उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। इस दौरान में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार बेबी रानी मौर्य, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला भी मौजूद रहे। जहा मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पोषण का मंत्र देते हुए कहा कि बच्चों की सेहत सुधरेगी तो पीढ़ी संवरेगी। सीएम योगी ने कहा कि कुपोषित बच्चा समाज के सामने एक चुनौती है। स्वास्थ्य समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए हमें जाति, मत और मजहब से ऊपर उठकर एक-एक बच्चे पर ध्यान देना पड़ेगा। तभी हम 2047 तक भारत को विकसित बना पाएंगे। इसके लिए हमें अभी से मेहनत करनी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना साकार होने का मतलब हर चेहरे पर खुशहाली है। कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि जिस तरह से द्वापर युग में माता यशोदा ने भगवान श्रीकृष्ण का लालन-पालन किया था। उसी तरह से आज के समय में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की भूमिका भी है, उन्हें मां यशोदा की तरह बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बहनें उद्धरण के माध्यम से तीन से पांच वर्ष के बच्चों को शिक्षित करें तो बच्चे तेजी से सीखेंगे। सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की मुहिम को और मजबूती प्रदान करेगा। अगर हमारे प्रदेश के बच्चे सुपोषित होंगे तो भारत समृद्ध होगा। अगर प्रदेश के बच्चे स्वास्थ्य की दृष्टि से विकसित होंगे तो भारत विकसित होगा। सीएम योगी ने बिना नाम लिए विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान कुछ लोग विदेश भाग गए थे तो कुछ लोग छुट्टी मनाने निकल गए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान प्रदेश की आंगनबाड़ी बहनें, आशा बहुओं और एनएम जब कदम से कदम मिलाकर कार्य किया तो उत्तर प्रदेश कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। अपनी सरकार की उपलब्धियों के विषय में बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश में 18000 से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया गया है। बाकी बचे केंद्रों का हम एक साथ निर्माण कराने जा रहे हैं। नियंत्रण में आया इंसेफेलाइटिस सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले इसी सीजन में 1 से 15 वर्ष की उम्र के हजारों की संख्या में बच्चे इंसेफेलाइटिस की चपेट में आते थे। उनमें से 60 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु हो जाती थी। उनमें से 40 फीसदी बच्चे शारीरिक और मानसिक दिव्यांगता के शिकार हो जाते थे। उन्होंने कहा कि चालीस वर्षों में प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौतें हुईं। उन बच्चों की मौत की अपराधी पूर्ववर्ती सरकारें हैं। आज अंतर्विभागीय समन्वय के माध्यम से उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी पूरी तरह से समाप्त हो गई है। ये डबल इंजन की सरकार के बेहतरीन प्रबंधन का परिणाम है। शिशु मृत्यु दर में आई गिरावट सुपोषित भारत के सपने को साकार करने के लिए सीएम योगी के नेतृत्व में जारी जनअभियान के तहत उत्तर प्रदेश में कुपोषण की दर में विगत साढ़े सात वर्ष में काफी गिरावट आई है। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे के अनुसार 2015-2016 की तुलना में वर्ष 2019-2020 में उत्तर प्रदेश में एनीमिया के स्तर में 5.1, स्टंटिंग 6.6, अल्प वजन में 7.4 और सूखापन में 0.6 गिरावट आई है। वहीं आज प्रदेश में शिशु मृत्यु दर प्रति हजार 61 से घटकर 38 और मातृ मृत्यु दर प्रति लाख 201 से घटकर 167 हो गई है। तीन बच्चों का हुआ अन्नप्राशन कार्यक्रम में सीएम योगी ने तीन गर्भवती महिलाओं को पोषित आहार और उपहार भेंट किया। पोषित आहार पाने वाली महिलाओं में कल्पना, मोनिका और खुशनुमा शामिल थीं। इसके अलावा सीएम योगी ने तीन बच्चों नैतिक, वियांश और आयुषी का अन्नप्राशन कराया। इसके तहत सीएम योगी ने बच्चों के मस्तक पर टीका लगाकर लाड एवं दुलार भी किया। इसके अलावा उन्होंने कुपोषित श्रेणी से सुपोषित श्रेणी में आए बच्चों के अभिभावकों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं को सम्मानित भी किया। 63 प्रतिशत सैम बच्चों के पोषण में हुआ सुधार संभव अभियान के तहत 1.9 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण किया जा चुका है। 2023 में लगभग ढाई लाख सैम बच्चों की पहचान की गई। इसमें से 63 प्रतिशत बच्चों के पोषण में सुधार हुआ। 2024 में अब तक 1.8 लाख सैम बच्चों की पहचान की गई। इनमें से 56 प्रतिशत बच्चों के स्वास्थ्य की जांच एवं उनका उपचार किया गया। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच को पोषण ऐप पर अंकित करने की माप दक्षता जून में 6 से 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है। 555 आंगनबाड़ी भवनों का किया लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी ने 66 करोड़ रुपए से 45 जनपदों के 555 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण किया। साथ ही हॉट कुक्ड मील योजना से संबंधित ‘बाल भोग’ पोर्टल https://uphcm.com/hcm/का शुभारंभ किया। इसके अलावा कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बैंक खातों में 8.78 करोड़ रुपए बीमा प्रीमियम का अंतरण किया गया। साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं की यूनिफॉर्म के लिए 29 करोड़ का अंतरण भी किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। इस दौरान में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार बेबी रानी मौर्य, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला भी मौजूद रहे। जहा मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पोषण का मंत्र देते हुए कहा कि बच्चों की सेहत सुधरेगी तो पीढ़ी संवरेगी। सीएम योगी ने कहा कि कुपोषित बच्चा समाज के सामने एक चुनौती है। स्वास्थ्य समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए हमें जाति, मत और मजहब से ऊपर उठकर एक-एक बच्चे पर ध्यान देना पड़ेगा। तभी हम 2047 तक भारत को विकसित बना पाएंगे। इसके लिए हमें अभी से मेहनत करनी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना साकार होने का मतलब हर चेहरे पर खुशहाली है। कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि जिस तरह से द्वापर युग में माता यशोदा ने भगवान श्रीकृष्ण का लालन-पालन किया था। उसी तरह से आज के समय में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की भूमिका भी है, उन्हें मां यशोदा की तरह बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बहनें उद्धरण के माध्यम से तीन से पांच वर्ष के बच्चों को शिक्षित करें तो बच्चे तेजी से सीखेंगे। सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की मुहिम को और मजबूती प्रदान करेगा। अगर हमारे प्रदेश के बच्चे सुपोषित होंगे तो भारत समृद्ध होगा। अगर प्रदेश के बच्चे स्वास्थ्य की दृष्टि से विकसित होंगे तो भारत विकसित होगा। सीएम योगी ने बिना नाम लिए विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान कुछ लोग विदेश भाग गए थे तो कुछ लोग छुट्टी मनाने निकल गए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान प्रदेश की आंगनबाड़ी बहनें, आशा बहुओं और एनएम जब कदम से कदम मिलाकर कार्य किया तो उत्तर प्रदेश कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। अपनी सरकार की उपलब्धियों के विषय में बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश में 18000 से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया गया है। बाकी बचे केंद्रों का हम एक साथ निर्माण कराने जा रहे हैं। नियंत्रण में आया इंसेफेलाइटिस सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले इसी सीजन में 1 से 15 वर्ष की उम्र के हजारों की संख्या में बच्चे इंसेफेलाइटिस की चपेट में आते थे। उनमें से 60 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु हो जाती थी। उनमें से 40 फीसदी बच्चे शारीरिक और मानसिक दिव्यांगता के शिकार हो जाते थे। उन्होंने कहा कि चालीस वर्षों में प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौतें हुईं। उन बच्चों की मौत की अपराधी पूर्ववर्ती सरकारें हैं। आज अंतर्विभागीय समन्वय के माध्यम से उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी पूरी तरह से समाप्त हो गई है। ये डबल इंजन की सरकार के बेहतरीन प्रबंधन का परिणाम है। शिशु मृत्यु दर में आई गिरावट सुपोषित भारत के सपने को साकार करने के लिए सीएम योगी के नेतृत्व में जारी जनअभियान के तहत उत्तर प्रदेश में कुपोषण की दर में विगत साढ़े सात वर्ष में काफी गिरावट आई है। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे के अनुसार 2015-2016 की तुलना में वर्ष 2019-2020 में उत्तर प्रदेश में एनीमिया के स्तर में 5.1, स्टंटिंग 6.6, अल्प वजन में 7.4 और सूखापन में 0.6 गिरावट आई है। वहीं आज प्रदेश में शिशु मृत्यु दर प्रति हजार 61 से घटकर 38 और मातृ मृत्यु दर प्रति लाख 201 से घटकर 167 हो गई है। तीन बच्चों का हुआ अन्नप्राशन कार्यक्रम में सीएम योगी ने तीन गर्भवती महिलाओं को पोषित आहार और उपहार भेंट किया। पोषित आहार पाने वाली महिलाओं में कल्पना, मोनिका और खुशनुमा शामिल थीं। इसके अलावा सीएम योगी ने तीन बच्चों नैतिक, वियांश और आयुषी का अन्नप्राशन कराया। इसके तहत सीएम योगी ने बच्चों के मस्तक पर टीका लगाकर लाड एवं दुलार भी किया। इसके अलावा उन्होंने कुपोषित श्रेणी से सुपोषित श्रेणी में आए बच्चों के अभिभावकों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं को सम्मानित भी किया। 63 प्रतिशत सैम बच्चों के पोषण में हुआ सुधार संभव अभियान के तहत 1.9 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण किया जा चुका है। 2023 में लगभग ढाई लाख सैम बच्चों की पहचान की गई। इसमें से 63 प्रतिशत बच्चों के पोषण में सुधार हुआ। 2024 में अब तक 1.8 लाख सैम बच्चों की पहचान की गई। इनमें से 56 प्रतिशत बच्चों के स्वास्थ्य की जांच एवं उनका उपचार किया गया। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच को पोषण ऐप पर अंकित करने की माप दक्षता जून में 6 से 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है। 555 आंगनबाड़ी भवनों का किया लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी ने 66 करोड़ रुपए से 45 जनपदों के 555 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण किया। साथ ही हॉट कुक्ड मील योजना से संबंधित ‘बाल भोग’ पोर्टल https://uphcm.com/hcm/का शुभारंभ किया। इसके अलावा कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बैंक खातों में 8.78 करोड़ रुपए बीमा प्रीमियम का अंतरण किया गया। साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं की यूनिफॉर्म के लिए 29 करोड़ का अंतरण भी किया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में HCS मीनाक्षी दहिया रिश्वत केस में बड़ा खुलासा:चौकीदार को स्कूटी से रिश्वत लेने भेजा; जमानत खारिज, 29 मई से अंडर ग्राउंड हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंटर सेक्रेटरी के पद पर तैनात HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ा खुलासा किया है। एसीबी ने कहा है कि दहिया ने अपनी स्कूटी से चौकीदार को जिला मत्स्य अधिकारी से 1 लाख रुपए रिश्वत लेने के लिए भेजा था। 29 मई से अंडर ग्राउंड चल रहीं मीनाक्षी दहिया हालांकि अभी तक एसीबी की पकड़ से दूर हैं। उनका फोन स्विच ऑफ और उनकी लोकेशन के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। सबसे अहम बात यह है कि पंचकूला की आदलत ने एचसीएस अधिकारी मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी है नियुक्ति HSVP में, काम कर रहा दहिया के साथ एसीबी ने अभी तक की जांच में कोर्ट में दावा किया है कि स्कूटी अधिकारी के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। मत्स्य विभाग के चपरासी सतिंदर सिंह को लेकर भी एसीबी ने बड़ा खुलासा किया है। कहा है कि गिरफ्तार चपरासी ने खुलासा किया है कि वह शहरी स्थानीय निकाय विभाग का कर्मचारी है, लेकिन वह दहिया के घर पर काम करता था। उसकी नियुक्ति 2020 में एचएसवीपी में हुई थी। उसने यह भी दावा किया है कि उसने उसे जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोरा से किसी आधिकारिक काम के लिए पैसे लेने के लिए भेजा था। उसके साथ जुड़े स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह को भी बिचौलिए के तौर पर काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। खोरा के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी ACB के पास मीनाक्षी दहिया के साथ खोरा की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी एसीबी के पास मौजूद है। दरअसल, काम हो जाने के बाद दहिया ने खोरा को व्हाट्सएप कॉल किया था, जिसने उसे आश्वासन दिया कि उसी दिन आदेश जारी किए जाएंगे। चार्जशीट वापस लेने के बाद, जब वह 19 अप्रैल को आभार व्यक्त करने के लिए दहिया के कार्यालय गया और उनकी बातचीत रिकॉर्ड की। अदालत को सौंपी गई प्रतिलिपि में, उसने जोगिंदर के साथ खोरा द्वारा तय की गई 1 लाख रुपये की राशि पर चर्चा की, और कहा कि वह अपनी सुविधानुसार इसका प्रबंध कर सकता है क्योंकि उसे कोई जल्दी नहीं है। ACB दहिया को जारी कर चुकी नोटिस सबूतों के आधार पर एसीबी ने इस मामले में दहिया को नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि वह इस भ्रष्टाचार के केस में उससे पूछताछ करना चाह रही है। नोटिस दहिया के घर भी एसीबी के द्वारा लेकर भेजा गया है, लेकिन घर से वह फरार बताई जा रही हैं। साथ ही अभी तक भी एसीबी के किसी भी नोटिस का दहिया के द्वारा जवाब नहीं दिया गया है। ये खबरें भी पढ़ें…।
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‘यूपी पुलिस की नजरबंदी से बचाएं’, यति नरसिंहानंद गिरी ने वीडियो संदेश में CM योगी से लगाई गुहार
