रोहतक के डीसी धीरेंद्र खड़गटा को HSVP (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) रोहतक का प्रशासक बनाया गया है। साथ ही उन्हें शहरी संपदा रोहतक का अतिरिक्त निदेशक भी बनाया गया है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा का 4 नवंबर को यहां तबादला हुआ था। रोहतक के डीसी अजय कुमार के तबादले के बाद धीरेंद्र खड़गटा को डीसी बनाया गया है। इससे पहले डीसी धीरेंद्र खड़गटा पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग हरियाणा के विशेष सचिव, नूंह के डीसी और मेवात विकास एजेंसी के सीईओ थे। हरियाणा सरकार ने रविवार देर रात 44 आईएएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए। इनमें रोहतक के डीसी धीरेंद्र खड़गटा का नाम भी शामिल है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा को दो अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। रोहतक एचएसवीपी के प्रशासक और शहरी संपदा रोहतक के अतिरिक्त निदेशक का पद खाली था। जिसकी जिम्मेदारी डीसी धीरेंद्र खड़गटा को दी गई है। जो रोहतक के डीसी रहते हुए इन पदों को भी संभालेंगे। एक्शन मोड में रोहतक में डीसी का पदभार संभालने के बाद से धीरेंद्र खड़गटा एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वे लोगों की समस्याएं भी सुन रहे हैं। वे लगभग हमेशा समाधान शिविर में मौजूद रहते हैं। इस दौरान वे लोगों की समस्याएं सुनते हैं और उनका समाधान भी करते हैं। वे संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर समस्याओं का तुरंत समाधान भी करवाते हैं। जिन समस्याओं का मौके पर समाधान नहीं हो पाता, उनके समाधान के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। रोहतक के डीसी धीरेंद्र खड़गटा को HSVP (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) रोहतक का प्रशासक बनाया गया है। साथ ही उन्हें शहरी संपदा रोहतक का अतिरिक्त निदेशक भी बनाया गया है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा का 4 नवंबर को यहां तबादला हुआ था। रोहतक के डीसी अजय कुमार के तबादले के बाद धीरेंद्र खड़गटा को डीसी बनाया गया है। इससे पहले डीसी धीरेंद्र खड़गटा पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग हरियाणा के विशेष सचिव, नूंह के डीसी और मेवात विकास एजेंसी के सीईओ थे। हरियाणा सरकार ने रविवार देर रात 44 आईएएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए। इनमें रोहतक के डीसी धीरेंद्र खड़गटा का नाम भी शामिल है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा को दो अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। रोहतक एचएसवीपी के प्रशासक और शहरी संपदा रोहतक के अतिरिक्त निदेशक का पद खाली था। जिसकी जिम्मेदारी डीसी धीरेंद्र खड़गटा को दी गई है। जो रोहतक के डीसी रहते हुए इन पदों को भी संभालेंगे। एक्शन मोड में रोहतक में डीसी का पदभार संभालने के बाद से धीरेंद्र खड़गटा एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वे लोगों की समस्याएं भी सुन रहे हैं। वे लगभग हमेशा समाधान शिविर में मौजूद रहते हैं। इस दौरान वे लोगों की समस्याएं सुनते हैं और उनका समाधान भी करते हैं। वे संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर समस्याओं का तुरंत समाधान भी करवाते हैं। जिन समस्याओं का मौके पर समाधान नहीं हो पाता, उनके समाधान के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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काछवा गांव में करीब 40 साल पहले कश्यप धर्मशाला बनाई गई थी, जिसकी हालात काफी जर्जर थी। इसकी दीवारें गारे-मिट्टी की बनी हुई थी, दीवारें भले ही कच्ची थी, लेकिन इस पर लेंटर डला हुआ था। इसके नवनिर्माण के लिए सरकार ने 14 लाख रुपए ग्रांट किए। उस समय सरपंच अजय कुमार थे। बिना परमिशन पैसा निकाला, छत ऊपर उठाई
अजय कुमार ने पंचायत सचिव मुकेश धीमान, पूर्व ग्राम सचिव महेंद्र सिंह, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (BDPO) और समाज शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी(SEPO) ने साथ मिलीभगत कर कमजोर दीवारों वाली चौपाल की दीवारें नई बनवा छत को ऊपर उठा दिया, जबकि फंड तो नवनिर्माण के लिए आया था। 14 लाख में से 5 से 10 लाख तो जर्जर हालत वाली चौपाल की छत को ऊपर उठाने में ही खर्च कर दिए गए। 2021 में हुई सीएम विंडो से शिकायत
