बरगाड़ी में हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में डेरामुखी बाबा राम रहीम को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक हटा दी है। शीर्ष अदालत ने इस मामले में राम रहीम को नोटिस जारी किया है। साथ ही चार सप्ताह में जवाब मांगा है। सात महीने पहले लगी थी केस पर स्टे करीब सात महीने पहले पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम को बड़ी राहत देते हुए फरीदकोट जिले में घटित हुए बेअदबी मामले की चल रही प्रिसिडिंग पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई दी गई थी। गुरमीत सिंह द्वारा बेअदबी मामले में दर्ज तीनों मामलों की जांच पंजाब सरकार की SIT की जगह CBI से ही जांच करवाए जाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। जानबूझकर मामले में फंसाया उस समय गुरमीत सिंह का कहना था कि उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाया जा रहा है, ऐसे में बेअदबी मामले से जुड़ी एफआईआर की सीबीआई से जांच करवाने के जो आदेश सरकार ने रद्द किए हैं, उन आदेशों को रद्द कर इस मामले की सीबीआई से ही जांच करवाई जाए। विधानसभा में प्रस्ताव भी पास किया था उक्त याचिका पर राज्य सरकार ने अपना जबाब दायर करते हुए हाईकोर्ट को बताया था कि इस मामले में राज्य सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश वापस लेते हुए विधानसभा में प्रस्ताव भी पास किया था, और हाईकोर्ट के आदेश पर ही उक्त मामले की SIT जांच कर रही है, और अब डेरा प्रमुख द्वारा यह मांग करना गलत है, जिसे देखते हुए याचिकाकर्ता की याचिका को खारिज किया जाए। यह है बेअदबी और गोलीकांड मामला 12 अक्तूबर 2015 को फरीदकोट के बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना हुई। इसके बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा और बहबल कलां में विरोध प्रदर्शन किए, जिसे पुलिस ने खत्म कराने की कोशिश की। इस दौरान 14 अक्तूबर को कोटकपूरा और बहबल कलां में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल का प्रयोग किया। बहबल कलां में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें 2 सिख युवकों की मौत हो गई थी। कोटकपूरा में भी फायरिंग हुई, जिसमें करीब 100 प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। 7 अगस्त 2018 को पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल का केस दर्ज किया था। करीब एक महीना पहले तीनों मामलों में SIT सप्लीमेंट्री चालान कोट में पेश कर चुकी है। राम रहीम भी तीनों मामलों में नामजद एक जून 2015 को गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से पावन स्वरूप चोरी की घटना में डेरा सच्चा सौदा के 7 अनुयायियों को SIT ने गिरफ्तार किया था। बाद में बेअदबी की साजिश के आरोप में राम रहीम, हर्ष धुरी, प्रदीप कलेर व संदीप बरेटा को भी नामजद किया। बरगाड़ी बेअदबी मामले से जुड़ी तीनों घटनाओं में पंजाब पुलिस की SIT राम रहीम समेत अन्य डेरा अनुयायियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी डेरा अनुयायियों की याचिका पर तीनों केसों को फरीदकोट की अदालत से चंडीगढ़ स्थानांतरित कर दिया है। SIT की चार्जशीट में दावा किया गया है कि बरगाड़ी बेअदबी की घटनाओं की साजिश इन तीनों ने महिंदरपाल बिट्टू के साथ मिलकर रची थी। बेअदबी से पहले डेरा सिरसा के पदाधिकारियों ने पंथक नेता बलजीत सिंह दादूवाल की हत्या करने की भी साजिश रची थी, लेकिन उसमें वह सफल नहीं हो सके थे। बरगाड़ी में हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में डेरामुखी बाबा राम रहीम को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक हटा दी है। शीर्ष अदालत ने इस मामले में राम रहीम को नोटिस जारी किया है। साथ ही चार सप्ताह में जवाब मांगा है। सात महीने पहले लगी थी केस पर स्टे करीब सात महीने पहले पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम को बड़ी राहत देते हुए फरीदकोट जिले में घटित हुए बेअदबी मामले की चल रही प्रिसिडिंग पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई दी गई थी। गुरमीत सिंह द्वारा बेअदबी