हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास स्थित पेट्रोल पंप पर करिंदे की 18 साल पहले गोली मारकर हत्या करने के मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-1) ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहचान छुपाकर गुरुग्राम में रह रहा था। कोर्ट उसे पहले ही PO घोषित कर चुका है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान यूपी के जिला हापुड़ के गांव बिगास हाल किराएदार सरस्वती एनक्लेव सेक्टर-37 सी गुरुग्राम निवासी गौरव पाल उर्फ विक्की के रूप में हुई है। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि उक्त आरोपी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। 2006 में अनूप की गोली मारकर की थी हत्या पुलिस के मुताबिक, 24 जून 2006 को गांव सहारनवास स्थित एक पेट्रोल पंप पर गांव सहारनवास निवासी अनूप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपुरा थाना पुलिस ने गांव नांगलिया रणमौख निवासी सतबीर सिंह की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज करके मामले में दो आरोपी सुमेर सिंह उर्फ बिल्लू व जितेन्द्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। 2आरोपी पहले पकड़े जा चुके दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि वारदात में गौरवपाल उर्फ विक्की भी शामिल हैं। हालांकि रेवाड़ी पुलिस की अलग-अलग टीमों ने गौरवपाल को पकड़ने की भरसक कोशिश की, लेकिन वो हत्थे नहीं चढ़ पाया। कोर्ट ने उसे वर्ष-2009 में PO घोषित किया। कुछ समय से रेवाड़ी सीआईए-1 की टीम को गौरवपाल को लेकर इनपुट मिल रहा था। पहचान छुपाकर रह रहा था आरोपी पुलिस को पता चला था कि वो अपना नाम बदलकर और पहचान छुपाकर गुरुग्राम के किसी इलाके में रहता है। सूचना के बाद पुलिस टीम ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद उसे गुरुग्राम से काबू करके थाना रामपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी गौरव पाल उर्फ विक्की को कोर्ट में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास स्थित पेट्रोल पंप पर करिंदे की 18 साल पहले गोली मारकर हत्या करने के मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-1) ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहचान छुपाकर गुरुग्राम में रह रहा था। कोर्ट उसे पहले ही PO घोषित कर चुका है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान यूपी के जिला हापुड़ के गांव बिगास हाल किराएदार सरस्वती एनक्लेव सेक्टर-37 सी गुरुग्राम निवासी गौरव पाल उर्फ विक्की के रूप में हुई है। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि उक्त आरोपी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। 2006 में अनूप की गोली मारकर की थी हत्या पुलिस के मुताबिक, 24 जून 2006 को गांव सहारनवास स्थित एक पेट्रोल पंप पर गांव सहारनवास निवासी अनूप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपुरा थाना पुलिस ने गांव नांगलिया रणमौख निवासी सतबीर सिंह की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज करके मामले में दो आरोपी सुमेर सिंह उर्फ बिल्लू व जितेन्द्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। 2आरोपी पहले पकड़े जा चुके दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि वारदात में गौरवपाल उर्फ विक्की भी शामिल हैं। हालांकि रेवाड़ी पुलिस की अलग-अलग टीमों ने गौरवपाल को पकड़ने की भरसक कोशिश की, लेकिन वो हत्थे नहीं चढ़ पाया। कोर्ट ने उसे वर्ष-2009 में PO घोषित किया। कुछ समय से रेवाड़ी सीआईए-1 की टीम को गौरवपाल को लेकर इनपुट मिल रहा था। पहचान छुपाकर रह रहा था आरोपी पुलिस को पता चला था कि वो अपना नाम बदलकर और पहचान छुपाकर गुरुग्राम के किसी इलाके में रहता है। सूचना के बाद पुलिस टीम ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद उसे गुरुग्राम से काबू करके थाना रामपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी गौरव पाल उर्फ विक्की को कोर्ट में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में किसान यूनियन का प्रोटेस्ट:कृषि महाविद्यालय में सीटें घटाने का विरोध; PWD मंत्री को सौंपा मांगों का ज्ञापन
रेवाड़ी में किसान यूनियन का प्रोटेस्ट:कृषि महाविद्यालय में सीटें घटाने का विरोध; PWD मंत्री को सौंपा मांगों का ज्ञापन हरियाणा के रेवाड़ी जिले में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन की ओर से लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल के बावल स्थित आवास के बाहर धरना दिया गया। किसान यूनियन ने बावल के चौधरी चरण सिंह कृषि महाविद्यालय में सीटें कम किए जाने का विरोध किया और सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा। किसान नेता रामकिशन महलावत के नेतृत्व में बावल शहर में एकत्र हुए किसानों ने कहा कि बावल के किसानों ने कृषि महाविद्यालय के लिए 200 एकड़ जमीन दी है। सरकार को इस पर अच्छी बिल्डिंग और छात्रावास बनाना चाहिए। पहले 6 वर्षीय कोर्स के लिए 55 सीटें थीं और 6 वर्षीय कोर्स के लिए 175 सीटें थीं। जिस तरह से आबादी बढ़ी है, उसके अनुपात में यहां सीटें बढ़नी चाहिए। सीटें बढ़ाने की बजाए घटाई लेकिन इस बार सरकार ने कृषि महाविद्यालय में वर्षीय कोर्स की सीटें घटाकर 40 और 6 वर्षीय कोर्स की घटाकर 165 कर दी हैं। इसी के विरोध में नारेबाजी करते हुए तमाम लोग बावल स्थित लोक निर्माणमंत्री डा. बनवारी लाल की कोठी पर पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। रामकिशन महलावत ने कहा कि डा. बनवारी लाल लोकल विधायक के साथ-साथ कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में उनसे उम्मीद ज्यादा है कि वो उनकी मांगों को पूरा कराएंगे। मंत्री बोले-सीएम से करेंगे बात महलावत ने बताया कि उनकी मांग है कि 6 वर्षीय कोर्स की 100 सीटें और 4 वर्षीय कोर्स सीटें बढ़ाकर 200 की जाएगी। इतना ही नहीं यूनिवर्सिट में स्थानीय स्टूडेंट को 5 प्रतिशत का आरक्षण भी मिलना चाहिए। मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से इस बाबत बात करेंगे। 5% स्थानीय युवाओं को वरीयता देने के लिए भी मुख्यमंत्री से बात की जाएगी।
पूर्व BJP सांसद संजय भाटिया का मौसेरा भाई मुश्किलों में:जम्मू-हाईकोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज, PM मोदी के दोस्त का बेटा है आरोपी
पूर्व BJP सांसद संजय भाटिया का मौसेरा भाई मुश्किलों में:जम्मू-हाईकोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज, PM मोदी के दोस्त का बेटा है आरोपी केंद्रीय नारकोटिक्स टीम की गिरफ्त में बीजेपी नेता के बेटे की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। करनाल लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद पानीपत निवासी संजय भाटिया के मौसेरे भाई नीरज भाटिया को करीब 10 दिन पहले ही केंद्रीय टीम ने जम्मू से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद नीरज भाटिया ने पहले सेशन कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। यहां से फिर याचिका को वापस ले लिया। इसके बाद जम्मू हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी। जहां सुनवाई करते हुए कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद नीरज पर संकट के बादल छा गए। अब नीरज के पास सुप्रीम कोर्ट का विकल्प बचा है। गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से एक बड़ी फार्मा कंपनी विदित हेल्थकेयर के मालिक नीरज भाटिया की गिरफ्तारी से पहले नारकोटिक्स टीम को काफी समय से उसकी तलाश थी। वह हिमाचल के बद्दी से अंतरराज्यीय कोडीन आधारित सीरप डायवर्जन रैकेट चला रहा था, जोकि देश के कई राज्यों में फैला था। नीरज बड़े स्तर पर कोरेक्स का धंधा कर रहा था। नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल से नीरज के पिता के अच्छे संबंध
आरोपी नीरज भाटिया के पिता नीतिसेन भाटिया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर का करीबी बताया जाता है। नीतिसेन भाटिया से PM मोदी फोन पर भी बात कर चुके हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर करीब 9 माह पहले नीतिसेन भाटिया के पोते की शादी में पहुंचे थे। इस दौरान संजय भाटिया भी उनके साथ थे। सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष है नीरज
दिल्ली, हिमाचल और जम्मू कश्मीर में चल रहे नशा तस्करी के मामले का बड़ा भंडाफोड़ केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने किया है। नीरज भाटिया सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है। बता दें कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल और दिल्ली में कोडीन बेस सीरप तस्करी का गिरोह करीब 7 साल से कार्य कर रहा था, जिसमें अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे 34 किलो कोडीन बेस सीरप बरामद किया जा चुका है। कई राजनीतिक लोग भी शामिल, टीम कर रही जांच टीम के अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है। कुछ और गिरफ्तारी भी संभव हैं, जिनमें उन लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है, जो इस कंपनी को समर्थन दे रहे थे। वहीं, इस सारे मामले में राजनीतिक लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। क्योंकि, चुनाव को लेकर यह सब खेल खेला जा रहा था, जिसमें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर सहित हिमाचल के चुनाव भी शामिल हैं। आरोपियों की चल-अचल संपत्तियों को जब्त किया गया वहीं, विदित हेल्थकेयर उचित दस्तावेज सत्यापन और जमीन पर उनकी उपस्थिति के बिना प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए शेल कंपनियों को कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति कर रहा था। जांच के दौरान पाया गया कि जनवरी 2024 से विदित हेल्थकेयर ने जांच के तहत एक फर्जी फर्म को तीन लाख COCREX कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति की थी। इससे पहले भी वह औसतन 3 लाख बोतलें तिमाही यानी 12 लाख बोतलें सालाना आपूर्ति करता था। वहीं, इस मामले में संलिप्त वित्तीय जांच के दौरान एजेंसी ने आरोपियों की 3.65 करोड़ रुपए की अवैध रूप से अर्जित विभिन्न चल और अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है। यह भी पढ़े – हरियाणा के पूर्व BJP सांसद का मौसेरा भाई गिरफ्तार:नशीली दवाइयां सप्लाई करने का आरोप; कोरोना काल में PM मोदी पिता का हाल पूछ चुके केंद्रीय नारकोटिक्स टीम ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से एक बड़ी फार्मा कंपनी विदित हेल्थकेयर के मालिक नीरज भाटिया को गिरफ्तार किया है। नीरज भाटिया मूलरूप से हरियाणा के पानीपत का रहने वाला है और करनाल से भाजपा के पूर्व सांसद संजय भाटिया के मौसा नीतिसेन भाटिया का बेटा है। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में पूर्व MLA के PA ने नेता को धमकाया:बोला- दीपेंद्र हुड्डा का कार्यक्रम रखने से पहले विधायक जी को पूछा था; ऑडियो वायरल
हरियाणा में पूर्व MLA के PA ने नेता को धमकाया:बोला- दीपेंद्र हुड्डा का कार्यक्रम रखने से पहले विधायक जी को पूछा था; ऑडियो वायरल हरियाणा में प्रदेश स्तरीय गुरु दक्ष प्रजापति जयंती समारोह को लेकर कांग्रेस के बरवाला से पूर्व MLA रामनिवास घोड़ेला के PA ने पार्टी के नेता को धमका दिया। दोनों की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस ऑडियो में पूर्व विधायक का PA जो खुद को मास्टर सतपाल बता रहा है, उसने पिछड़ा वर्ग के नेता श्रवण कुमार को फोन किया। उसने श्रवण कुमार से कहा कि जो समारोह हो रहा है क्या आपने पूर्व विधायक से विचार-विमर्श नहीं किया है। यह सम्मेलन आजाद नगर में नहीं होगा बल्कि अनाज मंडी में होगा। इस बात पर दोनों में बहस हो गई। दैनिक भास्कर इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन यह मामला कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा तक पहुंच गया है। दीपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस के पूर्व विधायक घोड़ेला के कार्यक्रम के निमंत्रण की जगह आजाद नगर में कार्यक्रम की हामी भर दी है। वहीं पूर्व विधायक घोड़ेला का कहना है कि मेरा कोई PA नहीं है। यह कार्यक्रम समाज का है। पहले कार्यक्रम हिसार अनाज मंडी में तय था, मगर अब स्थान बदल दिया है। अब यह कार्यक्रम आजाद नगर में होगा। समाज के कार्यक्रम के लिए सभी एकजुट हैं। कार्यक्रम का संयोजक बनने की होड़
