हरियाणा के रेवाड़ी शहर के नागरिक अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में बुधवार सुबह शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। धुआं फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। हालांकि उस समय स्त्री रोग विभाग में ज्यादा लोग नहीं थे। अस्पताल में लगे अग्निशमन उपकरणों की मदद से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जिससे निकली चिंगारी से आग लगी। नागरिक अस्पताल में बिजली की तारें काफी पुरानी हैं, जिसके कारण उनमें फाल्ट होने की संभावना ज्यादा रहती है। घटना के समय विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था गनीमत रही कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं बुलानी पड़ीं। अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिलेंडरों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इतना ही नहीं, जिस समय आग लगी, उस समय गायनी विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था। सुबह का समय होने के कारण कुछ स्वास्थ्यकर्मी ही मौजूद थे। हरियाणा के रेवाड़ी शहर के नागरिक अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में बुधवार सुबह शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। धुआं फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। हालांकि उस समय स्त्री रोग विभाग में ज्यादा लोग नहीं थे। अस्पताल में लगे अग्निशमन उपकरणों की मदद से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जिससे निकली चिंगारी से आग लगी। नागरिक अस्पताल में बिजली की तारें काफी पुरानी हैं, जिसके कारण उनमें फाल्ट होने की संभावना ज्यादा रहती है। घटना के समय विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था गनीमत रही कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं बुलानी पड़ीं। अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिलेंडरों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इतना ही नहीं, जिस समय आग लगी, उस समय गायनी विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था। सुबह का समय होने के कारण कुछ स्वास्थ्यकर्मी ही मौजूद थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मंत्री ने DTP को सस्पेंड किया:कमेटी मीटिंग में पहुंचा व्यक्ति बोला- NOC लेनी थी, डीटीपी ने 1.40 लाख रिश्वत मांगी
हरियाणा में मंत्री ने DTP को सस्पेंड किया:कमेटी मीटिंग में पहुंचा व्यक्ति बोला- NOC लेनी थी, डीटीपी ने 1.40 लाख रिश्वत मांगी हरियाणा के पलवल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए डीटीपी को तुरंत निलंबित करने के आदेश दिए। मंत्री के आगे बैठक में कुल 14 शिकायतें रखी गई, जिनमें से 13 का मौके पर निपटारा कर दिया, जबकि एक शिकायत को लंबित रखा गया। पलवल के हुडा सेक्टर-2 निवासी विष्णु दत्त ने मंत्री बनवारी लाल को शिकायत दी कि डीटीपी नरेंद्र नैन एनओसी के नाम पर उससे 1 लाख 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है। बैठक में मौजूद कई अन्य व्यक्तियों ने भी विष्णु दत्त की बात का समर्थन किया। इसके बाद मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) नरेंद्र नैन को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। डीटीपी को सस्पेंड करने के आदेश देते ही सदन में लोगों ने तालियां बजाई। मंत्री डॉ. बनवारी लाल सोमवार को जिला सचिवालय के सभागार में आयोजित ग्रीवेंस कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करने पहुंचे। बैठक में सुल्तानपुर गांव निवासी राजेंद्र ने गांव में दूषित पानी की निकासी न होने और उनके खेत में जाने वाले रास्ते को बंद करने संबंधी शिकायत दी। इस पर मंत्री ने एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाने के निर्देश दिए। कमेटी में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी व ग्रीवेंस कमेटी से एक सदस्य शामिल होंगे। यह कमेटी मौके पर जाकर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके अलावा सल्लागढ निवासी प्रवीण की बिजली विभाग से संबंधित शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे संबंधित ट्यूबवेल कनेक्शन को वास्तविक मालिक के नाम पर करवाएं। गोहपुर गांव में एक डिपो होल्डर द्वारा राशन बांटने में अनियमितता बरतने की शिकायत पर जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक की ओर से बताया गया कि इस डिपो होल्डर की सप्लाई को सस्पेंड कर दिया गया है। उसे कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया गया है। बैठक में शहर की अनाज मंडी के साथ-साथ अन्य जगहों से गंदगी को साफ करने व जलभराव से निजात दिलाने के मुद्दे उठाए गए। जिन पर मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई कर समाधान करवाने के निर्देश दिए। ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग समाप्त होने पर मंत्री ने अलीगढ रोड व अलावलपुर रोड़ पर रेलवे लाईन क्रॉस करने के लिए बनाई गई सीडियों का शिलान्यास किया। बैठक में पलवल के विधायक दीपक मंगला, हथीन के विधायक प्रवीण डागर, होडल के विधायक जगदीश नायर, भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, पूर्व विधायक रामरतन व ग्रीवेंस कमेटी के मेम्बर्स के अलावा जिले के अधिकारी मौजूद रहे।
रेवाड़ी का बिलासपुर चौक होगा जाम मुक्त:तत्काल राहत के लिए सर्विस रोड की मरम्मत हुई, फ्लाईओवर बनने में लगेगा एक और साल
रेवाड़ी का बिलासपुर चौक होगा जाम मुक्त:तत्काल राहत के लिए सर्विस रोड की मरम्मत हुई, फ्लाईओवर बनने में लगेगा एक और साल हरियाणा के गुरुग्राम जिले में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बिलासपुर चौक पर बन रहे फ्लाईओवर के धीमी गति से निर्माण से लोग काफी परेशान हैं। हालांकि, बढ़ते ट्रैफिक दबाव को देखते हुए एनएचएआई की ओर से सर्विस रोड की मरम्मत करा दी गई है। कुछ दिन पहले सर्विस रोड की हालत ठीक न होने के कारण काफी हंगामा हुआ था। जिसके बाद एनएचएआई ने तेजी के साथ काम किया। अब पैनल का काम पूरा हो चुका है। सर्विस रोड को जल्द से जल्द ठीक करने की वजह यह है कि कुछ महीने पहले ग्रामीणों ने महापंचायत की थी, जिसके बाद काम में तेजी लाई गई थी। करीब एक साल पहले पचगांव आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा करते हुए अक्टूबर 2024 तक इसे बनकर तैयार होने की बात कही थी। लेकिन अक्टूबर महीना बीतने को है। लेकिन फ्लाईओवर के धीमे काम के कारण अब इसका निर्माण कार्य अगले साल तक होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि फरवरी महीने में यहां करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से आधारभूत ढांचे का निर्माण शुरू किया गया था। एनएचएआई ने नवंबर-दिसंबर तक काम पूरा करने की उम्मीद जताई थी। लेकिन मौजूदा हालात ऐसे हैं कि दिसंबर तक काम पूरा होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। 650 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर को तीन स्पैन में बनाया जाना है, ताकि किसी भी तरफ से आने वाले वाहन बिना रुके निकल सकें। दोनों तरफ 7-7 मीटर का बेस बनाया जाना है। पहला स्पेन 20 मीटर, दूसरा 30 मीटर और तीसरा स्पेन भी 20 मीटर का बनेगा। सरफेस के लिए 7-7 मीटर चौड़ी सर्विस लाइन अलग से बनाई जाएगी। इसके अलावा दो स्मार्ट व्हीकल अंडरपास (एसवीयूपी) भी बनाए जाएंगे, ताकि दिल्ली और जयपुर दोनों तरफ से आने वाले वाहनों का आवागमन बगैर रोक-टोक हो सके। हर दिन 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं बिलासपुर के एक तरह हरियाणा का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल हब मानेसर तो दूसरी तरफ बावल और धारूहेड़ा है। इंडस्ट्रियल एरिया में आने-जाने वाले वाहनों के कारण यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। दरअसल, बिलासपुर चौक ट्रैफिक और कनेक्टिविटी के हिसाब से महत्वपूर्ण जंक्शन के तौर पर पहचान रखता है। यहां से रोजाना करीब 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं। धारूहेड़ा, रेवाड़ी, बावल, खुशखेड़ा, भिवाड़ी, टपूकड़ा, शाहजहांपुर, बहरोड़, नीमराना, जयपुर से औद्योगिक इलाकों से आने वाले वाहन इसी चौक से होकर पंजाब की तरफ बढ़ते हैं। यानी उक्त क्षेत्रों से आने वाले यातायात को पटौदी, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद के रास्ते पंजाब की तरफ यहीं से होकर जाना होता है। तीन राज्यों के कॉर्मशियल व्हीकल यहीं से गुजरते हैं मथुरा, मेरठ, कानपुर, आगरा, गुरुग्राम, दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल से आने वाला यातायात भी जयपुर, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद और पंजाब की ओर यहां से जाता है। दिल्ली से जयपुर हाइवे पर स्थित यह चौक, हरियाणा के साथ राजस्थान के अलावा उत्तरप्रदेश और पंजाब के यातायात को देश के दूसरे शहरों से जोड़ने का मुख्य जंक्शन के तौर पर काम करता है। ट्रांसपोर्टरों को होगा बड़ा फायदा फ्लाईओवर बनने से ट्रांसपोर्ट को सबसे ज्यादा फायदा होगा। ट्रांसपोर्टर राजेश, रामपाल ने बताया कि कई बार यहां जाम इतना ज्यादा लग जाता है कि गुजरने में भी घंटों लग जाते हैं। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र के जिन वाहनों को अपने समय पर पहुंचना होता है वह लेट हो जाते हैं। कई बार तो समय पर माल पहुंच भी नहीं पाता है। ऐसे में उद्योगों को काफी नुकसान पहुंचता है। फ्लाईओवर बनने के बाद आसपास स्थित सभी औद्योगिक क्षेत्रों को इन समस्याओं से राहत मिलेगी। पैनल का काम हो चुका पूरा; प्रोजेक्ट मैनेजर प्रोजेक्ट मैनेजर योगेश तिलक के मुताबिक, अभी पैनल का काम पूरा हो चुका है। सेटलमेंट का कार्य चल रहा है। हालांकि, सर्विस रोड को अच्छी तरीके से बना दिया गया है ताकि आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
करनाल के निशांत की पेरिस ओलिंपिक में हार पर बवाल:बॉक्सर विजेंदर ने स्कोरिंग सिस्टम पर उठाए सवाल, पिता बोले- मैक्सिको बॉक्सिंग का बड़ा बाजार
करनाल के निशांत की पेरिस ओलिंपिक में हार पर बवाल:बॉक्सर विजेंदर ने स्कोरिंग सिस्टम पर उठाए सवाल, पिता बोले- मैक्सिको बॉक्सिंग का बड़ा बाजार बॉक्सर निशांत देव का पेरिस ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का सपना टूट गया। मैच के अंत तक उन्हें यकीन था कि उन्होंने मैच जीत लिया है। लेकिन जो फैसला आया उसने न सिर्फ निशांत देव बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया। देव की हार के बाद देश में हंगामा मचा हुआ है। फैंस का मानना है कि निशांत देव को जानबूझकर हराया गया है। निशांत देव की हार के बाद अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर जजों के फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं पिता पवन ने कहा कि जैसे भारत में क्रिकेट पर सट्टा लगता है, वैसे ही मैक्सिको में बॉक्सिंग का बहुत बड़ा बाजार है। संभव है कि इसी वजह से निशांत को हराया गया हो। क्वार्टर फाइनल मुकाबला मैक्सिको के मार्को से था निशांत देव के पिता पवन देव ने बताया कि उनके बेटे का आज रात 12:30 बजे पुरुष बॉक्सिंग के 71 किलोग्राम भार वर्ग में मैक्सिको के मार्को वर्डे से मुकाबला था। जहां उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। अगर निशांत यह क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीत जाता तो देश के लिए कांस्य पदक जीतना तय था। पहले दो राउंड में बढ़त पवन ने बताया कि निशांत देव ने पहले दो राउंड जीते। निशांत को तीसरे राउंड में भी जीत का पूरा भरोसा था। सिर्फ उसे ही नहीं, हमें भी पूरा भरोसा था कि हम मैच जीत चुके हैं। लेकिन उसके बाद जजों ने जो फैसला दिया, वह काफी चौंकाने वाला था। जिसमें निशांत को 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरा राउंड कांटे का रहा पवन ने बताया कि कुल मिलाकर तीसरा राउंड कांटे का रहा और स्कोरिंग ने साबित कर दिया कि एक भी जज ने तीनों राउंड किसी भी बॉक्सर को नहीं दिए। शुरुआती राउंड वर्डे को देने वाले जर्मन जज ने दूसरे राउंड में भारत के पक्ष में फैसला दिया था। पवन ने बताया कि एमेच्योर बॉक्सिंग में ज्यादातर स्कोरिंग पंच नजदीक से और शरीर पर लगाए जाते हैं, इस दौरान निशांत के कुछ हुक या क्रॉस मैक्सिको के मार्को वर्डे के चेहरे पर लगे। कुछ ग्लव्स पर लगे, लेकिन उन स्कोरिंग पंचों को जजों ने नहीं दिया। निशांत देव के पिता ने बताया कि मैच पर आपत्ति जताने का समय 30 मिनट है। लेकिन अब समय खत्म हो चुका है। अब हम कोई अपील भी नहीं कर सकते। अब निशांत फिर से मेहनत करेगा और देश के लिए और मेडल लाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज ने किया ये ट्वीट देश के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने निशांत देव की हार के बाद अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि मैं इस मैच में स्कोरिंग सिस्टम से हैरान हूं। मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग सिस्टम क्या है, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत करीबी मुकाबला था। निशांत ने बहुत अच्छा खेला, कोई नहीं भाई। फिल्म अभिनेता रणदीप हुड़डा ने भी किया ट्वीट वहीं निशांत की हार के बाद फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि निशांत ने ये मैच जीत लिया था। कती सुत दिया था मेक्सिकन। यह स्कोरिंग क्या है? मेडल तो लूट लिया लेकिन दिल जीत लिया निशांत भाई ने। आगे निशांत को हौसला देते हुए लिखा कि अभी और भी बहुत आगे जाना बाकी है।