हरियाणा के रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एक तेज रफ्तार ट्राले ने पैदल चल रहे व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान उसकी जेब से मिले आधार कार्ड से हुई। कसौला थाना पुलिस ने ट्राला चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के गांव ढाणी सांतो निवासी महेश कुमार ने बताया कि वह दिल्ली-जयपुर हाईवे के पास एक निजी कंपनी में काम करता है। वह असाही पुल के पास खड़ा था। तभी उसकी आंखों के सामने पैदल चल रहे व्यक्ति को दिल्ली से जयपुर जा रहे तेज रफ्तार ट्राले ने टक्कर मार दी। बाइक से आरोपी का पीछा कर पकड़ने की कोशिश की हादसे के तुरंत बाद ही उसने अपनी बाइक स्टार्ट कर ट्रॉली का पीछा किया। ट्रॉली चालक तो नहीं पकड़ा जा सका, लेकिन उसने उसका रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लिया। इसके बाद वह वापस मौके पर पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद कसौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एंबुलेंस की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेब से आधार कार्ड मिला महेश के मुताबिक, मृतक की जेब से एक आधार कार्ड मिला। जिसके आधार पर उसकी पहचान बावल के वार्ड नंबर-9 निवासी महेंद्र के रूप में हुई हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं महेश की शिकायत पर आरोपी ट्रॉला चालक के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है। पुलिस रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है। हरियाणा के रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एक तेज रफ्तार ट्राले ने पैदल चल रहे व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान उसकी जेब से मिले आधार कार्ड से हुई। कसौला थाना पुलिस ने ट्राला चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के गांव ढाणी सांतो निवासी महेश कुमार ने बताया कि वह दिल्ली-जयपुर हाईवे के पास एक निजी कंपनी में काम करता है। वह असाही पुल के पास खड़ा था। तभी उसकी आंखों के सामने पैदल चल रहे व्यक्ति को दिल्ली से जयपुर जा रहे तेज रफ्तार ट्राले ने टक्कर मार दी। बाइक से आरोपी का पीछा कर पकड़ने की कोशिश की हादसे के तुरंत बाद ही उसने अपनी बाइक स्टार्ट कर ट्रॉली का पीछा किया। ट्रॉली चालक तो नहीं पकड़ा जा सका, लेकिन उसने उसका रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लिया। इसके बाद वह वापस मौके पर पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद कसौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एंबुलेंस की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेब से आधार कार्ड मिला महेश के मुताबिक, मृतक की जेब से एक आधार कार्ड मिला। जिसके आधार पर उसकी पहचान बावल के वार्ड नंबर-9 निवासी महेंद्र के रूप में हुई हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं महेश की शिकायत पर आरोपी ट्रॉला चालक के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है। पुलिस रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में सांड के हमले से किसान की मौत:खेत में काम करते समय हमला; सींगों से उठाकर कई बार पटका, जयपुर अस्पताल में तोड़ा दम
रेवाड़ी में सांड के हमले से किसान की मौत:खेत में काम करते समय हमला; सींगों से उठाकर कई बार पटका, जयपुर अस्पताल में तोड़ा दम हरियाणा के रेवाड़ी जिले के चिल्हड़ गांव में खेत में काम करते समय आवारा सांड ने बुजुर्ग किसान पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे किसानों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। उसकी गंभीर हालत के चलते परिजन उसे जयपुर के निजी अस्पताल में ले गए, जहां शुक्रवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार खिलपुर की ढाणी निवासी किसान रामनिवास (65) चिल्हड़ गांव की सीमा में अपने खेत में काम करने गया था। इस दौरान चिल्हड़ गांव में घूम रहा एक आवारा सांड रामनिवास के खेत में घुस गया। जैसे ही रामनिवास ने उसे भगाने का प्रयास किया तो सांड ने उस पर हमला कर दिया। उसने उसे सींगों से उठा लिया और काफी देर तक पटकता रहा। इसी दौरान अन्य किसानों ने उसे देख लिया। जयपुर के अस्पताल में हुई मौत लाठियों की मदद से सांड को भगाकर रामनिवास को बचाया गया। रामनिवास बुरी तरह घायल हो गया। सूचना मिलने के बाद उसके परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर हालत में उसे पहले रेवाड़ी और फिर जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार को रामनिवास की मौत हो गई। इस हादसे के बाद गांव चिल्हड़ में पंचायत बुलाई गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही सांड को काबू में कर उसे पेड़ से बांध दिया। सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा ग्रामीणों के अनुसार अब इस सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा। क्योंकि यह सांड पहले भी कई बार लोगों को घायल कर चुका है। जिसको लेकर जिला प्रशासन और डीसी को पत्र लिखकर सांड को पकड़कर गांव के बाहर छोड़ने की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। आखिर में किसान रामनिवास की जान चली गई। ऐसे में दोबारा कोई हादसा न हो इसके लिए सांड को अपने स्तर पर ही पकड़ लिया गया है।
हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं
हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहा नायब तहसीलदार गंगाजल सामने देखकर डर गया। जमीन के मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत मांगने की बात से मुकर रहा था, इसलिए व्यक्ति ने अधिकारी की टेबल पर गंगाजल लाकर रख दिया और कसम खाने के लिए कहा। इसके बाद अधिकारी ने तुरंत व्यक्ति को जमीन की रजिस्ट्री निकालकर दे दी। यह मामला सिरसा के डबवाली एरिया का है। पीड़ित का आरोप है कि उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। जबकि, आरोपी का कहना है कि उसने कोई रिश्वत नहीं मांगी। डीड राइटर ने नायब तहसीलदार के नाम पर मांगी रिश्वत
डबवाली निवासी दर्शन मोंगा ने बताया है कि वह सब्जी बेचते हैं। उनके आवासीय प्लॉट की रजिस्ट्री 7 जून को हुई। वह रजिस्ट्री की कॉपी पाने के लिए तहसील के चक्कर काट रहे थे। जब वह जमीन के डीड राइटर के पास गए तो उसने कहा कि साहब को 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इसके बाद ही रजिस्ट्री मिलेगी। साहब ने रजिस्ट्री अपने पास रख ली है। इसके बाद दर्शन नायब तहसीलदार रणबीर सिंह के पास पहुंच गए। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि वह रजिस्ट्री के लिए 10 हजार रुपए नहीं देंगे। इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि वह रिश्वत नहीं मांग रहे। यह भी कहा कि उन्होंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। वह गंगाजल की कसम खा सकते हैं। गंगाजल देखकर अधिकारी ने कर दिया काम
जब उनसे कहा गया कि जब रिश्वत नहीं मांगी तो रजिस्ट्री दे दें। इस पर अधिकारी आनाकानी कर रहा था। इसके बाद 19 जून को दर्शन गंगाजल लेकर तहसील कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने गंगाजल नायब तहसीलदार की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा। इससे नायब तहसीलदार के होश उड़ गए। उन्होंने संबंधित डीड राइटर और प्रॉपर्टी डीलर को बुलाया। नायब तहसीलदार की बुलाने पर सामने आए प्रॉपर्टी डीलर ने कहा कि डीड राइटर ने कहा था कि साहब 10 हजार रुपए मांगते हैं। वहीं, डीड राइटर ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद नायब तहसीलदार ने गंगाजल से कसम नहीं खाई, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री दे दी। SDM बोले- मामले को देखा जाएगा
इस प्रकरण पर डबवाली के SDM अभय सिंह जांगड़ा ने कहा कि डीड रायटर के पास जाने की कोई जरूरत नहीं थी। ऑनलाइन आवेदन भरकर रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। मैं इस व्यवस्था को दोबारा चेक करवा रहा हूं। मामला क्या है, इसे भी देखता हूं। वहीं, नायब तहसीलदार रणबीर सिंह ने कहा कि मैंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। मैं तो खुद कहता हूं कि दलालों से बचकर रहो। जो व्यक्ति काम करवाने आता है, उसका काम बिना रुकावट किया जाता है। रजिस्ट्री कराने में किसी तरह की कोई परेशानी या देरी नहीं हो रही।
प्रदेश में हिंदी शिक्षकों के 1681 पद खाली, स्कूलों में हिंदी पढ़ना कैसे सीखेंगे बच्चे?
प्रदेश में हिंदी शिक्षकों के 1681 पद खाली, स्कूलों में हिंदी पढ़ना कैसे सीखेंगे बच्चे? भास्कर न्यूज | रोहतक अपनी खूबियों से समृद्ध और राष्ट्रभाषा का गौरव प्राप्त िंहंदी की दुर्दशा कम नहीं हो रही है। इसकी वजह शासन-प्रशासन की तरफ से इसको लेकर लगातार किया जा रहा उपेक्षा का व्यवहार है। देश की सांस्कृतिक धरोहर संजोने वाली इस भाषा के प्रति समाज का भी नजरिया हीन भावना वाला है, जबकि आमजन की ओर से सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली भाषा यही हिंदी है। इसके बावजूद हिंदी भाषा की उन्नति पर संकट बरकरार है। सार्वजनिक स्थलों पर मार्गदर्शन के लिए लगे बैनर पोस्टरों पर भी आम बोलचाल के लिखे शब्दों में त्रुटियां देखने को मिलती हैं। यही नहीं, शहर में विभिन्न प्रमुख विभागों और सरकारी कार्यालयों में जहां तहां लिखे हिंदी के वाकयों में गलती मिलती हैं। यह समस्या हिंदी के प्रति उदासीनता को दर्शाती है। क्योंकि हिंदी के आम बोलचाल चाल के शब्दों में भी त्रुटियां मिल रही हैं। यहां तक की आमजन को सतर्क और मार्गदर्शन करने वाले बैनर व पोस्टर के शब्दों में अशुद्धियां देखने को मिलती हैं। इतना ही नहीं, विभिन्न विभागों के नामों में गलतियां अकसर प्रशासनिक दस्तावेजों और सार्वजनिक सूचनाओं में देखने को भी मिलती हैं। सरकारी विभागों में अंग्रेजी शब्दों का हो रहा प्रयोग प्रदेश के सरकारी स्कूलों हिंदी विषय के कुल 7381 हैं। इनमें से जिले में 4487 नियमित शिक्षक, 922 अतिथि शिक्षक, 185 एचकेआरएन शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं, लगभग 1681 पद अभी भी खाली हैं। प्रदेश भर में कक्षा 12वीं के 186815 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 185329 विद्यार्थी पास हुए हैं। यानी हिंदी विषय का कुल परीक्षा पास प्रतिशत 99.20 रहा। कक्षा 10वीं में 286714 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 277913 विद्यार्थी पास हुए हैं, जोकि 96.93 % रहा है।