रामपुर में पंचायत भवन की हालत जर्जर:पंचायत सदस्य बोले- कभी भी गिर सकता है, सरकार से गुहार के बाद भी नहीं मिला बजट

रामपुर में पंचायत भवन की हालत जर्जर:पंचायत सदस्य बोले- कभी भी गिर सकता है, सरकार से गुहार के बाद भी नहीं मिला बजट

शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र में स्थित नरेंण पंचायत भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है। पिछले साल की भारी बारिश ने भवन को इतना क्षतिग्रस्त कर दिया है कि अब यह किसी भी समय ढह सकता है। भवन की दीवारों में गंभीर दरारें आ गई हैं और फर्श टूट चुका है। स्थानीय समाजसेवी बलबीर भलूनी के अनुसार, भारी वर्षा के बाद से भवन में दरारें आ गई थीं, लेकिन इसकी मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। पंचायत के सदस्यों तुला राम महाजन, लायक राम गुप्ता, ज्ञान कायत समेत अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित विभाग और सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाया, लेकिन आज तक कोई बजट आवंटित नहीं किया गया। ग्राम पंचायत नरेंण के प्रधान शिव राम ने स्थिति की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि भवन की खस्ता हालत की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। क्योंकि पंचायत भवन ग्रामीण क्षेत्र के महत्वपूर्ण निर्णयों और विकास योजनाओं का केंद्र है। इस मामले में रामपुर बुशहर के एसडीएम निशांत तोमर ने आश्वासन दिया है, कि पंचायत के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद सभी औपचारिकताएं पूरी कर जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, भवन को गिराने के आदेश जारी होने के बावजूद बजट की कमी के कारण यह कार्य अभी तक लंबित है। वर्तमान में भवन की जर्जर स्थिति के कारण न केवल पंचायत की बैठकें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि यह आसपास के लोगों के लिए भी खतरा बन गया है। स्थानीय निवासियों की मांग है कि या तो भवन की तत्काल मरम्मत की जाए या फिर इसे सुरक्षित तरीके से गिराकर नए भवन का निर्माण किया जाए। शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र में स्थित नरेंण पंचायत भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है। पिछले साल की भारी बारिश ने भवन को इतना क्षतिग्रस्त कर दिया है कि अब यह किसी भी समय ढह सकता है। भवन की दीवारों में गंभीर दरारें आ गई हैं और फर्श टूट चुका है। स्थानीय समाजसेवी बलबीर भलूनी के अनुसार, भारी वर्षा के बाद से भवन में दरारें आ गई थीं, लेकिन इसकी मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। पंचायत के सदस्यों तुला राम महाजन, लायक राम गुप्ता, ज्ञान कायत समेत अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित विभाग और सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाया, लेकिन आज तक कोई बजट आवंटित नहीं किया गया। ग्राम पंचायत नरेंण के प्रधान शिव राम ने स्थिति की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि भवन की खस्ता हालत की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। क्योंकि पंचायत भवन ग्रामीण क्षेत्र के महत्वपूर्ण निर्णयों और विकास योजनाओं का केंद्र है। इस मामले में रामपुर बुशहर के एसडीएम निशांत तोमर ने आश्वासन दिया है, कि पंचायत के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद सभी औपचारिकताएं पूरी कर जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, भवन को गिराने के आदेश जारी होने के बावजूद बजट की कमी के कारण यह कार्य अभी तक लंबित है। वर्तमान में भवन की जर्जर स्थिति के कारण न केवल पंचायत की बैठकें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि यह आसपास के लोगों के लिए भी खतरा बन गया है। स्थानीय निवासियों की मांग है कि या तो भवन की तत्काल मरम्मत की जाए या फिर इसे सुरक्षित तरीके से गिराकर नए भवन का निर्माण किया जाए।   हिमाचल | दैनिक भास्कर