नूंह के लोगों ने महिला रेसलर विनेश फोगाट के लिए न्याय व ‘भारत रत्न’ की मांग को लेकर अतरिक्त जिला उपायुक्त प्रदीप सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। हरियाणा वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाहनवाज खान ने कहा कि विनेश फोगाट की उपलब्धियों को लेकर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। नूंह डिस्ट्रिक्ट वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद रफीक ने कहा कि यह वास्तव में निराशाजनक है कि ओलिंपिक जो शांति, प्रेम और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा की भावना के सिद्धांतों पर अस्तित्व में हैं। वहां हमारी बहन विनेश फोगट को विवादास्पद तरीके से अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट ना केवल विश्व की नंबर एक व टोक्यो ओलिंपिक की स्वर्ण पदक विजेता को हराने वाली पहली पहलवान बनी, बल्कि वह ओलिंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर भी हैं। प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी विनेश उन्होंने कहा कि फोगाट के द्वारा यह कीर्तिमान हरियाणा के साथ-साथ पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। हरियाणा, जो पूर्व में घटते लिंग-अनुपात और कन्या भ्रूण हत्याओं के लिए जाना जाता था, आज यही महिला खिलाड़ी प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर सामने आई हैं। शिक्षाविद डॉ. जाहिद खान ने मांग की है कि विनेश फोगाट की अयोग्यता वाले घटनाक्रम की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच कराई जाए। यदि कोई दोषी पाए जाता है, तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं जिले के सभी निवासियों ने विनेश को न्याय दिलाने और उनके कुश्ती से संन्यास लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की भी अपील की। नूंह के लोगों ने महिला रेसलर विनेश फोगाट के लिए न्याय व ‘भारत रत्न’ की मांग को लेकर अतरिक्त जिला उपायुक्त प्रदीप सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। हरियाणा वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाहनवाज खान ने कहा कि विनेश फोगाट की उपलब्धियों को लेकर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। नूंह डिस्ट्रिक्ट वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद रफीक ने कहा कि यह वास्तव में निराशाजनक है कि ओलिंपिक जो शांति, प्रेम और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा की भावना के सिद्धांतों पर अस्तित्व में हैं। वहां हमारी बहन विनेश फोगट को विवादास्पद तरीके से अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट ना केवल विश्व की नंबर एक व टोक्यो ओलिंपिक की स्वर्ण पदक विजेता को हराने वाली पहली पहलवान बनी, बल्कि वह ओलिंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर भी हैं। प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी विनेश उन्होंने कहा कि फोगाट के द्वारा यह कीर्तिमान हरियाणा के साथ-साथ पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। हरियाणा, जो पूर्व में घटते लिंग-अनुपात और कन्या भ्रूण हत्याओं के लिए जाना जाता था, आज यही महिला खिलाड़ी प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर सामने आई हैं। शिक्षाविद डॉ. जाहिद खान ने मांग की है कि विनेश फोगाट की अयोग्यता वाले घटनाक्रम की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच कराई जाए। यदि कोई दोषी पाए जाता है, तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं जिले के सभी निवासियों ने विनेश को न्याय दिलाने और उनके कुश्ती से संन्यास लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की भी अपील की। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में छात्रों से भरी स्कूल बस पलटी:13 बच्चे घायल, कंडक्टर को फ्रैक्चर आया; व्यक्ति के सामने आने से अनियंत्रित हुई
हरियाणा में छात्रों से भरी स्कूल बस पलटी:13 बच्चे घायल, कंडक्टर को फ्रैक्चर आया; व्यक्ति के सामने आने से अनियंत्रित हुई हरियाणा के करनाल में सोमवार को स्कूल बस अनियंत्रित होकर खेत में पलट गई। जिसमें 13 छात्र घायल हो गए। 3 बच्चों की हालत नाजुक है। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसा निसिंग में बस्तली गुनियाना रोड पर हुआ। सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घटना के दौरान बस में करीब 40 बच्चे सवार थे। घायलों की पहचान ब्रास गांव के रहने वाले लक्की (12), आयुष (9) और निहाल (11) के रूप में हुई है। इनका निसिंग अस्पताल में इलाज चल रहा है। बाकी छात्रों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बस के कंडक्टर अनमोल को हाथ में फ्रैक्चर आया है। व्यक्ति के सामने आने से हादसा ग्रामीण राधे श्याम ने कहा कि रॉयल पब्लिक स्कूल की बस सुबह बच्चों को लेकर गुनियाना की तरफ जा रही थी। बस के सामने अचानक एक व्यक्ति आ गया। उस दौरान बस की रफ्तार काफी तेज थी। ड्राइवर ने बस को कंट्रोल करने की काफी कोशिश की। सड़क पर मिट्टी और फिसलन थी। ड्राइवर ने जैसे ही ब्रेक लगाए तो बस फिसल गई और खेतों में जाकर पलट गई। इसके बाद बस में बैठे बच्चों में चीख पुकार मच गई। आसपास के ग्रामीण दौड़े-दौड़े आए और बस के अंदर दर्द से चीख रहे बच्चों को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें तुरंत निसिंग अस्पताल ले जाया गया। 3 बच्चों की हालत गंभीर थी। बाकी 10 बच्चों को डॉक्टरों ने जांच के बाद छुट्टी दे दी। ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप हादसे की सूचना के बाद बच्चों के पेरेंट्स अस्पताल में पहुंच गए। उन्होंने बस के ड्राइवर पर लापरवाही से बच चलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ड्राइवर की तेज स्पीड से बस चलाने और असावधानी बरतने के कारण ही यह हादसा हुआ है। SHO बोले- ड्राइवर से पूछताछ कर रहे निसिंग थाना के SHO जगदीश कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ड्राइवर से पूछताछ कर रही है। यह पता लगाया जाएगा कि यह हादसा कैसे हुआ। प्रिंसिपल बोले- गलती मिली तो ड्राइवर पर कार्रवाई करेंगे रॉयल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सतपाल सिंह ने बताया कि सड़क पर अचानक बस का संतुलन बिगड़ गया था। जिसकी वजह से हादसा हुआ। परिजन ड्राइवर पर लापरवाही के आरोप लगा रहे है। ड्राइवर से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली जाएगी। बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। ड्राइवर के खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी, वह अमल में लाई जाएगी। ये खबर भी पढ़ें :- पंजाब में पेड़ से टकराई स्कूल बस, छात्र की मौत: गुस्साए लोगों ने जाम लगाया पंजाब के लुधियाना में मंगलवार सुबह प्राइवेट स्कूल की बस पेड़ से टकरा गई। हादसे में एक छात्र की मौत हो गई, जबकि 5 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा जगराओं कस्बे के रायकोट रोड पर हुआ। पुलिस ने ड्राइवर चमकौर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद करीब 6 घंटे बाद परिजनों ने जाम खोला। मृतक की पहचान अखाड़ा गांव के रहने वाले गुरमन सिंह (7) के रूप में हुई है। गुरमन के पिता सतनाम सिंह ट्रैक्टर के मैकेनिक हैं। गुरमन उनका इकलौता बेटा था। घायलों में आकाशदीप कौर, सुखमन सिंह, गुरलीन कौर, अर्शदीप कौर और गुरसाहिब सिंह शामिल हैं। पांचों घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में BJP सरकार गिराने की रणनीति बना रही कांग्रेस:हुड्डा ने चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग की; सांसद सैलजा गैरहाजिर रहीं
हरियाणा में BJP सरकार गिराने की रणनीति बना रही कांग्रेस:हुड्डा ने चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग की; सांसद सैलजा गैरहाजिर रहीं लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा में विधानसभा के समीकरण बदल गए हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार दावा कर रहे हैं कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसी को लेकर चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग की गई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की। इस बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाई गई। वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार को अल्पमत में होने का दावा कर उसे बर्खास्त करने का दबाव बनाने के बारे में भी चर्चा की गई। कांग्रेस विधायक