मामले में दर्ज तीनों मामलों की जांच पंजाब सरकार की SIT की जगह CBI से ही जांच करवाए जाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। जानबूझकर मामले में फंसाया उस समय गुरमीत सिंह का कहना था कि उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाया जा रहा है, ऐसे में बेअदबी मामले से जुड़ी एफआईआर की सीबीआई से जांच करवाने के जो आदेश सरकार ने रद्द किए हैं, उन आदेशों को रद्द कर इस मामले की सीबीआई से ही जांच करवाई जाए। विधानसभा में प्रस्ताव भी पास किया था उक्त याचिका पर राज्य सरकार ने अपना जबाब दायर करते हुए हाईकोर्ट को बताया था कि इस मामले में राज्य सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश वापस लेते हुए विधानसभा में प्रस्ताव भी पास किया था, और हाईकोर्ट के आदेश पर ही उक्त मामले की SIT जांच कर रही है, और अब डेरा प्रमुख द्वारा यह मांग करना गलत है, जिसे देखते हुए याचिकाकर्ता की याचिका को खारिज किया जाए। यह है बेअदबी और गोलीकांड मामला 12 अक्तूबर 2015 को फरीदकोट के बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना हुई। इसके बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा और बहबल कलां में विरोध प्रदर्शन किए, जिसे पुलिस ने खत्म कराने की कोशिश की। इस दौरान 14 अक्तूबर को कोटकपूरा और बहबल कलां में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल का प्रयोग किया। बहबल कलां में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें 2 सिख युवकों की मौत हो गई थी। कोटकपूरा में भी फायरिंग हुई, जिसमें करीब 100 प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। 7 अगस्त 2018 को पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल का केस दर्ज किया था। करीब एक महीना पहले तीनों मामलों में SIT सप्लीमेंट्री चालान कोट में पेश कर चुकी है। राम रहीम भी तीनों मामलों में नामजद एक जून 2015 को गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से पावन स्वरूप चोरी की घटना में डेरा सच्चा सौदा के 7 अनुयायियों को SIT ने गिरफ्तार किया था। बाद में बेअदबी की साजिश के आरोप में राम रहीम, हर्ष धुरी, प्रदीप कलेर व संदीप बरेटा को भी नामजद किया। बरगाड़ी बेअदबी मामले से जुड़ी तीनों घटनाओं में पंजाब पुलिस की SIT राम रहीम समेत अन्य डेरा अनुयायियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी डेरा अनुयायियों की याचिका पर तीनों केसों को फरीदकोट की अदालत से चंडीगढ़ स्थानांतरित कर दिया है। SIT की चार्जशीट में दावा किया गया है कि बरगाड़ी बेअदबी की घटनाओं की साजिश इन तीनों ने महिंदरपाल बिट्टू के साथ मिलकर रची थी। बेअदबी से पहले डेरा सिरसा के पदाधिकारियों ने पंथक नेता बलजीत सिंह दादूवाल की हत्या करने की भी साजिश रची थी, लेकिन उसमें वह सफल नहीं हो सके थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे
कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला CISF जवान ने थप्पड़ मार दिया। कंगना हाल ही में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुनी गई हैं। इसके बाद वह दिल्ली जा रही थीं। इसी दौरान यह घटना घटी। थप्पड़ मारने का पता चलते ही CISF अधिकारियों ने महिला जवान को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए CISF के कमांडेंट ने पुलिस को बुलाया। जिस महिला जवान ने कंगना को थप्पड़ मारा, उसका नाम कुलविंदर कौर बताया जा रहा है। इस घटना के बाद किसान संगठनों में मांग की है कि कंगना का डोप टेस्ट होना चाहिए। वहीं, घटना पर हैरानी जताते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि सुरक्षा के जिम्मेदार लोग ही इसका उल्लंघन कर रहे हैं। झगड़ालू महिला हैं कंगना
जत्थेबंदी शहीद भगत सिंह के एक किसना नेता ने कहा है कि एयरपोर्ट पर कंगना वाला जो घटनाक्रम है, वहां एक लड़की पर दोष लगाया जा रहा है। जो हिस्ट्री है कंगना रनोट की, वह झगड़ालू हैं और जो बयानबाजी है, बहुत ही नेगेटिव है, समाज को तोड़ने वाली है। अब तथ्यों की जांच अच्छे अधिकारियों की निगरानी में होनी चाहिए। वहीं, शहीद भगत सिंह तेजवीर सिंह जत्थेबंदी की ओर से मांग की गई है कि मामले की पूरी जांच की जाए। कहा कि आज तक का कंगना का रिकॉर्ड रहा है, इन्होंने शेखर सुमन के बेटे पर आरोप लगाए तो उसने सुसाइड कर लिया। इन्होंने ऋतिक रोशन पर आरोप लगाए। ड्रग्स लेती हैं कंगना, इनका टेस्ट हो
