<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News:</strong> राजस्थान में सरकार ने गायों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. यहां गायों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों पर रोक लगाने का फैसला लिया है. अब राजस्थान में किसी भी गाय के लिए आवारा जैसे शब्दों की जगह निराश्रित और बेसहारा शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में सोमवार (28 अक्टूबर) को पशुपालन और गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत आदेश जारी करेंगे. सोमवार को दोपहर में सचिवालय स्थित अपने कक्ष में मंत्री इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News:</strong> राजस्थान में सरकार ने गायों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. यहां गायों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों पर रोक लगाने का फैसला लिया है. अब राजस्थान में किसी भी गाय के लिए आवारा जैसे शब्दों की जगह निराश्रित और बेसहारा शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में सोमवार (28 अक्टूबर) को पशुपालन और गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत आदेश जारी करेंगे. सोमवार को दोपहर में सचिवालय स्थित अपने कक्ष में मंत्री इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.</p> राजस्थान शिंदे गुट की दूसरी लिस्ट जारी, संजय निरुपम को इस सीट से मिला टिकट, आदित्य ठाकरे के सामने किसे उतारा?
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सहारनपुर में इंस्पेक्टर बर्खास्त,हाजी इकबाल की जमीन जबरन खरीदी थी:डीआईजी ने जांच के आदेश दिए थे, शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई
सहारनपुर में इंस्पेक्टर बर्खास्त,हाजी इकबाल की जमीन जबरन खरीदी थी:डीआईजी ने जांच के आदेश दिए थे, शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई सहारनपुर में डीआईजी अजय साहनी ने इंस्पेक्टर नरेश कुमार को बर्खास्त कर दिया है। नरेश कुमार पर पद के दुरपयोग करने का आरोप है। उनके खिलाफ तीन महीने पहले लखनऊ के एक युवक ने वकील के जरिए सीएम पोर्टल पर शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि नरेश कुमार ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की करोड़ों की जमीन जबरन काम दाम में अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी है। जिसके बाद डीजीपी ने उसके खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट आने के बाद इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 2023 में तैनाती के दौरान खरीदी थी जमीन
नरेश कुमार 2023 में थाना मिर्जापुर में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था। तैनाती के दौरान ही इंस्पेक्टर के संपर्क में पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के परिचित इरशाद रावत और महबूब आए थे। उन्होंने फरार चल रहे पूर्व एमएलसी की इंदरपुर में 49.6 बीघा बेनामी सम्पति की (1 करोड़) की जानकारी दी। उसने बताया-यह जमीन जिस गांव इंदरपुर तलाद में है, वह गांव भागूवाला से सटा है। जहां रेलवे के नए प्रोजेक्ट के अनुसार रेलवे स्टेशन बनाना प्रस्तावित है। रेलवे स्टेशन बनने के बाद जमीन की कीमत 5 करोड़ रुपए से अधिक हो जाएगी। जिसके बाद इंस्पेक्टर के मन में लालच आ गया कि हाजी इकबाल तो फरार है। उसके बेटे और भाई जेल में है और पत्नी भी सामने नहीं आ रही। इंस्पेक्टर ने जमीन को हड़पने का प्लान बनाया। उसने गांव के दो युवकों इरशाद रावत और महबूब के माध्यम से श्रवण एवं रोशन लाल के नाम पर दर्ज हाजी इकबाल की जमीन अपनी पत्नी राजरानी और एक परिचत विजय कुमार के नाम करा लिया था। तत्कालीन एसएसपी डॉ.विपिन ताडा के सामने तीन महीने पहले जब ये मामला आया तो इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर जांच एसपी देहात सागर जैन को सौंप दी गई थी। खाते में पैसा डालने के बाद दूसरे खाते में करा ली रकम
