CM योगी आदित्यनाथ अयोध्या की रेप पीड़िता की मां से मुलाकात की। इस दौरान CM ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बता दें की अयोध्या में बच्ची से रेप का मामला गुरुवार को विधानसभा में गूंजा। CM ने इस मामले पर समाजवादी पार्टी और सपा सांसद अवधेश प्रसाद को घेरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलात्कार का आरोपी सपा का है। उसने पिछड़ी जाति की एक बच्ची के साथ कुकृत्य किया है। लेकिन इस पूरे मामले पर अब तक सपा ने कोई एक्शन नहीं लिया। जबकि आरोपी सपा सांसद का करीबी है। पहले आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है…?
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में एक बच्ची से रेप के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके घिनौनी हरकत करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित 2 महीने की गर्भवती हो गई। पीड़ित के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की लेकिन आरोप है कि कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। खेत से लौट रही थी किशोरी…
12 वर्षीय बच्ची 4 बहनों में सबसे छोटी है। पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई है। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों की ओर मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने कहा कि बेकरी मालिक मोईन खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईन ने उसके साथ बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला। पीड़िता की मां ने बताया- जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए। फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया। हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए। CM योगी ने सदन में भी दिया बयान…
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा, आपको बुलडोजर से डर लगता है लेकिन ये निर्दोष के लिए नहीं है। ये अपराधियों के लिए है जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं, जो प्रदेश के व्यापारी और बेटी की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करते हैं, जो प्रदेश के अंदर अराजकता पैदा करके सामान्य लोगों का जीना हराम करते हैं। मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं, कतई नहीं। मैं यहां इस बात के लिए आया हूं कि अगर वो करेंगे तो भुगतेंगे। इसीलिए मैं यहां पर आया हूं, ये लड़ाई सामान्य लड़ाई नहीं है, ये प्रतिष्ठा की लड़ाई भी नहीं है। मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो अपने मठ में मिल जाती, कोई आवश्यकता नहीं है मुझे। राम मंदिर नहीं जाओगे लेकिन पीड़ित बच्ची से मिलने चले जाओ आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को अपने X अकाउंट पर लिखा, सेक्यूलरिज़्म के ‘सूरमाओं’ तुम राम मन्दिर तो नहीं जाओगे, लेकिन एक बार 12 साल की उस ‘बच्ची’ से मिलने ‘अयोध्या’ तो चले जाओ, जिसके साथ ‘गैंग-रेप’ तुम्हारी पार्टी के नेता ने ही किया है। ये खबर भी पढ़ें… अयोध्या में 30 घंटे दर्ज नहीं हुई गैंगरेप की FIR:जिस सपा नेता ने हैवानियत की, उसके घर में 2012 से चल रही थी पुलिस चौकी अयोध्या में किशोरी से गैंगरेप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। रेप के आरोपी सपा नेता के खिलाफ 30 घंटे तक सिर्फ इसलिए FIR नहीं लिखी गई, क्योंकि उसके घर में ही भदरसा चौकी 2012 से चल रही थी। मामला खुलने के बाद न सिर्फ सपा नेता के खिलाफ केस दर्ज हुआ, बल्कि मंगलवार रात पूरी चौकी ही 3 किमी दूर भरत कुंड में शिफ्ट कर दी गई। पढ़ें पूरी खबर CM योगी आदित्यनाथ अयोध्या की रेप पीड़िता की मां से मुलाकात की। इस दौरान CM ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बता दें की अयोध्या में बच्ची से रेप का मामला गुरुवार को विधानसभा में गूंजा। CM ने इस मामले पर समाजवादी पार्टी और सपा सांसद अवधेश प्रसाद को घेरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलात्कार का आरोपी सपा का है। उसने पिछड़ी जाति की एक बच्ची के साथ कुकृत्य किया है। लेकिन इस पूरे मामले पर अब तक सपा ने कोई एक्शन नहीं लिया। जबकि आरोपी सपा सांसद का करीबी है। पहले आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है…?
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में एक बच्ची से रेप के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके घिनौनी हरकत करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित 2 महीने की गर्भवती हो गई। पीड़ित के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की लेकिन आरोप है कि कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। खेत से लौट रही थी किशोरी…
12 वर्षीय बच्ची 4 बहनों में सबसे छोटी है। पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई है। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों की ओर मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने कहा कि बेकरी मालिक मोईन खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईन ने उसके साथ बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला। पीड़िता की मां ने बताया- जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए। फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया। हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए। CM योगी ने सदन में भी दिया बयान…
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा, आपको बुलडोजर से डर लगता है लेकिन ये निर्दोष के लिए नहीं है। ये अपराधियों के लिए है जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं, जो प्रदेश के व्यापारी और बेटी की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करते हैं, जो प्रदेश के अंदर अराजकता पैदा करके सामान्य लोगों का जीना हराम करते हैं। मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं, कतई नहीं। मैं यहां इस बात के लिए आया हूं कि अगर वो करेंगे तो भुगतेंगे। इसीलिए मैं यहां पर आया हूं, ये लड़ाई सामान्य लड़ाई नहीं है, ये प्रतिष्ठा की लड़ाई भी नहीं है। मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो अपने मठ में मिल जाती, कोई आवश्यकता नहीं है मुझे। राम मंदिर नहीं जाओगे लेकिन पीड़ित बच्ची से मिलने चले जाओ आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को अपने X अकाउंट पर लिखा, सेक्यूलरिज़्म के ‘सूरमाओं’ तुम राम मन्दिर तो नहीं जाओगे, लेकिन एक बार 12 साल की उस ‘बच्ची’ से मिलने ‘अयोध्या’ तो चले जाओ, जिसके साथ ‘गैंग-रेप’ तुम्हारी पार्टी के नेता ने ही किया है। ये खबर भी पढ़ें… अयोध्या में 30 घंटे दर्ज नहीं हुई गैंगरेप की FIR:जिस सपा नेता ने हैवानियत की, उसके घर में 2012 से चल रही थी पुलिस चौकी अयोध्या में किशोरी से गैंगरेप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। रेप के आरोपी सपा नेता के खिलाफ 30 घंटे तक सिर्फ इसलिए FIR नहीं लिखी गई, क्योंकि उसके घर में ही भदरसा चौकी 2012 से चल रही थी। मामला खुलने के बाद न सिर्फ सपा नेता के खिलाफ केस दर्ज हुआ, बल्कि मंगलवार रात पूरी चौकी ही 3 किमी दूर भरत कुंड में शिफ्ट कर दी गई। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर