हरियाणा के सोनीपत की बरोदा सीट से कांग्रेस विधायक इंदूराज नरवाल उर्फ भालू सोमवार को करनाल पहुंचे। उन्होंने अपनी ही पार्टी के असंध से पूर्व विधायक शमशेर गोगी के बयान “जीत का सेहरा बांधने वाले हार की जिम्मेदारी भी ले” पर भालू ने कहा कि “छाज तो बोले, अब छालनी भी बोलने लगी”। बरोदा विधायक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी के सभी नेताओं को अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए कि कहां पर कमी रही। कमियों के बारे में एक दूसरे को पता है और नेताओं को भी उसके बारे में पता है, लेकिन कमी है उसको पूरा, दूर करें। विधानसभा में कांग्रेस की हार एक बड़ा षड्यंत्र था। चाहे ईवीएम की 99 प्रतिशत बैटरी की बात हो, या पैसे के दम की बात हो, शराब की ताकत का इस्तेमाल किया गया। भाले ने कहा कि आज प्रदेश में भले ही बीजेपी की सत्ता हो, लेकिन लोगों के दिलों में आज भी कांग्रेस का राज है। आज भी लोगो में बीजेपी के लिए कही भी जगह नहीं है। वहीं शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों के सवाल पर विधायक ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर बैठे है। वे एमएसपी गारंटी की मांग कर रहे है, पुराने मुकदमों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सरकार किसानों की मांगों को पूरा करें। सीएम पर कसा तंज इंदूराज ने सीएम नायब सैनी पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम को किसानों के धरने दिखाई नहीं देते, प्रदेश में लोगों को फोन कॉल्स पर धमकियां नहीं दिखाई देती, लेकिन गोहाना में जलेबियां तलने जरूर पहुंच जाते हैं। मैने विधानसभा में भी यह बात कही थी कि आपको जलेबी तो याद आ गई, लेकिन किसान याद नहीं आए। हरियाणा के सोनीपत की बरोदा सीट से कांग्रेस विधायक इंदूराज नरवाल उर्फ भालू सोमवार को करनाल पहुंचे। उन्होंने अपनी ही पार्टी के असंध से पूर्व विधायक शमशेर गोगी के बयान “जीत का सेहरा बांधने वाले हार की जिम्मेदारी भी ले” पर भालू ने कहा कि “छाज तो बोले, अब छालनी भी बोलने लगी”। बरोदा विधायक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी के सभी नेताओं को अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए कि कहां पर कमी रही। कमियों के बारे में एक दूसरे को पता है और नेताओं को भी उसके बारे में पता है, लेकिन कमी है उसको पूरा, दूर करें। विधानसभा में कांग्रेस की हार एक बड़ा षड्यंत्र था। चाहे ईवीएम की 99 प्रतिशत बैटरी की बात हो, या पैसे के दम की बात हो, शराब की ताकत का इस्तेमाल किया गया। भाले ने कहा कि आज प्रदेश में भले ही बीजेपी की सत्ता हो, लेकिन लोगों के दिलों में आज भी कांग्रेस का राज है। आज भी लोगो में बीजेपी के लिए कही भी जगह नहीं है। वहीं शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों के सवाल पर विधायक ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर बैठे है। वे एमएसपी गारंटी की मांग कर रहे है, पुराने मुकदमों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सरकार किसानों की मांगों को पूरा करें। सीएम पर कसा तंज इंदूराज ने सीएम नायब सैनी पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम को किसानों के धरने दिखाई नहीं देते, प्रदेश में लोगों को फोन कॉल्स पर धमकियां नहीं दिखाई देती, लेकिन गोहाना में जलेबियां तलने जरूर पहुंच जाते हैं। मैने विधानसभा में भी यह बात कही थी कि आपको जलेबी तो याद आ गई, लेकिन किसान याद नहीं आए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में प्रॉपर्टी ID और PPP की होगी समीक्षा:लोकसभा चुनाव में था सबसे बड़ा मुद्दा; PWD मंत्री बोले-CM के सामने रखी मांग
हरियाणा में प्रॉपर्टी ID और PPP की होगी समीक्षा:लोकसभा चुनाव में था सबसे बड़ा मुद्दा; PWD मंत्री बोले-CM के सामने रखी मांग हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान सबसे बड़ा मुद्दा बनकर सामने आए परिवार पहचान पत्र (PPP), प्रॉपर्टी आईडी, एनडीसी, बीपीएल कार्ड की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार अब इनकी समीक्षा करेगी। बकायदा इसके लिए ग्राउंड लेवल पर डिपार्टमेंट से फीडबैक लिया जा रहा हैं। बीजेपी सरकार को पोर्टल की वजह से प्रदेश में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। सीनियर लेवल के अधिकारी ऑल इज वेल कहते रहे और निचलने स्तर पर चुनाव में बड़ा नुकसान हो गया। इसलिए सरकार अब निचले स्तर पर कर्मचारियों से फीडबैक ले रही है। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने शनिवार को रेवाड़ी में बताया कि लोकसभा चुनाव की समीक्षा को लेकर सीएम नायब सैनी ने सभी विधायकों की बैठक ली थी। विधायकों की मीटिंग ली थी। सभी विधायकों से बात की। सीएम ने पूछा कि चुनाव के समय में क्या-क्या समस्याएं आई, जिसकी वजह से हमारा ग्राफ गिरा। जिसमें विधायकों ने बताया कि शहर में प्रॉपर्टी आईडी, फैमिली आईडी, गांवों में लोगों के बीपीएल कार्ड कट गए जैसी समस्याएं थी। ये समस्याएं पोर्टल पर ठीक नहीं हो रही है, जिसकी वजह से लोगों में रोष है। हमने सीएम से कहा कि इसे ऑफलाइन किया जाए। इसके बाद सीएम ने समीक्षा कराने की बात कही हैं। चुनाव में 5 सीटों का नुकसान हुआ बता दें कि लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद जैसे ही आचार संहिता हटी। तुरंत प्रदेश सरकार एक्टिव हो गई। क्योंकि बीजेपी को इस चुनाव में 5 सीटों का नुकसान हुआ हैं। जिन सीटों पर जीत मिली, वहां भी कांटे का ही मुकाबला रहा। चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा प्रॉपर्टी आईडी और फैमिली आईडी का ही था। जिसकी लेकर बीजेपी सरकार को बड़ा नुकसान भी झेलना पड़ा। सरकार को लोगों के रोष का पता नहीं चल पाया। ऐसे में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा बनाई गई इन योजनाओं की समीक्षा करा रहे हैं। दरअसल, प्रॉपर्टी आईडी और फैमिली आईडी को लेकर गुस्सा का आकलन प्रदेश सरकार को पहले भी था, लेकिन लोगों में ये गुस्सा इतना हावी रहेगा ये सरकार तक नहीं पहुंच पाया। अधिकारी सब कुछ ठीक होने का हवाला देते रहे पोर्टल से संबंधित चंडीगढ़ में बड़े लेवल पर अधिकारियों की बैठक होती रही। निचले लेवल पर बैठे अधिकारी सरकार को सब कुछ ठीक होने का फीडबैक देते रहे और सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। आखिर में लोकसभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। विपक्ष भी पूर्व मुख्यमंत्री की पोर्टल योजनाओं को लेकर सवाल खड़े करता रहा, लेकिन सरकार तक इसकी गूंज नहीं पहुंची। निचले लेवल पर कर्मचारियों से लिया जा रहा फीडबैक बता दें कि 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के बाद नायब सैनी मुख्यमंत्री बने। इसके तुरंत बाद ही आचार संहित लग गई। जिसकी वजह से ज्यादा काम करने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन चुनाव में हुए नुकसान का आकलन लगाने के बाद सरकार ने पोर्टल की योजनाओं की समीक्षा शुरू कर दी है। सरकार की तरफ से निचले स्तर पर निकाय विभाग के कर्मचारियों से फीडबैक लिया जा रहा है। उनसे दो ही सवाल किए जा रहे है। पहला प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र में किस तरह की समस्या है और दूसरा इन समस्याओं को कैसे दूर किया जा सकता हैं। क्योंकि विधानसभा चुनाव में 4 माह का समय बचा है। ऐसे में कहीं से मुद्दा विधानसभा चुनाव में भी बड़ा बनकर न रह जाए इसलिए सरकार इसके सुधार की तरफ कदम उठा रही है।
हरियाणा पूर्व डिप्टी CM ने सैलजा को भावी CM बताया:सिरसा सांसद बोलीं-मैं ही मुख्यमंत्री हूं, यह कहना गलत, मेरे नाम पर भी विचार होगा
हरियाणा पूर्व डिप्टी CM ने सैलजा को भावी CM बताया:सिरसा सांसद बोलीं-मैं ही मुख्यमंत्री हूं, यह कहना गलत, मेरे नाम पर भी विचार होगा हरियाणा कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के बाद अब मुख्यमंत्री के फेस को लेकर गुटबाजी दिखने लगी है। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई ने सिरसा से नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा को भावी CM बताकर और हवा दे दी। पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के सबसे बड़े बेटे ने इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर एक पोस्ट भी डाली है। पोस्ट में चंद्रमोहन बिश्नोई ने लिखा, ‘हरियाणा प्रदेश की भावी मुख्यमंत्री व सिरसा लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद आदरणीय बहन कुमारी सैलजा से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात कर उनको ऐतिहासिक जीत की बधाई दी।’ दरअसल, सैलजा सिरसा से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इन दिनों दिल्ली में हैं। सोमवार को उन्होंने सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर चुनाव का पूरा फीडबैक दे चुकी हैं। इस अहम मुलाकात के बाद सैलजा ने खुद इसकी जानकारी मीडिया को दी थी। उधर, कुमारी सैलजा ने बिना किसी का नाम लिए कहा- मैं ही सीएम हूं, मैं ही सीएम हूं, यह कहना गलत है। सीएम पद के कई दावेदार हैं। इन नामों पर कांग्रेस हाईकमान विचार करता है। मेरा मानना है कि जब कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में मुख्यमंत्री के दावेदारों के नामों पर विचार करेगा तो उनमें से मेरा नाम भी एक होगा। कुमारी सैलजा ने एक मीडिया प्लेटफार्म पर खुलासा किया कि अंबाला में वरुण चौधरी को उन्होंने ही टिकट दिलाया है। कांग्रेस हाईकमान ने मुझसे अंबाला के उम्मीदवार के बारे में राय जानी। मैंने ‘वरुण मुलाना का नाम लिया और यह हर कोई जानता है। यह बात किसी से छिपी नहीं है। सिरसा की जीत को सैलजा बता चुकी हरियाणा की नींव
सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस की कुमारी सैलजा ने BJP उम्मीदवार अशोक तंवर को 2 लाख 67 हजार 826 वोट से हराया है। कुमारी सैलजा को 7,32,298 वोट मिले हैं। जबकि अशोक तंवर को 4,64,472 वोट मिले। कुमारी सैलजा ने सिरसा से तीसरी बार और कुल पांचवीं बार सांसद बनी है। इस जीत को लेकर वह काफी उत्साहित हैं। रिजल्ट के बाद कुमारी सैलजा लगातार कह रही हैं कि सिरसा की जीत हरियाणा की नींव है। उनके इस बयान को लेकर उनके समर्थकों के द्वारा एक पोस्टर भी जारी किया गया है। जिसके बाद अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि वह विधानसभा चुनाव में बतौर सीएम फेस तैयारी कर रही हैं। हुड्डा भी विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव
इधर, हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत मिलने के बाद कांग्रेस का पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमा भी काफी एक्टिव है। इसकी वजह अब सूबे में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। दिल्ली में 4 सांसदों के साथ पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा केंद्रीय नेतृत्व को चुनाव का फीडबैक दे चुके हैं। साथ ही चंडीगढ़ में सोमवार को CLP मीटिंग भी बुला चुके हैं। इस मीटिंग में उन्होंने सूबे के पार्टी सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव को लेकर प्लानिंग की। साथ ही यह संकेत भी दिए कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव में वह ही मुख्यमंत्री के सबसे बड़े दावेदार हैं। कांग्रेस में अभी दो गुट एक्टिव
हरियाणा कांग्रेस में भी अभी दो गुट एक्टिव हैं। पहला गुट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का है। दूसरा गुट कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी का है, जिसको SRK गुट भी कहते हैं। हालांकि सूबे में हुड्डा गुट सबसे पावरफुल है। यही वजह है कि 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर हुड्डा गुट का ही दबदबा रहा। इसके कारण ही SRK गुट की तोशाम से विधायक किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी का टिकट काटकर हाईकमान ने हुड्डा के करीबी राव दान सिंह को दे दी। अब यहां पढ़िए क्यों एक्टिव हैं दोनों गुट के नेता… लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर मिली जीत लोकसभा चुनाव में 0 से 5 सांसदों की जीत मिलने को लेकर पार्टी के नेता खासे उत्साहित हैं। 2014 के बाद यह जीत इन नेताओं के लिए संजीवनी से कम नहीं है। चूंकि अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में पार्टी के नेता यह तय मान रहे हैं कि इस चुनाव में भी उन्हें जीत मिलेगी। सियासी जानकारों का भी यही कहना है कि प्रदेश में 70% विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत मिल सकती है। सूबे में 15 सालों बाद वोट शेयर बढ़ा हुड्डा और SRK गुट के एक्टिव होने की दूसरी बड़ी वजह यह है कि लोकसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के वोट शेयर में 18% की बढ़ोतरी हुई है। पार्टी को सूबे की 9 लोकसभा सीटों में 47.07 प्रतिशत वोट पड़े हैं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले सिर्फ 28% वोट ही मिले थे। इस वोट प्रतिशत का सीधा फायदा कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में होगा। विधानसभा चुनाव में CM फेस
हरियाणा में कांग्रेस सत्ता से 10 सालों से दूर है। चूंकि लोकसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए सुखद रहे हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी यही मान रहा है कि अब होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए अच्छे परिणाम आने वाले हैं। चूंकि केंद्रीय नेतृत्व ने अभी यहां से सीएम फेस का ऐलान नहीं किया है, इसलिए दोनों गुट के समर्थक अपने-अपने नेताओं को सीएम फेस बता रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कई सार्वजनिक मंचों पर खुद को बतौर मुख्यमंत्री पेश कर चुके हैं, वहीं एसआरके गुट के समर्थक भी सैलजा को सीएम बता चुके हैं।
फरीदाबाद में डंपर ने लड़के को मारी टक्कर:मौके पर हुई मौत, सुबह टहलने के लिए गया था, 5 बहनों का था अकेला भाई
फरीदाबाद में डंपर ने लड़के को मारी टक्कर:मौके पर हुई मौत, सुबह टहलने के लिए गया था, 5 बहनों का था अकेला भाई हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्थित हरकेश नगर पल्ला इलाके में आज सुबह घर से टहलने के लिए निकले एक लड़के को एक तेज रफ्तार डंपर ने कुचल दिया। जिसके बाद लड़की की मौत हो गई।मृतक किशोर कृष्णा उर्फ कालू (16) अपनी 5 बहनों का इकलौता भाई था। घटना के बाद गुस्साए परिवार और आस-पास के लोग एकत्रित हुए और उन्होंने पल्ला नहर बाइपास रोड को जाम कर दिया।घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस के साथ-साथ डायल 12 की पीसीआर की 2 टीम मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों को समझने के प्रयास पर जुट गई। लोगों ने पुलिस पर लगाए आरोप मौके पर मौजूद भीड़ ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए की पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाकर तत्काल प्रभाव से मृतक किशोर कृष्णा उर्फ कालू के शव को बादशाह खान सिविल अस्पताल नहीं पहुंचाया। काफी देरी के बाद भी मृतक कृष्णा के शव को ऑटो में डालकर बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया गया। वहीं एकत्रित भीड़ ने पुलिस पर यह भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने डंपर चालक को मौके से भगा दिया है। जबकि घटना को अंजाम देने वाला डंपर चालक घटना को अंजाम देकर मौके से भाग गया था। उसके पीछे आ रहे दो डंपरों ने ब्रेक लगा दिए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बाकी दो डंपरों को जाने दिया। मौके पर ही हुई मौत स्थानीय निवासी हरकेश ने बताया कि घटना के समय वह घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही टहल रहे थे। तभी तीन डंपर एक के बाद एक आते दिखाई दिए। आगे चल रहे डंपर ने सड़क किनारे टहल रहे कृष्ण को कुचल दिया। इसके चलते कृष्ण की मौके पर ही मौत हो गई। लेकिन सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अस्पताल पहुंचने में काफी देर की, और मौके पर बाकी दो खड़े डंपर को वहां से जाने दिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस डायल 112 के पुलिसकर्मी विजय कुमार ने बताया कि विधायक से जैसे ही उन्हें घटना की सूचना मिली। वह तुरंत मौके पर पहुंचे और मृतक के शव को ऑटो की मदद से बादशाह खान सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। विजय कुमार ने बताया कि मौके पर खड़े दो डंपरों को एहतियात के तौर पर जाने दिया। ताकि भीड़ उन डंपरों और डंपर चालकों को कोई नुकसान ना पहुंचाने पाए। वहीं पुलिसकर्मी विजय के मुताबिक अभी मृतक के परिजनों की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत प्राप्त होने के बाद संबंधित थाना पुलिस आरोपी डंपर चालक के खिलाफ उचित कानून कार्रवाई करेगी वहीं अभी आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।