रोशन लाल ने आरोप लगाया था कि दोनों जमीनों के बैनामे के 15 लाख रुपए उसके खाते में डालने बाद इंस्पेक्टर ने उससे जबरन किसी अन्य खाते में पैसा ट्रांसफर करा लिया। एसपी देहात सागर जैन ने जब जांच की तो रिपोर्ट एसएसपी रोहित सजवाण को सौंपी। जांच रिपोर्ट में सामने आया कि बैंक खातों से धनराशि का आदान-प्रदान हुआ है, और आरोप सही है। जांच में सामने आया कि यह संपत्ति पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की बेनामी संपत्ति है। जांच में दोषी पाए जाने पर एसएसपी के आदेश पर निलंबित इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ तीन महीने पहले थाना सदर बाजार में केस दर्ज किया गया था। हाजी इकबाल पर दर्ज है गैंगस्टर का केस
सहारनपुर में बसपा के पूर्व MLC हाजी इकबाल की तीन कोठियों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है। यह तीनों कोठियां न्यू भगत सिंह कॉलोनी में हैं। हाजी इकबाल पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज है। परिवार पर भी लगभग 12 से ज्यादा मुकदमे हैं। तीनों कोठियां डीएम आवास की बाउंड्री से लगी हैं, जो हाजी इकबाल और उसके भाई पूर्व MLC महमूद अली के नाम पर हैं। तीनों कोठियों का नगर निगम या प्राधिकरण से नक्शा पास नहीं है। अवैध निर्माण को गिराने के संबंध में प्राधिकरण की ओर से नोटिस जारी किया गया था। जिसमें 3 जुलाई तक खुद अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन महमूद ने अवैध निर्माण ध्वस्त नहीं कराया। सोमवार दोपहर एक बजे SDM की टीम हाजी इकबाल के छोटे भाई महमूद अली के आवास पर पहुंची। टीम ने मकान में तोड़फोड़ शुरू कर दी। मकान के मुख्य गेट और छज्जे को गिरा दिया गया। 107 करोड़ रुपए की 125 संपत्ति कुर्क हाजी इकबाल और उसके परिवार से जुड़े लोगों की करीब 107 करोड़ रुपए की 125 संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश पहले दिए गए थे। बाद में इन संपत्तियों को चिन्हित कर कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके बाद प्रशासन ने लगभग 400 बीघा जमीन पर कब्जा ले लिया था। थाना मिर्जापुर में गैंगस्टर सहित अन्य थानों में मुकदमे दर्ज होने के बाद SSP आकाश तोमर ने SIT गठित कर जांच तेज कर दी थी, जिसमें हाजी इकबाल के परिजन तथा करीबी लोगों के नाम से बेनामी संपत्तियां चिन्हित की गई थीं। कुछ दिन पहले हाजी इकबाल और उनके भाई के पर पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। ———————————————— यह खबर भी पढ़ें… संभल में बावड़ी पर बना मकान रातोंरात तुड़वाया, महिलाएं रोने लगीं, कहा-बहुत जुल्म हो रहा, इतनी ठंड में हम कहां जाएंगे संभल में प्रशासन ने 150 साल पुरानी बावड़ी पर अतिक्रमण कर बनाए गए मकान को शुक्रवार रात हटाना शुरू कर दिया। शाम 6 बजे नोटिस चस्पा कर 24 घंटे का समय दिया। एक घंटे बाद ही अधिकारी टीम के साथ पहुंचे और परिवार से मकान खाली करवा दिया। मजदूरों ने रात में मकान का एक हिस्सा गिरा दिया। अभी मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। पढ़ें पूरी खबर…
हरियाणा CM ने भतीजे से पूछा- मेरे पास क्यों आए?:मेहनत कर, नौकरी लगेगी; सैनी की सिफारिश पर खट्टर बोले- सिस्टम सुधारना है
हरियाणा CM ने भतीजे से पूछा- मेरे पास क्यों आए?:मेहनत कर, नौकरी लगेगी; सैनी की सिफारिश पर खट्टर बोले- सिस्टम सुधारना है हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी का प्रदेश में दी जा रही नौकरियों को लेकर एक VIDEO खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह अपने भतीजे को लेकर एक किस्सा सुना रहे हैं। इस वीडियो में वह भतीजे के द्वारा नौकरी लगवाने का किस्सा सुना रहे हैं। इस वायरल वीडियो को बीजेपी खूब प्रचारित-प्रसारित कर रही है। इसकी वजह भी है, इस वीडियो में वह बीजेपी सरकार के द्वारा बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरियां दिए जाने का प्रमाण दे रहे हैं। यहां पढ़िए वीडियो में सीएम ने क्या कहा… 1. परिवार की भी नहीं मानते सिफारिश मैं आपको एक और बात बताता हूं, मैं अपनी बात बता रहा हूं। मेरा एक भतीजा है, MBA कर रखी, BSC कर रखी। वो मेरे पास आया, बोला, चाचा लगवा दो। मैंने कहा, इतना खुला चल रहा है मामला, किसी को कहने की जरूरत ही नहीं। तू मेरे पास क्यों आया? 