दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट को लेकर हरियाणा में राजनीतिक दलों के बीच घमासान चल रहा है। इसी बीच रोहतक के नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। नवीन जयहिंद ने अपने एक्स अकाउंट पर हरियाणा के सभी विधायकों के मोबाइल नंबर जारी कर राज्यसभा चुनाव में अपने लिए समर्थन मांगा है। बता दें कि कुछ दिन पहले नवीन जयहिंद ने निर्दलीय राज्यसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। जिसके बाद महम विधायक बलराज कुंडू ने उन्हें समर्थन देने की घोषणा की थी। यहीं से नवीन जयहिंद के समर्थकों में उन्हें राज्यसभा भेजने की होड़ मच गई। समर्थकों ने विधायकों को जयहिंद के पक्ष में लामबंद करने की कोशिश शुरू कर दी है। इसी क्रम में आज जयहिंद की ओर से सोशल मीडिया पर एक खास अपील भी की गई है। x पर पोस्ट करते हुए नवीन जयहिंद ने लिखा कि अगर जनता को लगता है कि जयहिंद ने मुद्दों की लड़ाई लड़ी है तो राज्यसभा चुनाव में हरियाणा के सभी माननीय विधायकों को फोन करें, भले ही आप मेरे लिए समर्थन न मांगें, लेकिन अपनी समस्याओं और मांगों के लिए फोन जरूर करें। बलराज कुंडू ने की थी समर्थन की घोषणा नवीन जयहिंद ने 6 जुलाई को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने की घोषणा की थी। इसके बाद रोहतक के महम हल्के से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सबसे पहले नवीन जयहिंद का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘छोटे भाई नवीन जयहिंद अगर राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर आते हैं तो मेरा भाई नवीन जयहिंद को पूर्ण समर्थन रहेगा।’ इसके बाद नवीन जयहिंद ने बलराज कुंडू का समर्थन करने पर धन्यवाद किया। वहीं नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालते हुए लिखा कि ‘सीधी बात है साथियों, जो हमारा साथ देगा, हम उसका साथ देंगे। ये लड़ाई सम्मान स्वाभिमान की है। मेरे पास जमीन जायदाद नहीं जिगर है’ इधर, कांग्रेस व जजपा एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं। क्योंकि अकेले कांग्रेस या जेजेपी के पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त मत नहीं हैं। इसी को देखते हुए नवीन जयहिंद ने राज्यसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ने का दावा किया। जेजेपी व कांग्रेस ने एक-दूसरे के पाले में डाली गेंद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार ना उतारने का दावा किया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि जननायक जनता पार्टी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा को हराने के लिए अगर उनके विधायक एक साथ हैं तो कांग्रेस उनका साथ दे सकती है। इस पर JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा के पास ज्यादा विधायक हैं या हमारे पास। वे राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर लें, हम समर्थन देने के लिए तैयार हैं। जेजेपी ने सबसे पहले राज्यपाल को लिखकर दिया था कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो हम उसका साथ देंगे। उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन जरूरी हरियाणा की राज्य सभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार के पास 10 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। फिलहाल नवीन जयहिंद को एक विधायक ने ही समर्थन दिया है। अगर 10 विधायक समर्थन नहीं देते हैं तो वे चुनाव ही नहीं लड़ पाएंगे। हालांकि अभी भाजपा, कांग्रेस व जेजेपी ने समर्थन का भी आश्वासन नहीं दिया है। अगर ये दल समर्थन नहीं करते हैं तो राज्यसभा का उम्मीदवार बनना भी मुश्किल लग रहा है। दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट को लेकर हरियाणा में राजनीतिक दलों के बीच घमासान चल रहा है। इसी बीच रोहतक के नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। नवीन जयहिंद ने अपने एक्स अकाउंट पर हरियाणा के सभी विधायकों के मोबाइल नंबर जारी कर राज्यसभा चुनाव में अपने लिए समर्थन मांगा है। बता दें कि कुछ दिन पहले नवीन जयहिंद ने निर्दलीय राज्यसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। जिसके बाद महम विधायक बलराज कुंडू ने उन्हें समर्थन देने की घोषणा की थी। यहीं से नवीन जयहिंद के समर्थकों में उन्हें राज्यसभा भेजने की होड़ मच गई। समर्थकों ने विधायकों को जयहिंद के पक्ष में लामबंद करने की कोशिश शुरू कर दी है। इसी क्रम में आज जयहिंद की ओर से सोशल मीडिया पर एक खास अपील भी की गई है। x पर पोस्ट करते हुए नवीन जयहिंद ने लिखा कि अगर जनता को लगता है कि जयहिंद ने मुद्दों की लड़ाई लड़ी है तो राज्यसभा चुनाव में हरियाणा के सभी माननीय विधायकों को फोन करें, भले ही आप मेरे लिए समर्थन न मांगें, लेकिन अपनी समस्याओं और मांगों के लिए फोन जरूर करें। बलराज कुंडू ने की थी समर्थन की घोषणा नवीन जयहिंद ने 6 जुलाई को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने की घोषणा की थी। इसके बाद रोहतक के महम हल्के से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सबसे पहले नवीन जयहिंद का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘छोटे भाई नवीन जयहिंद अगर राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर आते हैं तो मेरा भाई नवीन जयहिंद को पूर्ण समर्थन रहेगा।’ इसके बाद नवीन जयहिंद ने बलराज कुंडू का समर्थन करने पर धन्यवाद किया। वहीं नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालते हुए लिखा कि ‘सीधी बात है साथियों, जो हमारा साथ देगा, हम उसका साथ देंगे। ये लड़ाई सम्मान स्वाभिमान की है। मेरे पास जमीन जायदाद नहीं जिगर है’ इधर, कांग्रेस व जजपा एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं। क्योंकि अकेले कांग्रेस या जेजेपी के पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त मत नहीं हैं। इसी को देखते हुए नवीन जयहिंद ने राज्यसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ने का दावा किया। जेजेपी व कांग्रेस ने एक-दूसरे के पाले में डाली गेंद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार ना उतारने का दावा किया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि जननायक जनता पार्टी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा को हराने के लिए अगर उनके विधायक एक साथ हैं तो कांग्रेस उनका साथ दे सकती है। इस पर JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा के पास ज्यादा विधायक हैं या हमारे पास। वे राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर लें, हम समर्थन देने के लिए तैयार हैं। जेजेपी ने सबसे पहले राज्यपाल को लिखकर दिया था कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो हम उसका साथ देंगे। उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन जरूरी हरियाणा की राज्य सभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार के पास 10 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। फिलहाल नवीन जयहिंद को एक विधायक ने ही समर्थन दिया है। अगर 10 विधायक समर्थन नहीं देते हैं तो वे चुनाव ही नहीं लड़ पाएंगे। हालांकि अभी भाजपा, कांग्रेस व जेजेपी ने समर्थन का भी आश्वासन नहीं दिया है। अगर ये दल समर्थन नहीं करते हैं तो राज्यसभा का उम्मीदवार बनना भी मुश्किल लग रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP के सीट छोड़ने पर घमासान:कांडा बोले-समर्थन मांगा नहीं, खट्टर ने कहा-कांग्रेस को हराना है, दुष्यंत बोले- ऊपर से इशारा हरियाणा में BJP के एक सीट खाली करने पर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा ने गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दिया है। गोपाल कांडा अपनी पार्टी हलोपा से सिरसा सीट पर उम्मीदवार हैं। भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है। इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा। कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बंटोरा जा सके, जबकि सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है। इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है। क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बंटोरना चाहती है। ऊपर से उनके सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए। पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे। इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था। प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी। सारे लोग पहले से ही एक, सब किसान विरोधी : गोकुल सेतिया इस पर कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने कहा कि सारे लोग पहले से ही एक थे। सभी किसान विरोधी है और किसानों के खिलाफ ही काम किए हैं। यह जनता को बरगलाने का कार्य कर रहे थे। भाजपा के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को तय करना है कि अब उन्हें आगे क्या करना है। भाजपा ने अपनी टीम पर ही विश्वास नहीं दिखाया। एक बुजुर्ग आदमी को पहले उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया और नामांकन वापस करवाकर उनका अपमान किया है।
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नरवाल से मिला था। नरेंद्र के पास पैसे का जुगाड़ नहीं हो सका था, लेकिन वह लगातार संदीप के टच में था। नरेंद्र ने संदीप का घर बार देखा हुआ था। वह संदीप के हालातों से वाकिफ था। बाद में नरेंद्र ने देखा कि संदीप ने कुछ ही समय में अच्छी प्रॉपर्टी बना ली है और करोड़ों रुपया कमा लिया है। ऑनलाइन सट्टा खेलता था मुख्य आरोपी नरेंद्र आरोपी हेड कांस्टेबल नरेंद्र ऑनलाइन सट्टा खेलता था। लोगों से पैसा ले लेकर सट्टा खेलता रहा और हारता चला गया। जिसकी वजह से उसके ऊपर काफी ज्यादा देनदारी हो चुकी थी और तनख्वाह से खर्चे पूरे नहीं हो रहे थे। नरेंद्र ने प्लान बनाया कि क्यों न किसी ऐसे आदमी को उठाया जाए, जो दो-तीन करोड़ रुपए आसानी से दे दे और हमारी जिंदगी आसानी से कटे। जिसके बाद आरोपी ने अपने दो साथियों को तैयार किया और बताया कि संदीप नरवाल को दिल्ली पुलिस ने उठाया था और वहां से जमानत करवाकर आया है और संदीप ने बहुत मोटा पैसा कमाया हुआ है। संदीप एक सॉफ्ट टारगेट है और इसको उठाते है तो दो-तीन करोड़ रुपए आसानी से दे देगा। एक जनवरी को भी आए थे घर पर पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि एक जनवरी को भी तीनों आरोपी संदीप के घर पर पहुंचे थे, लेकिन संदीप उस दिन घर पर नहीं था, इन लोगों ने संदीप के घर वालों को बताया था कि वे संदीप से मिलने आए है। वास्तव में ये लोग संदीप की रेकी करने के लिए आए थे। इन लोगों की प्लानिंग करीब 15-20 दिन से चल रही थी। लगातार रैकी की गई, जिसमें इन लोगों को पता चल गया कि संदीप किस टाइम कहां पर होता है। 4 जनवरी को मुख्य आरोपी ने अपने दोनों साथियों को गांव नरूखेड़ी में बुला लिया। इन लोगों को पता था कि संदीप दोपहर को अपनी बेटी को बस में बैठाने के लिए अकेला जाता है। इसी का फायदा आरोपियों ने उठाया। कार दूर खड़ी कर ली थी पुलिस ने बताया कि कार आरोपी अक्षय कुमार के नाम से रजिस्टर्ड है। जब मधुबन से आरोपी चले थे तो इन्होंने कार की दोनों नंबर प्लेट को उतारकर कार की डिग्गी में डाल दिया था। प्लानिंग के मुताबिक आरोपियों ने अपनी कार को बस स्टैंड नरूखेड़ी के नजदीक ही लगा दिया। जैसे ही संदीप अपनी बेटी को बस में बैठाकर वापिस घर की तरफ जाने लगा तो इन आरोपियों ने संदीप की बाइक के सामने अपनी कार को अड़ा दिया और ड्राइवर अक्षय और सुरेंद्र असला लेकर कार से नीचे उतरे और उसकी बाइक को धक्का देकर गिरा दिया। फिर संदीप को जान से मारने की धमकी दी और जबरन गाड़ी में धकेल लिया। सुरेंद्र पीछे वाली सीट पर संदीप को लेकर बैठ गया। नरेंद्र कंडक्टर सीट पर बैठा था और अक्षय ने कार ड्राइव की। वहां से किडनेप करके ले गए। एक घंटे बाद आई फिरौती की कॉल पुलिस के मुताबिक, पहले यह नहीं पता चल पा रहा था कि किडनेप किसने किया। करीब एक घंटे बाद संदीप के पिता धर्मबीर के पास फिरौती की कॉल आई और दो करोड़ रुपए की डिमांड की गई। एसपी गंगाराम पुनिया के निर्देश पर कई टीमों का गठन किया गया। साथ ही यह भी हिदायत दी गई कि जिसका अपहरण हुआ है उसको कुछ भी नहीं होना चाहिए। पुलिस ने हर जगह नाकेबंदी की थी। जींद इलाके में जाकर फिर किया कॉल पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने संदीप के फोन से सिम निकालकर नए फोन में सिम डाली और उसी से आरोपियों ने संदीप के पिता धर्मबीर के पास दो करोड़ की फिरौती के लिए कॉल किया। धर्मबीर ने अपहरणकर्ताओं को कहा कि दो करोड़ हमारे पास नहीं है। इसके बाद किडनेपर्स ने डेढ़ करोड़ मांगे और कॉल काट दिया। बदमाश संदीप को लेकर गोहाना पहुंच गए। वहां ग्रामीण इलाको में घुमाते रहे। फिर कॉल किया तो पैसे के लिए धर्मबीर ने अपनी विवशता बताई। फिर आरोपी 80 लाख रुपए की डिमांड पर आ गए, जिसके लिए धर्मबीर तैयार हो गया। फिरौती की रकम के लिए असंध बुलाया आरोपियों ने फिरौती की रकम लेकर धर्मबीर को असंध बुलाया। गोहाना से आरोपी चले तो सालवन के पास पुलिस चौकी का नाका लगा हुआ था। पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को पहचान लिया। पुलिस कर्मचारियों ने आरोपियों की गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया। जैसे ही पुलिस की गाड़ी आरोपियों की गाड़ी के नजदीक पहुंची तो आरोपी सुरेंद्र ने अपनी पिस्टल निकालकर पुलिस की गाड़ी पर फायर कर दिया। फायर लगने और धुंध के कारण गाड़ी धीमी हो गई। जिसके बाद आरोपी अपनी गाड़ी को स्पीड में भगाकर ले गए। अलग-अलग जिलों की पुलिस थी अलर्ट पुलिस के मुताबिक, पानीपत पुलिस, सोनीपत पुलिस, करनाल पुलिस और जींद पुलिस की टीम अलर्ट मोड पर थी। आरोपियों ने अपनी गाड़ी को गोहाना की तरफ घुमा लिया। पुलिस को आरोपियों की गाड़ी की लोकेशन मिली हुई थी। सीआईए-2 की टीम इनके पीछे पीछे थी। गोहाना की सीआईए पुलिस भी इनको ट्रेक कर रही थी। हमारे पास प्राइवेट गाड़ी भी थी और सरकारी गाड़ी भी थी। आरोपियों ने भांप लिया कि पुलिस की गाड़ियां पीछे तो इन्होंने बीचपड़ी गांव के पास अपनी गाड़ी को भगा लिया। बीचपड़ी गांव से आगे एक मोड आता है, वह मोड तो इन आरोपियों ने क्रॉस कर लिया। उसे आगे आए मोड को वे क्रॉस नहीं कर पाए और इनकी गाड़ी पलट गई। कार पलटने के बाद फायर नहीं कर पाए आरोपी हम मौके पर पहुंच गए। हमने संदीप को सही सलाम बाहर निकाला। संदीप को भी चोटे लगी हुई थी और किडनेपर्स को भी चोटे लगी हुई थी। यहां पर ये लोग कोई भी फायर नहीं कर पाए, क्योंकि इन्होने सालवन के पास जो फायरिंग की थी उसी दौरान इनकी पिस्टल के चेंबर में खाली खोल फंस गया था, इसलिए पिस्टल दोबारा कॉक नहीं हुई, इसलिए दोबारा फायर नहीं कर सके। सबसे पहले इन सभी को अस्पताल लेकर गए और इलाज करवाया। जब यह तसल्ली हो गई कि किसी भी आरोपी को कोई गंभीर चोट नहीं है, उसके बाद इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन कब्जे से एक अवैध पिस्टल मिली, जिसके अंदर दो-तीन रौंद थे, एक चला हुआ खोल मिला। एक 32 बोर का देसी कट्टा मिला। वह सिम कार्ड भी बरामद हुई है, जिससे इन्होंने कॉल करके फिरौती मांगी थी। कोर्ट में पेश कर भेजा जेल सोनीपत के हलालपुर निवासी सुरेंद्र के उपर पहले भी हत्या के प्रयास व अन्य मामलों में छह-सात मुकद्मे दर्ज है। वर्ष 2007 से ही इसका क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है। कोर्ट से पीओ भी है। हेड कांस्टेबल नरेंद्र के उपर उसी की भाभी ने रेप का मुकद्मा दर्ज करवाया था, लेकिन उसमें बाद में समझौता हो गया था। अक्षय पर सोनीपत में मारपीट का मामला दर्ज है। इन लोगों ने जल्दी अमीर होने के चक्कर में पूरा चक्रव्यूह रचा। संदीप के साथ इनको कोई पैसे का लेन-देन नहीं है, सिर्फ फिरौती लेने के लिए ही अपहरण किया गया था। 5 जनवरी को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। सीन रिक्रीएट करवाया गया। निशानदेही करवाई गई है और गहनता से पूछताछ की गई। इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल में भेजा जाएगा।
HKRNL कर्मचारियों को 1100 रुपए दिवाली बोनस:हरियाणा एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड ने सभी DDO को निर्देश दिए; अस्थायियों को लाभ नहीं
HKRNL कर्मचारियों को 1100 रुपए दिवाली बोनस:हरियाणा एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड ने सभी DDO को निर्देश दिए; अस्थायियों को लाभ नहीं हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड (HKRNL) के सभी कर्मचारियों को दीपावली के मौके पर 1100 रुपए टोकन गिफ्ट देने का फैसला लिया है। इसके लिए सभी डिस्ट्रिक्ट मार्केटिंग इन्फोर्समेंट ऑफिसर और सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर को लिखा गया है। हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारी (DDO) को निर्देश दिए हैं कि HKRNL कर्मचारियों को दीपावली के मौके पर 1100 रुपए गिफ्ट के रूप में दिए जाएं। हालांकि, यह गिफ्ट अस्थायी कर्मचारियों को नहीं मिलेगा। बोर्ड की तरफ से जारी आदेश की कॉपी… सरकारी कर्मचारियों का DA बढ़ा
इससे पहले 23 अक्टूबर को हरियाणा सरकार ने दिवाली से पहले सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया था। सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) 50 फीसदी से बढ़ाकर 53 फीसदी कर दिया। इसमें 3 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। इसे लेकर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने आदेश जारी किया था। आदेश में कहा गया था कि सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनभोगियों को भी राहत मिलेगी। इसका भुगतान अक्टूबर के वेतन और पेंशन के साथ किया जाएगा। यह आदेश 1 जुलाई 2024 से प्रभावी होने के आदेश दिए गए थे। सरकार ने कर्मचारियों को दिवाली से पहले सैलरी और पेंशन देने की बात भी कही थी। दिवाली की 4 दिन की छुट्टियों की वजह से यह निर्णय लिया गया। सरकारी कर्मचारियों के अलावा पेंशन भी 30 अक्टूबर तक देने की बात कही थी। इससे भी पहले सरकार ने जुलाई 2024 में महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत बढ़ाया था। तब कर्मचारियों और पेंशन धारकों का DA 46 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया गया था। 31 अक्टूबर को दिवाली की छुट्टी
हरियाणा सरकार ने दीपावली का अवकाश 1 नवंबर (शुक्रवार) के बजाय 31 अक्टूबर (गुरुवार) को घोषित किया है। हरियाणा सरकार की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी किए गए थे। आदेश के मुताबिक, प्रदेश सरकार के सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, शैक्षणिक और अन्य संस्थाओं में 31 अक्टूबर को दीपावली त्योहार के अवसर पर राजपत्रित अवकाश रहेगा। वहीं, स्कूलों में छोटी दिवाली की छुट्टी 30 अक्टूबर (बुधवार) को रखने के आदेश थे। शिक्षा निदेशालय की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को लेटर लिखा गया था।