हरियाणा के रेवाड़ी जिले के करौली गांव में एक ज्योतिषी ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। घायल व्यक्ति अपना भविष्य जानने आया था। ज्योतिषी ने पहले पैसे मांगे और जब उसने मना किया तो उस पर हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे के करौली गांव निवासी रतिराम ने नाहड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अनुसार उसके गांव का सोमदत्त ज्योतिषी का काम करता है और वह लोगों का भविष्य भी बताता है। पिछले कुछ समय से उसके घर में कोई परेशानी चल रही थी। जिसके चलते वह सोमदत्त से मिलना चाहता था। ज्योतिषी ने खुद ही उसे बुलाया 4 जुलाई की दोपहर जब वह अपने घर से सोमदत्त के घर की तरफ जाने लगा तो उसने देखा कि सोमदत्त घर के बाहर खड़ा था। चूंकि रतिराम ने उसे अपनी समस्या पहले ही बता दी थी, इसलिए सोमदत्त ने खुद ही उसे बुलाया। रतिराम ने आरोप लगाया कि जब मैंने भी अपना भविष्य जानना चाहा तो सोमदत्त ने कहा कि पहले मुझे पैसे दो। मैं बाद में तुम्हारा भविष्य बताऊंगा। पैसे देने से मना करने पर हमला जब मैंने पैसे देने से मना किया तो वह गाली-गलौज करने लगा और जान से मारने की धमकी दी। उसके घर के बाहर कुछ ईंटें रखी हुई हैं। आरोपी ने ईंट उठाकर उसके सिर पर हमला कर दिया। हमले में गंभीर चोट लगने से खून बहने लगा और वह जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। रतिराम ने ग्रामीणों की मदद से एंबुलेंस को फोन किया। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज इसके बाद उसे महेंद्रगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल रतिराम का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूचना मिलने पर नाहड़ पुलिस अस्पताल पहुंची और रतिराम के बयान दर्ज कर आरोपी सोमदत्त के खिलाफ धारा 115/126/351(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के करौली गांव में एक ज्योतिषी ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। घायल व्यक्ति अपना भविष्य जानने आया था। ज्योतिषी ने पहले पैसे मांगे और जब उसने मना किया तो उस पर हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे के करौली गांव निवासी रतिराम ने नाहड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अनुसार उसके गांव का सोमदत्त ज्योतिषी का काम करता है और वह लोगों का भविष्य भी बताता है। पिछले कुछ समय से उसके घर में कोई परेशानी चल रही थी। जिसके चलते वह सोमदत्त से मिलना चाहता था। ज्योतिषी ने खुद ही उसे बुलाया 4 जुलाई की दोपहर जब वह अपने घर से सोमदत्त के घर की तरफ जाने लगा तो उसने देखा कि सोमदत्त घर के बाहर खड़ा था। चूंकि रतिराम ने उसे अपनी समस्या पहले ही बता दी थी, इसलिए सोमदत्त ने खुद ही उसे बुलाया। रतिराम ने आरोप लगाया कि जब मैंने भी अपना भविष्य जानना चाहा तो सोमदत्त ने कहा कि पहले मुझे पैसे दो। मैं बाद में तुम्हारा भविष्य बताऊंगा। पैसे देने से मना करने पर हमला जब मैंने पैसे देने से मना किया तो वह गाली-गलौज करने लगा और जान से मारने की धमकी दी। उसके घर के बाहर कुछ ईंटें रखी हुई हैं। आरोपी ने ईंट उठाकर उसके सिर पर हमला कर दिया। हमले में गंभीर चोट लगने से खून बहने लगा और वह जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। रतिराम ने ग्रामीणों की मदद से एंबुलेंस को फोन किया। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज इसके बाद उसे महेंद्रगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल रतिराम का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूचना मिलने पर नाहड़ पुलिस अस्पताल पहुंची और रतिराम के बयान दर्ज कर आरोपी सोमदत्त के खिलाफ धारा 115/126/351(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा
विनेश फोगाट बोलीं- भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था, यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं, बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई। विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थीं। विनेश फोगाट ने बजरंग पूनिया के साथ 6 सितंबर को कांग्रेस जॉइन की। इससे पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। विनेश बोलीं- भाजपा वाले ईगो पर बात ले गए, 4 सवालों के जवाब सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया?
विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे अप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं। सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की?
विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए। सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता।
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विनेश: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली। मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का- विनेश
कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है।कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह। बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा
पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी, वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जातीं। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देती। विनेश फोगाट मामले में क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. पेरिस ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
7 अगस्त की सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। 6. खेल कोर्ट ने याचिका खारिज की
विनेश फोगाट की याचिका पर खेल कोर्ट में सुनवाई चली। हालांकि पेरिस ओलिंपिक के बाद इसका फैसला आया, जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद विनेश बिना मेडल के ही देश वापस लौटी। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पैतृक गांव बलाली तक उनका काफिले के तौर पर स्वागत किया गया। ये खबर भी पढ़ें… बजरंग पूनिया को जान से मारने की धमकी:विदेशी नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया, लिखा- कांग्रेस छोड़ दो, वर्ना परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा हरियाणा के रेसलर बजरंग पूनिया को कांग्रेस में शामिल होने के 2 दिन बाद जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उन्हें वॉट्सऐप मैसेज के जरिए मिली है। वॉट्सऐप पर उन्हें विदेशी नंबर से मैसेज आया है, जिसमें जान से मारने की धमकी दी गई है। कांग्रेस ने बजरंग पूनिया को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया है। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा के खेल मंत्री का विनेश फोगाट को ऑफर:बोले- विधानसभा या राज्यसभा, जो लड़ना चाहे, BJP उस पर फैसला लेगी
हरियाणा के खेल मंत्री का विनेश फोगाट को ऑफर:बोले- विधानसभा या राज्यसभा, जो लड़ना चाहे, BJP उस पर फैसला लेगी पेरिस ओलिंपिक में डिस्क्वालीफाई की गईं पहलवान विनेश फोगाट को हरियाणा के खेल मंत्री संजय सिंह ने राजनीति में आने का ऑफर दिया है। संजय सिंह ने कहा, ‘विनेश फोगाट अगर राजनीति में आना चाहती हैं तो उनका स्वागत है। वह अपनी इच्छा बताएं कि वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं या राज्यसभा जाना चाहती हैं। BJP इस पर 100 प्रतिशत फैसला लेगी।’ एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में संजय सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह रहे हैं कि उनके पास विधायकों का संख्या बल नहीं है। वर्ष 2014 से पहले उनके पास संख्या बल भी था। वह बताएं कि तब उन्होंने कितने खिलाड़ियों को राज्यसभा में भेजा था। भाजपा ने योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। उस समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खिलाड़ियों की याद नहीं आई। उन्होंने खिलाड़ियों के चुनाव में जाकर उनके खिलाफ काम किया। संजय सिंह ने कहा कि शूटर मनु भाकर और सबरजोत सिंह को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेल विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है। सरकार ने खिलाड़ियों को ओलिंपिक चयन से लेकर मेडल जीतने तक जिस भी प्रकार की सुविधा चाहिए थी, उपलब्ध कराई है। मनु और सरबजोत ने मुख्यमंत्री को कहा कि प्रदेश सरकार की जो खेल नीति है, उससे हमेशा मदद मिली है। चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या कैश अवॉर्ड की, हम हमेशा आगे बढ़े हैं। हुड्डा ने कहा था- संख्या होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था, ‘कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पूरी होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते। सरकार को गोल्ड विजेता वाला सम्मान देना चाहिए। इस पर विनेश के ताऊ महाबीर फोगाट ने कहा कि गीता को इंस्पेक्टर व बबीता को सब इंस्पेक्टर बनाया था। हमने लड़ाई लड़ी और DSP बनवाया। अब विनेश को क्या राज्यसभा भेजेंगे। दुष्यंत चौटाला कह चुके- सभी 90 विधायक विनेश को राज्यसभा भेजें इससे पहले, हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि सभी 90 विधायकों को एक जुट होकर विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजना चाहिए। जो घटना हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुई, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने पर डिसक्वालीफाई हुईं विनेश विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को सेमीफाइनल मैच जीता था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 7 अगस्त को सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। इसके बाद उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में लगाई याचिका ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की गुहार लगाई। 9 अगस्त को हुई सुनवाई में भारतीय वकील हरीश सॉल्वे ने विनेश को सिल्वर मेडल देने या फिर फाइनल खेलने का चांस देने की अपील की। CAS ने कहा कि पेरिस ओलिंपिक की समाप्ति से पहले विनेश फोगाट की याचिका पर फैसला आने की उम्मीद है। यह ऐसा मामला नहीं है कि जिस पर एक घंटे के अंदर फैसला लिया जा सके। CAS ने यह भी कहा कि विनेश फोगाट ने भी इस मामले में अर्जेंट फैसले की मांग नहीं की है। फिर भी इस प्रक्रिया तो तेजी से निपटाया जाएगा। यह मामला अब सोल आर्बिट्रेटर को भेजा गया है।
हरियाणा के नए CM 15 अक्टूबर को शपथ लेंगे:ताऊ देवीलाल स्टेडियम में मंच बनाया जा रहा; पंचकूला DC की अगुआई में कमेटी बनी
हरियाणा के नए CM 15 अक्टूबर को शपथ लेंगे:ताऊ देवीलाल स्टेडियम में मंच बनाया जा रहा; पंचकूला DC की अगुआई में कमेटी बनी हरियाणा के नए CM की शपथ ग्रहण के लिए 15 अक्टूबर को डेट फाइनल होते ही चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में हलचल बढ़ी हुई है। कार्यवाहक CM नायब सैनी गुरूवार रात को दिल्ली से लौटे। इसके बाद शुक्रवार सुबह उन्होंने यहां लोगों से मुलाकात की। खास तौर पर उनके विधानसभा क्षेत्र लाडवा से बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने पहुंचे। सीएम के शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए अधिकारी भी हाईअलर्ट पर हैं। पुलिस अधिकारियों ने भी सीएम से मुलाकात की। अहम बात यह है कि अभी BJP ने नायब सैनी के ही दूसरी बार CM बनने को लेकर औपचारिक घोषणा नहीं की है। इसके लिए शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले चंडीगढ़ में BJP विधायक दल की मीटिंग होगी। जिसमें इसका ऐलान किया जाएगा। हालांकि गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव के वक्त ही पंचकूला में कहा था कि ये चुनाव नायब सैनी की अगुआई में लड़ा जाएगा। वहीं सैनी 2 दिन दिल्ली में PM नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर कई केंद्रीय नेताओं और मंत्रियों से मिल चुके हैं। जिससे उनके नाम को लेकर भाजपा की तरफ से औपचारिक ऐलान ही किया जाएगा। शपथ समारोह को लेकर बनाई 10 सदस्यीय कमेटी…