2. युवाओं को मेहनत करने का संदेश दिया मैंने कहा, आप पेपर दो, मेहनत कर, लग जाएगा अपने आप। नहीं तो हालत यह थी, खबरों की हेडलाइन बन जाती थी कि फलाने मंत्री का बेटा नौकरी लग गया। जब रिजल्ट आता था तो लोग देखते थे कि हां भाई, लग गया। 3. सरकार की ट्रांसपैरेंसी बताई जो गरीब, पात्र व्यक्ति था वह छूट जाता था। वह नहीं लगता था, लेकिन सरकार ने इस पर इतना जबरदस्त स्टैंड लिया है, कि आज बिना पर्ची-बिना खर्ची के युवाओं को नौकरी मिल रही है। खट्टर के पास पर्ची लेकर पहुंचे सीएम सैनी सीएम सैनी ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, जब मैं नारायणगढ़ से विधायक था, तब कुछ युवा मेरे पास आए और बोले, हमारा इंटरव्यू है, सिफारिश लगवाओ। मैंने भी हलके के युवाओं से कहा कि जरूर तुम्हारी नौकरी लगवाएंगे। इसके बाद मैं एक पर्ची लेकर उनके पास गया। मैंने कहा, युवा आ रहे हैं, नौकरी लगवाओ। मनोहर लाल जी ने कहा, सिस्टम सुधारना है कि नहीं। या उसी रास्ते पर चलना है, मैंने कहा, सुधारना है। मनोहर लाल जी बोले, तो फिर भूल जा।
Snowfall In Uttarakhand: नवंबर के अंत तक भी उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर नहीं हुई बर्फबारी, विशेषज्ञों ने जताई चिंता
Snowfall In Uttarakhand: नवंबर के अंत तक भी उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर नहीं हुई बर्फबारी, विशेषज्ञों ने जताई चिंता <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Weather Update:</strong> इस साल नवंबर के अंत तक भी उत्तराखंड की ऊंची चोटियों और बुग्याल क्षेत्रों में बर्फबारी नहीं होने के कारण मौसम की असामान्य स्थिति स्पष्ट दिखाई दे रही है. दयारा बुग्याल, हर्षिल घाटी और गंगोत्री जैसे क्षेत्रों का निरीक्षण करने वाले वन विभाग के अधिकारियों ने जलवायु परिवर्तन और मौसम की बेरुखी पर गहरी चिंता व्यक्त की. यह स्थिति जलस्रोतों, नदियों और स्थानीय पर्यावरणीय संतुलन के लिए गंभीर परिणाम उत्पन्न कर सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री जैसी धार्मिक और पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण चोटियां, जो हर साल नवंबर में बर्फ से ढकी रहती थीं, इस बार लगभग बर्फ विहीन हैं. गंगोत्री घाटी और वासुकी ताल जैसे ऊंचाई वाले स्थान, जो आमतौर पर नवंबर में बर्फ से भर जाते थे, अब तक बर्फ से वंचित हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विशेषज्ञों का मानना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते सर्दियों का समय छोटा हो गया है. समय पर बर्फ न गिरने से हिमालयी ग्लेशियरों के रिचार्ज होने की प्रक्रिया बाधित हो रही है, जो नदियों और कृषि पर निर्भर क्षेत्रों के लिए गंभीर चुनौती पैदा कर सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वन विभाग के मुताबिक, हिमालयी क्षेत्र में बुग्यालों (घास के मैदानों) पर भी जलवायु परिवर्तन का असर दिख रहा है. कई स्थानों पर इको-फ्रेंडली तकनीकों का उपयोग कर इन क्षेत्रों के संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं. अब तक 83 हेक्टेयर बुग्यालों में पुनर्स्थापन का कार्य पूरा हो चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जलवायु पर पड़ेगा बर्फबारी का असर</strong><br />बर्फबारी में लगातार कमी का प्रभाव न केवल जलवायु संतुलन पर पड़ेगा, बल्कि यह पर्यटन, ऊर्जा उत्पादन, और स्थानीय समुदायों की आजीविका पर भी गहरा असर डालेगा. इस क्षेत्र में जल्द से जल्द सटीक समाधान और पर्यावरणीय नीतियों की आवश्यकता है. यह स्थिति न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर पर्यावरणीय बदलावों का प्रमाण है, जिसे समय रहते गंभीरता से लेना आवश्यक है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/chandrashekhar-azad-statement-on-sambhal-violence-said-it-is-failure-of-police-administration-and-government-2830095″><strong>’सर्वें के दौरान धार्मिक नारे क्यों, देश की छवि हो रही खराब..’, संभल हिंसा पर बोले चंद्रशेखर आजाद</strong></a></p>