हरियाणा के रेवाड़ी में केंद्रीय मंत्री के गांव में पुरानी रंजिश को लेकर बदमाशों ने युवक पर फायरिंग कर दी। बदमाशों ने उस पर 6 राउंड फायर किए। हालांकि युवक घर में घुस गया, जिससे उसकी जान बच गई। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को कारतूस के खोखे मिले हैं। घटना के मंगलवार देर रात रामपुरा गांव की है। जानकारी अनुसार, कुतुबपुर गांव के रहने वाले गौरव अपने एक साथी के साथ टहल रहा था। इसी दौरान आरोपी तरुण पंडित अपने एक साथी के साथ बाइक पर आया और गौरव पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इलाके में दहशत का माहौल जान बचाने के लिए गौरव एक घर में घुस गया, लेकिन वहां से लोगों ने उसे बाहर निकाल दिया। इसके बाद गौरव इधर-उधर भागता रहा और किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भय की स्थिति बनी हुई है। पुलिस को मिले कारतूस के खाली खोखे सूचना मिलते ही एसपी डॉक्टर मयंक गुप्ता, डीएसपी और जिले की तीनों CIA टीम मौके पर पहुंचीं। पुलिस को घटनास्थल से खाली कारतूस के खोखे मिले हैं। रामपुरा थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार इससे पहले भी तरुण पंडित गौरव पर हमला कर चुका है। हरियाणा के रेवाड़ी में केंद्रीय मंत्री के गांव में पुरानी रंजिश को लेकर बदमाशों ने युवक पर फायरिंग कर दी। बदमाशों ने उस पर 6 राउंड फायर किए। हालांकि युवक घर में घुस गया, जिससे उसकी जान बच गई। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को कारतूस के खोखे मिले हैं। घटना के मंगलवार देर रात रामपुरा गांव की है। जानकारी अनुसार, कुतुबपुर गांव के रहने वाले गौरव अपने एक साथी के साथ टहल रहा था। इसी दौरान आरोपी तरुण पंडित अपने एक साथी के साथ बाइक पर आया और गौरव पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इलाके में दहशत का माहौल जान बचाने के लिए गौरव एक घर में घुस गया, लेकिन वहां से लोगों ने उसे बाहर निकाल दिया। इसके बाद गौरव इधर-उधर भागता रहा और किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भय की स्थिति बनी हुई है। पुलिस को मिले कारतूस के खाली खोखे सूचना मिलते ही एसपी डॉक्टर मयंक गुप्ता, डीएसपी और जिले की तीनों CIA टीम मौके पर पहुंचीं। पुलिस को घटनास्थल से खाली कारतूस के खोखे मिले हैं। रामपुरा थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार इससे पहले भी तरुण पंडित गौरव पर हमला कर चुका है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज हरियाणा में भाजपा जॉइन कर चुकी कांग्रेस विधायक किरण चौधरी के खिलाफ उन्हीं की पार्टी की ओर से विधानसभा स्पीकर को फिर से पिटीशन दी गई है। इस पिटीशन में कांग्रेस की ओर से किरण चौधरी के खिलाफ दल बदल कानून के तहत कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता रद करने की मांग की गई है। इससे पहले भी कांग्रेस की और से इस बाबत एक याचिका डाली जा चुकी है, लेकिन स्पीकर ने उसे तकनीकी कमियों के आधार पर खारिज कर दिया था। हालांकि स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने यह स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में नई पिटीशन देखने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। किरण अभी भी कांग्रेस विधायक हरियाणा में कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी तोशाम से विधायक किरण चौधरी अभी कांग्रेस की ही विधायक हैं। इसका खुलासा खुद विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कर चुके हैं। अगस्त में होने वाले मानसून सेशन में उन्हें कांग्रेस के खेमे में ही बैठना पड़ेगा। सदन में उन्हें नई सीट आवंटित नहीं की जाएगी। किरण चौधरी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का नोटिस स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पहले ही खारिज कर चुके हैं। स्पीकर स्पष्ट कर चुके हैं कि विधानसभा की पार्टी स्थिति के अनुसार, किरण चौधरी कांग्रेस के साथ हैं। उन्हें तब तक कांग्रेस का हिस्सा माना जाएगा, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देतीं या अयोग्य घोषित नहीं कर दी जाती। अब यहां पढ़िए क्या हैं नियम… किरण चौधरी की विधायकी को लेकर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी पर कानूनी जानकारों का कहना है कि इस मुद्दे पर नियमों के अनुसार याचिका दायर की जानी चाहिए। हर याचिका पर याचिकाकर्ता द्वारा सिग्नेचर किए जाने चाहिए और सिविल प्रक्रिया संहिता (CPC) के अनुसार उनके द्वारा वेरिफिकेशन की जानी चाहिए। याचिका के हर अटैचमेंट पर भी उसी तरह सिग्नेचर किए जाने चाहिए और उसका सत्यापन किया जाना चाहिए। जबकि स्पीकर दावा कर चुके हैं कि कांग्रेस के द्वारा दायर किए गए नोटिस के हर पेज पर सिग्नेचर नहीं किए हैं। खुद संज्ञान नहीं ले सकते स्पीकर विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि किरण चौधरी के भाजपा में जाने पर वह स्वतः संज्ञान नहीं ले सकते। आरोप लगाने से पहले कांग्रेस को खुद को देखना चाहिए। अपने समय में वे 4 साल से अधिक समय तक एक याचिका पर बैठे रहे। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने पहले नोटिस दिया और फिर रिमाइंडर भेजा। जब मैंने उनका नोटिस खारिज किया, तब भी उन्होंने नियम नहीं पढ़े। मुझे उनकी कानून की डिग्री पर संदेह है। कांग्रेस ने स्पीकर पर ये लगाए आरोप कांग्रेस के मुख्य सचेतक बीबी बत्रा और डिप्टी CLP नेता आफताब अहमद स्पीकर पर जमकर निशाना साध चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस के दोनों विधायकों ने आरोप लगाया था कि चूंकि स्पीकर सत्ताधारी पार्टी से हैं, इसलिए वे वैसे भी उनकी याचिका खारिज कर देते। कांग्रेस के दोनों नेता यहां तक कह चुके हैं कि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता संविधान का मजाक उड़ा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप- SC के फैसले की हो रही अनदेखी आफताब अहमद के अनुसार, स्पीकर के कार्यों ने डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह बनाम बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष और अन्य के ऐतिहासिक 2004 के फैसले में निर्धारित सुप्रीम कोर्ट के सिद्धांतों की अनदेखी की है। उनका कहना है कि इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि नियमों के प्रावधान इतने अनिवार्य नहीं थे, जबकि यह भी देखा गया था कि संवैधानिक प्रावधान यानी 10वीं अनुसूची के आदेश को पूरा करना स्पीकर का कर्तव्य है।
हरियाणा में BJP नेताओं के तीखे तेवर:2 मंत्री बोले- अधिकारी सुधर जाएं; हारे नेता बोले-पुलिसवालों को मेवात भेजेंगे, सरपंचों को अंजाम भुगतना होगा
हरियाणा में BJP नेताओं के तीखे तेवर:2 मंत्री बोले- अधिकारी सुधर जाएं; हारे नेता बोले-पुलिसवालों को मेवात भेजेंगे, सरपंचों को अंजाम भुगतना होगा हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 48 सीट जीतकर राज्य में तीसरी बार सरकार बना चुकी है। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ 13 मंत्रियों ने भी शपथ ली। अब मंत्री और चुनाव हारे नेता अपने तेवर दिखाने लगे हैं। कैबिनेट मंत्री अनिल विज और राव नरबीर सिंह ने तो अधिकारियों को चेतावनी तक दे डाली। अनिल विज ने कहा कि जो अधिकारी काम करेगा, यहां पर वही रहेगा। वहीं राव नरबीर सिंह ने मीटिंग में अधिकारियों से दोटूक कहा कि अगर पैसे लेकर काम किया तो जेल में डाल दूंगा। चुनाव हारने वाले नेता भी पीछे नहीं हैं। बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से BJP के उम्मीदवार रहे दिनेश कौशिक ने भरे मंच से पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मेरे कार्यकर्ता का चालान काटा तो मेवात ट्रांसफर करवा दूंगा। वहीं पूर्व मंत्री और कलायत से चुनाव हारने वाली भाजपा उम्मीदवार कमलेश ढांडा ने कहा कि जिन सरपंचों ने इस चुनाव में कांग्रेस को समर्थन दिया है, उन्हें नतीजे भुगतने पड़ेंगे। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए मंत्रियों और BJP नेताओं की बयानबाजी… अनिल विज बोले- यहां काम करने वाले रहेंगे 19 अक्टूबर को अंबाला कैंट से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि काम किया है और काम करेंगे। हमेशा से मेरा यही नारा रहा है। यहां पर वही अफसर रह सकेगा, जो इस नारे पर काम करेगा। राव नरबीर अधिकारियों से बोले- पैसे लिए तो जेल में डालूंगा कैबिनेट मंत्री राव नरबीर ने 18 अक्टूबर को गुरुग्राम में अधिकारियों की मीटिंग ली थी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था- जो अधिकारी पैसे लेकर काम करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। जेल के अंदर कराऊंगा और पैसे वसूल करूंगा। जिस भी अधिकारी की शिकायत आई, मेरे से बुरा कोई नहीं होगा। सभी के पास दिवाली तक का टाइम है। अपने-अपने आकाओं से बात करलो। कोई बचाने वाला नहीं होगा। या तो नरबीर मंत्री रहेगा या आप लोग रहोगे। पैसा बर्दाश्त नहीं करूंगा। आप लोगों ने गुरुग्राम को बुरा हाल कर दिया। भाजपा नेता कौशिक बोले- कार्यकर्ता का चालान काटा तो मेवात ट्रांसफर करा दूंगा बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव हारने वाले भाजपा उम्मीदवार दिनेश कौशिक ने 20 अक्टूबर को कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि भाइयों अपने वाहनों के पूरे कागज रखा करो। रही बात हेलमेट की तो कोई नहीं। पुलिस से मेरी बात करा दिया करो। कोई चालान काटे तो तुम मेरी बात करा दिया करो। अगर कोई पुलिसवाला बात न करे तो उसके कान पर फोन लगाकर मेरी बात करा देना। अगर फिर भी चालान कट जाए तो उसका नंबर नोट कर लेना। उसको बहादुरगढ़ में नहीं छोडूंगा। उसका नंबर ऊपर दे दूंगा। वो मेवात ही जाएगा, बहादुरगढ़ में नहीं मिलेगा। मेरा वजन 60 किलो है। ये 60 किलो सब पर भारी पड़ जाएगा। अगर चुनाव जीत जाता तो मैं खतरनाक विधायक साबित होता। पूर्व मंत्री ढांडा बोलीं- सरपंचों को नतीजे भुगतने पड़ेंगे
पूर्व मंत्री और कलायत से चुनाव हारने वाली भाजपा उम्मीदवार कमलेश ढांडा ने 20 अक्टूबर को अपने निवास स्थान पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिन्होंने मेरा समर्थन किया, मैं भी भरे मन से उनका समर्थन करूंगी। मैं उनके किसी काम में, विकास कार्यों की ग्रांट में कोई कमी नहीं आने दूंगी। बहुत सारे सरपंच बहक गए, उन्हें बहकाया गया कि कांग्रेस की सरकार आएगी और तुम लोग मालामाल हो जाओगे। दूसरे सरपंचों को भी कह देना, आपने जो अन्याय किया, उसका नतीजा आपको भुगतना पड़ेगा। ये खबर भी पढ़ें…. हरियाणा में मंत्रियों को विभागों का बंटवारा,CM सैनी ने गृह-वित्त अपने पास रखे; विज को परिवहन मंत्रालय, अर्बन लोकल बॉडीज गोयल को हरियाणा में नायब सिंह सैनी की अगुआई वाली भाजपा सरकार ने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया है। शपथग्रहण के चौथे दिन, रविवार देर रात सभी 14 मंत्रियों के पोर्टफोलियो का ऐलान किया गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गृह, वित्त एक्साइज एंड टैक्सेशन समेत 13 से ज्यादा मंत्रालय अपने पास रखे हैं। अनिल विज, विपुल गोयल, श्याम सिंह राणा, कृष्ण कुमार बेदी, आरती राव और गौरव गौतम को 3-3 विभाग गए हैं (पूरी खबर पढ़ें)
फतेहाबाद में मंत्री की मीटिंग में BJP नेता-डीसी में बहस:जमीन कब्जे के सबूत मांगे; वेद फुलां बोले- अपनी चलानी है तो हम चले जाएंगे
