रोहतक में अतिक्रमण हटाने गई टीम से भिड़े ग्रामीण:JCB के आगे अड़ा व्यक्ति; पुलिस व ड्यूटी मजिस्ट्रेट से बहस, पूरा गांव विरोध में

रोहतक में अतिक्रमण हटाने गई टीम से भिड़े ग्रामीण:JCB के आगे अड़ा व्यक्ति; पुलिस व ड्यूटी मजिस्ट्रेट से बहस, पूरा गांव विरोध में

रोहतक के गांव चमारिया में अवैध कब्जों को हटाने गई प्रशासनिक टीम का ग्रामीणों ने विरोध किया। सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा पर ग्रामीणों ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया। तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। गांव चमारिया में अवैध कब्जों को तोड़ने के लिए सुबह ही भारी संख्या में पुलिस बल गया, जिनके साथ पटवारी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। वहीं, सरपंच प्रतिनिधि की निशानदेही पर कब्जा कार्रवाई की गई। एक कब्जा हटाने के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का विरोध किया और काफी देर तक पुलिस अधिकारियों, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व सरपंच प्रतिनिधि का विरोध किया गया। बिना नोटिस दिए तोड़ने पहुंची टीम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें पहले नोटिस मिलना चाहिए था, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि ने कोई नोटिस नहीं भेजा। चौकीदार ने सभी नोटिस सरपंच को दिए थे, लेकिन कब्जा हटाने के लिए लोगों को कोई नोटिस मिला ही नहीं। ऐसे में पूरा गांव एकत्रित हो गया और ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का जमकर विरोध किया। सरपंच ने द्वेष भावना से करवाई कार्रवाई
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाई है। अगर उसे पहले नोटिस मिलता तो वह कोर्ट से स्टे ले लेता। बिना पैमाइश करवाए और नोटिस दिए कार्रवाई करना गलत है। ऐसे में एक व्यक्ति पहले जेसीबी के आगे बैठा, बाद में जहां से दुकान को तोड़ रहे थे, वहां बैठ गया। सरपंच प्रतिनिधि के साथ हुई तीखी नोकझोंक
कब्जा कार्रवाई करने गई टीम के साथ ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि के साथ भी जमकर बहस की गई। ग्रामीण व पुलिस आमने सामने हो गए। जब पुलिस ने जबरन दुकान को तोड़ने का प्रयास किया तो ग्रामीण अंदर बैठ गया। इसके बाद जेसीबी को मौके से हटाया गया। सरपंच ने अपने कब्जे हटाए नहीं, दूसरों के तुड़वा रहा मकान
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने अपने कब्जे तो हटाए नहीं, दूसरों के मकान तोड़े जा रहे है। गली की जिस लाइन में सरपंच के मकान है, वहां की पैमाइश तक नहीं होने दी जा रही है। पैमाइश में सरपंच के मकान वाली लाइन में तोड़फोड़ होनी है, लेकिन सरपंच ऐसा होने नहीं दे रहा। 60 लोगों को पहले ही दिया गया था नोटिस
सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने बताया कि गांव के 60 लोगों को पहले ही नोटिस दिया हुआ था। जब टीम कब्जा कार्रवाई करने गई तो कुछ लोग विरोध करने लगे। लेकिन अवैध कब्जों को हटाने का काम किया गया है। कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस प्रशासन को कहा गया है। रोहतक के गांव चमारिया में अवैध कब्जों को हटाने गई प्रशासनिक टीम का ग्रामीणों ने विरोध किया। सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा पर ग्रामीणों ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया। तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। गांव चमारिया में अवैध कब्जों को तोड़ने के लिए सुबह ही भारी संख्या में पुलिस बल गया, जिनके साथ पटवारी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। वहीं, सरपंच प्रतिनिधि की निशानदेही पर कब्जा कार्रवाई की गई। एक कब्जा हटाने के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का विरोध किया और काफी देर तक पुलिस अधिकारियों, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व सरपंच प्रतिनिधि का विरोध किया गया। बिना नोटिस दिए तोड़ने पहुंची टीम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें पहले नोटिस मिलना चाहिए था, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि ने कोई नोटिस नहीं भेजा। चौकीदार ने सभी नोटिस सरपंच को दिए थे, लेकिन कब्जा हटाने के लिए लोगों को कोई नोटिस मिला ही नहीं। ऐसे में पूरा गांव एकत्रित हो गया और ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का जमकर विरोध किया। सरपंच ने द्वेष भावना से करवाई कार्रवाई
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाई है। अगर उसे पहले नोटिस मिलता तो वह कोर्ट से स्टे ले लेता। बिना पैमाइश करवाए और नोटिस दिए कार्रवाई करना गलत है। ऐसे में एक व्यक्ति पहले जेसीबी के आगे बैठा, बाद में जहां से दुकान को तोड़ रहे थे, वहां बैठ गया। सरपंच प्रतिनिधि के साथ हुई तीखी नोकझोंक
कब्जा कार्रवाई करने गई टीम के साथ ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि के साथ भी जमकर बहस की गई। ग्रामीण व पुलिस आमने सामने हो गए। जब पुलिस ने जबरन दुकान को तोड़ने का प्रयास किया तो ग्रामीण अंदर बैठ गया। इसके बाद जेसीबी को मौके से हटाया गया। सरपंच ने अपने कब्जे हटाए नहीं, दूसरों के तुड़वा रहा मकान
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने अपने कब्जे तो हटाए नहीं, दूसरों के मकान तोड़े जा रहे है। गली की जिस लाइन में सरपंच के मकान है, वहां की पैमाइश तक नहीं होने दी जा रही है। पैमाइश में सरपंच के मकान वाली लाइन में तोड़फोड़ होनी है, लेकिन सरपंच ऐसा होने नहीं दे रहा। 60 लोगों को पहले ही दिया गया था नोटिस
सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने बताया कि गांव के 60 लोगों को पहले ही नोटिस दिया हुआ था। जब टीम कब्जा कार्रवाई करने गई तो कुछ लोग विरोध करने लगे। लेकिन अवैध कब्जों को हटाने का काम किया गया है। कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस प्रशासन को कहा गया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर