हरियाणा के रेवाड़ी शहर में एक सोसाइटी में घर के बाहर खड़ी फॉरच्यूनर कार का शीशा तोड़कर बदमाशों ने 1.14 लाख रुपए कैश और करीब डेढ़ लाख रुपए कीमत का मोबाइल फोन चुरा लिया। सुबह कार का शीशा टूटा हुआ देख वारदात का पता चला। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने चोरी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के हूडा बाइपास स्थित सेक्टर-19 में अंसल टाउनशिप में रहने वाले सचिन यादव ने बताया कि वह खुद का बिजनेस करते हैं। उनकी फॉरच्यूनर कार HR 36 AP 6000 उनके भाई गुरूदत के नाम पर रजिस्टर्ड है। रोजाना की तरह उन्होंने अपनी कार को घर के बाहर खड़ा किया हुआ था। कैश और मोबाइल फोन चुराया रात के समय वह अपनी कार के अंदर ही 1 लाख 14 हजार रुपए और सेमसंग कंपनी का करीब डेढ़ लाख रुपए कीमत वाला फोन कार में भूल गए। सुबह जब वह कार के पास पहुंचे तो गाड़ी के पिछली साइड वाला शीशा टूटा हुआ था। इतना ही नहीं गाड़ी का डेसबोर्ड उखड़ा हुआ मिला। डेसबोर्ड में ही कैश और मोबाइल फोन रखा हुआ था। बदमाशों ने फोन और कैश चुरा लिया। सचिन ने तुरंत इसकी सूचना मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने चोरी का केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा के रेवाड़ी शहर में एक सोसाइटी में घर के बाहर खड़ी फॉरच्यूनर कार का शीशा तोड़कर बदमाशों ने 1.14 लाख रुपए कैश और करीब डेढ़ लाख रुपए कीमत का मोबाइल फोन चुरा लिया। सुबह कार का शीशा टूटा हुआ देख वारदात का पता चला। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने चोरी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के हूडा बाइपास स्थित सेक्टर-19 में अंसल टाउनशिप में रहने वाले सचिन यादव ने बताया कि वह खुद का बिजनेस करते हैं। उनकी फॉरच्यूनर कार HR 36 AP 6000 उनके भाई गुरूदत के नाम पर रजिस्टर्ड है। रोजाना की तरह उन्होंने अपनी कार को घर के बाहर खड़ा किया हुआ था। कैश और मोबाइल फोन चुराया रात के समय वह अपनी कार के अंदर ही 1 लाख 14 हजार रुपए और सेमसंग कंपनी का करीब डेढ़ लाख रुपए कीमत वाला फोन कार में भूल गए। सुबह जब वह कार के पास पहुंचे तो गाड़ी के पिछली साइड वाला शीशा टूटा हुआ था। इतना ही नहीं गाड़ी का डेसबोर्ड उखड़ा हुआ मिला। डेसबोर्ड में ही कैश और मोबाइल फोन रखा हुआ था। बदमाशों ने फोन और कैश चुरा लिया। सचिन ने तुरंत इसकी सूचना मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने चोरी का केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस कोर्ट जाने के लिए सबूत जुटा रही:चुनाव हारे 53 नेता दिल्ली तलब, 8 सदस्यीय कमेटी पूछेगी 4 सवाल
हरियाणा कांग्रेस कोर्ट जाने के लिए सबूत जुटा रही:चुनाव हारे 53 नेता दिल्ली तलब, 8 सदस्यीय कमेटी पूछेगी 4 सवाल हरियाणा में कांग्रेस हार के मंथन के साथ-साथ हार के सबूत भी तलाश रही है। इसके लिए आज (9 नवंबर) को दिल्ली में कांग्रेस की हार के कारण जानने के लिए बनाई गई 8 मेंबरी कमेटी की मीटिंग होगी। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और हरियाणा कांग्रेस सह प्रभारी जितेंद्र बघेल करेंगे। कांग्रेस का मानना है कि भाजपा हेराफेरी, धन-बल के इस्तेमाल और सरकारी तंत्र की मदद के कारण चुनाव जीती है। पार्टी ने नतीजे सामने आने के बाद चुनाव आयोग से भी गुहार लगाई थी मगर आयोग ने उलटा कांग्रेस को ही आइना दिखा दिया, जिससे खफा होकर कांग्रेस कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रही है। इसी केस को दायर करने के लिए वह सबूत एकत्रित कर रही है। कांग्रेस ने इस मीटिंग में विधानसभा चुनाव में हारे हुए सभी 53 नेताओं को दोपहर 12 बजे बुलाया है। इन नेताओं के पास मैसेज पहुंच गए हैं। कांग्रेस ने हार के बाद पहले फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट हाईकमान के पास पेंडिंग है। इसके बाद हाल ही में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने सहप्रभारी से मुलाकात के बाद 8 मेंबर कमेटी बनाई। घोड़ेला बोले- मेरे पास लंबी लिस्ट, खुलासे करूंगा
वहीं मीटिंग में जाने को लेकर पूछे गए सवाल में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने कहा कि वह दिल्ली में बैठक में नहीं जाएंगे। उनको कोई निजी काम है हालांकि मीटिंग के लिए उनके पास मैसेज व कॉल आई थी। वहीं बरवाला से प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला ने बताया कि मीटिंग में वह जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे पास एक लंबी सूची है। मीटिंग में अगर पूछा जाएगा तो मैं इन नामों का खुलासा भी करूंगा जिनके कारण हम हारे। घोड़ेला ने बताया कि सांसद के चुनाव में 53 हजार वोट सांसद को मिलते हैं मगर 3 महीने बाद चुनाव में मुझे 40 हजार वोट मिलते हैं। ऐसे में सवाल तो उठते हैं। मीटिंग में कमेटी के 8 मेंबर के अलावा प्रदेशाध्यक्ष भी रहेंगे… राठौर बोले- भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई
कांग्रेस नेता वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी सौंप चुकी हाईकमान को रिपोर्ट बता दें कि राहुल गांधी की समीक्षा बैठक के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी की दो सदस्यीय फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। दोनों नेताओं ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टू वन बात की। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे। जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि कमेटी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है।
चरखी दादरी में तीन गांवों ने स्कूल पर जड़ा ताला:प्रिंसिपल व महिला कर्मी में है विवाद; बार-बार पुलिस के आने से गुस्साए
चरखी दादरी में तीन गांवों ने स्कूल पर जड़ा ताला:प्रिंसिपल व महिला कर्मी में है विवाद; बार-बार पुलिस के आने से गुस्साए हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार सुबह 3 गांवों के ग्रामीणों ने राजकीय स्कूल को ताला लगा दिया। ग्रामीणों में गुस्सा इस बात का है कि महिला कर्मी और स्कूल के प्रिंसिपल में विवाद है और इसको लेकर स्कूल में बार बार पुलिस आ रही है। इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। तीनों गांवों की पंचायत ने चेतावनी दी कि जब तक दोनों कर्मियों का तबादला नहीं होता, वे स्कूल पर लगा ताला नहीं खोलेंगे। जानकारी के अनुसार हड़ौदी के राजकीय स्कूल में सोमवार सुबह हड़ौदी के साथ को स्कूल खुलने के साथ ही रहड़ौदा कलां व रहड़ौदा के ग्रामीण एकत्रित हुए। उन्होंने बच्चों व स्टाफ को स्कूल जाने से रोक दिया। इसके बाद स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों ने यहां शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जलकरण सिंह व बाढ़रा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। स्कूल को ताला लगाने की सूचना मिलते ही बाढ़ड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से विवाद को लेकर बातचीत की। पुलिस ने स्कूल पर जड़ा ताला खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपे पत्र में कहा कि प्राचार्य उमेश कुमार व एबीआरसी मीनाक्षी के बीच काफी समय से विवाद चल रह है। इसको लेकर पुलिस