रेवाड़ी जिले के शाहपुरा गांव में स्थित बस स्टैंड के समीप दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में एक बाइक का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। पहले उसे रेवाड़ी और फिर गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बावल थाना पुलिस ने आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दूसरी बाइक ने मारी टक्कर मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी जिले के रणसी माजरी गांव निवासी रामू (32) बावल स्थित एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। बीती रात वह कंपनी से ड्यूटी कर अपने घर लौट रहा था। शाहपुरा गांव में बस स्टैंड के समीप शराब ठेके के पास पहुंचा तो सामने से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में रामू गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान हुई मौत उसके सिर में गंभीर चोट होने के कारण पहले उसे रेवाड़ी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत में सुधार नहीं होने पर गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया गया। लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ और रामू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना के बाद बावल थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और रामू के भाई राकेश कुमार की शिकायत पर आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रेवाड़ी जिले के शाहपुरा गांव में स्थित बस स्टैंड के समीप दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में एक बाइक का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। पहले उसे रेवाड़ी और फिर गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बावल थाना पुलिस ने आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दूसरी बाइक ने मारी टक्कर मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी जिले के रणसी माजरी गांव निवासी रामू (32) बावल स्थित एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। बीती रात वह कंपनी से ड्यूटी कर अपने घर लौट रहा था। शाहपुरा गांव में बस स्टैंड के समीप शराब ठेके के पास पहुंचा तो सामने से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में रामू गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान हुई मौत उसके सिर में गंभीर चोट होने के कारण पहले उसे रेवाड़ी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत में सुधार नहीं होने पर गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया गया। लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ और रामू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना के बाद बावल थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और रामू के भाई राकेश कुमार की शिकायत पर आरोपी बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में JJP के छठे MLA ने पार्टी छोड़ी:विधायक पद से भी इस्तीफा दिया, BJP से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव हरियाणा में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद जननायक जनता पार्टी को छठा झटका लगा है। गुरूवार को जींद के नरवाना से JJP विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला को पार्टी छोड़ने और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को विधायकी से इस्तीफा भेज दिया। इससे पहले जननायक जनता पार्टी (JJP) के 5 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इन विधायकों में उकलाना से विधायक अनूप धानक, टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली, शाहबाद से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम भी जल्द इस्तीफा दे सकते हैं। अभी रामकुमार गौतम अपने सियासी जोड़-घटाव को देख रहे हैं। वह अभी तक मन नहीं बना पाए हैं उनको किस तरफ जाना है। वहीं माना जा रहा है रामनिवास सुरजाखेड़ा भाजपा की टिकट पर नरवाना विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। जजपा विधायक की ओर से दिया गया इस्तीफा… JJP में अब मां-बेटा सहित 4 विधायक ही बचे
