रोहतक में पीजीआईएमएस (नेकी राम कॉलेज) के छात्रों के लिए एकमात्र उपलब्ध लाइब्रेरी को परीक्षा केंद्र में बदल दिया गया है। इस बदलाव से छात्रों की पढ़ाई पर गंभीर असर पड़ रहा है। लाइब्रेरी अब महीने में 15 से 20 दिन तक बंद रहता है। छात्रों को लाइब्रेरी की फीस भरनी पड़ती है। लेकिन सुविधा का फायदा नहीं मिल पा रहा है। इससे वे मजबूरी में बाहर की निजी लाइब्रेरी में अतिरिक्त खर्च कर रहे हैं। महाविद्यालय में पहले से चार परीक्षा हॉल मौजूद हैं। पेपर लीक की घटना के बाद से इन हॉल का उपयोग बंद कर दिया गया है। परीक्षा के दौरान छात्रों को लाइब्रेरी में प्रवेश नहीं मेडिकल कोर्स की परीक्षाएं साल भर चलती हैं। परीक्षा के दौरान छात्रों को लाइब्रेरी में प्रवेश नहीं दिया जाता। स्नातक छात्र इंटर्न एसोसिएशन ने इस मुद्दे को प्रशासन के सामने कई बार उठाया है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। प्रशासन का कहना है कि यह अतिरिक्त सुविधा थी, जिसे जरूरत पड़ने पर वापस ले लिया गया है। छात्रों का कहना है कि वे लाइब्रेरी की फीस भर रहे हैं, फिर भी सुविधा से वंचित हैं। रोहतक में पीजीआईएमएस (नेकी राम कॉलेज) के छात्रों के लिए एकमात्र उपलब्ध लाइब्रेरी को परीक्षा केंद्र में बदल दिया गया है। इस बदलाव से छात्रों की पढ़ाई पर गंभीर असर पड़ रहा है। लाइब्रेरी अब महीने में 15 से 20 दिन तक बंद रहता है। छात्रों को लाइब्रेरी की फीस भरनी पड़ती है। लेकिन सुविधा का फायदा नहीं मिल पा रहा है। इससे वे मजबूरी में बाहर की निजी लाइब्रेरी में अतिरिक्त खर्च कर रहे हैं। महाविद्यालय में पहले से चार परीक्षा हॉल मौजूद हैं। पेपर लीक की घटना के बाद से इन हॉल का उपयोग बंद कर दिया गया है। परीक्षा के दौरान छात्रों को लाइब्रेरी में प्रवेश नहीं मेडिकल कोर्स की परीक्षाएं साल भर चलती हैं। परीक्षा के दौरान छात्रों को लाइब्रेरी में प्रवेश नहीं दिया जाता। स्नातक छात्र इंटर्न एसोसिएशन ने इस मुद्दे को प्रशासन के सामने कई बार उठाया है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। प्रशासन का कहना है कि यह अतिरिक्त सुविधा थी, जिसे जरूरत पड़ने पर वापस ले लिया गया है। छात्रों का कहना है कि वे लाइब्रेरी की फीस भर रहे हैं, फिर भी सुविधा से वंचित हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