2021 में काछवा गांव के ही हवा सिंह कांगर ने सीएम विंडो के माध्यम से इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि कमजोर दीवार वाली चौपाल का लेंटर पांच फुट ऊंचा उठाया गया और इसे करने के लिए किसी प्रशासनिक अधिकारी की अनुमति भी नहीं ली गई। पंचायती फंड को खराब कर दिया गया, जबकि फंड चौपाल के नवनिर्माण के लिए आया हुआ था। जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आया तो इसको तत्कालीन सरपंच अजय कुमार ने पंचायत के अधिकारियों के साथ मिलकर आनन-फानन में बिना किसी अथॉरिटी की अनुमति के बगैर गिरा दिया। फर्जी बिल दिखाए गए
सरपंच ने फिर नए सिरे से चौपाल का निर्माण करवाया, लेकिन इसमें भी उन्हीं पुरानी ईंटों को लगाया गया जो पहले से ही लगी हुई थीं। जबकि बिल में उन्होंने दिखाया कि हमने नई ईंटे लगाई हैं। साथ ही बिल में मैटीरियल की भी झूठी खरीद दिखाई गई। विजिलेंस जांच में पुष्टि, FIR दर्ज हवा सिंह ने बताया कि शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी। विजिलेंस ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में शिकायत को सही ठहराया। रिपोर्ट आने के बाद करनाल के डीसी ने मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इसके आधार पर करनाल के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी संजय टांक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। शिकायतकर्ता ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब काछवा गांव के पूर्व सरपंच अजय कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी गांववासियों ने उन पर स्ट्रीट लाइट के खंभों के लिए आए सरकारी फंड में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उस मामले की जांच भी विजिलेंस को सौंपी गई थी। उन्होंने कहा कि सरकारी फंड का सही उपयोग नहीं हो रहा और विकास कार्यों में अनियमितताएं बरती गईं हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
करनाल में छात्रों की लड़ाई से बढ़ा विवाद:शिकायत करने गई मां के सिर में पड़ोसन ने मारी कैंची, अस्पताल में करवाया ईलाज
करनाल में छात्रों की लड़ाई से बढ़ा विवाद:शिकायत करने गई मां के सिर में पड़ोसन ने मारी कैंची, अस्पताल में करवाया ईलाज करनाल की शिव कालोनी में एक बच्चे ने अपने ही पड़ोस के बच्चे का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। पीड़ित बच्चे की मां पड़ोसन के पास शिकायत लेकर पहुंची तो आरोपी बच्चे की मां ने पीड़ित बच्चे की मां के सिर में कैंची से वार कर दिया। आरोप है कि दूसरी महिला ने बच्चे की दादी के सिर में भी कैंची मारने की कोशिश की, लेकिन वह बाल बाल बच गई। महिला अपने बच्चे के साथ अस्पताल में पहुंची और ईलाज करवाया। पीड़ित महिला ने आरोपी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की बात कही है। कैंची से किया सिर में वॉर पीड़िता मुनीता का आरोप है कि उसके बच्चे व पड़ोस के बच्चे का आपस में झगड़ा हो गया था। पड़ोस के लड़के ने मेरे लड़के के सिर में ईंट मार दी। जिससे मेरा लड़का घायल हो गया। जिसकी शिकायत लेकर वह पड़ोसी के घर पर गई। उसने इतना ही कहा था कि अपने बच्चों को समझा लीजिए, इतने में ही पड़ोसन तैस में आ गई और उसके हाथ में कैंची थी, उसने कैंची से उसके सिर में वार कर दिया। पीड़ित बोला-मेरा कॉलर पकड़ा और गाली दी वहीं पीड़ित बच्चे ने बताया कि वह पाचवीं क्लास में है और आरोपी लड़का चौथी क्लास में है। मैं गली में खेल रहा था। बच्चे का आरोप है कि पड़ोस का लड़का साइकिल लेकर आया। उसने साइकिल रोककर मेरे साथ गाली गलौच शुरू कर दिया। मैने भी उसका कॉलर पकड़ लिया। उसने दो थप्पड़ मारे, मैने भी अपने बचाव में थप्पड़ मारा। उसके बाद उसने मेरे सिर पर ईंट मारी। मेरे सिर से खून आने लगे। मैने मम्मी को बताया। मम्मी शिकायत लेकर आरोपी लड़के के घर गई तो उस लड़के की मम्मी ने मेरी मम्मी के सिर में कैंची मार दी। मम्मी के सिर से खून बहने लगा। मेरी दादी भी साथ में थी, उसको भी कैंची मारने की कोशिश की लेकिन वह बच गई थी। अब हम हॉस्पिटल में आए है। पुलिस को करेंगे मामले की शिकायत मुनीता के पति पंकज का कहना है कि वह ड्राइवर है और अपनी ड्यूटी पर गया हुआ था। पत्नी व बच्चे के साथ मारपीट की खबर सुनकर वह अस्पताल में पहुंचा। पंकज का कहना है कि वे इस मामले की शिकायत पुलिस को करेंगे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।