हरियाणा के रेवाड़ी जिले में गर्मी ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। सोमवार को एक बार फिर चिलचिलाती गर्मी ने लोगों का हाल-बेहाल कर दिया। सुबह 11 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई देने लगा। दोपहर 12 बजे ही तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया। हालात ये हैं कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ डॉक्टर भी बेवजह दोपहर के समय घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। दूसरी तरफ जबरदस्त गर्मी के चलते पेदार्थों जूस-शिकंजी की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ दिखाई दे रही हैं। लू के थपेड़े तपा रहे बता दें कि, एक दिन पहले अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दोपहर के समय तेज धूप व लू के थपेड़े लोगों को खूब तपा रहे हैं। बाहर निकलते ही कुछ देर में ही गर्मी असहनीय हो जाती है। गर्म लू तो ऐसे लगती है, जैसे आग की लपटें आ रही हो। इसी तरह रात का पारा भी 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ हैं। मौसम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ की मानें तो मई माह में इस तरह की गर्मी 2004 में दिखाई दी थी। 20 साल बाद इस बार मई के 27 दिनों की बात करें तो हर दिन तापमान 40 डिग्री के पार ही बना रहा। सब्जी की फसल को नुकसान पिछले 11 दिनों से रेवाड़ी की धरती तप रही है, जिससे सब्जियों पर भी संकट छा गया है। बेलवर्गीय सब्जियों में बड़ा नुकसान होने की आशंका है, क्योंकि इस समय टमाटर, घीया, तोरई व अन्य सब्जियां लगी है। लेकिन अब ये लू व गर्मी के कारण झुलसने लगी हैं। इस कारण सब्जियों का उत्पादन घट सकता है। एकदम से सब्जियां पकाव पर आ जाएंगी। इससे कुछ समय बाद भाव में तेजी और उत्पादन कम होने की भी संभावना है। बेलवर्गीय सब्जियों में फूलों का परागण कम हो जाएगा। बरसात के बाद ही परागण क्रिया शुरू होगी। कुछ दिन और सताएगी भीषण गर्मी और लू मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, मौसम अभी शुष्क ही रहने की संभावना है। क्योंकि गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएं चल रही है। जो सीधी सिंध, ब्लूचिस्तान और थार मरुस्थलीय जैसे क्षेत्रों से आगाज कर रही है। इसलिए अभी आने वाले कुछ दिन और भीषण गर्मी व लू सताएगी। लू के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल पिछले एक सप्ताह की बात करें तो दोपहर 12 बजे से ही लू का कहर दिखाई दे रहा है। दोपहर तक आलम यह रहा है कि शहर की जो सड़कें या तो ट्रैफिक की वजह से या फिर लोगों की भीड़ की वजह से खचाखच भरी नजर आती थी, वहां कर्फ्यू जैसा आलम दिखाई दिया। ठीक इसी तरह की स्थिति रविवार और सोमवार को भी दिखाई दी। सोमवार को अक्सर बाजार में भीड़ काफी दिखाई देती है, लेकिन आज भीड़ की बजाए सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा हैं। 4 हजार एकड़ में उगी है सब्जियां जिले में लगभग 4 हजार एकड़ में सब्जियां उगी हैं। पिछले 11 दिन से धरती खूब तप रही है। इस समय टमाटर, खरबूजा, तरबूज जैसी फसलें एक साथ तैयार हो जाएगी। इस कारण बाजार में मंदी देखने को रहेगी। वहीं, बेलवर्गीय सब्जियों में गर्म हवाओं के चलते परागण प्रक्रिया कम होने के कारण फल कम सेट हो पाएगा व आने वाले कुछ दिन में पैदावार घटती जाएगी। वहीं सिंचाई की अत्यधिक आवश्यकता भी रहेगी। इसलिए किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है। बेवजह बाहर ना निकले; डा. पूनम बाल रोग विशेषज्ञ डा. पूनम यादव ने कहा कि इस टाइम के अंदर क्योंकि तापमान बहुत ज्यादा बढ़ रहा। बेवजह घर से बाहर ना निकले। घर के ऊपर अपने आप को तरोताजा रखें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। खीरे और फ्रूट का प्रयोग करें। कपड़े में कोटन का इस्तेमाल करें। बाहर जा रहे हैं तो कुछ खाकर जरूर निकले और पानी की बोतल भी साथ रखें। अपने आप को सूर्यदेव की तपीश से बचाकर रखे। छाता लेकर जा सकते हैं। अगर आप छोटे बच्चे के साथ बाहर जा रहे और गर्भवती हैं तो दोपहर के समय बिल्कुल भी ना निकले। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में गर्मी ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। सोमवार को एक बार फिर चिलचिलाती गर्मी ने लोगों का हाल-बेहाल कर दिया। सुबह 11 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई देने लगा। दोपहर 12 बजे ही तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया। हालात ये हैं कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ डॉक्टर भी बेवजह दोपहर के समय घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। दूसरी तरफ जबरदस्त गर्मी के चलते पेदार्थों जूस-शिकंजी की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ दिखाई दे रही हैं। लू के थपेड़े तपा रहे बता दें कि, एक दिन पहले अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दोपहर के समय तेज धूप व लू के थपेड़े लोगों को खूब तपा रहे हैं। बाहर निकलते ही कुछ देर में ही गर्मी असहनीय हो जाती है। गर्म लू तो ऐसे लगती है, जैसे आग की लपटें आ रही हो। इसी तरह रात का पारा भी 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ हैं। मौसम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ की मानें तो मई माह में इस तरह की गर्मी 2004 में दिखाई दी थी। 20 साल बाद इस बार मई के 27 दिनों की बात करें तो हर दिन तापमान 40 डिग्री के पार ही बना रहा। सब्जी की फसल को नुकसान पिछले 11 दिनों से रेवाड़ी की धरती तप रही है, जिससे सब्जियों पर भी संकट छा गया है। बेलवर्गीय सब्जियों में बड़ा नुकसान होने की आशंका है, क्योंकि इस समय टमाटर, घीया, तोरई व अन्य सब्जियां लगी है। लेकिन अब ये लू व गर्मी के कारण झुलसने लगी हैं। इस कारण सब्जियों का उत्पादन घट सकता है। एकदम से सब्जियां पकाव पर आ जाएंगी। इससे कुछ समय बाद भाव में तेजी और उत्पादन कम होने की भी संभावना है। बेलवर्गीय सब्जियों में फूलों का परागण कम हो जाएगा। बरसात के बाद ही परागण क्रिया शुरू होगी। कुछ दिन और सताएगी भीषण गर्मी और लू मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, मौसम अभी शुष्क ही रहने की संभावना है। क्योंकि गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएं चल रही है। जो सीधी सिंध, ब्लूचिस्तान और थार मरुस्थलीय जैसे क्षेत्रों से आगाज कर रही है। इसलिए अभी आने वाले कुछ दिन और भीषण गर्मी व लू सताएगी। लू के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल पिछले एक सप्ताह की बात करें तो दोपहर 12 बजे से ही लू का कहर दिखाई दे रहा है। दोपहर तक आलम यह रहा है कि शहर की जो सड़कें या तो ट्रैफिक की वजह से या फिर लोगों की भीड़ की वजह से खचाखच भरी नजर आती थी, वहां कर्फ्यू जैसा आलम दिखाई दिया। ठीक इसी तरह की स्थिति रविवार और सोमवार को भी दिखाई दी। सोमवार को अक्सर बाजार में भीड़ काफी दिखाई देती है, लेकिन आज भीड़ की बजाए सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा हैं। 4 हजार एकड़ में उगी है सब्जियां जिले में लगभग 4 हजार एकड़ में सब्जियां उगी हैं। पिछले 11 दिन से धरती खूब तप रही है। इस समय टमाटर, खरबूजा, तरबूज जैसी फसलें एक साथ तैयार हो जाएगी। इस कारण बाजार में मंदी देखने को रहेगी। वहीं, बेलवर्गीय सब्जियों में गर्म हवाओं के चलते परागण प्रक्रिया कम होने के कारण फल कम सेट हो पाएगा व आने वाले कुछ दिन में पैदावार घटती जाएगी। वहीं सिंचाई की अत्यधिक आवश्यकता भी रहेगी। इसलिए किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है। बेवजह बाहर ना निकले; डा. पूनम बाल रोग विशेषज्ञ डा. पूनम यादव ने कहा कि इस टाइम के अंदर क्योंकि तापमान बहुत ज्यादा बढ़ रहा। बेवजह घर से बाहर ना निकले। घर के ऊपर अपने आप को तरोताजा रखें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। खीरे और फ्रूट का प्रयोग करें। कपड़े में कोटन का इस्तेमाल करें। बाहर जा रहे हैं तो कुछ खाकर जरूर निकले और पानी की बोतल भी साथ रखें। अपने आप को सूर्यदेव की तपीश से बचाकर रखे। छाता लेकर जा सकते हैं। अगर आप छोटे बच्चे के साथ बाहर जा रहे और गर्भवती हैं तो दोपहर के समय बिल्कुल भी ना निकले। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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