जननायक जनता पार्टी (JJP) में अब 4 विधायक ही बचे हैं। इसमें उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला, बाढड़ा की विधायक व उनकी मां नैना चौटाला, जुलाना के विधायक अमरजीत ढांड़ा और नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम शामिल हैं। राम कुमार गौतम भी जल्द पार्टी छोड़ सकते हैं। वह इस बार भी नारनौंद से चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि भाजपा से नारनौंद में कैप्टन अभिमन्यु प्रबल दावेदार हैं, इसलिए रामकुमार गौतम अभी इंतजार में हैं। इस्तीफा देने वाले विधायकों की नाराजगी की वजह… अनूप धानक: अनूप धानक उकलाना से 2 बार विधायक बने हैं। पहले इनेलो और दूसरी बार JJP के टिकट पर। अनूप शुरू की गिनती दुष्यंत के करीबियों में होती थी। जब 6 विधायकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला था तो वह हमेशा दुष्यंत के साथ नजर आए। लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के बाद धीरे-धीरे वह पीछे हटते चले गए। आखिर में उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया। जोगीराम सिहाग: हिसार में एयरपोर्ट के कारण तलवंडी राणा गांव की तरफ जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया था। बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग इस रोड को शुरू करवाना चाहते थे। ग्रामीणों ने धरना शुरू किया तो सिहाग वहां पहुंचे। उन्होंने वहां से दुष्यंत चौटाला (उस समय डिप्टी सीएम थे) को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। ईश्वर सिंह: ईश्वर सिंह इस बात से नाराज थे कि वह अपने हलके की सड़कें नहीं बनवा पाए। जो विभाग दुष्यंत के पास थे, लोगों के वहां भी काम नहीं हुए। इनके बेटे रणधीर सिंह ने डेयरी डेवलपमेंट के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह कुमारी सैलजा के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो गए। रामकरण काला: पिछले साल किसानों ने सूरजमुखी की फसल के उचित मूल्य को लेकर जीटी रोड जाम किया था। जाम खुलवाने के लिए किसानों पर लाठीचार्ज हुआ। शाहबाद के किसानों की संख्या ज्यादा थी। इसके बाद रामकरण काला ने हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। देवेंद्र बबली: देवेंद्र बबली 2019 में कांग्रेस छोड़कर जजपा में आए थे। विधायक बनने के बाद जब मंत्री नहीं बनाया गया तो वह नाराज हो गए। पार्टी मीटिंग में भी उनकी उपस्थिति कम हो गई। बाद में इन्हें पंचायत मंत्री बनाया गया। हालांकि इसके बाद भी दुष्यंत चौटाला से दूरी बनाए रहे। रामनिवास सुरजाखेड़ा: पार्टी में काम न होने से नाराज थे। दुष्यंत चौटाला पर क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाया था। इसके बाद तब सीएम रहे मनोहर लाल खट्टर के पाले में चले गए। खट्टर से नजदीकियां बढ़ने लगी और दुष्यंत से दूरियां बढ़ती गई। लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार किया था।
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डीपी वत्स ने बढ़ाई हांसी विधायक भ्याणा की चिंता:हांसी से ठोकी दावेदारी, अयोध्या में जिंदल का प्लेन लेकर पूरी कैबिनेट ले गए थे राज्यसभा के पूर्व सांसद रह चुके रिटायर्ड जरनल डीपी वत्स ने हांसी के विधायक विनोद भ्याणा की चिंता बढ़ा दी है। डीपी वत्स ने कहा कि अगर पार्टी ने आदेश दिया तो वह हांसी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उनकी हमेशा से तैयारी रहती है। हांसी विधानसभा उनका अपना इलाका है। वह हांसी के रहने वाले हैं। वत्स ने कहा कि भाजपा में टिकट मांगनी नहीं पड़ती पार्टी का केंद्रीय बोर्ड तय करता है किसे उतारा जाए किसे नहीं। पार्टी जिसकी निष्ठा और जितने वाले पर दांव लगाती है। वत्स ने कहा कि राज्यसभा में जाने से पहले उन्होंने हांसी से विधानसभा का टिकट मांगा था मगर टिकट तो नहीं मिला मगर राज्यसभा में मुझे भेज दिया गया। भाजपा में कई बार मांग से भी ज्यादा मिल जाता है। मगर आपकी पार्टी में निष्ठा, वफादारी और योग्यता दिखनी चाहिए। बता दें कि डीसी वत्स हांसी के थुराना गांव के रहने वाले हैं। उनकी खापों व ग्रामीण इलाकों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। अयोध्या में जिंदल के प्लेन से गई थी कैबिनेट वत्स ने बताया कि हाल ही में अयोध्या में हरियाणा सरकार गई थी। इसमें तमाम मंत्री गण थे। वत्स ने बताया कि इस दर्शन के लिए नवीन जिंदल ने पर्सनल जहाज भेजा था। वह खुद दिल्ली से जहाज लेकर चंडीगढ़ गए थे। इसके बाद सभी ने दर्शन किए थे। वत्स ने कहा कि भाजपा पार्टी में अंदर सेना की तरह अनुशासन है इसलिए भाजपा उनको सबसे अधिक प्रिय लगती है। कांग्रेस ने संविधान बदलने की अफवाह फैलाकर लिए वोट डीपी वत्स ने कहा कि भाजपा की सीटें घटने का कारण कांग्रेस द्वारा किया गया झूठा प्रचार है। कांग्रेस ने यह प्रचार किया कि भाजपा आई तो संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी। इससे जनता में भ्रम फैल गया। इस कारण लोगों ने कम वोट