रोहतक के गांव बहलम्बा निवासी ढाबा संचालक की हादसे में मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वह मोटरसाइकिल पर अपने ढाबे से घर लौट रहा था। इसी दौरान रास्ते में किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। जिससे 2 बेटियों के पिता की मौत हो गई। वहीं, पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के गांव बहलम्बा निवासी अजमेर ने महम थाने में दुर्घटना की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि उसके 2 बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं। उसका बेटा अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल उम्र करीब 40 साल का गांव बहलम्बा मोड पर ढाबा है। मंगलवार को उसका बेटा अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल अपने ढाबे पर गया था। वह रात करीब 8 बजे अपने ढाबे से वापस लौट रहा था। वह अपनी मोटरसाइकिल पर ढाबे से निकला था। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर उन्होंने बताया कि जब उसका बेटा बीच रास्ते में पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पहुंचा तो किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। इस हादसे में मोटरसाइकिल सवार अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल को गंभीर चोटें आई। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। हादसे का पता लगते ही परिवार वाले मौके पर पहुंचे। अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल दो बेटियों (बड़ी बेटी सात साल की व छोटी बेटी चार साल की) के पिता है। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस जांच अधिकारी सुरजीत सिंह ने बताया कि एक्सीडेंट की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। मृतक के पिता के बयान दर्ज किए हैं। बयानों के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है और एक्सीडेंट करने वाले वाहन का पता लगाने का प्रयास जारी है। रोहतक के गांव बहलम्बा निवासी ढाबा संचालक की हादसे में मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वह मोटरसाइकिल पर अपने ढाबे से घर लौट रहा था। इसी दौरान रास्ते में किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। जिससे 2 बेटियों के पिता की मौत हो गई। वहीं, पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के गांव बहलम्बा निवासी अजमेर ने महम थाने में दुर्घटना की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि उसके 2 बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं। उसका बेटा अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल उम्र करीब 40 साल का गांव बहलम्बा मोड पर ढाबा है। मंगलवार को उसका बेटा अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल अपने ढाबे पर गया था। वह रात करीब 8 बजे अपने ढाबे से वापस लौट रहा था। वह अपनी मोटरसाइकिल पर ढाबे से निकला था। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर उन्होंने बताया कि जब उसका बेटा बीच रास्ते में पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पहुंचा तो किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। इस हादसे में मोटरसाइकिल सवार अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल को गंभीर चोटें आई। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। हादसे का पता लगते ही परिवार वाले मौके पर पहुंचे। अनुराग अजमेर अहलावत उर्फ विशाल दो बेटियों (बड़ी बेटी सात साल की व छोटी बेटी चार साल की) के पिता है। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस जांच अधिकारी सुरजीत सिंह ने बताया कि एक्सीडेंट की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। मृतक के पिता के बयान दर्ज किए हैं। बयानों के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है और एक्सीडेंट करने वाले वाहन का पता लगाने का प्रयास जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बारिश नहीं होने से बढ़ी गर्मी:पिछले 4 दिनों में बढ़ा दिन का पारा, कुरुक्षेत्र सबसे गर्म, 37 पार हुआ तापमान
हरियाणा में बारिश नहीं होने से बढ़ी गर्मी:पिछले 4 दिनों में बढ़ा दिन का पारा, कुरुक्षेत्र सबसे गर्म, 37 पार हुआ तापमान हरियाणा में अब मानसून वापसी की तैयारी शुरू हो गई है। मौसम विशेषज्ञों ने 25 से मानसून की विदाई के आसार जताए हैं। हालांकि पिछले 4 दिनों से बारिश नहीं होने से दिन के पारे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब तक 5 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। 24 घंटे के दौरान सूबे का कुरुक्षेत्र जिला सबसे गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 37.6 रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में 1-2 डिग्री और बढ़ने के आसार हैं। कल से मौसम में दिखेगा बदलाव मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने तथा नमी वाली हवाओं में कमी आने से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता में कमी से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खुश्क रहेगा। हालांकि उत्तरी जिलों पंचकूला, पूर्वी यमुनानगर, अंबाला, उत्तरी कुरुक्षेत्र, कैथल, उत्तरी जींद, उत्तरी फतेहाबाद, उत्तरी सिरसा में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान हवा उत्तर पश्चिमी रहने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन 25 सितंबर के बाद एक बार फिर नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में फिर से मानसून के एक्टिव होने के पूरे आसार हैं। बारिश नहीं होने से 5 डिग्री चढ़ा पारा हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। 24 घंटे में किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा कुरुक्षेत्र गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सूबे के 2 जिले महेंद्रगढ़ और रोहतक जिलों को छोड़कर अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया। 29 तक मौसम में बदलाव के आसार हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में अभी मानसून की 2 दिन वापसी नहीं होगी। 29 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश प्रदेशभर में मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के तीखे तेवर:कल हर हाल में करेंगे नामांकन, कई पदाधिकारी दे सकते है इस्तीफा
महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के तीखे तेवर:कल हर हाल में करेंगे नामांकन, कई पदाधिकारी दे सकते है इस्तीफा हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने आज चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि भाजपा ने अभी महेंद्रगढ़ और एनआईटी फरीदाबाद विधानसभा की सीट होल्ड कर रखी है। सूची का इंतजार किए बिना ही उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वो कल दोपहर 1:15 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उससे पहले 10 बजे महेंद्रगढ़ आवास जयराम दास सदन पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। मीडिया से बचते नजर आए रामबिलास शर्मा भाजपा के कद्दावर नेता हैं। दूसरी लिस्ट में भी उनका नाम नहीं आने से कार्यकर्ता में रोष है। दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद कार्यकर्ताओं की उनके आवास पर मीटिंग हुई और उस मीटिंग में कार्यकर्ताओं ने उनको चुनाव लड़ने को कहा है। इस दौरान पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा मीडिया से बचते हुए नजर आए। सूत्रों अनुसार अगर भाजपा ने पूर्व मंत्री को महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट नहीं दिया, तो पार्टी के कई पदाधिकारी इस्तीफा दे सकते हैं। पांच बार महेंद्रगढ़ से जीत चुके चुनाव बता दें कि रामबिलास शर्मा हरियाणा भाजपा के भीष्म पितामह के रूप में जाने जाते हैं। वो जनता पार्टी के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। 1982 में उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उसके बाद से वो लगातार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं। वो पांच बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं। दो बार प्रदेश अध्यक्ष और तीन बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। 1991 में वो पूरे प्रदेश में अकेले भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते थे। कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त 2014 में वो प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उनके नेतृत्व में भाजपा ने हरियाणा में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। भाजपा की दो लिस्ट जारी होने के बाद भी जब उनका नाम नहीं आया, तो कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। बता दें कि कुछ दिन पहले कैलाश चंद शर्मा पाली ने महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट मिले बिना ही भाजपा की टिकट पर नामांकन कर दिया। कैलाश पाली स्वयं सेवक रहे हैं और संघ के आदेश पर उन्होंने यह फॉर्म भरा था। नारनौल सीट से यादव समाज पर खेला दाव महेंद्रगढ़ और नारनौल विधानसभा हमेशा ब्राह्मणों की होती थी। नारनौल से पूर्व विधायक कैलाश चंद शर्मा और महेंद्रगढ़ से रामबिलास शर्मा दोनों ही भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भाजपा नारनौल सीट से यादव समाज पर दाव खेल रही थी। इस बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से भी यादव समाज से चुनाव लड़वाना चाह रही है। हालांकि अभी टिकट की घोषणा होना बाकी हैं, लेकिन ऐसी चर्चा कार्यकर्ताओं से सुनने को मिल रही है।
सुभाष चंद्रा ने बढ़ाई BJP प्रत्याशी की टेंशन:हिसार में सावित्री जिंदल को दिया समर्थन, भाजपा कैंडिडेट को नसीहत-जो झुकते नहीं टूट जाते हैं
सुभाष चंद्रा ने बढ़ाई BJP प्रत्याशी की टेंशन:हिसार में सावित्री जिंदल को दिया समर्थन, भाजपा कैंडिडेट को नसीहत-जो झुकते नहीं टूट जाते हैं हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिसार सीट पर जाने माने बिजनेसमैन और पूर्व राज्यसभा सासंद सुभाष चंद्रा ने हिसार में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरी देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल का समर्थन किया है। सुभाष चंद्रा ने इसको लेकर X अकाउंट पर पोस्ट की और लिखा कि ” जैसा मैंने सबसे वायदा किया था। हिसार विधानसभा में जनता और हिसार के लिए सावित्री जिंदल जी उपयुक्त और सही उम्मीदवार हैं। हालांकि मैं वस्तुतः BJP समर्थक परिवार से हूं, फिर भी एक निर्दलीय के लिए मतदान की अपील कर रहा हूं। BJP का समर्थन करना मेरा निजी विचार है परंतु हिसार के लोग और यह शहर मेरा है, इसलिए इसके प्रति भी मेरा एक धर्म है। इसलिए हिसार के वोटरों से मेरी प्रार्थना है कि सावित्री जी को वोट दें”। सुभाष चंद्रा ने पिछले 2 चुनाव में भाजपा के मंत्री और शहर से विधायक रहे डॉ. कमल गुप्ता का समर्थन किया था। डॉ. कमल गुप्ता लगातार 2 बार विधायक बने और अब तीसरी बाद BJP की टिकट पर मैदान में हैं। सुभाष चंद्रा की ओर से X पर की गई पोस्ट… भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता को दी नसीहत सुभाष चंद्रा ने X पर पोस्ट के जरिए डॉ. कमल गुप्ता को भी नसीहत दी और लिखा कि “जब कभी तूफान आता है तो जो पेड़ झुकना नहीं जानते वो टूट कर गिरते हैं। घास की तरह जो व्यक्ति जमीन से जुड़ा रहता है वह उस भयावह तूफान को आसानी से सहन कर फिर हरा भरा हो कर पर्यावरण की यानी समाज की सेवा करने के लिए सक्षम होता है”। जिंदल और चंद्रा परिवार कभी एक दूसरे के खिलाफ थे बता दें कि 6 साल पहले तक जिंदल और चंद्रा परिवार एक दूसरे के खिलाफ थे। खिलाफत इतनी थी कि चंद्रा ने सावित्री जिंदल को 2014 में हिसार विधानसभा से हराने के लिए भाजपा के कमल गुप्ता को समर्थन दिया और चुनाव में पूरी मदद की थी। 2012 में कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल ने दिल्ली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सुभाष चंद्रा के ग्रुप के चैनल के वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा कोयला घोटाले मामले में उनसे 100 करोड़ रुपए मांगे गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 2 पत्रकारों को जेल भी भेजा था। ग्रुप के मालिक चंद्रा को भी इस मामले में घसीटा था। इसके बाद दोनों ने ही एक दूसरे पर कोर्ट केस कर रखे थे, जो अब दोनों ने 2018 में वापस ले लिए हैं। हिसार भाजपा प्रत्याशी अकेले पड़े हरियाणा की हिसार विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे डॉ. कमल गुप्ता चुनावी जंग में अकेले पड़ गए हैं। पहले जिंदल परिवार और अब पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने भी भाजपा के मंत्री का साथ छोड़ दिया है। पूर्व राज्यसभा सांसद ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी थी। सुभाष चंद्रा ने लिखा था कि मंत्री बनने के बाद कमल गुप्ता को 5 साल बाद मेरी याद आई। कम से कम वह मुझे तीज-त्योहार पर बधाई तो दे सकते हैं। हिसार की जनता भी भाजपा के मंत्री से नाराज है, इसलिए इस बार मैं मदद नहीं कर पाऊंगा। सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया था ऐलान हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 67 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। सूची जारी होते ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई। कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा से टिकट न मिलने पर सावित्री जिंदल ने हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। सावित्री जिंदल ने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। चुनाव न लड़ने की बात कहकर दिल्ली से लौटी थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर चुनाव लड़ूंगी। सावित्री प्रसिद्ध उद्योगपति और कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं।