भास्कर न्यूज | जालंधर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षाओं में एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। ऐसे में छात्र तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। छात्रों को स्मार्ट रणनीति अपनाना सबसे जरूरी है। स्टूडेंट हमेशा सोचते हैं कि पढ़ाई तो काफी करते हैं, लेकिन मॉर्क्स टॉपर्स से काफी कम आते हैं। ऐसे में बोर्ड ने टॉपर्स की कॉपियां ऑनलाइन जारी कर 12वीं साइंस में आंसर लिखने का तरीका बताया है। एक्सपर्ट का कहना है कि स्टूडेंट्स एग्जाम के समय में उन चैप्टर्स पर ज्यादा ध्यान दें, जिनसे हर साल ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। पूरी किताब पढ़ने के बजाय अपने बनाए हुए नोट्स से पढ़ना चाहिए। वहीं स्टूडेंट्स को कॉपी में ज्यादा लंबे आंसर नहीं िलखने चाहिए। मीडियम कोई भी हो, बस साफ-सुथरा लिखें और डायग्राम व फ्लो चार्ट से समझाकर अच्छे स्कोर हासिल कर सकते हैं। ऑब्जेक्टिव सवालों को अच्छे से अटेंड करें स्टूडेंट्स भास्कर न्यूज | जालंधर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षाओं में एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। ऐसे में छात्र तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। छात्रों को स्मार्ट रणनीति अपनाना सबसे जरूरी है। स्टूडेंट हमेशा सोचते हैं कि पढ़ाई तो काफी करते हैं, लेकिन मॉर्क्स टॉपर्स से काफी कम आते हैं। ऐसे में बोर्ड ने टॉपर्स की कॉपियां ऑनलाइन जारी कर 12वीं साइंस में आंसर लिखने का तरीका बताया है। एक्सपर्ट का कहना है कि स्टूडेंट्स एग्जाम के समय में उन चैप्टर्स पर ज्यादा ध्यान दें, जिनसे हर साल ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। पूरी किताब पढ़ने के बजाय अपने बनाए हुए नोट्स से पढ़ना चाहिए। वहीं स्टूडेंट्स को कॉपी में ज्यादा लंबे आंसर नहीं िलखने चाहिए। मीडियम कोई भी हो, बस साफ-सुथरा लिखें और डायग्राम व फ्लो चार्ट से समझाकर अच्छे स्कोर हासिल कर सकते हैं। ऑब्जेक्टिव सवालों को अच्छे से अटेंड करें स्टूडेंट्स पंजाब | दैनिक भास्कर
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SSF कर्मी के परिवार को मिलेंगे 2 करोड़:पंजाब CM मान ने किया ऐलान, ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में गई थी जान
SSF कर्मी के परिवार को मिलेंगे 2 करोड़:पंजाब CM मान ने किया ऐलान, ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में गई थी जान पंजाब के संगरूर जिले के भवानीगढ़ में दो दिन पहले सड़क हादसे में जान गंवाने वाले सड़क सुरक्षा फोर्स के मुलाजिम हरशवीर सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपए सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। जबकि एक करोड़ रुपए एचडीएफसी बैंक की तरफ से जीवन बीमा के तहत दिए जाएंगे। यह जानकारी पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर दी है। उन्होंने हादसे में घायल हुए मनदीप सिंह के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है। सीएम ने अपनी पोस्ट में यह जानकारी दी है सीएम ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि भवानीगढ़ के बालद कैंचियां के पास बीते दिन एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ड्यूटी पर तैनात SSF के कर्मचारियों की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कर्मचारी हरशवीर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई और घायल कर्मचारी मनदीप सिंह जिनका इलाज चल रहा है। उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हरशवीर सिंह के परिवार के साथ दिल से संवेदना। सरकार की तरफ से सहायता राशि के रूप में 1 करोड़ रुपए परिवार को दिए जाएंगे और साथ ही HDFC बैंक की तरफ से भी जीवन बीमा के तहत 1 करोड़ रुपए अलग से दिए जाएंगे। सभी से अपील है कि घने कोहरे के कारण यात्रा करते समय सतर्क रहें, हर जान कीमती है, सड़कों पर सावधानी बरतें।

कपूरथला के पेट्रोल पंप के बाथरूम में मिला शव:5 दिन से था लापता युवक, सिरिंज भी मिली, एक बेटी का पिता था
कपूरथला के पेट्रोल पंप के बाथरूम में मिला शव:5 दिन से था लापता युवक, सिरिंज भी मिली, एक बेटी का पिता था कपूरथला में पेट्रोल पंप के बाथरूम में 28 वर्षीय युवक का शव मिला है। मृतक की पहचान मनिंदरजीत सिंह के रूप में हुई है, जो गांव भेटां का रहने वाला था। प्रारंभिक जांच में नशे की ओवरडोज से मौत की बात सामने आई है, क्योंकि शव के पास एक सिरिंज बरामद हुई है। घटना काला संघिया रोड की है। मृतक के चाचा सुरजीत सिंह ने बताया कि मनिंदरजीत लंबे समय से नशे का आदी था और एक नशा मुक्ति केंद्र में उसका इलाज चल रहा था। करीब 4-5 दिन पहले वह वहां से लापता हो गया था और घर नहीं लौटा। शुक्रवार को दोपहर बाद उन्हें सूचना मिली कि उनके भतीजे का शव पेट्रोल पंप के बाथरूम में मिला है। पारिवारिक जानकारी के अनुसार, मनिंदरजीत की शादी 4 साल पहले हुई थी और उसकी एक 3 वर्षीय बेटी है। शव पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले हैं और परिजनों ने किसी पर संदेह जताने से इनकार किया है। थाना सिटी प्रभारी बिक्रमजीत सिंह के अनुसार, पुलिस मामले की जांच कर रही है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। शनिवार को कपूरथला सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चल सकेगा।

रंग-बिरंगी मोमबतियां और सजावटी सामानों की बाजार में धूम
रंग-बिरंगी मोमबतियां और सजावटी सामानों की बाजार में धूम भास्कर न्यूज | जालंधर/नवांशहर रंग-बिरंगी मोमबत्तियों की रोशनी से इस बार शहर जगमगाएगा। क्योंकि इस वर्ष पहली बार रोशनी के त्योहार दिवाली का रोमांच नए रंग रूप की मोमबत्तियों व रंग बिरंगी लाइटों से बढ़ रहा है। पहले सिर्फ दीपमाला के लिए मोमबित्तयां की खरीददारी होती थी। लेकिन अब मोमबत्तियां बनाने वालों ने वेल्यू एडीशन की है। नए रूप रंग की इन मोमबत्तियां को दुकानदार स्पेशल गिफ्ट पैक में शामिल करके बेच रहे हैं। पारंपरिक डिजाइन की बजाय नए रंग रूप में मोम को सांचे में डालकर सुंदर मोमबत्तियां बनाई गई हैं। लोग इन्हें सजावट के लिए खरीद रहे हैं। इनके साथ खुशबूदार तेल वाले लैंप की बिक्री हो रही इन लैंप में मोम ही भरा होता है। मोमबत्तियां कई आकारों में बनी हैं। इसलिए बाजारों में रंग-बिरंगी और सुगंधित मोमबत्तियों की मांग बढ़ी है। वैसे केवल दीवाली पर ही नहीं, आजकल लोग डिजाइनर मोमबत्तियों का उपयोग घरों में रोशनी करने और सजाने के लिए भी खूब कर रहे हैं। इसलिए मोमबत्ती का व्यवसाय पूरे साल चलता रहता है। त्योहार की तैयारी को लेकर बाजार के मोमबत्तियां बनाने से लेकर अन्य सजावटी सामानों की बहुतायत दिख रही है। मिट्टी के पारंपरिक दीपक बाजार में नजर आने लगे हैं। श्री गणेश एवं मां लक्ष्मी की छोटी मूर्तियां भी बाजार में दिखाई दे रहीं। बाजार में उत्सव सा माहौल है। घरों को सजाने के लिए रंग-बिरंगी लाइटों वाली लड़ियों, आकर्षित मोमबतियां व अन्य इलेक्ट्रानिक सामान बाजारों में लोगों को पसंदीदा है। व्यापारी प्रवीण महेंद्रू ने बताया कि मोमबत्ती बनाने का काम 50-60 साल पहले हमारे पिता जी ने शुरू किया था। जो भी सिखा अपने पिता जी से सिखा था। उनके आशीर्वाद से अलग-अलग डिजाइन की मोमबत्तियां बनाकर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार उम्मीद है कि मार्किट में पहले के जैसे व्यापार हो। केवल मोमबत्ती बनाना ही नहीं, बल्कि मोमबत्ती सजाने का भी आजकल काफी प्रचलन है। मिट्टी के छोटे-छोटे मोम वाले दीये तरह-तरह से रंगों से सजाए जाते हैं। सफेद मोमबत्तियों को रंग कर उन्हें रंगबिरंगा बनाया जाता है। व्यापारी राजेश राजा, दीपक महेंद्रू, सूरज महेंद्रू, मोहित, वरदान ने बताया कि यह लोगों की डिमांड के अनुसार ही मोमबत्तियां बनाई जाती है। मोमबत्ती की श्रेणी में आप आवश्यकता के अनुसार कम या ज्यादा कीमत के प्रोडक्ट का विकल्प दे सकते हैं। मोमबत्तियां आमतौर पर 1 रुपए से शुरू हो जाती है, जोकि लगभग 200 रुपए तक की आकर्षित सजावटी मोमबत्तियां बनाई जाती है। उन्होंने बताया कि एक बार में लगभग 250 मोमबत्तियां बनाई जाती है, जिसमें सिर्फ 15 मिनट का समय लगता है।