और हनुमान बेनीवाल इंडिया गठबंधन का छोड़ेंगे साथ? जानिए क्या है इनसाइड स्टोरी

राजकुमार रोत और हनुमान बेनीवाल इंडिया गठबंधन का छोड़ेंगे साथ? जानिए क्या है इनसाइड स्टोरी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajkumar Roat and Hanuman Beniwal in INDIA Alliance:</strong> राजस्थान में इस बार 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाई है. इस बार यहां कांग्रेस “इंडिया” गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इसमें दो चेहरे उभरकर सामने आये हैं. इसमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल और भारतीय आदिवासी पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार रोत का नाम शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नागौर से हनुमान बेनीवाल और बांसवाड़ा से राजकुमार रोत ने चुनाव जीता है. इन दो नेताओं ने “इंडिया” गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था. वहीं परिणाम आने के बाद से इन दोनों नेताओं की “इंडिया” गठबंधन से नाराजगी सामने आने लगी है. हालांकि, इन दोनों नेताओं ने अपना रुख साफ नहीं किया है, लेकिन इन्हें अपनी स्थिति साफ नहीं दिख रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, ये दोनों अभी राजस्थान में विधायक भी हैं. इसलिए इन दोनों सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होंगे. यहां से अपने लोगों को चुनाव जिताना चाहेंगे, लेकिन किसी दल को यहां से एंट्री नहीं देना चाह रहे हैं. इसके साथ ही राजकुमार रोत और हनुमान बेनीवाल दोनों अपनी मांग मनवाने के लिए एनडीए को समर्थन कर सकते हैं. जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>BAP के पास चार विधायक एक सांसद</strong><br />बांसवाड़ा से लोकसभा का चुनाव जीतकर आने वाले राजकुमार रोत अभी किसी बड़े दल के साथ नहीं जाना चाह रहे हैं. उन्हें एकला चलने में भी जीत ही दिख रही है. चूंकि, इस समय राजकुमार रोत राजस्थान की तीसरी बड़ी पार्टी बाप के नेता हैं. अभी बाप पार्टी के पास राजकुमार रोत समेत कुल चार विधायक और एक सांसद हैं. बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ इन चार जिलों में राजकुमार अपना प्रभाव बनाना चाह रहे हैं. उन्हें इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करनी है. यहां पर इनकी लड़ाई सिर्फ कांग्रेस से है. इसलिए राजकुमार रोत यहां पर अकेले मैदान में रहना चाह रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बेनीवाल का इन जिलों में फोकस</strong><br />नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल नागौर, बाड़मेर, बीकानेर में अपनी पकड़ बनाना चाह रहे हैं. इसलिए इन क्षेत्रों में वो किसी दूसरे दल के साथ मैदान में नहीं जाना चाह रहे हैं. साल 2018 के विधान सभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी को तीन सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन साल 2023 में सिर्फ एक सीट पर जीत मिल पाई है. इसलिए अब हनुमान बेनीवाल अपने दम पर आगे बढ़ना चाह रहे हैं. इसलिए वो खींसवर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर अकेले मैदान में उतरना चाह रहे हैं. इसलिए हनुमान भी मजबूती के लिए “इंडिया” गठबंधन से दूर होना चाहते हैं.&nbsp;</p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;<a title=”जोधपुर पुलिस ने चोरी और गुम हुए 100 मोबाइल किए बरामद, आप भी ऐसे खोज सकते है खोया हुआ फोन” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/jodhpur-police-recovered-100-stolen-and-lost-mobiles-ann-2710274″ target=”_self”>जोधपुर पुलिस ने चोरी और गुम हुए 100 मोबाइल किए बरामद, आप भी ऐसे खोज सकते है खोया हुआ फोन</a></strong></p>
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</div> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajkumar Roat and Hanuman Beniwal in INDIA Alliance:</strong> राजस्थान में इस बार 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाई है. इस बार यहां कांग्रेस “इंडिया” गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इसमें दो चेहरे उभरकर सामने आये हैं. इसमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल और भारतीय आदिवासी पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार रोत का नाम शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नागौर से हनुमान बेनीवाल और बांसवाड़ा से राजकुमार रोत ने चुनाव जीता है. इन दो नेताओं ने “इंडिया” गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था. वहीं परिणाम आने के बाद से इन दोनों नेताओं की “इंडिया” गठबंधन से नाराजगी सामने आने लगी है. हालांकि, इन दोनों नेताओं ने अपना रुख साफ नहीं किया है, लेकिन इन्हें अपनी स्थिति साफ नहीं दिख रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, ये दोनों अभी राजस्थान में विधायक भी हैं. इसलिए इन दोनों सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होंगे. यहां से अपने लोगों को चुनाव जिताना चाहेंगे, लेकिन किसी दल को यहां से एंट्री नहीं देना चाह रहे हैं. इसके साथ ही राजकुमार रोत और हनुमान बेनीवाल दोनों अपनी मांग मनवाने के लिए एनडीए को समर्थन कर सकते हैं. जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>BAP के पास चार विधायक एक सांसद</strong><br />बांसवाड़ा से लोकसभा का चुनाव जीतकर आने वाले राजकुमार रोत अभी किसी बड़े दल के साथ नहीं जाना चाह रहे हैं. उन्हें एकला चलने में भी जीत ही दिख रही है. चूंकि, इस समय राजकुमार रोत राजस्थान की तीसरी बड़ी पार्टी बाप के नेता हैं. अभी बाप पार्टी के पास राजकुमार रोत समेत कुल चार विधायक और एक सांसद हैं. बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ इन चार जिलों में राजकुमार अपना प्रभाव बनाना चाह रहे हैं. उन्हें इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करनी है. यहां पर इनकी लड़ाई सिर्फ कांग्रेस से है. इसलिए राजकुमार रोत यहां पर अकेले मैदान में रहना चाह रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बेनीवाल का इन जिलों में फोकस</strong><br />नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल नागौर, बाड़मेर, बीकानेर में अपनी पकड़ बनाना चाह रहे हैं. इसलिए इन क्षेत्रों में वो किसी दूसरे दल के साथ मैदान में नहीं जाना चाह रहे हैं. साल 2018 के विधान सभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी को तीन सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन साल 2023 में सिर्फ एक सीट पर जीत मिल पाई है. इसलिए अब हनुमान बेनीवाल अपने दम पर आगे बढ़ना चाह रहे हैं. इसलिए वो खींसवर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर अकेले मैदान में उतरना चाह रहे हैं. इसलिए हनुमान भी मजबूती के लिए “इंडिया” गठबंधन से दूर होना चाहते हैं.&nbsp;</p>
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