फतेहाबाद में मंत्री की मीटिंग में BJP नेता-डीसी में बहस:जमीन कब्जे के सबूत मांगे; वेद फुलां बोले- अपनी चलानी है तो हम चले जाएंगे हरियाणा के फतेहाबाद में सोमवार (16 दिसंबर) को जिला लोक संपर्क एवं लोक परिवाद समिति की बैठक के दौरान भाजपा नेता एवं हरको चेयरमैन वेद फुलां और डीसी मंदीप कौर के बीच बहस हो गई। भाजपा नेता वेद फुलां शिकायतकर्ता का पक्ष रखते हुए कह रहे थे कि राजस्व विभाग ने रात के अंधेरे में उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इस पर डीसी ने कहा कि विभाग रात में कार्रवाई नहीं करता, अगर किया है तो सबूत लेकर आएं। भाजपा नेता वेद फुलां ने यहां तक कह दिया कि अगर आपको अपनी चलानी है तो हम यहां से चले जाएंगे। इस बैठक में राज्य मंत्री श्रुति चौधरी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। श्रुति चौधरी ने मीटिंग कहीं 2 बड़ी बातें… 1.शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं
जिस पर मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। इस मामले को निपटाएं, लेकिन शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं, यानी शिकायतकर्ता को एक विभाग से दूसरे विभाग में न दौड़ाएं। बैठक में विधायक बलवान दौलतपुरिया, चेयरमैन भारत भूषण मिढ़ा, भाजपा नेता वेद फुलां सहित सभी कमेटी सदस्य और पदाधिकारी मौजूद रहे। 2.किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं
बहस के बाद मंत्री श्रुति चौधरी ने बोलना शुरू किया और कहा कि यहां किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं है। यह जनपरिवाद समिति इसलिए बनाई गई है ताकि लोगों को न्याय मिले और लोगों को न्याय मिलेगा। इस मामले में प्रशासन को दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय करना चाहिए। डीसी ने कहा- सबूत लाओ
गांव तामसपुरा निवासी जगदीश ने शिकायत की कि उसकी व उसके भाई की 14 कनाल 18 मरला जमीन पर कब्जा है। तीर्थ राम व राजेश ने तहसीलदार रतिया की अदालत में बंटवारे का दावा दायर किया, लेकिन आवेदक की अनुपस्थिति में बिना उसकी सुनवाई के ही बंटवारा कर दिया गया। उन्होंने जमीन पर धान की फसल बोई थी और प्रशासन ने रातों-रात कब्जा ले लिया। इस पर भाजपा नेता वेद फुलां ने भी आपत्ति जताई और कहा कि रात के अंधेरे में कब्जे की कार्रवाई नहीं की जा सकती। शिकायतकर्ता के वकील व अधिकारी अभी मामले में अपना पक्ष रख ही रहे थे कि डीसी मंदीप कौर ने भी कहा कि अगर अधिकारी रात को कब्जा लेने गए हैं तो इसका सबूत दें। रात में ऐसा काम नहीं होता। सीवरेज ब्लॉक की समस्या पर झाड़ा पल्ला
वहीं, इससे पहले रतिया मॉडल टाऊन रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन रतिया प्रधान सतपाल मंगला द्वारा शिकायत दी गई कि मॉडल टाऊन में समय -समय पर सीवरेज ब्लाक होती है और पानी लीक होकर सड़क पर बहता रहता है। इस मामले में न तो नगर पालिका, न हुडा और न ही पब्लिक हेल्थ विभाग सुनवाई कर रहा। जब मंत्री ने अधिकारियों से पक्ष जानना चाहा तो तीनों विभाग के अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आए। डीएमसी ने कहा कि पूरे हरियाणा में कहीं भी नगर पालिका या नगर परिषद सीवरेज के काम नहीं देखती। पब्लिक हेल्थ इस पर काम करता है। वहीं मॉडल टाऊन की देखरेख करने वाले हुडा विभाग ने भी पब्लिक हेल्थ विभाग पर पल्ला झाड़ दिया। पब्लिक हेल्थ हुडा पर मामला डालता नजर आया। जिस पर मंत्री ने कहा कि मामले में काफी कन्फ्यूजन है। प्रशासन इस मामले को सुलझाएं और जब तक मामला नहीं सुलझता तब तक गंदे पानी निकासी की समस्या को समय-समय पर दुरुस्त करें। इस तरह शिकायतकर्ता को चक्करी न बनाएं। बैठक में कुल 17 मामले उठाए गए। इनमें से एक मामला फर्जी एनओसी का था। जिसमें किरढ़ान निवासी शिकायतकर्ता देवेंद्र की पांच साल पुरानी शिकायत पर प्रशासन द्वारा पूर्व क्लर्क ओपी सिहाग के खिलाफ आज बैठक से पहले एफआईआर दर्ज की गई थी। जब शिकायतकर्ता द्वारा यह मामला उठाया गया तो प्रशासन ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।