रेवाड़ी शहर स्थित मोहल्ला संघी का बास में पुरानी रंजिश के चलते 15-20 लोगों ने एक परिवार पर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। हमले में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने के बाद गोकल गेट थाना पुलिस ट्रॉमा सेंटर पहुंची और पूरे मामले की जांच कर रही है। दरअसल, मोहल्ला संघी का बास में रहने वाले अमर सिंह के बेटे चिराग ने करीब डेढ़ साल पहले पड़ोस में रहने वाली लड़की से प्रेम विवाह किया था। अमर सिंह के मुताबिक शादी के बाद से ही लड़की के परिवार वाले नाराज थे। उस समय भी लड़की के भाई और अन्य परिजनों ने उनके परिवार पर हमला किया था। तभी से पड़ोसी परिवार रंजिश मानता आ रहा है। शराब पीकर गाली-गलौज करने लगे घायल अमर सिंह ने बताया कि बुधवार की रात करीब 10 बजे वह अपने परिवार के साथ घर में ही सोए हुए थे। पास में ही काली माता का मंदिर हैं। यहां पर 15-20 लड़के शराब पी रहे थे। काफी देर गाली-गलौज करने के बाद आरोपी उनके घर के बाहर आ गए और गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। अमर सिंह आवाज सुनकर बाहर आए तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। बचाव में आए परिवार के सदस्यों पर भी हमला बीच बचाव में अमर सिंह का बेटा पंकज, भाई कवर सैन, दीपू, संजय और विनय आए तो आरोपियों ने लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया। इस बीच उनके छोटे भाई की बहू सुमन लत्ता पर भी आरोपियों ने एक बाद एक कई वार किए। बुरी तरह घायल होने के बाद उन्होंने अपने घर के अंदर घुसकर जान बचाई। दरवाजा अंदर से बंद करने के बाद आरोपियों ने खिड़की से पत्थर और लाठी-डंडे फैंकने शुरू कर दिए। आधे घंटे तक मचाया तांडव करीब आधे घंटे तक आरोपियों ने अमर सिंह के घर के बाहर हंगामा किया। पीड़ित परिवार ने तुरंत इसकी शिकायत डॉयल-112 पर दी। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी मौके से फरार हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। चौकी इंचार्ज बोले- पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ आरोपियों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों के सिर फोड़ने के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट मारी। गोकल गेट चौकी पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर रही है। उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। गोकल गेट चौकी इंचार्ज नरेश कुमार के मुताबिक, दोनों पार्टियों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों पार्टियों के काफी लोग घायल हुए हैं। दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत दी गई थी। शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। रेवाड़ी शहर स्थित मोहल्ला संघी का बास में पुरानी रंजिश के चलते 15-20 लोगों ने एक परिवार पर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। हमले में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने के बाद गोकल गेट थाना पुलिस ट्रॉमा सेंटर पहुंची और पूरे मामले की जांच कर रही है। दरअसल, मोहल्ला संघी का बास में रहने वाले अमर सिंह के बेटे चिराग ने करीब डेढ़ साल पहले पड़ोस में रहने वाली लड़की से प्रेम विवाह किया था। अमर सिंह के मुताबिक शादी के बाद से ही लड़की के परिवार वाले नाराज थे। उस समय भी लड़की के भाई और अन्य परिजनों ने उनके परिवार पर हमला किया था। तभी से पड़ोसी परिवार रंजिश मानता आ रहा है। शराब पीकर गाली-गलौज करने लगे घायल अमर सिंह ने बताया कि बुधवार की रात करीब 10 बजे वह अपने परिवार के साथ घर में ही सोए हुए थे। पास में ही काली माता का मंदिर हैं। यहां पर 15-20 लड़के शराब पी रहे थे। काफी देर गाली-गलौज करने के बाद आरोपी उनके घर के बाहर आ गए और गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। अमर सिंह आवाज सुनकर बाहर आए तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। बचाव में आए परिवार के सदस्यों पर भी हमला बीच बचाव में अमर सिंह का बेटा पंकज, भाई कवर सैन, दीपू, संजय और विनय आए तो आरोपियों ने लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया। इस बीच उनके छोटे भाई की बहू सुमन लत्ता पर भी आरोपियों ने एक बाद एक कई वार किए। बुरी तरह घायल होने के बाद उन्होंने अपने घर के अंदर घुसकर जान बचाई। दरवाजा अंदर से बंद करने के बाद आरोपियों ने खिड़की से पत्थर और लाठी-डंडे फैंकने शुरू कर दिए। आधे घंटे तक मचाया तांडव करीब आधे घंटे तक आरोपियों ने अमर सिंह के घर के बाहर हंगामा किया। पीड़ित परिवार ने तुरंत इसकी शिकायत डॉयल-112 पर दी। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी मौके से फरार हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। चौकी इंचार्ज बोले- पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ आरोपियों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों के सिर फोड़ने के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट मारी। गोकल गेट चौकी पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर रही है। उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। गोकल गेट चौकी इंचार्ज नरेश कुमार के मुताबिक, दोनों पार्टियों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों पार्टियों के काफी लोग घायल हुए हैं। दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत दी गई थी। शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में क्यों एक्टिव हुआ हुड्डा खेमा:5 में से 4 विनिंग कैंडिडेट होने समेत 3 बड़ी वजहें; विधानसभा चुनाव टारगेट, SRK से सैलजा सक्रिय हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत मिलने के बाद कांग्रेस का पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमा एक्टिव हो गया है। पूर्व CM हुड्डा ने 3 दिन तक रोहतक में रिव्यू मीटिंग के बाद गुट के सभी नेताओं को लेकर दिल्ली में डेरा डाल दिया है। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी हैं। वह दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मिलकर हरियाणा का फीडबैक दे रहे हैं। साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव की प्लानिंग भी कर रहे हैं। वहीं पार्टी के दूसरे खेमे रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी, कुमारी सैलजा (SRK) गुट में सन्नाटा पसरा हुआ है। सिरसा से कुमारी सैलजा बड़े मार्जिन से जीत कर सांसद बनी हैं, इसलिए अभी सिर्फ वह ही एक्टिव हैं। जीतने के बाद वह भी दिल्ली पहुंच गई हैं। अब पढ़िए हुड्डा कैंप के एक्टिव होने की 3 वजहें 5 में से 4 सीटों के विनिंग कैंडिडेट हुड्डा गुट के
इस बार लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में पूरी तरह से हुड्डा गुट का दबदबा रहा। जीते 5 कैंडिडेट में से 4 हुड्डा गुट के हैं। अब हुड्डा गुट पार्टी हाईकमान को ये दर्शाने में लगा हुआ है कि टिकट का बंटवारा सही हुआ है। इसी वजह से 0 से पांच पर पहुंचे। अब ये संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव में भी टिकट बंटवारे में हुड्डा गुट का पूरा दबदबा रहेगा। पार्टी के 18% बढ़े वोट शेयर को भुना रहे
हुड्डा कैंप के एक्टिव होने की दूसरी बड़ी वजह यह है कि इस चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के वोट शेयर में 18% की बढ़ोतरी हुई है। पार्टी को सूबे की 9 लोकसभा सीटों में 47.07 प्रतिशत वोट पड़े हैं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले सिर्फ 28% वोट ही मिले थे। अब हुड्डा गुट के नेता हरियाणा में बढ़े वोट शेयर को भुनाने में लगे हैं। 5 लोकसभा की 45 विधानसभा सीटों पर नजर
तीसरी बड़ी वजह यह है कि हुड्डा गुट की हरियाणा की 5 लोकसभा की 45 विधानसभा सीटों पर नजर है। हिसार, सिरसा, रोहतक, सोनीपत और अंबाला में ज्यादातर सीटों पर वोटों में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जहां कांग्रेस को भाजपा से भी अच्छा वोट पड़े हैं। SRK गुट में क्यों पसरा है सन्नाटा
हुड्डा के विपरीत चलने वाला SRK गुट सन्नाटे में है। इसकी वजह यह है कि इस गुट के नेताओं को इस लोकसभा चुनाव में कुछ खास नहीं मिल पाया। किरण चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर अपनी बेटी के लिए टिकट मांग रही थी, लेकिन हाईकमान ने टिकट काटकर कांग्रेस विधायक राव दान सिंह को दे दी। इसके बाद उन पर चुनाव में दान सिंह के खिलाफ प्रचार करने के भी आरोप लगे हैं। दिल्ली में हुड्डा गुट इसको खूब भुना रहा है। हालांकि अभी इस मामले में हाईकमान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। वहीं रणदीप सुरजेवाला भी अभी शांत हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के कैंडिडेट डॉ सुशील गुप्ता को भी वह अपने गृह क्षेत्र कैथल से जीत नहीं दिला पाए। SRK गुट की सिर्फ सैलजा क्यों एक्टिव
लोकसभा चुनाव में सिरसा से बड़े मार्जिन से जीतने वाली कुमारी सैलजा ही अपने गुट में एक्टिव हैं। वह लगातार यह मैसेज दे रही हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की ये जीत विधानसभा तक जारी रहेगी। इसको लेकर उनके समर्थक लगातार पोस्टर भी जारी कर रहे हैं। वह भी लगातार इस संबंध में बयान दे रही हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि सैलजा की जीत से यह बात तो तय है कि आने वाले विधानसभा में हुड्डा गुट के लिए सैलजा राह को मुश्किल जरूर करेंगी।
पानीपत पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम:देवेंद्र फडणवीस बोले- मराठे युद्ध नहीं हारे मुहिम हारे थे, एक नहीं-इसलिए सेफ नहीं का दिया नारा
