हरियाणा के रेवाड़ी शहर में शख्स को तेल टैंकर ने पहले टक्कर मारी और फिर उसे कुचलते हुए 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घायल को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने फरार टैंकर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया हैं। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम जिले के फरूखनगर में पड़ने वाले गांव सिवाड़ी निवासी कूड़ेराम की बेटी की शादी रेवाड़ी के गांव जीवड़ा में हुई हैं। उनके दोहयते की तबीयत खराब होने पर परिवार के लोगों ने शहर के रणबीर सिंह हुड्डा चौक स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। कूड़ेराम अपने दोहयते का हालचाल जानने के लिए रेवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल में आए हुए थे। 10 मीटर से घसीटते हुए ले गया चालक दोपहर के समय अस्पताल से निकलकर वापस बस स्टैंड जा रहे थे। तभी रणबीर चौक हुड्डा चौक के समीप बाइपास की तरफ से आ रहे एक तेज रफ्तार तेल के टैंकर ने कूड़ेराम को जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद कूड़ेराम सड़क पर गिरे और टैंकर चालक उन्हें कुचलते हुए करीब 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। इसके बाद भीड़ जमा हुई तो आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। अस्पताल में तोड़ा दम अस्पताल में मौजूद कूड़ेराम के रिश्तेदारों ने तुरंत उन्हें गंभीर हालत में रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची मॉडल टाउन थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और कूड़ेराम के समधी धर्मबीर की शिकायत पर फरार टैंकर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। साथ ही पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हरियाणा के रेवाड़ी शहर में शख्स को तेल टैंकर ने पहले टक्कर मारी और फिर उसे कुचलते हुए 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घायल को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने फरार टैंकर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया हैं। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम जिले के फरूखनगर में पड़ने वाले गांव सिवाड़ी निवासी कूड़ेराम की बेटी की शादी रेवाड़ी के गांव जीवड़ा में हुई हैं। उनके दोहयते की तबीयत खराब होने पर परिवार के लोगों ने शहर के रणबीर सिंह हुड्डा चौक स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। कूड़ेराम अपने दोहयते का हालचाल जानने के लिए रेवाड़ी के प्राइवेट अस्पताल में आए हुए थे। 10 मीटर से घसीटते हुए ले गया चालक दोपहर के समय अस्पताल से निकलकर वापस बस स्टैंड जा रहे थे। तभी रणबीर चौक हुड्डा चौक के समीप बाइपास की तरफ से आ रहे एक तेज रफ्तार तेल के टैंकर ने कूड़ेराम को जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद कूड़ेराम सड़क पर गिरे और टैंकर चालक उन्हें कुचलते हुए करीब 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। इसके बाद भीड़ जमा हुई तो आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। अस्पताल में तोड़ा दम अस्पताल में मौजूद कूड़ेराम के रिश्तेदारों ने तुरंत उन्हें गंभीर हालत में रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची मॉडल टाउन थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और कूड़ेराम के समधी धर्मबीर की शिकायत पर फरार टैंकर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। साथ ही पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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शंभु बॉर्डर खोलने पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:हरियाणा सरकार ने HC के आदेश को दी चुनौती; एडवोकेट बोले-वीडियो-फोटो से बताएंगे परेशानी हरियाणा-पंजाब का शंभु बॉर्डर बंद होने का मामला 22 जुलाई सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में उठेगा। एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने बताया कि बॉर्डर बंद होने के कारण अंबाला के छोटे-बड़े व्यापारियों, रेहड़ी-फड़ी वालों एवं अन्य ग़रीब लोगों को नुकसान हो रहा है। वह सुप्रीम कोर्ट में 22 जुलाई को इनकी आवाज बुलंद करेंगे। शंभु बॉर्डर खोलने के मामले में याचिकाकर्ता एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने बताया कि हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट के बॉर्डर खोलने के आदेश को चुनौती दी है, वह इसका विरोध करेंगे। क्योंकि आमजन को शंभु बॉर्डर बंद होने के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एडवोकेट शांडिल्य ने कहा वह शंभु बॉर्डर बंद होने के कारण आ रही परेशानी की फोटो एवं वीडियो फुटेज भी सुप्रीम कोर्ट को दिखायेंगे। शांडिल्य ने कहा सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत एवं जस्टिस उजल भूयन की खंडपीठ 22 जुलाई को इस मामले में सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी हरियाणा सरकार को बॉर्डर बंद करने पर फटकार लगा चुकी है। उन्होंने बताया कि वह शंभु बॉर्डर को खुलवाने के आदेश जनहित में देने के लिए सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ की मांग करेंगे। वासु रंजन शांडिल्य ने कहा कि वह बहस के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने वालों के खिलाफ सख्त गाइडलाइन बनाने की भी मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है सुप्रीम कोर्ट हरियाणा सरकार द्वारा चुनौती दिए गए हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम मोहर लगाते हुए शंभु बॉर्डर को खोलने के आदेश देगी।
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रेवाड़ी में मिला राजस्थान पुलिस के जवान का शव:निजी कंपनी के सामने नाले में पड़ा था, अलवर का रहने वाला रेवाड़ी जिले के औद्योगिक क्षेत्र बावल के दिल्ली जयपुर हाईवे स्थित एक निजी कंपनी के समीप बने नाले में आज सुबह एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची कसोला थाना पुलिस ने मृतक की जेब से एक आईडी कार्ड बरामद किया है। जिससे यह जानकारी मिली कि मृतक राजस्थान पुलिस में कार्यरत है। मृतक की उम्र लगभग 30 वर्ष के करीब बताई जा रही है। नाले में पड़ा मिला शव जानकारी के अनुसार मृतक का नाम उपेंद्र पुत्र उदय सिंह गांव माणका, थाना मुंडावर जिला अलवर राजस्थान का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार उन्हें आज सूचना मिली कि दिल्ली जयपुर हाईवे स्थित नाले में एक व्यक्ति का शव मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस को मृतक की तलाशी ली तो उसकी जेब से एक आईडी कार्ड मिला। जिससे उसकी पहचान हो पाई। वह राजस्थान पुलिस में कर्मचारी है। मृतक ने पुलिस की वर्दी वाली खाकी पेंट तथा काले जूते पहने हुए हैं और सफेद रंग की शर्ट पहनी हुई है। मामले की जांच में जुटी पुलिस पुलिस के अनुसार उसके पैर और सर पर चोट की निशान है। सिर पर लगी चोट मृतक की मौत की वजह हो सकती है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
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राव इंद्रजीत की प्रेशर पॉलिटिक्स का राज क्या?:हरियाणा में बेटी को मंत्रीपद, अपनी प्रमोशन या CM दावेदारी; 15 MLA के समर्थन का दावा कर चुके हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली BJP के भीतर अहीरवाल बेल्ट में सबसे ज्यादा राजनीति गर्माई हुई है। यहां से पार्टी को 11 में से 10 सीटों पर जीत मिली है। सरकार बनाने में इस इलाके का अहम रोल होने के कारण यहां के कद्दावर नेता और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह प्रेशर पॉलिटिक्स की राह पर चल पड़े हैं। रिजल्ट आने के बाद से ही राव इंद्रजीत सिंह पूरी तरह एक्टिव है और चुनाव जीते 9 MLA उनसे मुलाकात कर चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, उनके संपर्क में 15 से ज्यादा MLA है। ऐसे में राव इंद्रजीत सिंह किस बड़ी मंशा को लेकर चल रहे हैं, इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। सियासी माहिरों की मानें तो राव इस पूरे दांव से क्या साधना चाहते हैं, उसकी ये 5 वजहें हो सकती हैं…. 1. बेटी को हरियाणा में मंत्रीपद
राव इंद्रजीत सिंह ने इस बार अपने पसंद से अहीरवाल की 11 में से 9 सीटों पर उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया, जिनमें सभी चुनाव जीत गए। इनमें अटेली सीट से उनकी बेटी आरती राव भी शामिल है। आरती राव का ये पहला ही चुनाव था। उन्हें कड़े मुकाबले में जीत मिली है। राव इंद्रजीत सिंह बेटी आरती राव को नई सरकार में मंत्री बनाकर इलाके में अपनी पकड़ को और मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं। 2. अपने समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह
BJP अहीरवाल बेल्ट को इस बार 2 कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद दे सकती है। राव इंद्रजीत सिंह की कोशिश अपने समर्थक विधायकों को ही इन पदों पर एडजस्ट करने की है। इनमें पटौदी से चुनाव जीती बिमला चौधरी के अलावा लक्ष्मण यादव, ओपी यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। बिमला चौधरी किसी वजह से मंत्री नहीं बन पाई तो बावल से चुनाव जीते डॉ. कृष्ण कुमार को विकल्प के रूप में मंत्रीपद दिलवा सकते है। 3. राव नरबीर को मंत्री बनने से रोकना
अहीरवाल की बादशाहपुर सीट पर सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले राव नरबीर सिंह का नाम नए मंत्रिमंडल को लेकर सुर्खियों में है। नरबीर सिंह इस बार अपने खुद के दम पर टिकट लेकर आए और चुनाव भी जीत गए। उन्हें राव इंद्रजीत सिंह का धुर विरोधी माना जाता है। राव इंद्रजीत सिंह नहीं चाहते कि राव नरबीर सिंह सरकार में मंत्री बने। राव इंद्रजीत सिंह खुद गुरुग्राम से सांसद है। अगर राव नरबीर मंत्री बनते है तो राव इंद्रजीत सिंह का वह इलाके में दूसरा बड़ा विकल्प बन सकते है। नरबीर 2014 में भी चुनाव जीतने के बाद मनोहर लाल की कैबिनेट में पावरफुल मंत्री बने थे। हालांकि 2019 के चुनाव में उनकी टिकट कट गई थी। 4. CM पद पर दावा बरकरार रखना
अहीरवाल से मुख्यमंत्री पद की मांग भी लगातार उठ रही है। रेवाड़ी यादव सभा इसकी मांग पहले ही कर चुकी है। हालांकि भाजपा पहले ही नायब सैनी को सीएम चेहरा घोषित कर चुकी है। फिर भी राव भविष्य के लिए दावा मजबूत रखना चाहते हैं। यही वजह है कि राव इंद्रजीत सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान कई बार सीएम पद पर दावा ठोका। रिजल्ट आने के बाद भी राव इंद्रजीत सिंह ने कहा- हमने 10 सीटें जिताकर अपना काम कर दिया। अब हाईकमान को इलाके की संज्ञान लेना चाहिए। 5. केंद्र में राज्यमंत्री की जगह कैबिनेट मंत्री की प्रमोशन
राव इंद्रजीत सिंह ने भाजपा में रहते हुए गुरुग्राम सीट से लगातार तीसरी लोकसभा चुनाव जीता। दोनों बार वह मोदी सरकार में राज्यमंत्री रहे। इस बार जीत के बाद उनके कैबिनेट मंत्री बनने की संभावनाएं थी। लेकिन उन्हें राज्यमंत्री का पद मिला। जिसका दर्द राव इंद्रजीत सिंह खुद बयां कर चुके हैं। वह कह चुके है कि उनसे छोटे नेता को कैबिनेट मंत्री बना दिया और वह आज तक राज्यमंत्री ही रहे, जिससे अहीरवाल इलाके में भी मायूसी हुई। अब विधानसभा चुनाव में इस इलाके से मिली बड़ी जीत के बाद राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री की प्रमोशन चाहते हैं। दो सीटों पर प्रचार करने नहीं गए राव इंद्रजीत
भाजपा ने इस बार गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, बावल से डॉ. कृष्ण कुमार, पटौदी से बिमला चौधरी, सोहना से तेजपाल तंवर, रेवाड़ी से लक्ष्मण सिंह यादव, अटेली से आरती राव, नारनौल से ओमप्रकाश यादव और महेंद्रगढ़ से कंवर सिंह को राव इंद्रजीत सिंह की पसंद से टिकट दी। जबकि नांगल चौधरी में डॉ. अभय सिंह और बादशाहपुर में राव नरबीर को उनके विरोध के बीच चुनावी मैदान में उतारा। राव नरबीर तो चुनाव जीत गए लेकिन अभय सिंह चुनाव हार गए। इलाके में मजबूत पकड़ होने के कारण राव इंद्रजीत सिंह ने प्रचार की जिम्मेदारी खुद संभाली। हालांकि वह बादशाहपुर और नांगल चौधरी में चुनाव प्रचार करने नहीं गए। अहीरवाल में राव इंद्रजीत सिंह के परिवार की पकड़
अहीरवाल इलाके में राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस की पकड़ दशकों से रही है। पहले उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह का इलाके में दबदबा रहा। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह ने पिता के रुतबे को इस इलाके में बनाए रखा। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह एक तरह से अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अपनी बेटी आरती राव को पूरी तरह एडजस्ट कर चुके है। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बाद विधायक बने है। अब उनकी उत्तराधिकारी के रूप में आरती राव इस पूरे इलाके में एक्टिव है।