<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Election 2024</strong>: महाराष्ट्र की माहिम (Mahim) विधानसभा सीट पर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की शिवसेना ने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर (Sada Sarvankar) को टिकट दिया था लेकिन अब ऐसी जानकारी आई है कि वह अपना प्रत्याशी वापस ले सकती है. इसको लेकर सदा सरवणकर को अगले 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. इसके पीछे राज ठाकरे (Raj Thackeray) के बेटे अमित ठाकरे की उम्मीदवारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनसे चीफ राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित को माहिम से चुनाव में उतारा है. अब अमित ठाकरे के यहां से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि महायुति अमित ठाकरे के सामने कोई उम्मीदवार नहीं देगी. ऐसा इसलिए क्योंकि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में राज ठाकरे ने महायुति को बिन शर्त समर्थन दिया था इसलिए महायुति के नेता अमित ठाकरे के सामने कोई उम्मीदवार नहीं देने के विचार कर रहे हैं. यही वजह है कि सदा सरवणकर को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>28 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने के तैयार हैं सदा सरवणकर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, सदा सरवणकर 28 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने वाले हैं. इसको लेकर उन्होंने ‘एक्स’ पर ऐलान भी कर दिया है और वीडियो भी जारी किया है. ऐसे में सदा सरवणकर को मनाने में शिवसेना कितनी कामयाब रहती है यह अगले 24 घंटे में साफ हो जाएगा. सदा सरवणकर तीन बार के विधायक हैं. उन्होंने पिछला दो चुनाव माहिम से जीता है. जबकि 2004 में उन्होंने दादर से चुनाव जीता था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना के विभाजन पर एकनाथ गुट के साथ गए थे सरवणकर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2009 में जब उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं दिया गया था तो वह कांग्रेस में चले गए थे. कांग्रेस ने उन्हें उस चुनाव में माहिम से टिकट भी दिया लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. हालांकि वह वापस लौटकर अविभाजित शिवसेना से जुड़ गए. 2022 में शिवसेना के विभाजन पर उन्होंने <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> का साथ दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं- <a title=”IIT मुंबई ने महमूद फारूकी का कार्यक्रम किया कैंसिल, छात्रों के विरोध के बाद लिया फैसला” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/mahmood-farooqui-program-at-iit-mumbai-canceled-after-student-protest-2811677″ target=”_self”>IIT मुंबई ने महमूद फारूकी का कार्यक्रम किया कैंसिल, छात्रों के विरोध के बाद लिया फैसला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Election 2024</strong>: महाराष्ट्र की माहिम (Mahim) विधानसभा सीट पर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की शिवसेना ने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर (Sada Sarvankar) को टिकट दिया था लेकिन अब ऐसी जानकारी आई है कि वह अपना प्रत्याशी वापस ले सकती है. इसको लेकर सदा सरवणकर को अगले 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. इसके पीछे राज ठाकरे (Raj Thackeray) के बेटे अमित ठाकरे की उम्मीदवारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनसे चीफ राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित को माहिम से चुनाव में उतारा है. अब अमित ठाकरे के यहां से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि महायुति अमित ठाकरे के सामने कोई उम्मीदवार नहीं देगी. ऐसा इसलिए क्योंकि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में राज ठाकरे ने महायुति को बिन शर्त समर्थन दिया था इसलिए महायुति के नेता अमित ठाकरे के सामने कोई उम्मीदवार नहीं देने के विचार कर रहे हैं. यही वजह है कि सदा सरवणकर को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>28 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने के तैयार हैं सदा सरवणकर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, सदा सरवणकर 28 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने वाले हैं. इसको लेकर उन्होंने ‘एक्स’ पर ऐलान भी कर दिया है और वीडियो भी जारी किया है. ऐसे में सदा सरवणकर को मनाने में शिवसेना कितनी कामयाब रहती है यह अगले 24 घंटे में साफ हो जाएगा. सदा सरवणकर तीन बार के विधायक हैं. उन्होंने पिछला दो चुनाव माहिम से जीता है. जबकि 2004 में उन्होंने दादर से चुनाव जीता था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना के विभाजन पर एकनाथ गुट के साथ गए थे सरवणकर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2009 में जब उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं दिया गया था तो वह कांग्रेस में चले गए थे. कांग्रेस ने उन्हें उस चुनाव में माहिम से टिकट भी दिया लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. हालांकि वह वापस लौटकर अविभाजित शिवसेना से जुड़ गए. 2022 में शिवसेना के विभाजन पर उन्होंने <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> का साथ दिया.</p>
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