<p style=”text-align: justify;”><strong>Sansad Ratna Award 2025:</strong> भारतीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट संसदीय कार्य के लिए प्रतिवर्ष दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘संसद रत्न पुरस्कार 2025’ की घोषणा हो गई है. इस बार राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ (Madan Rathore) को इस सम्मान से नवाजा जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्हें यह पुरस्कार राज्यसभा की ओवरऑल कैटेगरी में उनके प्रभावशाली योगदान और सक्रिय भूमिका के लिए दिया जाएगा. इस वर्ष कुल 17 सांसदों और 2 संसदीय समितियों का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया है, जिसमें राजस्थान से एक अन्य सांसद पीपी चौधरी का नाम भी शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन देती है ये सम्मान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पुरस्कार नागरिक समाज की संस्था प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसकी प्रेरणा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से मिली थी. संसद रत्न पुरस्कारों का यह 15वां संस्करण है, जो देश भर के सांसदों के पारदर्शी और तथ्य-आधारित मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है. इस वर्ष यूपी से भी दो लोकसभा सांसदों—प्रयागराज की फूलपुर सीट से प्रवीण पटेल और गोरखपुर से अभिनेता व सांसद रवि किशन- को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. सांसद मदन राठौड़ और प्रवीण पटेल ने इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “हर पुरस्कार के साथ जिम्मेदारियां और जवाबदेही और अधिक बढ़ जाती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और आंकड़ों पर आधारित है</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पुरस्कार के चयन की प्रक्रिया एक प्रतिष्ठित जूरी समिति द्वारा संपन्न की जाती है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज जी अहिर कर रहे हैं. चयन प्रक्रिया 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 (भाग-द्वितीय) तक सांसदों के संसदीय प्रदर्शन पर आधारित रही है. यह पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें सांसदों के सवाल पूछने की निरंतरता, विधायी कार्यों में भागीदारी और जनहित के मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाना महत्वपूर्ण मापदंड रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने राज्यसभा में नीतिगत चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी, जनहित के मुद्दों की जोरदार पैरवी और विधायी गतिविधियों में उल्लेखनीय योगदान के जरिए एक आदर्श सांसद की भूमिका निभाई है. उनके साथ-साथ प्रवीण पटेल और रवि किशन जैसे सांसदों की भी प्रभावशाली उपस्थिति संसदीय व्यवस्था को मजबूत करती है. यह पुरस्कार आगामी जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया जाएगा, जिसमें देश भर के सांसद, नीति निर्माता, सामाजिक प्रतिनिधि और मीडिया संस्थान भाग लेंगे. सम्मानित होने वाले सभी सांसदों को उनके समर्थक और क्षेत्र की जनता शुभकामनाएं दे रही है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sansad Ratna Award 2025:</strong> भारतीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट संसदीय कार्य के लिए प्रतिवर्ष दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘संसद रत्न पुरस्कार 2025’ की घोषणा हो गई है. इस बार राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ (Madan Rathore) को इस सम्मान से नवाजा जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्हें यह पुरस्कार राज्यसभा की ओवरऑल कैटेगरी में उनके प्रभावशाली योगदान और सक्रिय भूमिका के लिए दिया जाएगा. इस वर्ष कुल 17 सांसदों और 2 संसदीय समितियों का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया है, जिसमें राजस्थान से एक अन्य सांसद पीपी चौधरी का नाम भी शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन देती है ये सम्मान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पुरस्कार नागरिक समाज की संस्था प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसकी प्रेरणा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से मिली थी. संसद रत्न पुरस्कारों का यह 15वां संस्करण है, जो देश भर के सांसदों के पारदर्शी और तथ्य-आधारित मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है. इस वर्ष यूपी से भी दो लोकसभा सांसदों—प्रयागराज की फूलपुर सीट से प्रवीण पटेल और गोरखपुर से अभिनेता व सांसद रवि किशन- को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. सांसद मदन राठौड़ और प्रवीण पटेल ने इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “हर पुरस्कार के साथ जिम्मेदारियां और जवाबदेही और अधिक बढ़ जाती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और आंकड़ों पर आधारित है</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पुरस्कार के चयन की प्रक्रिया एक प्रतिष्ठित जूरी समिति द्वारा संपन्न की जाती है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज जी अहिर कर रहे हैं. चयन प्रक्रिया 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 (भाग-द्वितीय) तक सांसदों के संसदीय प्रदर्शन पर आधारित रही है. यह पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें सांसदों के सवाल पूछने की निरंतरता, विधायी कार्यों में भागीदारी और जनहित के मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाना महत्वपूर्ण मापदंड रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने राज्यसभा में नीतिगत चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी, जनहित के मुद्दों की जोरदार पैरवी और विधायी गतिविधियों में उल्लेखनीय योगदान के जरिए एक आदर्श सांसद की भूमिका निभाई है. उनके साथ-साथ प्रवीण पटेल और रवि किशन जैसे सांसदों की भी प्रभावशाली उपस्थिति संसदीय व्यवस्था को मजबूत करती है. यह पुरस्कार आगामी जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया जाएगा, जिसमें देश भर के सांसद, नीति निर्माता, सामाजिक प्रतिनिधि और मीडिया संस्थान भाग लेंगे. सम्मानित होने वाले सभी सांसदों को उनके समर्थक और क्षेत्र की जनता शुभकामनाएं दे रही है.</p> राजस्थान देशभक्ति के रस में डूबे काशी के शिल्पकार, गुलाबी मीनाकारी से बनाई ब्रह्मोस मिसाइल, देशभर से आए सैकड़ों ऑर्डर
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को मिलेगा ‘संसद रत्न पुरस्कार’, जानें किस आधार पर मिल रहा ये सम्मान