आगे कहा कि जैसे इन्होंने बयानबाजी भी है, इसके बाद कंगना माफी के लायक नहीं हैं। हम चाहते हैं कि इनका डोपिंग टेस्ट होना चाहिए। जिस तरह की शब्दावली का यह उपयोग करती हैं, हमें पक्का यकीन है कि कंगना ड्रग्स लेती हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि कुलविंदर कौर को गिरफ्तार कर उसके बच्चों को गायब कर दिया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि कुलविंदर के परिवार को मामले की सही जानकारी दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध करेंगे। महिला आयोग ने मामले को गंभीर बताया
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी इस घटना को गंभीर बताया है। उन्होंने आरोपी सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आयोग ने इस मामले को लेकर CISF अफसरों से बात की है। सोशल मीडिया पर लिए पोस्ट में उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग खुद ही सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे हैं। SGPC प्रमुख ने कहा- कंगना माहौल को दूषित कर रहीं
पूरे मामले पर SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी का कहना है कि कंगना रनोट का लगातार पंजाब और पंजाबियों को निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना का यह कहना कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है, उनकी बीमार मानसिकता की अभिव्यक्ति है। जबकि, सच्चाई यह है कि उनकी अपनी जुबान से फैलाया जा रहा आतंकवाद देश के माहौल को प्रदूषित कर रहा है। धामी ने कहा कि इतिहास को भूल कर केवल लोकप्रिय होने के लिए देश में लोगों के आपसी सौहार्द को नजरअंदाज करना देश के लिए अच्छा नहीं है। कंगना जानबूझकर इस रास्ते पर चल रही हैं। भाजपा के प्रमुख नेताओं से अपील है कि वे कंगना को संयम और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाएं। हरसिमरत बोलीं- पंजाब देशभक्त
वहीं, बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार से किसानों की शिकायतों पर ध्यान देने और वादों को पूरा करने का आग्रह करती हूं। हमें किसी को भी पंजाबियों को आतंकवादी कहने और सांप्रदायिक बंटवारे को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। पंजाबी देशभक्त हैं, जो सीमाओं पर और अन्नदाता के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। हम बेहतर के पात्र हैं।’ कंगना रनोट को थप्पड़ मारने से जुड़े PHOTOS.. दिल्ली जाते समय हुआ वाकया
यह वाकया उस वक्त हुआ, जब कंगना गुरुवार दोपहर 3.30 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही थीं। इस घटना के बाद कंगना दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली पहुंचकर कंगना रनोट ने CISF की महानिदेशक नीना सिंह को शिकायत की है। इसमें कंगना ने कहा कि एयरपोर्ट के कर्टन एरिया में कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उनसे बहस की और थप्पड़ मारा। कंगना ने महिला जवान को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं, इस घटना से एयरपोर्ट पर 10 से 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के लिए CISF के 4 अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लगे CCTV कैमरों की भी जांच कर रही है। CISF सूत्रों के मुताबिक सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना ने मोबाइल ट्रे में रखने से इनकार कर दिया। वहीं, कंगना रनोट से बहस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कंगना सिक्योरिटी चेक-इन के पास हैं। तब एक आवाज सुनाई दे रही है कि मैडम इंतजार करो। वहीं, कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर कह रही है कि जिस वक्त किसानों को लेकर कंगना रनोट ने बयानबाजी की, मेरी मां वहां आंदोलन में बैठी हुई थी। कुलविंदर का भाई बोला- उसका पति भी CISF में
थप्पड़ मारने वाली किसान कुलविंदर कौर कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी की माहीवाल की रहने वाली है। उसके भाई शेर सिंह ने कहा कि अभी हमें पूरे मामले का पता नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया? कुलविंदर से बात करने के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं। वह करीब 2 साल से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात है। उन्होंने कहा कि मैं सरवण पंधेर और सतनाम पन्नू की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से जुड़ा हुआ हूं। कुलविंदर के पति भी CISF में हैं। उसके 2 छोटे बच्चे (बेटा-बेटी) हैं। वहीं, कुलविंदर कौर के थप्पड़ मारने का पता चलते ही किसान संगठन सम्मानित करने के लिए एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो गए। सिक्योरिटी चेक-इन के वक्त हुआ वाकया
शुरूआती जानकारी के मुताबिक, नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट फ्लाइट संख्या UK-707 से चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। सिक्योरिटी चेक-इन के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थीं, इसी दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट की CISF यूनिट की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मारा। इसके बाद कंगना रनोट के साथ यात्रा कर रहे मयंक मधुर नाम के व्यक्ति ने कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने की कोशिश की। कंगना बोली- मुझे हिट गया, गालियां दी
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा- ‘चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो हादसा हुआ, वह सिक्योरिटी चेक के साथ में हुआ। वहां मैं जैसे ही सिक्योरिटी चेक करके निकली, दूसरे केबिन में जो महिला थी, CISF की कर्मचारी थी। उसने साइड से आकर मेरे फेस पर हिट गया और गालियां देने लगी। जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि मैं फार्मर प्रोटेस्ट को सपोर्ट करती हूं। मैं सेफ हूं लेकिन मेरी चिंता यह है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे।’ DSP एयरपोर्ट बोले- गलत व्यवहार की सूचना मिली, CISF जांच कर रही
इस बारे में पंजाब पुलिस के DSP (एयरपोर्ट) कुलजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पास अभी थप्पड़ मारने की शिकायत नहीं आई है, लेकिन CISF की एक महिला जवान ने कंगना रनोट के साथ गलत व्यवहार किया है। इसकी सूचना आई है। इस मामले में अभी CISF जांच कर रही है। जो महिला कर्मचारी है, उससे पूछताछ कर रही है। यह मामला किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जब इस मामले में कोई शिकायत आएगी तो वह इस पर कार्रवाई करेंगे। थाना प्रभारी बोले- लिखित शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे
एयरपोर्ट थाना प्रभारी पैरी बिंकल ने बताया कि उनके पास लिखित में इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। मगर, उन्हें जानकारी मिली है। उस जानकारी के हिसाब से वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई लिखित शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के CM बोले- जांच के बाद कार्रवाई होगी
सीएम नायब सैनी ने कहा कि उसकी जांच चल रही है। जिस किसी ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के अंदर लगा हुआ व्यक्ति अगर इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह ठीक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, गलत हुआ है। किसानों के कुलविंदर कौर को समर्थन के सवाल पर सीएम सैनी ने कहा कि इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। हिमाचल के मंत्री बोले- दुर्भाग्यपूर्ण, कार्रवाई हो
कंगना रनोट को थप्पड़ मारने के मामले में हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य ने कहा- “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए, खासकर उस महिला के साथ जो अब संसद सदस्य है। CISF कॉन्स्टेबल की किसानों के प्रदर्शन को लेकर कुछ शिकायतें थी लेकिन इस तरह किसी के साथ मारपीट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए”। कंगना रनोट विक्रमादित्य सिंह को हराकर ही मंडी से सांसद बनी है। हिमाचल के पूर्व CM बोले- किसी को हाथ उठाने का हक नहीं