दरअसल, कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में संयोजक बनने की होड़ थी। जैसा ऑडियो में बताया जा है दोनों पक्षों का विवाद संयोजक पद को लेकर हुआ। घोड़ेला के PA ने श्रवण कुमार को पोस्टर व बैनर पर पूर्व विधायक का नाम, फोटो छापने और कार्यक्रम स्थल नहीं बदलने के लिए दबाव बनाया। इस पर श्रवण कुमार ने PA को फटकार लगाई और दीपेंद्र हुड्डा को जींद में जाकर सभी बातों से अवगत करवाया। बताया जा रहा है कि दीपेंद्र हुड्डा ने नलवा हलके में ही कार्यक्रम के लिए हामी भर दी है। कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि दीपेंद्र हुड्डा ने पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला को जमकर फटकार लगाई है। इसके बाद पूर्व विधायक कार्यक्रम का स्थान बदलने को तैयार हो गए। श्रवण कुमार बोले- विवाद था खत्म हो गया है
इस मामले पर श्रवण कुमार का कहना है कि कार्यक्रम स्थल को लेकर कोई कंफ्यूजन था, वह दूर हो गया है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है। घोड़ेला भी साथ हैं और मिलकर बड़ा और सफल कार्यक्रम करेंगे। हमारे बीच किसी तरह का विवाद नहीं है। अब पढ़िए वायरल ऑडियो में क्या बातचीत हुई… पीए : मैं मास्टर सतपाल बोल रहा हूं घोड़ेला जी का PA उनके दफ्तर से।
श्रवण कुमार : हांजी, राम-राम।
पीए : राम-राम, ठीक है जी तो आप विधायक जी से विचार-विमर्श करके प्रोग्राम नहीं करोगे क्या?
श्रवण : करेंगे जी, क्यों नहीं करेंगे। मैं थोड़ा बाहर जा रहा हूं।
पीए : आप बाहर जा रहे हो पर आपने तो पोस्टर छपवा रखे हैं इसमें तो आपको विधायक जी को संयोजक लिखना था।
श्रवण : क्या लिखना था?
पीए : संयोजक।
श्रवण : अच्छा
पीए : यह प्रोग्राम कम्युनिटी सेंटर में नहीं करेंगे, मैसेज आया है कि अनाज मंडी में करो प्रोग्राम। अनाज मंडी करेंगे।
श्रवण : कौन सा?
पीए : अनाज मंडी करना है प्रोग्राम।
श्रवण : प्रोग्राम अनाज मंडी में नहीं होगा जी, प्रोग्राम होगा तो आजाद नगर में होगा।
पीए : फिर अपने हिसाब से कर लो जी, फिर हमारा कोई लेना देना नहीं है।
श्रवण : चलो ठीक है जी ओके।
पीए : फिर अपने हिसाब से आप बात कर लो, हम तो अनाज मंडी में करेंगे प्रोग्राम।
श्रवण : चलो जी जहां मर्जी करना जी, कोई दिक्कत नहीं है।
पीए : हां
श्रवण : मेरे से बात कर लेंगे घोड़ेला साहब, बोल देना।
पीए : ना आप कर लो आपकी करनी है तो बात।
श्रवण : जिसको अपनी मर्जी करनी है मैं बात नहीं करता, जो करना है करेंगे। मुझे राजनीति की जरूरत नहीं, बहस मत करो आप। जिसको तकलीफ होगी बात कर लेगा।
पीए : तकलीफ तो तेरी होगी हमारे नहीं, किसी वहम में हो रहा हो। उल्टी बात करनी की जरूरत नहीं है।
श्रवण : मैं बहस नहीं करता आप से।
पीए : तो मैंने भी भाईचारे में फोन किया है आपसे, कोई बहस के लिए नहीं किया।
श्रवण : तो फोन क्यों किया है काट दो।
पीए : हां तो काट दे। कांग्रेस में गुटबाजी नई नहीं
कांग्रेस में गुटबाजी कोई नहीं है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से लेकर नीचे स्तर तक गुटबाजी देखने को मिलती रहती है। पहले गुटबाजी नेताओं और उनके कार्यकर्ता के बीच थी, मगर अब एक ही नेता के कार्यकर्ताओं के बीच गुटबाजी देखने को मिल रही है। कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और बीरेंद्र सिंह अपनी अलग राह अपनाए हुए हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा अपनी अलग राह पर हैं। विधायक किरण चौधरी इसी गुटबाजी के कारण कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुकी हैं।