को शिकायत दी गई। दोनों के बीच चल रहे झगड़े में पुलिस को बार बार स्कूल आना पड़ रहा है। इसी से ग्रामीण खफा हैं। तीनों गांवों की पंचायत दोनों के बीच जारी विवाद को निपटाने का प्रयास कर चुकी है, लेकिन दोनों ही नहीं माने। इससे भड़के ग्रामीणों ने सोमवार को हड़ौदी गांव के राजकीय स्कूल पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण उनके तबादले की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसको लेकर शिक्षा अधिकारी को भी पंचायतों ने पत्र भेजा था। विभाग की ओर से कोई कार्रवाई इस पर नहीं हुई। पुलिस ग्रामीणों को मनाने के प्रयास में लगी है। ग्रामीणों ने बताया कि इस विवाद का पंचायती तौर पर भी कोई समाधान नहीं हुआ और ना ही प्रशासन से कोई हल निकला। उन्होंने बताया कि ग्रामीण बीते 6-7 महीनों से इन दोनों के तबादले की मांग कर रहे हैं और इसके लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा गया है लेकिन अभी तक इस पर संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके चलते वे आज स्कूल गेट पर ताला लगाकर यहां बैठने काे मजबूर हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उक्त दोनों का तबादला यहां से नहीं होगा वे स्कूल गेट का ताला नहीं खोलेंगे। स्कूल पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और ग्रामीणों से बात कर रहे हैं ।
हुड्डा के सामने जिप चेयरपर्सन की दावेदारी:2 साल पहले राजनीति में आई, पहली बार में पार्षद व चेयरपर्सन बनी, भाजपा नहीं कर पाई सेंधमारी
हुड्डा के सामने जिप चेयरपर्सन की दावेदारी:2 साल पहले राजनीति में आई, पहली बार में पार्षद व चेयरपर्सन बनी, भाजपा नहीं कर पाई सेंधमारी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने भाजपा से गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा की टिकट के लिए दावेदारी ठोकी है। मंजू हुड्डा ने 2 साल पहले राजनीति में कदम रखा था। पहला चुनाव जिला पार्षद का वार्ड नंबर 5 से लड़ा। मंजू हुड्डा ने चुनाव में जीत हासिल की और इसके बाद सर्वसम्मति से चेयरपर्सन भी चुनी गई। वहीं इसके बाद उन्होंने भाजपा पार्टी ज्वाइन कर ली। गढ़ी सांपला किलोई पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हलका हैं। जहां से भूपेंद्र सिंह हुड्डा 5 बार विधायक बन चुके हैं। वहीं इस बार भी कांग्रेस ने उम्मीदवारों से आवेदन मांगे थे। गढ़ी सांपला किलोई हलके से अकेले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही आवेदन किया है। इसलिए इस बार भी उन्हें ही उम्मीदवार माना जा रहा है। लगातार जीत हासिल करने के चलते गढ़ी सांपला किलोई हलके को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ कहा जाता है। वहीं इस गढ़ में भाजपा सेंधमारी नहीं कर पाई है। जातिय समीकरण को भी साधती नजर आ रही मंजू हुड्डा
जिला चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने 2022 में जिला पार्षद का चुनवा लड़ा। जिसमें उन्हें 9333 वोट मिले और नजदीकी प्रतिद्वंद्वी अंजली को 6052 वोट मिले। इसलिए वे 3281 वोट से जीत गई। गढ़ी सांपला किलोई हलका जाट बहुल्य क्षेत्र है। वहीं जाट समाज के मतदाता ही विजेता निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। मंजू हुड्डा जातिय समीकरण को भी साधती नजर आती हैं। मंजू हुड्डा ने डबल एमए व बीएड तक पढ़ाई की है। वहीं पीएचडी की पढ़ाई फिलहाल जारी है। रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा से बातचीत
सवाल : विधानसभा चुनाव को लेकर क्या तैयारियां हैं।