पानीपत पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम:देवेंद्र फडणवीस बोले- मराठे युद्ध नहीं हारे मुहिम हारे थे, एक नहीं-इसलिए सेफ नहीं का दिया नारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को हरियाणा के पानीपत में शौर्य दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने मराठों के शौर्य और बलिदान को याद किया। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस पानीपत की तीसरी लड़ाई के काला आम्ब स्मारक स्थल पर 264वें मराठा शौर्य दिवस समारोह में पहली बार पहुंचे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मराठे युद्ध नहीं हारे बल्कि वह एक मुहिम हारे थे। युद्ध में अगर विजय किसी की हुई तो वह मराठों की हुई। वह युद्ध हिंदवी साम्राज्य ने ही जीता। उन्होंने कहा कि हिंदवी साम्राज्य को स्थापित करने का काम हमारे मराठों ने किया। इसलिए यह युद्ध भूमि हमारे लिए पावन भूमि है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने एक संदेश हमें दिया कि यदि उस समय अन्य राजा भी हमारी मदद को आ जाते तो अब्दाली यहां से पराजित होकर चला जाता। पानीपत युद्ध के बाद अब्दाली ने मुड़कर भारत की तरफ नहीं देखा
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बेशक अब्दाली युद्ध जीता हो, लेकिन उसका मानस इतना पराजित हुआ कि वह दोबारा मुड़कर भारत की तरफ नहीं आया। अगर हम उस समय एक होते तो सेफ होते। हम एक नहीं रहे इसलिए सेफ नहीं रहे। हमारे ऊपर इस प्रकार से अलग-अलग लोगों ने राज किया, क्योंकि हम खंडित थे। नापाक ताकतें देश को करना चाहती हैं खंडित
उन्होंने कहा कि आज हमें यही सीखना होगा, जाति, भाषा, प्रांत के भेद भुलाकर हम समूचे हिंदुस्तानी एक हैं। हम सारे भारतवासी एक हैं। इस प्रकार की भूमिका को सामने रखते हुए, हमारा दुश्मन कौन है इसको समझते हुए आगे बढ़ेंगे तो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विकसित भारत का नारा दिया है जो स्वप्न देखा है, उस स्वप्न को हम पूरा कर पाएंगे। जो नापाक ताकते हमारे देश को खंडित करना चाहती हैं, इस प्रकार की ताकतों के आगे अगर हम हार जाते हैं तो हम युद्ध में भी हारेंगे और हमारा देश भी खंड़ित होगा।
नारनौल में AAP नेता को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस:चुनाव चिन्ह झाड़ू व झंडे बांटे; आंखों के मुफ्त ऑपरेशन कैंप का जिक्र नहीं
नारनौल में AAP नेता को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस:चुनाव चिन्ह झाड़ू व झंडे बांटे; आंखों के मुफ्त ऑपरेशन कैंप का जिक्र नहीं हरियाणा के नारनौल में आम आदमी पार्टी (AAP) के संगठन मंत्री एवं नारनौल के उद्योगपति रविन्द्र मटरू को चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया गया है। उन पर 27 अगस्त को चुनाव चिन्ह झाड़ू, पंपलेट व झंडे बांटने का आरोप है। नारनौल के एसडीएम कम रिटर्निंग अधिकारी 30 अगस्त तक स्पष्टीकरण मांगा है। नारनौल विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दिए गए नोटिस में रविंद्र मटरु को कहा गया है कि 27 अगस्त को उन्होंने अपने निवास स्थान पर आम आदमी पार्टी का चुनाव चिन्ह झाड़ू, पंपलेट व झंडे बांटे हैं। ऐसा करके उन्होंने चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इस बारे में उनको दो दिन में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। रविन्द्र मटरू को दिए नोटिस में कहा गया है कि अगर आपने इसका उत्तर नहीं दिया तो आपके खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के बारे में चुनाव आयोग को उचित कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी। हैरानी की बात यह है कि इस नोटिस में निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर और उसमें बांटे गए चश्मे व दवाइयों तथा मुफ्त भोजन का कोई हवाला नहीं है। बता दे की 27 अगस्त को आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री रविंद्र मटरू ने अपने निवास स्थान पर निशुल्क नेत्र चिकित्सा जांच शिविर भी लगाया था। इस शिविर में नेत्रों की निशुल्क जांच, चश्मा, दवा व आंखों के ऑपरेशन आदि की भी मुफ्त व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा आने वाले सभी लोगों को भोजन भी करवाया गया था। यह सब करने के बाद सभी आने वाले महिलाओं व पुरुषों को निशुल्क झाड़ू, पंपलेट व आम आदमी पार्टी के झंडे वितरित किए गए थे। इन बातों का नोटिस में उल्लेख न होने पर हैरानी जताई जा रही है। 27 अगस्त को लघु सचिवालय नारनौल में डीसी की पत्रकार वार्ता में डीसी व एसपी निवास के सामने आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन का मामला उठाया गया था। डीसी ने कहा कि उनके संज्ञान में यह बात नहीं है। तब पत्रकारों द्वारा इस पर हैरानी जताई और सवाल उठाया कि जिले का खुफिया तंत्र इस मामले में क्यों चुप रहा और उन्होंने आलाधिकारियों को रिपोर्ट क्यों नहीं दी। मामला उठाये जाने के बाद डीसी ने इस मामले पर संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।