फरीदकोट में पंजाब स्पीकर के घर का घेराव:किसान-शिक्षक नेताओं की गिरफ्तारी से रोष, संगठनों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

फरीदकोट में पंजाब स्पीकर के घर का घेराव:किसान-शिक्षक नेताओं की गिरफ्तारी से रोष, संगठनों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

फरीदकोट जिले में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट ने विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के घर के सामने धरना प्रदर्शन किया। यह विरोध बठिंडा जिले के गांव चौके में आदर्श स्कूल के मुद्दे पर अध्यापकों व किसान संगठनों पर हो रहे दमन और संगठन नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया। किसान और मजदूर संगठनों ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। बठिंडा के आदर्श स्कूल में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के साथ हो रहे भेदभाव और घोटालों के खिलाफ संगठन लंबे समय से संघर्षरत हैं। कई अध्यापकों को नौकरी से बर्खास्त किया इस विरोध के बाद प्रबंधक कमेटी ने कई अध्यापकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जब संगठनों ने अनिश्चितकालीन संघर्ष शुरू किया, तो राज्य सरकार ने इस आंदोलन को दबाने के लिए नेताओं को जेलों में बंद कर दिया, जिसके विरोध में पूरे राज्य में मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं। मांग पूरी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी किसान नेता जसपाल सिंह नंगल और शिक्षक नेता गगन पाहवा ने बताया कि जब तक उनके गिरफ्तार साथियों को रिहा नहीं किया जाता और आदर्श स्कूल बठिंडा का मुद्दा हल नहीं होता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। संगठनों का कहना है कि सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे और न्याय की मांग करते रहेंगे। फरीदकोट जिले में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट ने विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के घर के सामने धरना प्रदर्शन किया। यह विरोध बठिंडा जिले के गांव चौके में आदर्श स्कूल के मुद्दे पर अध्यापकों व किसान संगठनों पर हो रहे दमन और संगठन नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया। किसान और मजदूर संगठनों ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। बठिंडा के आदर्श स्कूल में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के साथ हो रहे भेदभाव और घोटालों के खिलाफ संगठन लंबे समय से संघर्षरत हैं। कई अध्यापकों को नौकरी से बर्खास्त किया इस विरोध के बाद प्रबंधक कमेटी ने कई अध्यापकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जब संगठनों ने अनिश्चितकालीन संघर्ष शुरू किया, तो राज्य सरकार ने इस आंदोलन को दबाने के लिए नेताओं को जेलों में बंद कर दिया, जिसके विरोध में पूरे राज्य में मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं। मांग पूरी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी किसान नेता जसपाल सिंह नंगल और शिक्षक नेता गगन पाहवा ने बताया कि जब तक उनके गिरफ्तार साथियों को रिहा नहीं किया जाता और आदर्श स्कूल बठिंडा का मुद्दा हल नहीं होता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। संगठनों का कहना है कि सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे और न्याय की मांग करते रहेंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर