रोहतक का जवान असम में शहीद:2009 में भर्ती हुए, 3 बच्चों के पिता, पिता-दादा व भाई भी सेना में रहे, पंचतत्व में विलीन

रोहतक का जवान असम में शहीद:2009 में भर्ती हुए, 3 बच्चों के पिता, पिता-दादा व भाई भी सेना में रहे, पंचतत्व में विलीन

रोहतक के गांव भालौठ निवासी हवलदार हरविंद्र असम में शहीद हो गया। जिनका मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ गांव में अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें गांव ही नहीं आसपास के लोग, सेना के जवान व अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी सहित अन्य लोग शामिल हुए और जवान हरविंद्र को श्रद्धांजलि दी। गांव भालौठ निवासी करीब 35 वर्षीय हरविंद्र ने वर्ष 2009 में सेना ज्वाइन की थी। जिनकी फिलहाल असम में ड्यूटी थी। हवलदार हरविंद्र की मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर है। शनिवार को ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई। यह खबर सेना मुख्यालय से परिजनों को दी है। हरविंद्र का पार्थिव शरीर मंगलवार को गांव में पहुंचा। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
तहसीलदार राजेश ने बताया कि जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि गांव भालौठ के जवान हरविंद्र असम में शहीद हो गए। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। हवलदार हरविंद्र की असम में पोस्टिंग थी और वहां पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। सरकार की तरफ से दी जाने वाली सभी सहायता परिवार को दी जाएगी। इनका पूरा परिवार आर्मी में हैं। 2009 में हुए थे भर्ती
हवलदार हरविंद्र के परिजन अभिमन्यु ने बताया कि परसों उन्हें सूचना मिली थी कि हरिवंद्र ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। ये सितंबर 2009 में सेना में भर्ती हुए थे। इनकी असम में पोस्टिंग थी और 21 जाट बटालियन में तैनात थे। उनके परिवार में हरविंद्र के दादा सूरजमल व पिता जगबीर फौज से रिटायर्ड हैं। वहीं उनके बड़े भाई रविंद्र भी फौज में हैं। 3 बच्चों के पिता थे हरविंद्र
हवलदार हरविंद्र तीन बच्चों के पिता थे। जिन्हें दो बेटियां व एक बेटा है। बड़ी बेटी 8 साल की, छोटी 4 साल की व बेटा करीब सवा साल का है। उन्होंने बताया कि अंतिम बार हरविंद्र से पांच दिन पहले बातचीत हुई थी। करीब ढाई महीने पहले आए थे और छुट्‌टी के बाद ड्यूटी पर चले गए थे। हवलदार हरविंद्र की अंतिम यात्रा के फोटो… रोहतक के गांव भालौठ निवासी हवलदार हरविंद्र असम में शहीद हो गया। जिनका मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ गांव में अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें गांव ही नहीं आसपास के लोग, सेना के जवान व अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी सहित अन्य लोग शामिल हुए और जवान हरविंद्र को श्रद्धांजलि दी। गांव भालौठ निवासी करीब 35 वर्षीय हरविंद्र ने वर्ष 2009 में सेना ज्वाइन की थी। जिनकी फिलहाल असम में ड्यूटी थी। हवलदार हरविंद्र की मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर है। शनिवार को ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई। यह खबर सेना मुख्यालय से परिजनों को दी है। हरविंद्र का पार्थिव शरीर मंगलवार को गांव में पहुंचा। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
तहसीलदार राजेश ने बताया कि जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि गांव भालौठ के जवान हरविंद्र असम में शहीद हो गए। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। हवलदार हरविंद्र की असम में पोस्टिंग थी और वहां पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। सरकार की तरफ से दी जाने वाली सभी सहायता परिवार को दी जाएगी। इनका पूरा परिवार आर्मी में हैं। 2009 में हुए थे भर्ती
हवलदार हरविंद्र के परिजन अभिमन्यु ने बताया कि परसों उन्हें सूचना मिली थी कि हरिवंद्र ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। ये सितंबर 2009 में सेना में भर्ती हुए थे। इनकी असम में पोस्टिंग थी और 21 जाट बटालियन में तैनात थे। उनके परिवार में हरविंद्र के दादा सूरजमल व पिता जगबीर फौज से रिटायर्ड हैं। वहीं उनके बड़े भाई रविंद्र भी फौज में हैं। 3 बच्चों के पिता थे हरविंद्र
हवलदार हरविंद्र तीन बच्चों के पिता थे। जिन्हें दो बेटियां व एक बेटा है। बड़ी बेटी 8 साल की, छोटी 4 साल की व बेटा करीब सवा साल का है। उन्होंने बताया कि अंतिम बार हरविंद्र से पांच दिन पहले बातचीत हुई थी। करीब ढाई महीने पहले आए थे और छुट्‌टी के बाद ड्यूटी पर चले गए थे। हवलदार हरविंद्र की अंतिम यात्रा के फोटो…   हरियाणा | दैनिक भास्कर