हरियाणा में रेवाड़ी जिले के दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर एक तेज रफ्तार अज्ञात कार ने टक्कर मार दी। हादसे में पति-पत्नी दोनों घायल होकर सड़क पर गिर गए। राहगीरों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने पति को मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा घायल पत्नी की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली के शाहदरा स्थित मान सरोवर पार्क रामनगर निवासी कैलाश चंद शर्मा (52) अपनी पत्नी ममता के साथ राजस्थान के कोटपुतली में सास शकुंतला से मिलने के लिए गए थे। दोनों दिल्ली नंबर स्कूटी (एक्टिवा) पर वापस लौट रहे थे। तभी दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव निखरी के समीप चौधरी ढाबा के सामने एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। पति की मौत, पत्नी गंभीर रूप से घायल हादसे के बाद कैलाश चंद काफी दूर आगे जाकर सड़क पर गिरे और ममता के ऊपर स्कूटी गिर गई। दोनों हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। हाईवे से गुजर रहे राहगीरों ने तुरंत एंबुलेंस की सहायता से दोनों को साथ लगते राजस्थान के भिवाड़ी कस्बा के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने कैलाश चंद शर्मा को मृत घोषित कर दिया। जबकि उनकी पत्नी ममता की हालत गंभीर बनी हुई हैं। उन्हें भी दिल्ली रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने दर्ज की FIR सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस पहले मौके पर पहुंची और उसके बाद भिवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस हाईवे पर आसपास ढाबों पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक कर रही है, जिससे आरोपी वाहन चालक की पहचान की जा सके। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर एक तेज रफ्तार अज्ञात कार ने टक्कर मार दी। हादसे में पति-पत्नी दोनों घायल होकर सड़क पर गिर गए। राहगीरों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने पति को मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा घायल पत्नी की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली के शाहदरा स्थित मान सरोवर पार्क रामनगर निवासी कैलाश चंद शर्मा (52) अपनी पत्नी ममता के साथ राजस्थान के कोटपुतली में सास शकुंतला से मिलने के लिए गए थे। दोनों दिल्ली नंबर स्कूटी (एक्टिवा) पर वापस लौट रहे थे। तभी दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव निखरी के समीप चौधरी ढाबा के सामने एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। पति की मौत, पत्नी गंभीर रूप से घायल हादसे के बाद कैलाश चंद काफी दूर आगे जाकर सड़क पर गिरे और ममता के ऊपर स्कूटी गिर गई। दोनों हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। हाईवे से गुजर रहे राहगीरों ने तुरंत एंबुलेंस की सहायता से दोनों को साथ लगते राजस्थान के भिवाड़ी कस्बा के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने कैलाश चंद शर्मा को मृत घोषित कर दिया। जबकि उनकी पत्नी ममता की हालत गंभीर बनी हुई हैं। उन्हें भी दिल्ली रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने दर्ज की FIR सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस पहले मौके पर पहुंची और उसके बाद भिवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस हाईवे पर आसपास ढाबों पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक कर रही है, जिससे आरोपी वाहन चालक की पहचान की जा सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में टैक्स फ्री साबरमती रिपोर्ट:CM सैनी ने देर रात की घोषणा; बोले- इतिहास की शर्मनाक घटना, फिल्म में सच्चाई दिखाई
हरियाणा में टैक्स फ्री साबरमती रिपोर्ट:CM सैनी ने देर रात की घोषणा; बोले- इतिहास की शर्मनाक घटना, फिल्म में सच्चाई दिखाई हरियाणा में साबरमती रिपोर्ट फिल्म टैक्स फ्री होगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने देर रात फिल्म देखने के इसकी घोषणा की। उन्होंने चंडीगढ़ में फिल्म देखने के बाद कहा, फिल्म 27 फरवरी 2002 को गोधरा में हुए साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की घटना पर आधारित है। इस फिल्म में हमारे हाल के इतिहास की सबसे शर्मनाक घटनाओं से घटना की महत्वपूर्ण सच्चाई को दिखाया गया है। फिल्म निर्माताओं ने इस मुद्दे को बहुत ही संवेदनशीलता और गरिमा के साथ संभाला है। यह मुद्दा हम सभी के लिए आत्ममंथन करने का,कि किस तरह से स्वार्थ के कुछ लोगों ने राजनीति की गई। इस फिल्म के माध्यम से 59 निर्दोष पीड़ितों को भी अपनी बात कहने का मौका मिला है। पूरी कैबिनेट के साथ देखी फिल्म
सीएम नायब सिंह सैनी ने अपनी कैबिनेट के साथ मंगलवार शाम को चंडीगढ़ आईटी पार्क के डीटी मॉल में अपने मंत्रियों के साथ फिल्म देखने पहुंचे थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। इसके अलावा, बीजेपी विधायक भी फिल्म का मजा लेने के लिए आए थे। इस दौरान फिल्म की डायरेक्टर एकता कपूर भी मौजूद रही। PM मोदी भी कर चुके तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गोधरा कांड पर बनी फिल्म साबरमती रिपोर्ट की तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने एक यूजर की साबरमती रिपोर्ट पर की गई पोस्ट को X पर रीट्वीट करके लिखा- “यह अच्छी बात है कि सच सामने आ रहा है, वो भी इस तरह से कि आम जनता भी इसे देख सके। झूठी धारणा सिर्फ कुछ वक्त कायम रह सकती है, हालांकि तथ्य सामने आता ही है।”फिल्म साबरमती रिपोर्ट 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म में विक्रांत मैसी मुख्य भूमिका में हैं। ट्रेलर रिलीज से आई विवाद में ’द साबरमती रिपोर्ट के ट्रेलर रिलीज के बाद से ही फिल्म विवादों में आ गई थी। फिल्म के लीड एक्टर विक्रांत मैसी ने बताया कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। यहां तक कि विरोधी उनके 9 महीने के बच्चे को भी नहीं छोड़ रहे। उसके बारे में भी अनाप-शनाप बोल रहे हैं।इस बात का खुलासा खुद विक्रांत मैसी ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में किया है। विक्रांत ने कहा कि गोधरा कांड की आग में कइयों ने रोटियां सेंकी हैं, लेकिन जो मारे गए, वे सिर्फ आंकड़े बनकर रह गए।
CAS ने कहा-वजन बढ़ने की जिम्मेदार विनेश फोगाट:ऑर्डर में लिखा- खिलाड़ी को इसका ध्यान रखना होगा, जॉइंट मेडल का नियम नहीं
CAS ने कहा-वजन बढ़ने की जिम्मेदार विनेश फोगाट:ऑर्डर में लिखा- खिलाड़ी को इसका ध्यान रखना होगा, जॉइंट मेडल का नियम नहीं पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिस्क्वालिफाई हुईं विनेश फोगाट के केस में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने 24 पेज की ऑर्डर कॉपी जारी की है। जिसमें CAS ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का वजन कम-ज्यादा होने का कारण और जिम्मेदार खुद खिलाड़ी ही है। नियमों से ऊपर कोई भी कारण नहीं हो सकता है। CAS ने आगे कहा कि खेलों में सभी प्रतिभागियों के लिए नियम समान होते हैं और इन नियमों में कोई भी ढील नहीं दी जा सकती। विनेश फोगाट का मामला यह था कि उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक था। उन्होंने इस मामूली बढ़त के लिए सहनशीलता की मांग की थी, क्योंकि यह वृद्धि मासिक धर्म (पीरियड्स) के कारण पानी के रिटेंशन और पानी पीने के कारण हुई थी। लेकिन कोर्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया और स्पष्ट कर दिया कि नियमों में कोई सहनशीलता का प्रावधान नहीं है। CAS के ऑर्डर की खास बातें… पानी की कमी की दलील दी CAS ने कहा कि इस बात में कोई विवाद नहीं है कि विनेश फोगाट फाइनल से पहले वजन मापने के दौरान असफल साबित हुईं। यानी उनका वजन 50 किग्रा वेट कैटेगरी के लिहाज से ज्यादा पाया गया। इसमें विनेश का मानना यह था कि सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा है। इसे पीरियड्स, वॉटर रिटेंशन के चलते विलेज तक आने के कारण पानी नहीं मिल पाया। नियम सभी के लिए समान एथलीट्स के लिए समस्या यह है कि वजन को लेकर नियम साफ हैं और सभी के लिए समान भी हैं। इसमें कितना ज्यादा है, यह देखने के लिए कोई सहनशीलता प्रदान नहीं की गई है। यह सिंगलेट (फाइटिंग के दौरान पहलने वाली जर्सी) के वजन की भी अनुमति नहीं देता है। यह भी साफ है कि एथलीट को ही यह देखना होगा कि उसका वजन नियम के अनुसार ही हो। थोड़ी भी छूट देने का अधिकार नहीं यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों में साफ दिया गया है कि पहलवान को न सिर्फ टूर्नामेंट के शुरुआत में खेलने के योग्य होना चाहिए, बल्कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान ही उसे योग्य होना चाहिए। यानी एंट्री से लेकर फाइनल तक ऐसे में नियमों में जरा भी अधिकार नहीं दिया गया है कि थोड़ी भी छूट दी जाए। इससे समझ सकते हैं कि क्यों ये नियम प्रदान करते हैं कि एक बार जब कोई पहलवान प्रतियोगिता के दौरान अयोग्य हो जाता है, तो अनुच्छेद 11 में दिए गए परिणाम लागू होते हैं। उस दिन के हालात पर छूट का प्रावधान नहीं एथलीट ने यह भी मांग की है कि वजन के नियमों में दी गई लिमिट को उस दिन की उसकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार बदला जाए और उस लिमिट पर सहनशीलता लागू की जाए। यानी 100 ग्राम वजन को ज्यादा न समझा जाए और 50 किग्रा वेट कैटेगरी में खेलने की अनुमति दी जाए। मगर, नियमों को देखा जाए तो उसमें ऐसी कोई छूट देने का प्रावधान ही नहीं है। नियम साफ हैं कि 50 किग्रा वेट एक लिमिट है. इसमें व्यक्तिगत तौर पर सहूलियत देने या विवेकाधिकार प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं है। विनेश ने पहले मापे गए वजन की दलील दी एथलीट का पहले दिन का वजन नियम के अनुसार था। उन्हें दूसरे दिन यानी फाइनल से पहले भी वजन माप में सफल होना था। नियमों के अनुच्छेद 11 के लागू होने के कारण विनेश टूर्नामेंट से बाहर हो गईं और बिना किसी रैंक के आखिरी स्थान पर आ गईं। इसने उनसे सिल्वर मेडल भी छीन लिया, जो उन्होंने सेमीफाइनल जीतने के साथ ही पक्का कर लिया था। इस पर विनेश की दलील है कि वो सिल्वर मेडल के लिए योग्य और पात्र बनी रहीं और 6 अगस्त (पहले दिन) को उनका जो सफल वजन माप हुआ था, उसे दूसरे दिन भी लागू किया जाए। नियमों में मेडल देने का प्रावधान नहीं नियमों में कोई विवेकाधिकार नहीं दिया गया है। इसे लागू करने के लिए एकमात्र मध्यस्थ पूरी तरह से बाध्य हैं। एकमात्र मध्यस्थ इस दलील में भी दम देखता है कि फाइनल से पहले जो वजन माप किया गया था, वो नियम के खिलाफ था तो विनेश को सिर्फ फाइनल के लिए अयोग्य माना जाना चाहिए। यानी उन्हें सिल्वर दिया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से आवेदक के लिए नियमों में यह भी सुविधा भी प्रदान नहीं की गई है। फैसला कानूनी रूप से लिया गया एथलीट ने यह अनुरोध किया है कि अपील किए गए निर्णय को इस तरह से अलग रखा जाए कि नियमों के अनुच्छेद 11 में दिए गए परिणाम लागू न हों या अनुच्छेद 11 को इस तरह से समझा जाए कि यह सिर्फ टूर्नामेंट के आखिरी दौर पर लागू हो और यह टूर्नामेंट के शुरुआत से ही लागू न हो। यह विवाद का विषय नहीं है कि एथलीट दूसरे वजन-माप में असफल रहा। आवेदक ने नियमों के अनुच्छेद 11 को चुनौती नहीं दी है। इसका मतलब यह है कि फैसला कानूनी रूप से लिया गया था और अनुच्छेद 11 लागू होता है। जॉइंट मेडल का नियम नहीं एथलीट ने यह भी माना है कि नियमों के लिहाज से वो अयोग्य हो गई हैं। इस कारण सेमीफाइनल में उनसे