<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Bypolls 2024:</strong> राजस्थान उपचुनाव 2024 के नतीजे अब सामने आ गए हैं और यहां बीजेपी का दबदबा देखने को मिला है. राजस्थान की सात में से 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है तो वहीं एक सीट पर कांग्रेस के खाते में और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी के खाते में गई है. झुंझुनू से बीजेपी के राजेंद्र भांबू, रामगढ़ से सुखवंत सिंह, देवली उनियारा से राजेंद्र गुर्जर और खींवसर से रेवंत राम डांगा को जीत मिली है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Bypolls 2024:</strong> राजस्थान उपचुनाव 2024 के नतीजे अब सामने आ गए हैं और यहां बीजेपी का दबदबा देखने को मिला है. राजस्थान की सात में से 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है तो वहीं एक सीट पर कांग्रेस के खाते में और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी के खाते में गई है. झुंझुनू से बीजेपी के राजेंद्र भांबू, रामगढ़ से सुखवंत सिंह, देवली उनियारा से राजेंद्र गुर्जर और खींवसर से रेवंत राम डांगा को जीत मिली है.</p> राजस्थान केदारनाथ उपचुनाव: BJP की जीत के बाद सीएम धामी बोले- ‘झूठ और भ्रामक राजनीति करने वालों को करारा जवाब’
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गाजियाबाद में बांग्लादेशी बताकर झुग्गी-झोपड़ियां तोड़ीं:हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडों से पीटा, सामान में लगाई आग
गाजियाबाद में बांग्लादेशी बताकर झुग्गी-झोपड़ियां तोड़ीं:हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडों से पीटा, सामान में लगाई आग गाजियाबाद में हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने झुग्गी-झोपड़ियों पर हमला कर दिया। वहां रहने वाले लोगों को बांग्लादेशी बताकर लाठी-डंडों से पीटा। उनकी झोपड़ियां तोड़कर तहस-नहस कर दी। सामान में आग लगा दी। हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र उर्फ पिंकी चौधरी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- कविनगर क्षेत्र के एक मैदान में 12-15 झुग्गी-झोपड़ियां थीं। हमें काफी समय से इनपुट मिल रहा था कि इनमें रहने वाले लोग बांग्लादेशी हैं। उन्होंने बताया- हमने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था कि बांग्लादेश में हिंदू परिवारों पर अत्याचार बंद हो। अल्टीमेटम के बावजूद बांग्लादेश में अत्याचार जारी रहा। इसके बाद हमारे कार्यकर्ताओं ने शनिवार दोपहर को मैदान पहुंचकर झुग्गी-झोपड़ियों को तोड़ते हुए लोगों को खदेड़ दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देर शाम हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी को गिरफ्तार कर लिया। 3 तस्वीरें देखिए- सब इंस्पेक्टर ने दर्ज कराया मुकदमा
सब-इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी सहित 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मधुबन बापूधाम थाने में मुकदमा दर्ज कराया। FIR में दरोगा ने बताया- गुलधर रेलवे स्टेशन के पास फ्री होल्ड कॉलोनी के पीछे झुग्गी-झोपड़ी बनाकर लोग रहते हैं। पिंकी चौधरी और उसके साथियों ने बांग्लादेशी होने का आरोप लगाकर उनके साथ मारपीट की। 3-4 झोपड़ियों को तोड़ दिया। पुलिस ने उन्हें समझाया कि वो लोग बांग्लादेशी नहीं हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। 7 अगस्त को भूपेंद्र चौधरी ने वीडियो जारी कर अल्टीमेटम दिया था, क्या कहा था? आगे पढ़िए… ‘भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों को छोड़ूंगा नहीं’
गाजियाबाद में हिंदू रक्षा दल (HRD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी चौधरी ने 7 अगस्त को वीडियो जारी किया था। धमकी देते हुए कहा था- बांग्लादेश में अगर 24 घंटे के भीतर हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं हुआ तो भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों के साथ वैसा ही सलूक किया जाएगा। भूपेंद्र ने कहा था- बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं को मारा जा रहा। बहन-बेटियों से बलात्कार हो रहे, मंदिर तोड़े जा रहे हैं…उस पर पूरी दुनिया मौन है। कोई कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। अगर अत्याचार बंद नहीं हुआ तो भारत में रहने वाले बांग्लादेशी हमारे रडार पर हैं। मुझे सभी ऐसी जगहों की जानकारी है। मैं उन्हें छोड़ूंगा नहीं। आर-पार की लड़ाई लड़ूंगा। 2 दिन पहले भी गाजियाबाद से दिल्ली जाकर लोगों को पीटा
8 अगस्त को भी गाजियाबाद से दिल्ली जाकर हिंदू रक्षा दल कार्यकर्ताओं ने शास्त्री पार्क इलाके में स्लम एरिया में रहने वाले युवकों को बांग्लादेशी बताकर पीटा था। उन्हें इलाका छोड़कर चले जाने के लिए कहा। दिल्ली पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए एक्शन की बात कही थी। पुलिस जांच में पता चला कि 8 अगस्त की घटना में मुख्य भूमिका हिंदू रक्षा दल से जुड़े दक्ष चौधरी की रही है। ये वही दक्ष हैं, जिसने दिल्ली में कन्हैया कुमार को थप्पड़ मारा था और अयोध्या में BJP की हार पर अयोध्यावासियों को गद्दार कहा था। हिंदू रक्षा दल का गाजियाबाद के शालीमार गार्डन में ऑफिस है। दिल्ली-NCR में इस संगठन का विस्तार है। संगठन का नाम पहले भी विवादों में आ चुका है। चलिए, अब बांग्लादेश के मौजूदा हालात के बारे में बताते हैं…
बांग्लादेश में हालात अस्थिर हैं। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद भंग कर दी है। देश की पूर्व PM खालिदा जिया को भी रिहा कर दिया गया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मंगलवार दोपहर 3 बजे तक संसद भंग करने का अल्टीमेटम दिया था। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद जश्न मनाने के दौरान कई उपद्रवियों ने पुलिस थानों और इमारतों में लूट-पाट की घटना को अंजाम दिया। राजधानी ढाका के मीरपुर मॉडल पुलिस स्टेशन को भी उपद्रवियों ने आग लगा दी थी। पैरामिलिट्री फोर्स बांग्लादेश अंसार को हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। देश में सभी पुलिस स्टेशनों की सुरक्षा के लिए भी उन्हें तैनात किया गया है। शेख हसीना को गाजियाबाद में सुरक्षित रखा गया। मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- शेख हसीना सदमे में हैं। सरकार बात करने से पहले उन्हें कुछ समय दे रही है। वे भविष्य को लेकर खुद फैसला लेंगी। कयास हैं कि वे लंदन या फिनलैंड जा सकती हैं। यह भी पढ़ें:- गाजियाबाद में एयरबेस के सेफ हाउस में शेख हसीना:बेटी भी कर सकती है मुलाकात; यूपी पुलिस के अधिकारी भी पहुंचे हिंसा के बाद बांग्लादेश छोड़कर भारत आईं पूर्व PM शेख हसीना अभी गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में हैं। उन्हें और उनकी बहन रेहाना को छोड़कर बांग्लादेश का मिलिट्री प्लेन मंगलवार सुबह 9 बजे लौट गया। प्लेन में मिलिट्री के 7 जवान मौजूद थे। पढ़ें पूरी खबर…
यूपी दिनभर, 3 मिनट में 20 बड़ी खबरें::भागवत बोले-बड़ा करना होगा, स्कूल में टीचर का सुसाइड; फिर आंधी-बारिश; नवजात को टॉयलेट में छोड़ गई मां
यूपी दिनभर, 3 मिनट में 20 बड़ी खबरें::भागवत बोले-बड़ा करना होगा, स्कूल में टीचर का सुसाइड; फिर आंधी-बारिश; नवजात को टॉयलेट में छोड़ गई मां यूपी दिनभर में देखिए आज की 20 बड़ी खबरें। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें…
यूपी में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच तेज, ATS की रडार पर गाजीपुर के 11 मदरसे
