राममंदिर के लुक जैसी कांवड़ का VIDEO:35 लाख रुपए में बनकर हुई तैयार, गंगाजल लेने हरिद्वार रवाना हुए शिवभक्त

राममंदिर के लुक जैसी कांवड़ का VIDEO:35 लाख रुपए में बनकर हुई तैयार, गंगाजल लेने हरिद्वार रवाना हुए शिवभक्त

मेरठ से राममंदिर के प्रतिरूप वाली कांवड़ हरिद्वार में जल लेने रवाना हुई है। बृहस्पतिवार को भोलेनाथ के भक्त राममंदिर वाली कांवड़ लेकर हरिद्वार के लिए निकले हैं। भक्त शिवरात्रि तक हरि की पैड़ी से गंगाजल लेकर मेरठ आएंगे। उसी गंगाजल से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे।
35 लाख रुपए में पूरे एक महीने में बनकर तैयार हुई ये राममंदिर कांवड़ लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गई है। रास्ते में जो भी इसे देख रहा है वो देखता जा रहा है। कांवड़ लेकर रवाना हुए शिवभक्तों ने बताया कि अयोध्या में इस वर्ष प्रभु श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार हुआ है। सालों से करोड़ों हिंदू इस दिन की प्रतीक्षा में थे। वो प्रतीक्षा समाप्त हुई इसलिए हम अपनी खुशी राममंदिर प्रतिरूप कांवड़ लाकर मना रहे हैं। हरिद्वार के लिए रवाना हुई कांवड़ गुरुवार को यह कांवड़ मेरठ के मवाना से रवाना हुई है। कांवड़ के जत्थे मे ंलगभग 250 लोग शामिल हैं। सबसे आगे राममंदिर कांवड़ है। उसके पीछे ट्रेक्टर, ट्रॉली, थार, जीप सहित महंगी गाड़ियां, डीजे और ट्रक गए हैं। पूरे जत्थे में कांवड़ियों के रास्ते का सामान और इलेक्ट्रानिक सिस्टम है।
मंदिर बनने की मन्नत मांगी थी अब पूरी हुई कावड़ के आयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि पूर्व में भी राम मंदिर के निर्माण से पहले यह लोग इसी तरह से कावड़ लेकर आए थे। जिन्होंने मन्नत मांगी थी कि, जैसे ही राम मंदिर का काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद यह लोग जोड़ा पूरा करने के लिए दोबारा से कावड़ लेकर हरिद्वार जाएंगे और गंगाजल लेकर भोले बाबा का जलाभिषेक करेंगे। अब उसी मन्नत को पूरा करने जा रहे हैं। एक कांवड़ राममंदिर के नाम इस कांवड़ का नाम ‘एक कांवड़ राम मंदिर के नाम’ रखा गया है। तस्वीरों में आप देखिए किस तरह से राम मंदिर का एक विशाल मॉडल बनाया गया है। जिसमें अयोध्या की तर्ज पर भगवान राम को भी विराजमान किया गया है। यानी क्रांतिधरा मेरठ का एक कमल ग्रुप अब भगवान राम के प्रतीक को लेकर अब हरिद्वार की ओर गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ा है। महीनाभर में बनकर हुई तैयार कांवड़ के स्ट्रक्चर को लकड़ी, थर्माकोल और बिल्डिंग मटेरियल से बनाया गया है। इसका डिजायन हूबहू राममंदिर की तर्ज पर है। बाहरी रंग भी भगवा है। मंदिर में अंदर रामदरबार, भोलेनाथ का परिवार व अन्य देवीदेवता विराजमान किए हैं। कांवड़ पूरे एक महीने में बनकर तैयार हुई है। स्वचलित कांवड़ को एक ट्राली पर बनाया गया है। इस कांवड़ में सौरभ शर्मा, आशु त्यागी प्रधान, बलराज डुंगर, राजकुमार डुंगर, अमल खटीक का विशेष सहयोग है। मेरठ से राममंदिर के प्रतिरूप वाली कांवड़ हरिद्वार में जल लेने रवाना हुई है। बृहस्पतिवार को भोलेनाथ के भक्त राममंदिर वाली कांवड़ लेकर हरिद्वार के लिए निकले हैं। भक्त शिवरात्रि तक हरि की पैड़ी से गंगाजल लेकर मेरठ आएंगे। उसी गंगाजल से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे।
35 लाख रुपए में पूरे एक महीने में बनकर तैयार हुई ये राममंदिर कांवड़ लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गई है। रास्ते में जो भी इसे देख रहा है वो देखता जा रहा है। कांवड़ लेकर रवाना हुए शिवभक्तों ने बताया कि अयोध्या में इस वर्ष प्रभु श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार हुआ है। सालों से करोड़ों हिंदू इस दिन की प्रतीक्षा में थे। वो प्रतीक्षा समाप्त हुई इसलिए हम अपनी खुशी राममंदिर प्रतिरूप कांवड़ लाकर मना रहे हैं। हरिद्वार के लिए रवाना हुई कांवड़ गुरुवार को यह कांवड़ मेरठ के मवाना से रवाना हुई है। कांवड़ के जत्थे मे ंलगभग 250 लोग शामिल हैं। सबसे आगे राममंदिर कांवड़ है। उसके पीछे ट्रेक्टर, ट्रॉली, थार, जीप सहित महंगी गाड़ियां, डीजे और ट्रक गए हैं। पूरे जत्थे में कांवड़ियों के रास्ते का सामान और इलेक्ट्रानिक सिस्टम है।
मंदिर बनने की मन्नत मांगी थी अब पूरी हुई कावड़ के आयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि पूर्व में भी राम मंदिर के निर्माण से पहले यह लोग इसी तरह से कावड़ लेकर आए थे। जिन्होंने मन्नत मांगी थी कि, जैसे ही राम मंदिर का काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद यह लोग जोड़ा पूरा करने के लिए दोबारा से कावड़ लेकर हरिद्वार जाएंगे और गंगाजल लेकर भोले बाबा का जलाभिषेक करेंगे। अब उसी मन्नत को पूरा करने जा रहे हैं। एक कांवड़ राममंदिर के नाम इस कांवड़ का नाम ‘एक कांवड़ राम मंदिर के नाम’ रखा गया है। तस्वीरों में आप देखिए किस तरह से राम मंदिर का एक विशाल मॉडल बनाया गया है। जिसमें अयोध्या की तर्ज पर भगवान राम को भी विराजमान किया गया है। यानी क्रांतिधरा मेरठ का एक कमल ग्रुप अब भगवान राम के प्रतीक को लेकर अब हरिद्वार की ओर गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ा है। महीनाभर में बनकर हुई तैयार कांवड़ के स्ट्रक्चर को लकड़ी, थर्माकोल और बिल्डिंग मटेरियल से बनाया गया है। इसका डिजायन हूबहू राममंदिर की तर्ज पर है। बाहरी रंग भी भगवा है। मंदिर में अंदर रामदरबार, भोलेनाथ का परिवार व अन्य देवीदेवता विराजमान किए हैं। कांवड़ पूरे एक महीने में बनकर तैयार हुई है। स्वचलित कांवड़ को एक ट्राली पर बनाया गया है। इस कांवड़ में सौरभ शर्मा, आशु त्यागी प्रधान, बलराज डुंगर, राजकुमार डुंगर, अमल खटीक का विशेष सहयोग है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर