केंद्र सरकार 15 अगस्त को पंजाब के 22 पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित करेगी। इनमें से सात अधिकारियों को गैलेंट्री अवॉर्ड मेडल, दो को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक और 13 को सराहनीय सेवाओं के लिए पदक से सम्मानित किया जाएगा। केंद्र सरकार 15 अगस्त को पंजाब के 22 पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित करेगी। इनमें से सात अधिकारियों को गैलेंट्री अवॉर्ड मेडल, दो को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक और 13 को सराहनीय सेवाओं के लिए पदक से सम्मानित किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पत्नी किसी के साथ भाग गई तो शराब पीकर 5 साल की बेटी को स्टेशन पर भूला
पत्नी किसी के साथ भाग गई तो शराब पीकर 5 साल की बेटी को स्टेशन पर भूला जालंधर | सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बुधवार को 5 साल की बच्ची जोर-जोर से रो रही थी। यात्रियों ने उसे चुप कराने की काफी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। बच्ची के माता-पिता की भी तलाश की, लेकिन कोई नहीं मिला। इसकी सूचना जीआरपी को दी गई। मौके पर एसएचओ पलविंदर सिंह भिंडर पहुंचे और बच्ची के माता-पिता के बारे पूछताछ शुरू की। आखिर 5 घंटे की तलाश के बाद ऑटो स्टैंड के पास नशे की हालत एक व्यक्ति गिरा पड़ा मिला। उसे देखते ही बच्ची ने कहा- यही हैं मेरे डैडी। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ कि उमेश कुमार छत्तीसगढ़ से ट्रेन में जालंधर आया था। उसकी पत्नी उसे छोड़कर किसी के साथ चली गई थी। इसी कारण वह काफी परेशान था। उसने शराब पी तो नशा होने पर बच्ची को स्टेशन पर ही भूल गया। पुलिस बच्ची और उसके पिता उमेश को थाने में ले आई। करीब छह घंटे तक उमेश को नशा उतरने तक वहीं रखा गया। उसने बच्ची का नाम प्रतिमा बताया। एसएचओ ने कहा कि इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (18238) ट्रेन की टिकट और बच्चे के लिए खाने का सामान दिया। बच्ची को ट्रेन में बिठाकर पिता उमेश से कहा कि जो पैसे दिए हैं, उसकी शराब मत पीना। उन्हें बच्ची पर ही खर्च करना। इसे सही सलामत घर ले जाना। एसएचओ ने कहा कि अगर बच्ची का पिता न मिलता तो उन्होंने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के साथ संपर्क कर लिया था। बच्ची को वहां पर भेज देना था, लेकिन समय रहते ही उनके मुलाजिमों ने ढूंढ निकाला। उन्होंने कहा कि खुशी है एक बच्ची अनाथ होने से बच गई।
शहीदी दिवस को लेकर अकाली दल का आग्रह:पंजाब सरकार-चुनाव आयोग से कहा-15 से 31 दिसंबर तक शहीदी पखवाड़े, इस दौरान निगम चुनाव न हों
शहीदी दिवस को लेकर अकाली दल का आग्रह:पंजाब सरकार-चुनाव आयोग से कहा-15 से 31 दिसंबर तक शहीदी पखवाड़े, इस दौरान निगम चुनाव न हों शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब सरकार और राज्य चुनाव आयोग से अपील की है कि वे चार साहिबजादों और माता गुजर कौर जी के शहीदी पखवाड़े के दौरान स्थानीय सरकार के चुनाव कराने से बचें। यह शहीदी पखवाड़ा 15 से 31 दिसंबर तक मनाया जाता है। अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा- इस पखवाड़े के दौरान लाखों लोग गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब और संबंधित स्थानों पर मत्था टेकते हैं। इतिहास की इस अविश्वसनीय शहादत पर श्रद्धा के फूल चढ़ाते हैं। इसलिए इस अवधि के दौरान कोई भी चुनाव कराने से शांतिपूर्ण और पवित्र माहौल खराब होगा और लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। उन्होंने कहा कि यद्यपि चुनाव स्थानीय सरकारी संस्थाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन चुनाव कराते समय ऐतिहासिक महत्व के दिनों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। उम्मीद है कि सरकार और राज्य चुनाव आयोग चुनाव की तारीखें तय करते समय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखेंगे।
सीएम मान आज भगत सिंह की प्रतिमा का करेंगे विमोचन:चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर की गई है स्थापित; पहले बीजेपी ने किया था प्रदर्शन
सीएम मान आज भगत सिंह की प्रतिमा का करेंगे विमोचन:चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर की गई है स्थापित; पहले बीजेपी ने किया था प्रदर्शन चंडीगढ़ स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्थापित की गई शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को आज (बुधवार) CM भगवंत मान जनता को समर्पित करेंगे। यह प्रतिमा 35 फुट की है। शुभारंभ के लिए जिला प्रशासन व पुलिस की तरफ से तैयारियां कर ली गई हैं। हालांकि इससे पहले प्रतिमा के अनावरण को लेकर पंजाब बीजेपी की तरफ से प्रदर्शन भी किया गया था। निशान-ए-इंकलाब प्लाजा किया स्थापित पंजाब सरकार की तरफ से इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निशान-ए-इंकलाब प्लाजा स्थापित किया गया है। जहां पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा लगाई है। इस प्रोजेक्ट पर करीब छह करोड़ की लागत आई है। शुरुआत में जयपुर की एक साइट पर शहीद का क्ले मॉडल तैयार हुआ था। इसके बाद सीएम ने उसके अनुरूप ही प्रतिमा तैयार करने के आदेश दिए थे। वहीं, आज के प्रोग्राम को बेंगलुरु की एक कंपनी द्वारा किया जाना है। इस पल को भी यादगार बनाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी ने सरकार को दिया था 72 घंटे का अल्टीमेटम शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के शुभारंभ को लेकर भी एक कंट्रोवर्सी हुई है। असल में प्रतिमा का शुभारंभ 28 सितंबर को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस मौके होना था। लेकिन उस समय सीएम की तबीयत ठीक नहीं थी। इसके बाद पंचायत चुनाव व फिर चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो गया। इस वजह से चुनावी आचार संहिता लग गई और यह काम लटक गया। लेकिन जैसे ही उपचुनाव संपन्न हुए तो बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा। बीजेपी का आरोप था कि 6 महीने प्रतिमा तैयार हुए हो गए हैं। लेकिन सरकार जानबूझकर इसका शुभारंभ नहीं कर रही है। बीजेपी ने 72 घंटे का सरकार को अल्टीमेटम दिया कि प्रतिमा का शुभारंभ करे, वरना लोग प्रतिमा का शुभारंभ करेंगे। जैसे ही 2 दिसंबर को बीजेपी वाले प्रतिमा का विमाेचन करने जा रहे थे। उससे पहले ही सरकार ने इसके विमोचन का समय दे दिया। वहीं, मोहाली में जुटे बीजेपी के नेताओं को हिरासत में लेकर बाद में रिहा कर दिया गया। 10 साल तक भाजपा ने नाम का विरोध किया जब यह विवाद शुरू हुआ तो श्री आनंदपुर साहिब के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा था कि पंजाब में भाजपा दस साल तक शिरोमणि अकाली दल के साथ सत्ता में रही । लेकिन वह भाजपा वाले उस समय वे हंगामा करते थे कि एयरपोर्ट का नाम भगत सिंह के नाम पर न रखा जाए। हरियाणा भाजपा के नेता एयरपोर्ट का नाम मंगल सेन के नाम पर रखना चाहते थे। अब सीएम भगवंत मान के प्रयासों से एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम के नाम पर रखा गया है। साथ ही वहां भगत सिंह की प्रतिमा भी लगाई गई है। सीएम को इसका उद्घाटन करना है। अब भाजपा उस प्रतिमा को लेकर ड्रामा कर रही है। भाजपा वाले हमेशा से ही भगत सिंह से नफरत करते रहे हैं। पंजाब के लोग भाजपा के पंजाब विरोधी चेहरे को अच्छी तरह जानते हैं।