रोहतक में पानी की समस्या का अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। नहर में पानी आए कई दिन हो गए हैं, पानी टंकियों तक भी पहुंच रहा है, लेकिन फिर भी लोगों के नलों से पानी नहीं आ रहा है। इससे परेशान होकर वार्ड 21 के लोगों ने एक्सईएन और मेयर से मुलाकात कर पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की। वार्ड 21 के लोगों का कहना है कि पिछले दो महीने से एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है। पीने का पानी भी कन्हेली से लाना पड़ रहा है। वहीं, अन्य घरेलू कामों के लिए भी अपने खर्चे पर पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। वे कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। दो माह से नहीं मिली पानी की एक बूंद
डॉ. अंबेडकर कॉलोनी निवासी लोगों ने कहा कि वार्ड 21 की 6 गलियों के लोग एक्सईएन से मिलने आए है, क्योंकि पिछले 2 माह से पानी की एक बूंद भी कॉलोनी में नहीं आई है। पार्षद से लेकर प्रशासन तक, तीसरी बार मिले हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से पानी का टैंकर तक नहीं भेजा जाता, जिससे परेशानी बढ़ी हुई है। एक्सईएन ने 3 दिन का दिया समय
अंबेडकर कॉलोनी निवासी प्रेम ने बताया कि कॉलोनी में पानी की समस्या बनी हुई है। सर्दी में भी ऐसा ही हाल होता है, लेकिन अब तक पिछले दो माह से पानी ही नहीं मिल रहा। पिछली बार जब जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से मिले थे तो 3 दिन में पानी आने की बात कही थी, लेकिन पानी नहीं आया। दोबारा मिले है, फिर 3 दिन का समय दिया गया है। मशाल जुलूस व धरना देने पर होंगे मजबूर
अंबेडकर कॉलोनी निवासी रामप्रकाश ने बताया कि पानी की समस्या गहराती जा रही है। जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन से 17 अप्रैल को मिले थे, जो कु दिन का समय मांगा था। इसके बाद 8 मई को मिले तो 3 दिन का समय मांगा। अब फिर से 3 दिन का समय मांग लिया। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह धरना, प्रदर्शन, शहर में मशाल जुलूस व विभाग पर रात जगा सकते हैं। पानी की समस्या का होगा समाधान
मेयर रामअवतार वाल्मीकि ने कहा कि पानी की समस्या कुछ जगहों पर है। उन समस्याओं समाधान करवा दिया जाएगा। मंत्री ने खुद आकर अधिकारियों की मीटिंग ली थी और निर्देश दिए थे कि पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए। डीसी ने भी पार्षदों के साथ मीटिंग की थी। मेयर ने कहा कि कुछ जगहों पर पुरानी लाइन लगी हुई हैं जो जंग खाकर खराब हो चुकी है। जब सीवर ओवरफ्लो होता है तो वह पानी कहीं न कहीं सपलाई की लाइन में मिल जाता है। कई पार्षदों की तरफ से सबमर्सिबल लगाने का सुझाव भी मिला है, उस पर भी काम चल रहा है। जरूरत के हिसाब से काम किया जाएगा। रोहतक में पानी की समस्या का अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। नहर में पानी आए कई दिन हो गए हैं, पानी टंकियों तक भी पहुंच रहा है, लेकिन फिर भी लोगों के नलों से पानी नहीं आ रहा है। इससे परेशान होकर वार्ड 21 के लोगों ने एक्सईएन और मेयर से मुलाकात कर पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की। वार्ड 21 के लोगों का कहना है कि पिछले दो महीने से एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है। पीने का पानी भी कन्हेली से लाना पड़ रहा है। वहीं, अन्य घरेलू कामों के लिए भी अपने खर्चे पर पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। वे कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। दो माह से नहीं मिली पानी की एक बूंद
डॉ. अंबेडकर कॉलोनी निवासी लोगों ने कहा कि वार्ड 21 की 6 गलियों के लोग एक्सईएन से मिलने आए है, क्योंकि पिछले 2 माह से पानी की एक बूंद भी कॉलोनी में नहीं आई है। पार्षद से लेकर प्रशासन तक, तीसरी बार मिले हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से पानी का टैंकर तक नहीं भेजा जाता, जिससे परेशानी बढ़ी हुई है। एक्सईएन ने 3 दिन का दिया समय
अंबेडकर कॉलोनी निवासी प्रेम ने बताया कि कॉलोनी में पानी की समस्या बनी हुई है। सर्दी में भी ऐसा ही हाल होता है, लेकिन अब तक पिछले दो माह से पानी ही नहीं मिल रहा। पिछली बार जब जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से मिले थे तो 3 दिन में पानी आने की बात कही थी, लेकिन पानी नहीं आया। दोबारा मिले है, फिर 3 दिन का समय दिया गया है। मशाल जुलूस व धरना देने पर होंगे मजबूर
अंबेडकर कॉलोनी निवासी रामप्रकाश ने बताया कि पानी की समस्या गहराती जा रही है। जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन से 17 अप्रैल को मिले थे, जो कु दिन का समय मांगा था। इसके बाद 8 मई को मिले तो 3 दिन का समय मांगा। अब फिर से 3 दिन का समय मांग लिया। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह धरना, प्रदर्शन, शहर में मशाल जुलूस व विभाग पर रात जगा सकते हैं। पानी की समस्या का होगा समाधान
मेयर रामअवतार वाल्मीकि ने कहा कि पानी की समस्या कुछ जगहों पर है। उन समस्याओं समाधान करवा दिया जाएगा। मंत्री ने खुद आकर अधिकारियों की मीटिंग ली थी और निर्देश दिए थे कि पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए। डीसी ने भी पार्षदों के साथ मीटिंग की थी। मेयर ने कहा कि कुछ जगहों पर पुरानी लाइन लगी हुई हैं जो जंग खाकर खराब हो चुकी है। जब सीवर ओवरफ्लो होता है तो वह पानी कहीं न कहीं सपलाई की लाइन में मिल जाता है। कई पार्षदों की तरफ से सबमर्सिबल लगाने का सुझाव भी मिला है, उस पर भी काम चल रहा है। जरूरत के हिसाब से काम किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