हारने वाली एथलीट फाइनल खेलने के लिए योग्य हो गई हैं। उन्हें ही सिल्वर या गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। विनेश यह नहीं चाहती कि कोई अन्य पहलवान अपना मेडल खो दे। वो तो संयुक्त रूप से दूसरा सिल्वर मेडल चाहती हैं। ऐसे में कोई नियम नहीं है, जिसके आधार पर विनेश को संयुक्त रूप से दूसरा सिल्वर मेडल दिए जाने की सहूलियत प्रदान की जाए। कोई गैरकानूनी काम नहीं किया इन सभी नियमों और बातों का मतलब है कि एकमात्र मध्यस्थ विनेश द्वारा मांगी गई राहत को देने से इनकार करता है और उनका यह आवेदन खारिज करता है।एकमात्र मध्यस्थ ने यह पाया है कि विनेश ने खेल के मैदान में एंट्री की और पहले ही दिन 3 राउंड के मुकाबले में फाइटिंग करते हुए जीत हासिल की। इसके दम पर उन्होंने पेरिस ओलिंपिक गेम्स में 50 किग्रा वेट कैटेगरी के रेसलिंग फाइनल में पहुंचीं। मगर, दूसरे दिन वजन माप में वो असफल रहीं और फाइनल के लिए अयोग्य हो गईं। विनेश की ओर से कोई भी गलत काम (गैरकानूनी) करने का कोई संकेत नहीं मिला है।
गुरुग्राम में पति ने की पत्नी की हत्या:गला दबाकर शव को पंखे पर लटकाया, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
गुरुग्राम में पति ने की पत्नी की हत्या:गला दबाकर शव को पंखे पर लटकाया, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार हरियाणा के गुरुग्राम में एक पति द्वारा अपनी पत्नी की हत्या करने का मामला सामने आया है। पत्नी के चरित्र पर संदेह रखते हुए पति ने पहले अपनी पत्नी का गला दबा कर हत्या को अंजाम दिया और फिर वारदात को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पंखे पर लटकाकर खुद ही पुलिस को फोन कर दिया। गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता संदीप की माने तो आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के रहने वाले सतीश के रूप में हुई है। क्या था पूरा मामला ? दरअसल 10 जून को सेक्टर 40 थाना पुलिस को सूचना मिली थी की इंद्रा आवास कॉलोनी में रीना नामक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची जहां मृतका का पति सतीश कुमार व उसके 2 बच्चे मिले। पुलिस ने शव को कब्जे में तफ्तीश शुरू की। तफ्तीश के दौरान पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध लगा और फिर पुलिस ने मृतका के परिजनों से संपर्क किया। जिसके बाद 11 जून को मृतका के भाई सुदामा ने पुलिस को शिकायत दी की वह उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है और इसकी बहन रीना की शादी करीब 12 साल पहले सतीश से हुई थी। इसकी बहन अपने पति सतीश व पर 2 बच्चों के साथ इंद्रा आवास कॉलोनी,गांव सिलोखरा में रहती थी। शादी के बाद से ही सतीश उसकी बहन के साथ मारपीट करता था। भाई ने हत्यारे का लगाया पता पुलिस के मुताबिक सुदामा को जब पता चला इसकी बहन की मृत्यु हो गई है तो वह अपनी बहन के घर पहुंचा और इसने अपने तौर पर अच्छी तरह पता किया तो इसको पता चला की 9/10 जून की रात एक बजे इसके जीजा सतीश ने इसकी बहन के साथ मारपीट की व उसका गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या कर पति ने पुलिस को किया फोन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जब मृतका के पति से गहनता से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि पति ने ही महिला की हत्या को अंजाम दिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया की आरोपी ने अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह रखते हुए उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के उपरांत पुलिस से बचने के लिए इसने शव को चुन्नी से बांधकर पंखे से लटका दिया, फिर इसने (आरोपी) पुलिस को फोन करके इसकी पत्नी द्वारा फांसी लगाकर हत्या कर लेने की सूचना दे दी। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की तफ्तीश जारी है।