जवाब : विधानसभा चुनाव को लेकर तो तैयारियां नियमित हैं। जबसे मैं चेयरपर्सन बनी हूं, तभी से जनता के बीच में ही रही हूं। एक दिन भी ऐसा नहीं जाता कि किसी के सुख-दुख में ना शामिल हुई हो। लोगों का साथ व प्यार भी मिल रहा है।
सवाल : करीब 2 साल पहले राजनीति में आई। पहली बार में ही पार्षद बनी और फिर चेयरपर्सन। आगे का क्या लक्ष्य है।
जवाब : मेरा जिला पार्षद का पहला चुनाव था। करीब 20 दिन का यह चुनाव था। इससे पहले मेरी कोई इच्छा थी और ना ही मैंने कभी आगे के लिए चुनाव का सोचा था। लेकिन जैसे-जैसे गांव व भाईचारे ने इसके लिए तैयार किया और बताया। जनसेवा तो पहले भी करती थी, लेकिन राजनीति में नहीं थी। राजनीति एक ऐसी जगह है, जहां खुलकर जनता की सेवा कर सकते हैं। इसलिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया और उस चुनाव में जीती भी। चेयरमैन के चुनाव में भी सर्वसम्मति से जीत हासिल की। आगे का तो यही है कि जनता व पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उस पर खरा उतरूंगी।
सवाल : किस विधानसभा से चुनाव की तैयारी है।
जवाब : मैं जब से चेयरपर्सन बनी हूं, तब से पूरे जिले में जा रही हूं और लोगों के काम कर रहीं हूं। बाकी तो यह पार्टी तय करेगी कि वे मुझे कहां से टिकट के लिए योग्य समझते हैं कि मैं वहां से चुनाव लडूं। पार्टी जहां से भी कहेगी, वहां से चुनाव लडूंगी। सवाल : गांव व वार्ड गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा में आता है। वहां से ही दावेदारी अधिक मानी जाती है। आप क्या मानते हैं।
जवाब : मेरी विधानसभा गढ़ी सांपला किलोई है। पार्टी कहेगी और जनता व बड़े बुजुर्ग आशीर्वाद देंगे तो वहां से चुनाव लडूंगी और कोशिश करूंगी की वहां से जीत हासिल करूं।
सवाल : गढ़ी सांपला किलोई से कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कई चुनाव जीत चुके हैं। क्या चुनौती मानते हैं।
जवाब : जनता जो है वह काम मांगती है। मुझे राजनीति में आए करीब डेढ़-दो साल हुआ है। जनता के काम करवा रही हूं। जनता के लिए अपने आप से ऊपर काम को चुनती हूं। अगर लोग मुझे चुनते हैं तो मैं उनके विश्वास पर खरी उतरूंगी। इसको चुनौती तो नहीं मान सकती। भाग्य भी होता है। समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। समय परिवर्तनशील है। कभी कुछ भी हो सता है। यह नहीं कि कोई एक बार या लगातार जीता है तो वही रहेगा। क्या पता मेरा भाग्य काम कर जाए, मैं जरूर लड़ना चाहुंगी।
सवाल : गढ़ी सांपला किलोई सीट पर अब तक भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ऐसे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कैसे टक्कर दे पाएंगी।
जवाब : मेरे पास तो सिर्फ काम ही है। अब तक का जितना अनुभव है, उसमें लोगों ने साथ दिया और विश्वास किया है। कोशिश जरूर करना चाहूंगी कि इस चुनाव में पार्टी व लोगों का आशीर्वाद मिला तो।
सवाल : लोगों के बीच जा रही हैं तो कैसा रुझान मिल रहा है। लोग क्या कह रहे हैं।
जवाब : लोग तो डवलेपमेंट की ही कहते हैं। जनता जिसे चुनती है, उससे विकास की ही उम्मीद करती है। जनता के बीच में कोई भी प्रतिनिधि जाए, तो वह लोगों के विश्वास पर खरा उतरे। डेढ़-दो साल में जितना काम किया है, उसमें जनता खुश है।
सवाल : पहली बार में ही पार्षद व चेयरपर्सन बने। क्या-क्या चुनौती आई।
जवाब : चुनौती तो बहुत सारी थी, लेकिन अभी कोई चुनौती नहीं है। मैं पहली बार आई थी और राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था। बहुत-सी ऐसी चीज थी, जो मेरे लिए नई थी, जिनका कुछ पता नहीं था। वो चाहे काम करने का या समन्वय का मान लें। कुछ समय के लिए चुनौतीपूर्ण था।