रामनवमी के दिन हनुमानगढ़ी में उमड़ा भक्तों का सैलाब, श्रद्धालु बोले- बजरंगबली के दर्शन जरूरी

रामनवमी के दिन हनुमानगढ़ी में उमड़ा भक्तों का सैलाब, श्रद्धालु बोले- बजरंगबली के दर्शन जरूरी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Ram Navami 2025:</strong> अयोध्या में रामनवमी के पावन पर्व पर श्रद्धा और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला. रामलला के दर्शन से पहले भक्तों की पहली मंजिल बनी हनुमानगढ़ी मंदिर. माना जाता है कि जब तक बजरंगबली के दर्शन न हो जाएं, तब तक रामलला के दर्शन अधूरे माने जाते हैं. इसी आस्था के साथ अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुबह से ही मंदिर के बाहर लंबी कतारें लग गई थीं. जय श्रीराम और जय हनुमान के जयघोष से पूरा इलाका गूंजता रहा. एबीपी न्यूज़ की टीम जब हनुमानगढ़ी पहुंची, तो वहां हर कोई रामभक्ति में डूबा नजर आया. लोग दूर-दूर से अपने परिवारों के साथ आए थे और बस एक ही मनोकामना थी बजरंगबली और रामलला दोनों के दर्शन हो जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामनवमी के दिन पुलिस प्रशासन पूरी तरह रहा अलर्ट&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक भक्त ने कहा, &ldquo;अयोध्या आकर पहले हनुमान जी के दर्शन करना जरूरी है. तभी रामलला के दर्शन सफल माने जाते हैं. सुबह 5 बजे से लाइन में लगे हैं, लेकिन मन में खुशी है कि दर्शन मिल रहे हैं.&rdquo; रामनवमी जैसे बड़े पर्व पर सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई थी. पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा, भीड़ को संभालने के लिए बैरिकेडिंग की गई थी और श्रद्धालुओं को धीरे-धीरे प्रवेश दिया जा रहा था ताकि किसी तरह की अफरा-तफरी न हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामलला के सबसे बड़े भक्त हैं हनुमान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. यह मंदिर तकरीबन 10वीं सदी का माना जाता है. यहां विराजमान हैं बाल हनुमान, जिनकी मूर्ति गुफा के अंदर स्थापित है. मान्यता है कि हनुमान जी अयोध्या की रक्षा करते हैं और रामलला के सबसे बड़े भक्त हैं. यही वजह है कि हर रामभक्त पहले यहां आकर माथा टेकता है. हनुमानगढ़ी की सीढ़ियों से लेकर मंदिर परिसर तक हर कोना आज रामनाम से गूंज रहा था. लोग कहते नजर आए, &ldquo;आज अयोध्या आकर जीवन सफल हो गया.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रीराम के आदर्शों का प्रतीक बन चुकी है अयोध्या</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामनवमी के इस अवसर पर भक्तों से बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें व्यवस्था देखकर बहुत संतोष मिला. एक महिला भक्त ने बताया “डर था कि भीड़ बहुत होगी, लेकिन यहां सब कुछ शांतिपूर्ण और सुंदर है.” अयोध्या इन दिनों सिर्फ एक धार्मिक नगरी नहीं, बल्कि भक्ति, संस्कृति और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों का प्रतीक बन चुकी है. हनुमानगढ़ी में उमड़ी ये भीड़ सिर्फ आस्था नहीं, बल्कि भावनाओं का प्रवाह है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-ram-navami-huge-crowd-gathered-ram-lalla-darshan-kewra-water-showered-on-the-devotees-from-drones-ann-2919671″>अयोध्या में रामनवमी पर रामलला के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, भक्तों पर की गई ड्रोन से केवड़ा जल की वर्षा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ram Navami 2025:</strong> अयोध्या में रामनवमी के पावन पर्व पर श्रद्धा और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला. रामलला के दर्शन से पहले भक्तों की पहली मंजिल बनी हनुमानगढ़ी मंदिर. माना जाता है कि जब तक बजरंगबली के दर्शन न हो जाएं, तब तक रामलला के दर्शन अधूरे माने जाते हैं. इसी आस्था के साथ अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुबह से ही मंदिर के बाहर लंबी कतारें लग गई थीं. जय श्रीराम और जय हनुमान के जयघोष से पूरा इलाका गूंजता रहा. एबीपी न्यूज़ की टीम जब हनुमानगढ़ी पहुंची, तो वहां हर कोई रामभक्ति में डूबा नजर आया. लोग दूर-दूर से अपने परिवारों के साथ आए थे और बस एक ही मनोकामना थी बजरंगबली और रामलला दोनों के दर्शन हो जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामनवमी के दिन पुलिस प्रशासन पूरी तरह रहा अलर्ट&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक भक्त ने कहा, &ldquo;अयोध्या आकर पहले हनुमान जी के दर्शन करना जरूरी है. तभी रामलला के दर्शन सफल माने जाते हैं. सुबह 5 बजे से लाइन में लगे हैं, लेकिन मन में खुशी है कि दर्शन मिल रहे हैं.&rdquo; रामनवमी जैसे बड़े पर्व पर सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई थी. पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा, भीड़ को संभालने के लिए बैरिकेडिंग की गई थी और श्रद्धालुओं को धीरे-धीरे प्रवेश दिया जा रहा था ताकि किसी तरह की अफरा-तफरी न हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामलला के सबसे बड़े भक्त हैं हनुमान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. यह मंदिर तकरीबन 10वीं सदी का माना जाता है. यहां विराजमान हैं बाल हनुमान, जिनकी मूर्ति गुफा के अंदर स्थापित है. मान्यता है कि हनुमान जी अयोध्या की रक्षा करते हैं और रामलला के सबसे बड़े भक्त हैं. यही वजह है कि हर रामभक्त पहले यहां आकर माथा टेकता है. हनुमानगढ़ी की सीढ़ियों से लेकर मंदिर परिसर तक हर कोना आज रामनाम से गूंज रहा था. लोग कहते नजर आए, &ldquo;आज अयोध्या आकर जीवन सफल हो गया.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रीराम के आदर्शों का प्रतीक बन चुकी है अयोध्या</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामनवमी के इस अवसर पर भक्तों से बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें व्यवस्था देखकर बहुत संतोष मिला. एक महिला भक्त ने बताया “डर था कि भीड़ बहुत होगी, लेकिन यहां सब कुछ शांतिपूर्ण और सुंदर है.” अयोध्या इन दिनों सिर्फ एक धार्मिक नगरी नहीं, बल्कि भक्ति, संस्कृति और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों का प्रतीक बन चुकी है. हनुमानगढ़ी में उमड़ी ये भीड़ सिर्फ आस्था नहीं, बल्कि भावनाओं का प्रवाह है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-ram-navami-huge-crowd-gathered-ram-lalla-darshan-kewra-water-showered-on-the-devotees-from-drones-ann-2919671″>अयोध्या में रामनवमी पर रामलला के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, भक्तों पर की गई ड्रोन से केवड़ा जल की वर्षा</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi: रोहिंग्या बच्चों के एडमिशन के मामले को लेकर AAP हमलावर, BJP ने किया पलटवार