हरियाणा के रेवाड़ी जिले में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक शख्स की शव पड़ा हुआ मिला है। खून से लथपथ शव पड़ा देख राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सड़क क्रॉस करते समय उसे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। जानकारी के अनुसार, राजस्थान के जिला कोटपूतली के गांव नारेहड़ा निवासी संजय सिंह तंवर ने बताया कि वह किसी काम से यूपी के गाजियाबाद गया हुआ था। आज वापस लौटते वक्त जब वह कसौला चौक क्रॉस कर जय गुरुदेव आश्रम के पास पहुंचा तो एक शख्स खून से लथपथ सड़क किनारे अचेत अवस्था में पड़ा दिखाई दिया। संजय सिंह ने तुरंत इसकी सूचना डॉयल-112 पर दी। मृतक की नहीं हुई शिनाख्त सूचना के बाद कसौला थाना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच की तो वह मृत मिला। साथ ही जानकारी मिली है कि दिल्ली-जयपुर हाईवे क्रॉस करते समय उसे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को मृतक की जेब से कोई ऐसे कागजात नहीं मिले जिससे उसकी पहचान की जा सके। पुलिस ने शव को शिनाख्त को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। साथ ही कसौला थाना में संजय सिंह की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक शख्स की शव पड़ा हुआ मिला है। खून से लथपथ शव पड़ा देख राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सड़क क्रॉस करते समय उसे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। जानकारी के अनुसार, राजस्थान के जिला कोटपूतली के गांव नारेहड़ा निवासी संजय सिंह तंवर ने बताया कि वह किसी काम से यूपी के गाजियाबाद गया हुआ था। आज वापस लौटते वक्त जब वह कसौला चौक क्रॉस कर जय गुरुदेव आश्रम के पास पहुंचा तो एक शख्स खून से लथपथ सड़क किनारे अचेत अवस्था में पड़ा दिखाई दिया। संजय सिंह ने तुरंत इसकी सूचना डॉयल-112 पर दी। मृतक की नहीं हुई शिनाख्त सूचना के बाद कसौला थाना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच की तो वह मृत मिला। साथ ही जानकारी मिली है कि दिल्ली-जयपुर हाईवे क्रॉस करते समय उसे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को मृतक की जेब से कोई ऐसे कागजात नहीं मिले जिससे उसकी पहचान की जा सके। पुलिस ने शव को शिनाख्त को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। साथ ही कसौला थाना में संजय सिंह की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा साइंटिस्ट डेथ केस: CBI जांच की मांग:कुलपति पर लगा उत्पीड़न का आरोप, यूनिवर्सिटी संघ ने कहा- CM से करेंगे मुलाकात
हरियाणा साइंटिस्ट डेथ केस: CBI जांच की मांग:कुलपति पर लगा उत्पीड़न का आरोप, यूनिवर्सिटी संघ ने कहा- CM से करेंगे मुलाकात हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गोल्ड मेडलिस्ट वैज्ञानिक बहन की मौत से आहत भाई विशाल फोगाट ने राज्यपाल व अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजी है। विशाल ने कुलपति डॉ. बीआर कंबोज पर बहन को मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। डॉ. दिव्या के मामले में कई संगठन लगातार विरोध कर रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर कई संगठन पहले ही विरोध कर चुके हैं और दीपेंद्र हुड्डा से लेकर सांसद जयप्रकाश तक वैज्ञानिक की मौत पर सवाल उठा चुके हैं। अब 15 दिसंबर को दिव्या के भाई विशाल फोगाट ने ईमेल के जरिए बहन को परेशान करने की शिकायत की है। उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग तक की है। विशाल फोगाट ने शिकायत में कहा कि उनकी बहन बहुत होनहार थी और उसने कई किस्में निकाली थीं। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने उन्हें प्रोजेक्ट के लिए मैक्सिको और बांग्लादेश भी नहीं जाने दिया। साथ ही उनके विभागाध्यक्ष ने बिना किसी कारण के उन्हें नोटिस थमा दिया। डॉ. दिव्या ने इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब परिजनों ने शिकायत कर मामला उठाया है। हौटा पदाधिकारी ने प्रताड़ित करने के आरोपों को किया खारिज
वहीं चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (हौटा) कार्यकारिणी की बैठक हौटा प्रधान डॉ. अशोक गोदारा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में डा. दिव्या फौगाट के विषय पर विश्वविद्यालय के प्रताड़ित करने के आरोपों को हौटा ने खारिज किया। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि इस विषय पर मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी से भी मुलाकात की जाएगी और इस बारे में अवगत करवाया जाएगा। हौटा पदाधिकारियों ने कहा कि आजकल इंटरनेट मीडिया व कुछ सामाजिक संगठनों व राजनैतिक व्यक्तियों की तरफ से विश्वविद्यालय पर तथ्यहीन आरोप लगाए जा रहे हैं। डॉ. दिव्या फोगाट की नियुक्ति इसी सरकार में बिना खर्ची व पर्ची के हुई। उन्हें विश्वविद्यालय ने लड़कियों के हॉस्टल के वार्डन की जिम्मेदारी भी दे रखी थी, जिससे पता चलता है कि प्रशासन को उन पर कितना भरोसा था। हौटा ने डॉ. दिव्या के निधन पर दुख प्रकट किया। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से ग्रस्त थी। हौटा ने दिया आरोपों का जवाब
हौटा प्रधान डॉ. अशोक ने कहा कि उसे मैक्सिको न भेजने की बात फैलाई जा रही है जबकि उस क्षेत्र में डॉ. ओपी बिश्नोई पिछले 30 वर्षों से कार्य कर रहे थे। इस विषय में इतने अनुभव का और कोई वैज्ञानिक नहीं था जबकि डॉ. दिव्या को जॉइन करे 4 साल भी नहीं हुए थे। विश्वविद्यालय के पास यह जानकारी होती है कि कौन वैज्ञानिक किस क्षेत्र में कार्य कर रहा है। डॉ. ओपी बिश्नोई ने गेहूं की दर्जनों किस्मों को इजाद करने में अपना योगदान दिया है जिसमें मुख्य रूप से डब्ल्यूएच 1270 गेहूं की किस्म जिसका उत्पादन क्षमता व मांग पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। वहीं डॉ. दिव्या का किसी भी किस्म में मुख्य प्रजनक में नाम नहीं आता है। हौटा पदाधिकारियों ने बांग्लादेश जाने की बात पर कहा कि गेहूं में रोग संबंधित प्रशिक्षण था तो विश्वविद्यालय का नियम यह कहता है कि उसमें गेहूं के रोग पर कार्य करने वाला वैज्ञानिक ही जाए। डॉ. दिव्या गेहूं में प्रजनन पर विशेषज्ञ थी न कि गेहूं रोग की।
नूंह हिंसा आरोपी कांग्रेस कैंडिडेट ने धमकाया:कहा- हरियाणा में सरकार बनते ही मेवात छोड़ना होगा; BJP बोली- कांग्रेस आई तो हिंदू पलायन करेंगे
नूंह हिंसा आरोपी कांग्रेस कैंडिडेट ने धमकाया:कहा- हरियाणा में सरकार बनते ही मेवात छोड़ना होगा; BJP बोली- कांग्रेस आई तो हिंदू पलायन करेंगे हरियाणा के नूंह में हुए दंगों के दौरान सुर्खियों में आए कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मामन खान अब विधानसभा चुनाव के दौरान एक और भड़काऊ बयान के चलते चर्चा में आ गए हैं। उन्हें कांग्रेस ने फिर से फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से टिकट दिया है। चुनाव प्रचार के लिए विधानसभा के गांव बीवां में पहुंचे मामन खान ने चेतावनी भर लहजे में कहा है कि लोगों ने मेवात के बच्चों के साथ अन्याय किया हैं, कांग्रेस की सरकार बनते ही उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा। कांग्रेस उम्मीदवार का यह बयान अब खूब वायरल हो रहा है। यहां पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान…
गांव बीवां में चुनाव प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा।’ हरियाणा भाजपा ने प्रतिक्रिया दी
मामन खान नूंह में पिछले साल बृजमंडल यात्रा में हुई हिंसा को सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं और वोट मांग रहे हैं। मामन खान के बयान पर हरियाणा भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। X पर लिखा, ‘अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो दंगे करवाएगी। गलती से भी अगर कांग्रेस की सरकार बन गई तो हिंदुओं को पलायन करना पड़ेगा।’ नूंह हिंसा से पहले 2 बयान देकर फंसे मामन खान… पहला बयान : हिंसा से करीब 6 महीने पहले हरियाणा विधानसभा में राजस्थान के जुनैद–नासिर हत्याकांड पर हंगामा हुआ था। तब मामन खान ने कहा था कि अबकी बार मोनू मानेसर मेवात आया तो उसे प्याज की तरह फोड़ देंगे। फिर फरवरी 2023 में मामन खान ने हरियाणा विधानसभा में मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि वह उसे सबक सिखाएंगे। बता दें कि फरवरी माह में नासिर-जुनैद की हत्या हुई थी। दोनों फिरोजपुर-झिरका से लगते राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। दोनों की हत्या के बाद मेवात के लोगों में भी गुस्सा था। नूंह में हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि मामन खान ने ही लोगों को हिंसा के लिए उकसाया। दूसरा बयान : बृजमंडल यात्रा से 2 दिन पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह यात्रा में शामिल होने के लिए टीम के साथ नूंह आएगा। इसके जवाब में मामन खान ने फेसबुक पर लिखा था, ‘किसी भी साथी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैंने विधानसभा में भी आपकी लड़ाई लड़ी थी। मेवात में भी आपकी लड़ाई मैं ही लडूंगा।’ इन बयानों के बाद ही मामन खान राजस्थान से गिरफ्तार हुए थे। SIT की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें 14 सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, 18 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। जुलाई 2023 में हुई नूंह हिंसा, 6 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से 31 जुलाई 2023 को हरियाणा के नूंह में बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। नल्हड़ स्थित नल्हेश्वर मंदिर से यात्रा निकलने के बाद तिरंगा पार्क के पास पथराव हो गया था। इसके बाद पूरे नूंह शहर ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी हिंसा फैल गई थी। हिंसा में होमगार्ड के 2 जवानों सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हिंसा भड़काने का आरोप 3 बड़े चेहरों पर लगा था। इनमें गौरक्षक मोनू मानेसर, बिट्टू बजरंगी और कांग्रेस विधायक मामन खान शामिल हैं। मामन खान पर विधानसभा और हिंसा से पहले की गई पोस्ट को लेकर सवाल खड़े किए गए। नूंह पुलिस ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामन खान को 2 बार नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं आए। फिर उन्हें मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान से पकड़ा गया।
झज्जर में किसान ने आत्महत्या की:घर के बाथरूम में लटका मिला शव; शराब पीने का आदी था, दो बच्चों का पिता था
झज्जर में किसान ने आत्महत्या की:घर के बाथरूम में लटका मिला शव; शराब पीने का आदी था, दो बच्चों का पिता था हरियाणा के झज्जर के गांव दादरी तोए में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। उसका शव उसके अपने घर के बाथरूम में फंदे पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। छानबीन के बाद शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा गया। जानकारी अनुसार मृतक की पहचान 40 वर्षीय धनराज पुत्र सूबे सिंह के रूप में की गई l वह शादीशुदा था और उसकी एक बेटी और एक बेटा है l वह खेती बाड़ी का काम करता था। परिजनों के अनुसार धनराज शराब पीने का आदी था l झज्जर की दुलीना चौकी से आए जांच अधिकारी एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव दादरी तोए में धनराज नामक व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की है जो शराब पीने का आदि था। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मौके पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया और जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मृतक के पिता सूबे सिंह के बयान पर 174 की इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए मृतक के शव को अपनी कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया है l