अम्बाला | बीसी बाजार निवासी दलीप कुमार ने जीआरपी थाने में चोरी का केस दर्ज करवाया। शिकायत में दलीप ने बताया कि वह कैंट रेलवे स्टेशन पर काम करता है। 16 जुलाई की रात वह ड्यूटी गया और 17 जुलाई की सुबह करीब साढ़े 8 बजे ड्यूटी खत्म कर वापस जाने लगा तो उसकी बाइक चोरी हो चुकी थी। उसने अपनी बाइक को स्टेशन पर पंजाब नेशनल बैंक के बाहर खड़ा किया था। अम्बाला | बीसी बाजार निवासी दलीप कुमार ने जीआरपी थाने में चोरी का केस दर्ज करवाया। शिकायत में दलीप ने बताया कि वह कैंट रेलवे स्टेशन पर काम करता है। 16 जुलाई की रात वह ड्यूटी गया और 17 जुलाई की सुबह करीब साढ़े 8 बजे ड्यूटी खत्म कर वापस जाने लगा तो उसकी बाइक चोरी हो चुकी थी। उसने अपनी बाइक को स्टेशन पर पंजाब नेशनल बैंक के बाहर खड़ा किया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक नहर में डूबा युवक 36 घंटे बाद मिला:जिम जाने के लिए घर से निकला था, 8 किलोमीटर दूर बरामद रोहतक के नहर में डूबे कमला नगर निवासी युवक का शव गांव बालंद के पास मिला है। वह घर से जिम जाने के लिए निकला था। लेकिन बाद में वह अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए नहर पर चला गया। इस दौरान तेज बहाव के कारण वह नहर में डूब गया। इसका पता चलते ही परिजनों, पुलिस व एनडीआरएफ की टीम ने तलाश शुरू कर दी। लेकिन काफी देर तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस के अनुसार युवक 31 मई की रात करीब 8 बजे डूबा था और 36 घंटे बाद 2 जून को सुबह करीब 8 बजे उसका शव गांव बालंद के पास जेएलएन नहर में मिला। जिस स्थान पर युवक का शव मिला है, वह डूबने वाले स्थान से करीब 8 किलोमीटर दूर है। तीन भाई-बहनों में बीच का था देव रोहतक के कमला नगर निवासी राजेश ने अपने बेटे के नहर में डूबने की शिकायत शिवाजी कॉलोनी थाना में दी। शिकायत में बताया कि उसके 3 बच्चे (2 लड़के व एक लड़की) है। उसका बीच वाला लड़का करीब 21 वर्षीय देव बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई करता है। देव शुक्रवार को घर से जिम में प्रैक्टिस करने के लिए गया था। रात को करीब 8 बजे सूचना मिली कि उसका बेटा पराहवर हैड पर नहाते समय डूब गया। जो अपने दोस्तों के साथ पराहवर हैड पर नहाने के लिए गया था। इसी दौरान वह नहर में तेज बहाव के कारण बह गया और डूब गया। इसका पता लगते ही देव की तलाश आरंभ कर दी थी। नहर में मिला शव शिवाजी कॉलोनी थाना के जांच अधिकारी श्रद्धानंद ने बताया कि कमला नगर निवासी देव के नहर में डूबने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तलाश में जुट गई। वहीं एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया था। देव का शव गांव बालंद के पास जेएलएन नहर में मिल गया है।
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हरियाणा में ED की बड़ी कार्रवाई:वाटिका ग्रुप की 68.59 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क; 5 साल पहले हुई FIR, अक्टूबर में रेड हो चुकी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वाटिका लिमिटेड से जुड़े एक बड़े बिल्डर-निवेशक धोखाधड़ी मामले में 68.59 करोड़ रुपए की लगभग 27.36 एकड़ कृषि भूमि सहित नौ अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई, जिसमें 600 से अधिक निवेशकों के कथित शोषण किया गया है। ईडी की जांच 2021 में आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली द्वारा वाटिका लिमिटेड, इसके प्रमोटरों अनिल भल्ला और गौतम भल्ला और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई कई एफआईआर के बाद हुई है। इन आरोपों में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और निवेशकों और घर खरीदने वालों को बेईमानी से लुभाने के आरोप शामिल हैं। ईडी ने कहा कि वाटिका लिमिटेड ने निवेशकों को भविष्य की परियोजनाओं के लिए उच्च रिटर्न का वादा करके लुभाया, जिसमें निर्माण के दौरान सुनिश्चित भुगतान और पूरा होने के बाद लीज-रेंट रिटर्न शामिल थे। अक्टूबर में रेड की थी ईडी ने वाटिका लिमिटेड और उसकी सहयोगी संस्थाओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली और गुरुग्राम समेत 15 स्थानों पर अक्टूबर में छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने निवेश से जुड़े दस्तावेज़, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से लिए गए लोन के कागजात, और डिजिटल उपकरण जैसे पैन ड्राइव, हार्ड डिस्क, लैपटॉप, और मोबाइल फोन जब्त किए थे। इस मामले में करीब 600 निवेशक शामिल हैं। जिन्हें वाटिका लिमिटेड के कामर्शियल प्रोजेक्ट में निवेश करने पर एश्योर्ड रिटर्न का वादा किया गया था। जाचं अभी जारी है ईडी ने दिल्ली और हरियाणा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा 2021 में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की. जांच में यह सामने आया कि वाटिका लिमिटेड ने निवेशकों को भविष्य की परियोजनाओं में निवेश के लिए आकर्षित किया, लेकिन बाद में आश्वस्त रिटर्न का भुगतान बंद कर दिया और संबंधित इकाइयों को निवेशकों को नहीं सौंपा। इसके अलावा वाटिका समूह से जुड़ी कंपनियों ने 5000 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिया, जिसमें से लगभग 1200 करोड़ रुपए इंडियाबुल्स कंपनी द्वारा वाटिका समूह और उसके प्रमोटर्स के साथ समझौते में माफ कर दिए गए। ठगी का है आरोप ईडी के सूत्रों के मुताबिक, वाटिका लिमिटेड और उसकी सहयोगी संस्थाओं के निदेशकों पर 2000 से अधिक निवेशकों के करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है। इन निवेशकों से कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट्स में निवेश करवाया, लेकिन उन्हें समय पर रिटर्न नहीं दिया गया। इसके बजाय कंपनी ने जमा की गई राशि को किसी अन्य प्रोजेक्ट या कंपनी में डायवर्ट कर दिया। जांच में यह भी सामने आया है कि कंपनी ने समय-समय पर डीटीसीपी से लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया और परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में लापरवाही की है।
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महेंद्रगढ़ में 46 दिन से धरने पर बैठी प्रो. मोनिका:यूनिवर्सिटी पर उत्पीड़न का आरोप, बोली- न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा (सीयूएच) में कानून विभाग की पूर्व डीन प्रो. मोनिका अनिश्चित कालिन धरने पर बैठी हैं। आज उनके धरने का 46वां दिन है। प्रो. मोनिका मलिक ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी। दरअसल प्रो. मोनिका मलिक का केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा कथित उत्पीड़न के विरोध में धरना दे रही हैं। उनका धरना लगातार 46वें दिन भी जारी रहा। रविवार को कॉमन कॉज के लिए काम करने वाली संस्था जन संघर्ष मंच, हरियाणा चैप्टर के सदस्यों ने भी धरने पर बैठ कर इस धरने का समर्थन दिया। प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी द्वारा उनका कार्यस्थल पर लगातार उत्पीड़न किया गया और विरोध करने पर झूठे मामले में फंसाया गया। उन्होंने बताया कि जुलाई 2021 में नए कुलपति के आने के बाद से वह उत्पीड़न का शिकार हैं। उन्होंने इस बारे में कई स्तर पर शिकायतें की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रो. मोनिका ने राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री, केंद्र सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षता सहित कई अधिकारियों से इस संदर्भ में शिकायत की है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके अलावा, उन्होंने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने उनके कार्यालय को चोरी- छुपे खुलवाया और उनकी कई निजी वस्तुओं और दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया और गायब करा दिया। प्रो. मोनिका ने समुचित न्याय की मांग की है, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक धरना जारी रखने का फैसला किया है। न्याय नहीं मिलने पर उनके सामने आमरण अनशन का एक मात्र विकल्प बचा है।