हरियाणा के रेवाड़ी में 6 दिन पहले व्यापारी दिनेश की गोली मारकर हत्या करने के मामले में कसौला थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव पातूहेड़ा निवासी सुनील उर्फ सुम्मी के रूप में हुई है। दिनेश की हत्या उसके बर्थडे वाले दिन कर दी गई थी। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रेवाड़ी के गांव रानौली निवासी दिनेश कुमार (28) ने जलियावास में गारमेंट व किरयाना की दुकान की हुई थी। 5 जुलाई को दिनेश कुमार का जन्म दिन था, जिसकी वजह से उसके पिता शीशराम अपने बेटे को बुलाने के लिए दुकान पर गया था। उनकी दुकान से कुछ दूरी पर एक मोमोज की रेहड़ी लगी हुई थी। जिस पर एसपी उर्फ शिव गांव जलालपुर और सुम्मी गुर्जर पातुहेड़ा के अलावा अमित पहलवान गांव आसलवास ये तीनों मोमोज खा रहे थे। छाती में मारी गोली तीनों आरोपी दिनेश के पास आए और झगड़ा करने लग गए। समझाने के बाद वह सभी वहां से चले गए। शीशराम ने बताया कि उसके बाद वह अपने बेटे के साथ दुकान के पास चौराहे पर आकर बैठ गया। थोडी देर बाद एसपी उर्फ शिव, सुम्मी और अमित एक कार में सवार होकर आए तथा एसपी उर्फ शिव के दो दोस्त सचिन व देवेंद्र उर्फ देबू निवासी चिरहाड़ा अपनी बाइक पर पहुंचे। आरोपियों ने किसी पुरानी रंजिश में उसके बेटे दिनेश के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। आरोपी एसपी उर्फ शिव ने उसके बेटे दिनेश को गोली मार दी और आरोपी मौके से फरार हो गए। तीन दिन के रिमांड पर लिया आरोपी आस-पड़ौस के लोगों की मदद से वह दिनेश को इलाज के लिए पुष्पाजंलि अस्पताल रेवाड़ी लेकर गया जहां डॉक्टर ने दिनेश को मृत घोषित कर दिया। कसौला थाना पुलिस ने शीशराम की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस ने मामले में एक आरोपी गांव पातूहेड़ा निवासी सुनील उर्फ सुम्मी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। हरियाणा के रेवाड़ी में 6 दिन पहले व्यापारी दिनेश की गोली मारकर हत्या करने के मामले में कसौला थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव पातूहेड़ा निवासी सुनील उर्फ सुम्मी के रूप में हुई है। दिनेश की हत्या उसके बर्थडे वाले दिन कर दी गई थी। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रेवाड़ी के गांव रानौली निवासी दिनेश कुमार (28) ने जलियावास में गारमेंट व किरयाना की दुकान की हुई थी। 5 जुलाई को दिनेश कुमार का जन्म दिन था, जिसकी वजह से उसके पिता शीशराम अपने बेटे को बुलाने के लिए दुकान पर गया था। उनकी दुकान से कुछ दूरी पर एक मोमोज की रेहड़ी लगी हुई थी। जिस पर एसपी उर्फ शिव गांव जलालपुर और सुम्मी गुर्जर पातुहेड़ा के अलावा अमित पहलवान गांव आसलवास ये तीनों मोमोज खा रहे थे। छाती में मारी गोली तीनों आरोपी दिनेश के पास आए और झगड़ा करने लग गए। समझाने के बाद वह सभी वहां से चले गए। शीशराम ने बताया कि उसके बाद वह अपने बेटे के साथ दुकान के पास चौराहे पर आकर बैठ गया। थोडी देर बाद एसपी उर्फ शिव, सुम्मी और अमित एक कार में सवार होकर आए तथा एसपी उर्फ शिव के दो दोस्त सचिन व देवेंद्र उर्फ देबू निवासी चिरहाड़ा अपनी बाइक पर पहुंचे। आरोपियों ने किसी पुरानी रंजिश में उसके बेटे दिनेश के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। आरोपी एसपी उर्फ शिव ने उसके बेटे दिनेश को गोली मार दी और आरोपी मौके से फरार हो गए। तीन दिन के रिमांड पर लिया आरोपी आस-पड़ौस के लोगों की मदद से वह दिनेश को इलाज के लिए पुष्पाजंलि अस्पताल रेवाड़ी लेकर गया जहां डॉक्टर ने दिनेश को मृत घोषित कर दिया। कसौला थाना पुलिस ने शीशराम की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस ने मामले में एक आरोपी गांव पातूहेड़ा निवासी सुनील उर्फ सुम्मी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में अंधाधुंध फायरिंग:2 लोगों को 8 गोलियां लगीं; बाइकों पर आए 4 हमलावर वारदात के बाद फरार हरियाणा में रेवाड़ी शहर के पटौदी रोड स्थित ITI के सामने बाइक सवार बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इससे ऑफिस के अंदर बैठे 2 लोगों को 8 गोलियां लगी हैं। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। एक घायल को ट्रॉमा सेंटर तो दूसरे को शहर के पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक का नाम योगेश है। वह रेवाड़ी के गांव गोकलगढ़ का रहने वाला है। वहीं, दूसरे व्यक्ति का नाम रविंद्र है, जो साल्हावास का निवासी बताया जा रहा है। योगेश के शरीर में 6 तो रविंद्र को 2 गोलियां लगी है। सूचना मिलने के बाद DSP पवन कुमार, CIA-1 प्रभारी सुमेर सिंह और सदर थाना प्रभारी रजनीश कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस की टीमें वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। प्रॉपर्टी डीलर साथी के साथ ऑफिस में बैठा था
मिली जानकारी के अनुसार, पटौदी रोड स्थित ITI के सामने जेएमके मां शीतला प्रॉपर्टीज के नाम से टैंट के तंबू में सचिन यादव नाम के शख्स ने ऑफिस बनाया हुआ है। जिसके पास में ही कुछ एरिया में प्लॉटिंग भी हो रही है। शुक्रवार की सुबह तकरीबन पौने 12 इस ऑफिस में योगेश और रविंद्र दोनों बैठे हुए थे। सचिन वहां पर मौजूद नहीं था। इसी दौरान बाइकों पर सवार होकर बदमाश आए। तीन बदमाश सीधे टैंट के तंबू में घुस गए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर आसपास के काफी लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बाइक सवार बदमाश पटौदी की तरफ फरार हो चुके थे। गंभीर हालत के चलते योगेश रेफर
जहां प्रॉपर्टी का ऑफिस खोला हुआ है। उसके आसपास काफी मकान है। मौके पर पहुंचे लोगों ने सबसे पहले डायल-112 पर गोली चलने की सूचना दी। सूचना के तुरंत बाद डायल 112 और सदर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस टीमों ने दोनों घायलों को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां से योगेश को रेफर कर दिया गया। योगेश की हालत नाजुक होने के कारण उसे शहर के ही प्राइवेट हॉस्पिटल पुष्पाजंलि में भर्ती कराया गया है।
हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा
हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा हरियाणा के पानीपत में धागा व्यापारी का बेटा जुए में 22 करोड़ रुपए हार गया। पैसे लौटाने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी है। इसके बाद भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाया। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। उसे कई बार घर से उठाकर बंधक बनाकर भी पीटा गया। इन सब से परेशान होकर युवक घर सुसाइड नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वापस आ गया है। जिसके बाद शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति, पूर्व मेयर एकजुट हुए और पीड़ित उद्योगपति को अपने साथ चांदनी बाग थाने लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। साथ ही परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की। इसके अलावा एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टाबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है। कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। पिता बोले- घर के बाहर आकर पीटते थे सेक्टर 11-12 निवासी रामकुमार गाबा ने बताया कि मुझे जब पता लगा, तब तक ये इस दलदल में फंस चुका था। बेटा इनसे बचना चाहता है। आने वाली पीढ़ियां भी इस दलदल में न फंसे, इस पर ध्यान है। इस दलदल में बहुत लोग फंसे हुए है। मेरा बेटा इनकी दहशत में फंसा हुआ है। ये लोग रात को घर के बाहर आकर इसे घर से उठाते थे और फिर मारते-पीटते और धमकाते थे। कभी हमने घर के बाहर आकर पूछा भी कि ये कौन है, तो बेटे ने डर की वजह हमेशा ये ही कहा कि ये सभी साथी व्यापारी है। जो पैसा चला गया है, उसका दु:ख नहीं है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें किसी तरह बचाया जा सके। हमें ये भी नहीं पता कि अक्षय ने इतनी बड़ी रकम कहां से दी है। अक्षय के सर्कल से भी बहुत युवा इस चुंगल में फंस चुके हैं। पानीपत के जिन व्यापारियों के बेटे अब कारोबार संभालते हैं, मेरी प्रार्थना है कि उन पर नजर रखी जाए, क्योंकि पानीपत के अधिकतर व्यापारी के बेटे इस चुंगल में फंस चुके हैं। मेरा इकलौता बेटा है और उसका भी इकलौता बेटा 7 माह का है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता, तो मेरा परिवार संभल नहीं सकता था। पानीपत के अनेकों परिवार इस दलदल में बिखर चुके हैं। सुसाइड नोट में 5 सट्टेबाजों के नाम थे पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने बताया था कि शहर के 5 सट्टेबाजों ने उससे करीब 22 करोड़ ऐंठ लिए हैं। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है। उसे परेशान किया जा रहा है। अक्षय गाबा के चचेरे भाई निशांत का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को अक्षय के हाथ का लिखा नोट भी दिया, बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वह शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराएंगे। वह पुलिस को CCTV से लेकर कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देंगे। अब वह सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। पापा के नाम लिखे नोट में बताई आपबीती
हरियाणा कांग्रेस के 30 नेता दिल्ली रवाना:लोकसभा नतीजों पर राहुल-खड़गे से चर्चा, हुड्डा-सैलजा देंगे रिपोर्ट, भीतरघातियों पर फैसला, बीरेंद्र सिंह भी पहुंचे
हरियाणा कांग्रेस के 30 नेता दिल्ली रवाना:लोकसभा नतीजों पर राहुल-खड़गे से चर्चा, हुड्डा-सैलजा देंगे रिपोर्ट, भीतरघातियों पर फैसला, बीरेंद्र सिंह भी पहुंचे कांग्रेस आलाकमान आज दिल्ली में हरियाणा के नेताओं के साथ बड़ी बैठक करेगा। इस बैठक में हरियाणा के 30 नेता शामिल होंगे। बैठक की अध्यक्षता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इस बैठक में हरियाणा के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया लोकसभा चुनाव को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट आलाकमान के सामने रखेंगे। इस बैठक में 10 लोकसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी, सांसद, 3 बार के विधायक, 3 बार के पूर्व विधायक, कांग्रेस प्रदेश सचिव समेत कुल 30 नेताओं को बुलाया गया है। खड़गे और राहुल इस बैठक में कांग्रेस नेताओं को एकजुटता का संदेश देंगे। बैठक का फोकस पार्टी में गुटबाजी को दूर करना होगा। इसमें सबकी नजर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा पर है। लोकसभा चुनाव में भीतरघातियों पर रिपोर्ट तैयार कल कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने हरियाणा के लोकसभा प्रत्याशियों के साथ चर्चा की। इस चर्चा में लोकसभा चुनाव को लेकर फीडबैक दिया गया। इस फीडबैक में सबसे ज्यादा निगेटिव रिपोर्ट भिवानी-महेंद्रगढ़, करनाल और हिसार को लेकर है। भले ही हिसार में कांग्रेस प्रत्याशी जीत गया हो, लेकिन भीतरघात पर कांग्रेस सख्त फैसला ले सकती है। पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उनके टिकट काट सकती है। इसके अलावा प्रत्याशियों के चयन से लेकर पांच हारी हुई लोकसभा में जीत दर्ज करने तक पार्टी की क्या कमियां रहीं, इस पर भी चर्चा हो सकती है। हुड्डा और शैलजा रख सकते हैं अपने विचार इस बैठक में सबकी नजर हुड्डा और शैलजा पर है। दोनों हाईकमान के सामने अपनी रिपोर्ट भी पेश करेंगे। शैलजा हुड्डा खेमे पर कमजोर प्रत्याशी उतारने, लोकसभा चुनाव की रणनीति में उनकी अनदेखी करने, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष पर पक्षपात करने और आगामी विधानसभा चुनाव में मजबूत प्रत्याशियों के चयन प्रक्रिया में उन्हें शामिल करने जैसी बातें सामने रख सकती हैं। भूपेंद्र हुड्डा हाईकमान के सामने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बढ़त, कांग्रेस का बढ़ा वोट प्रतिशत और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव में खुली छूट मिलने पर सरकार बनाने का मुद्दा रख सकते हैं। बैठक में न बुलाए जाने की खबरों के बीच बीरेंद्र सिंह दिल्ली पहुंचे माना जा रहा है कि हरियाणा के जिन 30 संभावित नेताओं को बैठक में बुलाया गया है, उनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह भी शामिल हैं। पहले जानकारी आ रही थी कि बीरेंद्र सिंह को दिल्ली नहीं बुलाया गया है। हालांकि अब बिरेंद्र सिंह भी दिल्ली पहुंचे हैं।