इस मामले में हिमाचल के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी को भी किसी के ऊपर हाथ उठाने का हक नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मंडी सीट पर चुनाव के दौरान जयराम ठाकुर ने कंगना रनोट की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। महिला किसान को 100-100 रुपए में धरनेवाली कहा था
कंगना ने पंजाब की बुजुर्ग महिला मोहिंदर कौर से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें लिखा था, “हाहाहा वह वही दादी है, जिसे टाइम मैगजीन के कवर पर सबसे पावरफुल इंडियन बताया गया था और वह 100 रुपए में उपलब्ध है। कंगना ने बिना नाम लिए मोहिंदर कौर को शाहीन बाग में CAA और NRC के विरोध में शामिल हुईं बिलकिस बानो बताया था। जिसके बाद बठिंडा की रहने वाली मोहिंदर कौर ने कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था।
आप विधायक की पत्नी से छेड़छाड़:शारीरिक संबंध बनाने के NRI पर गंभीर आरोप; आरोपी को भारत लाने की तैयारी
आप विधायक की पत्नी से छेड़छाड़:शारीरिक संबंध बनाने के NRI पर गंभीर आरोप; आरोपी को भारत लाने की तैयारी पंजाब के लुधियाना में कस्बा हलवारा के सनौर विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा की पत्नी गुरप्रीत कौर ने एनआरआई पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एनआरआई उन्हें जबरी शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बना रहा है। कनाडा में रहने वाले बुजुर्ग एनआरआई नछत्तर सिंह मूल रूप से लुधियाना के गांव घुमाण निवासी हैं। थाना सुधार पुलिस ने नछत्तर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं, मामले की जांच एएसआई कुलदीप सिंह कर रहे हैं। नछत्तर सिंह इन दिनों कनाडा के मिसिसॉगा में हैं और सुधार पुलिस ने उसे भारत लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। NRI की कोठी की देखरेख करती है गुरप्रीत,आरोपी से रहा पारिवारिक रिश्ता
शिकायतकर्ता गुरप्रीत कौर ने पुलिस को बताया कि उनका गांव सहौली जिला लुधियाना में है। गुरप्रीत कौर सुधार के घुमाण चौक स्थित नछत्तर सिंह की कोठी में रहती है। वह कोठी की देखरेख भी करती हैं। नछत्तर सिंह के साथ पारिवारिक रिश्ता है, इसी वजह से एनआरआई नछत्तर सिंह ने गुरप्रीत कौर को कोठी की देखरेख का जिम्मा दिया है। 13 मई को कोठी में आकर जबरी शारीरिक संबंध बनाने का बनाया दबाव
गुरप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि नछत्तर सिंह उनपर बुरी नजर रखने लगा था। इस बारे गुरप्रीत कौर ने एनआरआई के बेटे संदीप सिंह को भी बताया था। 13 मई को नछत्तर सिंह शाम पांच बजे के करीब कोठी में आया और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। इस दौरान उसने गुरप्रीत के साथ छेड़छाड़ की। गुरप्रीत ने विरोध किया तो नछत्तर सिंह वहां से चला गया। शारीरिक तौर पर कर रहा प्रताड़ित
गुरप्रीत कौर ने बताया कि नछत्तर सिंह ने उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर बहुत प्रताड़ित किया है। गुरप्रीत कौर ने दावा किया कि उसके पास नछत्तर सिंह की फोटो और वीडियो भी हैं जिन्हें जरूरत पड़ने पर सबके सामने लाएंगी। नछत्तर का भतीजे से चल रहा कोठी का विवाद
NRI नछत्तर सिंह का अपने भतीजे राजू के साथ उक्त कोठी पर मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है। NRI ने कोठी पर कब्जा बनाए रखने के लिए खुद ही गुरप्रीत कौर को इसकी संभाल का जिम्मा सौंपा था। नछत्तर सिंह ने इसके लिए गुरप्रीत कौर को बाकायदा पावर ऑफ अटॉर्नी दी थी। बाद में कोठी को लेकर नछत्तर सिंह का गुरप्रीत कौर के साथ ही विवाद शुरू हो गया जो अदालत में विचाराधीन है। ताजा घटनाक्रम में गुरप्रीत कौर ने नछत्तर सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवाया है। बेटी की तरह मानता हूं गुरप्रीत को
मीडिया से फोन पर बातचीत करते हुए नछत्तर सिंह ने फोन पर बताया कि गुरप्रीत कौर उनकी कोठी पर कब्जा करना चाहती है। इसलिए उसने उनपर झूठे आरोप लगाए हैं। वे गुरप्रीत कौर को बेटी की तरह मानते हैं। उनका बेटा संदीप गुरप्रीत कौर को बहन मानता है। एनआरआई ने आरोप लगाया कि ये सारा खेल राजनीतिक के दम पर खेला जा रहा है। गुरप्रीत कौर ने कोठी कब्जाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान, गुरप्रीत कौर के पति विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा और स्थानीय विधायक हाकम सिंह ठेकेदार से भी इस मामले में बात की थी, लेकिन उनकी कोई मदद नहीं की गई। उन्होंने पुलिस उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पंजाब के बाबा गुरविंदर सिंह खेड़ी की मुश्किलें बढ़ीं:नाभा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया, रिवॉल्वर रिकवरी के लिए रिमांड, एक और अरेस्ट
पंजाब के बाबा गुरविंदर सिंह खेड़ी की मुश्किलें बढ़ीं:नाभा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया, रिवॉल्वर रिकवरी के लिए रिमांड, एक और अरेस्ट फतेहगढ़ साहिब की माता गुजरी कॉलोनी में करीब एक महीने पहले ससुराल परिवार से विवाद के बाद गिरफ्तार हुए बाबा गुरविंदर सिंह खेड़ी जट्टा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। उसे आज फतेहगढ़ साहिब पुलिस दोबारा नाभा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। एक दिन का रिमांड हासिल किया गया है। वारदात में प्रयोग रिवॉल्वर की रिकवरी को लेकर रिमांड लिया गया। पुलिस ने बाबा के एक अन्य साथी बिट्टू निवासी शिमलापुरी को भी गिरफ्तार किया। पिस्टल मेरा निकला तो फांसी लगा देना कोर्ट में पेशी के दौरान बाबा गुरविंदर सिंह ने कहा कि उसे फंसाने की साजिश है। उसके पास कोई रिवॉल्वर नहीं था। उसके ससुराल वालों ने गोली चलाई। अगर रिवॉल्वर उसका निकले तो फांसी लगा देना। पुलिस अवैध रिवॉल्वर उससे बरामद दिखा सकती है। बाबा के वकील जीएस घुम्मन ने कहा कि जानबूझकर उनके क्लाइंट को परेशान किया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने अब तक बाबा की सास और साले की गिरफ्तारी नहीं की है। बाबा का इलाज भी नहीं कराया जा रहा है। दोनों पक्षों खिलाफ दर्ज है क्रॉस केस फतेहगढ़ साहिब में ससुराल वालों से विवाद के बाद दर्ज क्रॉस केस में पुलिस ने जिला मलेरकोटला के गांव खेड़ी जट्टा के रहने वाले बाबा गुरविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। गुरविंदर को 15 अगस्त की रात को सेक्टर 32 चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल से पकड़ा गया था। इस घटना में गुरविंदर सिंह के दांत टूट गए थे। उसका इलाज चंडीगढ़ में चल रहा था। इलाज बाकी है। इसी बीच पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। गुरविंदर सिंह पर फतेहगढ़ साहिब में गाड़ी चढ़ाने का वीडियो सामने आया था। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि इस घटना में गुरविंदर सिंह कैसे बचा। वीडियो के आधार पर ही फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने गुरविंदर के ससुराल वालों खिलाफ क्रॉस केस दर्ज किया था। मामले में दोनों पक्षों के तीन लोगों को पहले गिरफ्तार कर लिया था। अब तक पांच आरोपी पकड़े फतेहगढ़ साहिब की माता गुजरी कालोनी में बाबा गुरविंदर सिंह खेड़ी जट्टां और ससुराल वालों के बीच हुए विवाद में जहां गुरविंदर सिंह की सास गुरजीत कौर के बयानों पर बाबा गुरविंदर सिंह, उसके रिश्तेदार प्रभदीप सिंह सहित 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, वहीं पुलिस ने घायल बाबा गुरविंदर सिंह के बयानो ंपर कार्रवाई करते हुए क्रास केस दर्ज कर लिया है। जिसमें गुरविंदर सिंह के साले मनजोत सिंह के अलावा उसके दोस्त सतवीर सिंह, जसपाल सिंह और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। एसएचओ मलकीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने गुरविंदर सिंह और उसके रिश्तेदार प्रभदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं दूसरे पक्ष के सतवीर सिंह तथा जसपाल सिंह को गिरफ्तार किया था। गुरविंदर सिंह से रिवॉल्वर बरामद करने को लेकर प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। उसके एक अन्य साथी बिट्टू को भी पकड़ लिया गया है।