विधानसभा भंग करने के लिए राज्यपाल से मिलने का समय मांग सकते हैं। समय न मिलने की स्थिति में जिला मुख्यालयों पर आंदोलन संभव है। मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीटिंग में हुए फैसले की जानकारी देंगे। सबसे अहम बात यह है कि इस मीटिंग में कांग्रेस के 4 नवनिर्वाचित सांसद भी पहुंचे हैं। इनमें रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अंबाला से वरुण चौधरी, हिसार से जेपी और सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी बैठक में शामिल हुए हैं। ये चारों सांसद हुड्डा गुट के बताए जा रहे हैं। वहीं सिरसा से SRK गुट की कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा इस मीटिंग में नहीं पहुंची हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उप चुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा ने गठबंधन तोड़ दिया। इसके बाद जजपा 10 विधायकों के साथ सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर को सीएम कुर्सी छोड़नी पड़ी। नायब सैनी सीएम बन गए। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद भाजपा सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन से और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।
अमित शाह पर टीम हुड्डा का पलटवार:कहा- गैर की महफिल में मेरे चर्चे, कुर्सी के लिए खेलते गंदे खेल, मेरे नाम से सारे बहाने
अमित शाह पर टीम हुड्डा का पलटवार:कहा- गैर की महफिल में मेरे चर्चे, कुर्सी के लिए खेलते गंदे खेल, मेरे नाम से सारे बहाने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 जुलाई को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में आए थे। जहां केंद्रीय गृह मंत्री ने हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर सरकार के हिसाब देने को लेकर बयान दिया था। जिसको लेकर भूपेंद्र हुड्डा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर जवाब दिया है। सोशल मीडिया पोस्ट में भूपेंद्र हुड्डा ने लिखा- गैर की महफिल में मेरे चर्चे हैं, सियासत के गलियारों में बस मेरे ही फसाने हैं। वो कुर्सी के लिए खेलते हैं गंदे खेल हर रोज और मेरे नाम से उनके सारे बहाने हैं। भूपेंद्र हुड्डा ने इस पोस्ट में एक वीडियो लगा रखा है। जिसमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मेरा नाम, मेरा नाम गाना चल रहा है। शाह ने कहा था- हुड्डा साहब हिसाब लेकर आया हूं
पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस ने विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। भाजपा सरकार ने हर गरीब को घर, गैस, बिजली, शौचालय, 5 लाख तक मुफ्त इलाज, 5 किलो मुफ्त अनाज देने का काम किया है। गृह मंत्री ने कहा था कि हुड्डा साहब ने कल घोषणा की है कि कांग्रेसी हिसाब मांगेंगे। हुड्डा साहब- मैं हिसाब लेकर आया हूं और यहां से चुनौती देता हूं। मैं अपने 10 साल और आपके 10 साल का हिसाब लेकर जनता के बीच जाऊंगा। हुड्डा साहब सुन लेना मैं बनिया का बेटा हूं पाई-पाई का हिसाब लेकर आया हूं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि आपने 10 साल में ऊपर से नीचे तक हरियाणा को सिर्फ 41 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल की सरकार 10 साल चली और 269 लाख करोड़ रुपए देने का काम किया। हमने आपसे 6 गुना ज्यादा पैसा हरियाणा को देने का काम किया है। आप हिसाब लेकर आइए, हमारे मुख्यमंत्री को आने की जरूरत नहीं है। हमारे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष लड़ने के लिए तैयार हैं। 15 जुलाई से शुरू की थी हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा
विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के चलते कांग्रेस ने प्रदेश में यात्रा शुरू की है। 15 जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा को ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ नाम दिया गया है। इस यात्रा के तहत रोहतक लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा कर लोगों से संवाद कर रहे हैं। जीटी बेल्ट से शुरू हुई इस यात्रा में दीपेंद्र हुड्डा सीएम सिटी करनाल, यमुनानगर, अंबाला शहर, राई, पानीपत ग्रामीण, जुलाना और सोनीपत शहर में पदयात्रा कर चुके हैं।