यूपी में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच तेज, ATS की रडार पर गाजीपुर के 11 मदरसे <p style=”text-align: justify;”><strong>Ghazipur News Today:</strong> उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से प्रदेश के 4000 मदरसों की जांच एटीएस को सौंप गई है, जिसके बाद एटीएस ने इन मदरसों के फंडिंग की जांच शुरू कर दी है. इस संबंध शासन की तरफ से गाजीपुर जिले के अल्पसंख्यक विभाग को भी पत्र आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पत्र के आधार पर जिले के 11 मदरसे चिन्हित किए गए हैं, जो पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से बगैर मान्यता के संचालित किया जा रहे हैं. इन मदरसों की जांच की लिस्ट अल्पसंख्यक विभाग ने एटीएस को भेज दी है. अब एटीएस इन मदरसों के फंडिंग की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट शासन को भेजेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विभाग ने ATS को सौंपी लिस्ट</strong><br />जिला अल्पसंख्यक अधिकारी सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि शासन के जरिये ऐसे मदरसे की लिस्ट मांगी गई थी, जो बगैर मान्यता के संचालित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि गाजीपुर में इस तरह के 11 मदरसे चिह्नित किए गए हैं, जिन्होंने कभी भी मदरसे के मान्यता के लिए विभाग में पहल नहीं की और वह लगातार चल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गाजीपुर जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने इन मदरसों की जानकारी देते हुए बताया कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में से एक दिलदारनगर का मदरसा है, जो 1962 से लेकर अब तक बगैर मान्यता के संचालित हो रहा है. जिसमें मौजूदा समय में 262 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इनके फंडिंग की होगी जांच</strong><br />इसी तरह जिले के बहरियाबाद में स्थित अरबिया दारुल उलूम के पास भी मान्यता नहीं है, जिसमें 65 छात्र पढ़ते हैं और चार टीचर अध्यापन का कार्य करा रहे हैं. जहां पर कुरान और उर्दू की पढ़ाई होती है जो आम चंदे से चलता है. मदरसा दिनिया स्टीमर घाट जो 1931 से संचालित है, यहां 92 बच्चे और 9 टीचर हैं. यह भी आम चंदे से ही संचालित होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा मदरसा मसीहुल ताजपुर कुर्रा के पास भी मान्यता नहीं है, यहां 240 छात्र पढ़ते हैं और पांच टीचर हैं. इस मदरसे में उर्दू की पढ़ाई कराई जाती है और यह जन सहयोग से चलता है. मदरसा तेगिया बदरुल उलूम ताजपुर कुर्रा 2012 से संचालित होता है, यहां पर 80 बच्चे और पांच टीचर हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मदरसा दारुल उलूम तोगैया समसुल उलूम रेक्सहा में 36 बच्चे और तीन टीचर हैं. जामिया अरबिया हुसैनाबाद दिलदारनगर मदरसा 1962 से संचालित होता है, यहां पर 244 छात्र और 15 टीचर हैं. इसके अलावा मदरसा इस्लामिया अलावलपुर मदरसा, कासिमाबाद में 1997 से संचालित हो रहा है, यहां पर 70 बच्चे और चार टीचर हैं. इस मदरसे में भी कुरान, उर्दू, हिंदी और दूसरे विषय पढ़ाए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दान और जनसहोयग से चल रहे मदरसे?</strong><br />जिले के मुस्लिमपुर में स्थित ‘बच्चों का घर’ मदरसा 1999 से संचालित हो रहा है, इस मदरसे के पास भी मान्यता नहीं है और वर्तमान में यहां 42 बच्चे और चार टीचर हैं. मदरसा तजविरुल कुरान जमालपुर यूसुफपुर में भी 25 बच्चे पढ़ते हैं और यहां दो टीचर हैं. मदरसा जामिया उबेद दिया मोहम्मदाबाद गाजीपुर भी इस लिस्ट में शामिल है, जहां 12 बच्चे और दो टीचर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अल्पसंख्यक विभाग ने एटीएस को भेजी गई लिस्ट में मदरसा अरबिया कंजउल उलूम बहरियाबाद को भी शामिल किया है. यहां पर 70 बच्चे और 6 टीचर हैं. इन सभी मदरसों को आम लोगों से मिले दान और जन सहयोग से चलाई जाने की बात कही जा रही है. हालांकि इन मदरसा के प्रबंधकों के जरिये कभी भी मान्यता के लिए आवेदन तक नहीं किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”UP Politics: सपा प्रत्याशी के खिलाफ FIR दर्ज, एससी-एसटी एक्ट के तहत हुआ केस, जानें क्या है मामला” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/phoolpur-bypolls-fir-on-samajwadi-party-candidate-mujtaba-siddiqui-in-sc-st-act-ann-2812571″ target=”_blank” rel=”noopener”>UP Politics: सपा प्रत्याशी के खिलाफ FIR दर्ज, एससी-एसटी एक्ट के तहत हुआ केस, जानें क्या है मामला</a></strong></p>