‘यूपी पुलिस की नजरबंदी से बचाएं’, यति नरसिंहानंद गिरी ने वीडियो संदेश में CM योगी से लगाई गुहार <p style=”text-align: justify;”><strong>Ghazibad News:</strong> गाजियाबाद डासना देवी मंदिर के महंत के विवादित बयान के बाद काफी हंगामा देखा गया. इसके बाद से महंत कहां थे किसी को कुछ पता नहीं था. काफी दिनों बाद डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है. डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी का वीडियो बयान आया सामने आया है. वो काफी दिनों से नजरबंद चल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की नजरबंदी से बचाएं. मेरे विरुद्ध प्रयागराज में याचिका लगी हुई है, मुझे अपना पक्ष रखना है. मेरे साथ न्याय किया जाए. महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने योगी आदित्यनाथ से असंवैधानिक नजरबंदी से छुड़वाने का अनुरोध किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखना चाहते हैं यति नरसिंहानंद</strong><br />यति नरसिंहानंद गिरी इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपने विरुद्ध दाखिल जनहित याचिका पर अपना पक्ष रखना चाहते हैं. वह अपने विरुद्ध दाखिल याचिका में अपना पक्ष रखना चाहते हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> से यूपी पुलिस की असंवैधानिक नजरबंदी से रिहा करवाने की प्रार्थना की है ताकि वो इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपने विरुद्ध दाखिल की गई मुस्लिम विद्वानों की जनहित याचिका पर अपना पक्ष रख सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह वीडियो डॉ उदिता त्यागी ने जारी किया है. यह जनहित याचिका दो दिन पहले हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफ़ेयर एसोसिएशन महाराष्ट्र नाम की संस्था के सचिव मोहम्मद यूसुफ की ओर से दाखिल की गई है. जिसमें एडवोकेट मोहम्मद आरिफ व एडवोकेट सहर नकवी याचिकाकर्ता की ओर से दलील पेश करेगी. यह जनहित याचिका महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के इस्लाम के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए हुए उनके बयान पर दाखिल की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/husband-and-wife-committed-suicide-fed-up-with-bullies-by-jumping-in-front-of-a-train-in-kanpur-dehat-ann-2810608″>दबंगों से तंग आकर पति-पत्नी ने ट्रेन के आगे कूद कर दी जान, आत्महत्या से पहले बनाया था वीडियो</a></strong></p>
Independence Day 2024: पटना के गांधी मैदान में CM नीतीश ने किया झंडोतोलन, दिखी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
Independence Day 2024: पटना के गांधी मैदान में CM नीतीश ने किया झंडोतोलन, दिखी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था <p style=”text-align: justify;”><strong>Independence Day 2024:</strong> स्वतंत्रता दिवस को पटना के गांधी मैदान में गुरुवार को मुख्य समारोह का आयोजन किया गया जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झंडोतोलन किया. इस दौरान सीएम नीतीश ने सुरक्षा बलों की सलामी ली. साथ ही जवानों ने परेड किया. इस कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी दिखी. जिला प्रशासन की ओर से समारोह की सभी तैयारियां पूरी की गई थी. वहीं, बारिश की आशंका को लेकर गांधी मैदान में वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया था, जिसमें 30 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मंच से सभा को संबोधित किया. उन्होंने बिहार वासियो को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी. साथ ही शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और नौकरी पर सरकार का रोडमैप बताया और विपक्ष पर हमला भी बोला.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निकाली गई कई झांकियां </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को लेकर सभी मेहमान सुबह 8:30 बजे तक अपनी जगह पर पहुंच गए. <a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> समारोह में 13 झांकियां भी निकाली गई. इन झांकियों के जरिए सरकार की विकासात्मक और लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों को दिखाया गया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से झांकी की संरचना की ऊंचाई अधिकतम 15 फीट निर्धारित की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गांधी मैदान की सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. 98 मजिस्ट्रेट और 1000 से अधिक पुलिसकर्मी इस दौरान सुरक्षा में तैनात रहें. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे गांधी मैदान को चार सेक्टर में बांटा गया था. हर सेक्टर की जिम्मेदार अलग-अलग अधिकारी को सौंपी गई थी. गांधी मैदान में अस्थाई नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया था. वहीं, दर्शकों के लिए पंडाल बनाया गया था, जिससे बारिश होने पर दर्शकों को परेशानी नहीं होगी. ऊंची इमारतों पर भी सुरक्षा के लिए जवान तैनात किए गए थे. सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bjp-vijay-kumar-sinha-statement-on-anant-singh-lalu-yadav-bangladesh-kolkata-doctor-murder-ann-2761369″>Vijay Kumar Sinha: ‘यह कोई सरकार…’, बाहुबली अनंत सिंह की रिहाई पर विजय सिन्हा क्या बोल गए?</a></strong></p>