भाजपा को दिए। मगर 10 साल तक शासन में राज करने के बाद भी अगर पार्टी केंद्र में दोबारा सरकार बना रही है तो यह बहुत बड़ी बात है। यह देश में दूसरी बार हुआ है। कुरूक्षेत्र का प्रभारी बनाया हम जीते डीपी वत्स ने कहा कि हिसार लोकसभा की सीट चाहे हम हार गए हों मगर मैंने कुरूक्षेत्र लोकसभा का काम देखा था। मुझे पार्टी ने बतौर कुरुक्षेत्र प्रभारी की जिम्मेदारी थी। इस चुनाव में हमारा कैंडिडेट नवीन जिंदल विजयी होकर निकला है। यह मेरे लिए सुखद अनुभव रहा है। पार्टी अब कहीं भी कोई भी जिम्मेदारी देगी वह पूरी करेंगे। अगर पार्टी हांसी विधानसभा से लड़ने को कहेगी तो वह लड़ने को भी तैयार हैं। कौन है जनरल डीपी वत्स डीपी वत्स यानि देवेंद्र पाल वत्स एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हैं। वह कांग्रेस सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व प्रमुख भी रह चुके हैं। वह एक प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं और महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा, हिसार में सलाहकार और सीईओ के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 1975 में आर्मी मेडिकल कोर में शामिल होने से पहले रोहतक में पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से अपनी शिक्षा पूरी की थी। उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली से अपनी चिकित्सा प्रशिक्षण पूरा किया था। डीपी वत्स को 1999 में विशिष्ट सेवा पदक , 2003 में सेना पदक और 2011 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है । वह सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे में निदेशक और कमांडेंट के रूप में कार्यरत थे और 30 अप्रैल 2011 को सेवानिवृत्त हुए।
करनाल में कार तालाब में गिरी:युवक की मौत, 2 बच्चों समेत पांच लोग सवार थे, चाकू से सीट बेल्ट काटकर बाहर निकाला
करनाल में कार तालाब में गिरी:युवक की मौत, 2 बच्चों समेत पांच लोग सवार थे, चाकू से सीट बेल्ट काटकर बाहर निकाला हरियाणा के करनाल जिले के अंजनथली गांव के पास एक आई-20 कार असंतुलित होकर तालाब में पलट गई। हादसे में कार चालक की मौत हो गई। रवि अपने परिवार के साथ कहीं गया था और वहां से घर लौट रहा था। हादसा घर से 50 मीटर दूर हुआ। कार में दो बच्चों समेत चार से पांच लोग सवार थे। हादसा होते देख आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और सभी को बाहर निकाला। सीट बेल्ट लगी होने के कारण रवि खुद को छुड़ा नहीं सका और उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल स्थित मॉर्च्युरी हाउस भेज दिया। घायलों को नीलोखेड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। चाकू से काटनी पड़ी सीट बेल्ट
सोमवार शाम को रवि पुत्र सूबे सिंह आई-20 कार में घर आ रहा था। वह गांव से थोड़ी दूरी पर था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कार में रवि के पिता सूबे सिंह, पड़ोसी नरेश और रवि के परिवार के दो छोटे बच्चे सवार थे। कार नरेश की थी और रवि चला रहा था। जैसे ही कार गांव के बाहर तालाब के पास से गुजरी तो कार का संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे तालाब में जा गिरी और पलट गई। हादसा देख वहां अफरा-तफरी मच गई। तुरंत लोगों ने तालाब में छलांग लगा दी और सभी को बाहर निकालना शुरू कर दिया। बच्चों को बाहर निकाला
बच्चों को भी बाहर निकाल लिया गया, बाकी दो लोगों को भी बाहर निकाल लिया गया, लेकिन रवि ने सीट बेल्ट बांध रखी थी। जिसके कारण पानी में बेल्ट नहीं खुल पाई और बेल्ट को चाकू से काटना पड़ा। जिसके बाद रवि को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन कार के नीचे दबने के कारण रवि की मौत हो गई। 2 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
ग्रामीण कमलजीत ने बताया कि कार रवि चला रहा था। रवि की उम्र करीब 25 साल है। उसके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। दोनों बच्चों ने अपने पिता को खो दिया है। पूरे परिवार पर यह दुखों का पहाड़ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल के लिए मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शव को करनाल के मॉर्च्युरी हाउस में रखवाया
बुटाना थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि हादसा अंजनथली के पास हुआ है। जिसमें एक युवक की मौत हो गई। अन्य लोगों को कार से बाहर निकाल लिया गया है। शव को करनाल के मॉर्च्युरी हाउस में रखवा दिया गया है। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम रूप दिया जाएगा।