रोहतक के गांव निडाना में नशा तस्करी के आरोपी को गिरफ्तार करने आई पुलिस के साथ आरोपी के परिजन भिड़ गए। जिन्होंने आरोपी को गिरफ्तार करने से पुलिस को रोका। वहीं गाली-गलौज करके जान से मारने की धमकी भी दी। स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि थाने से अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। इसके बाद आरोपी के दो बेटों व पत्नी के खिलाफ बहू अकबरपुर थाना में केस दर्ज करवाया गया है। मामला सोमवार शाम का है और देर रात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर कर्मबीर सिंह ने बहू अकबरपुर थाना में सरकारी कार्य में बाधा डालने, जान से मारने की धमकी देने व गाली-गलौज करने की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में बताया रोहतक के गांव निडाना निवासी अश्वनी उर्फ बिट्टू के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत जिला झज्जर के साल्हावास थाना में केस दर्ज है। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए वे अपनी टीम के साथ उसके घर पहुंचे। इस दौरान अश्वनी वहां मौके पर मिला। पत्नी व बेटों ने पुलिस को धमकाया उन्होंने कहा कि, जब वे अश्वनी को गिरफ्तार करके गाड़ी में ले जाने लगे तो उसकी पत्नी व उसका बेटा आरोपी को छुड़वाने लगे और रास्ता रोक लिया। आरोपी का लड़का वीडियो बनाने लगा और कहने लगा कि उसके पिता अश्वनी को छोड़ दो नहीं तो जान से मार देंगे। इसके बाद बहू अकबरपुर थाना एसएचओ को घटना की सूचना दी। जिन्होंने ईआरवी टीम को मौके पर भेजा। वहीं, आरोपी अश्वनी को गिरफ्तार करके थाना में लाए। इसके बाद आरोपी अश्वनी के दो बेटों व पत्नी के खिलाफ थाने में शिकायत दी। वहीं बहू अकबरपुर थाना पुलिस ने गांव निडाना निवासी अश्विनी की पत्नी सरोज, बेटे अमित व आशीष के खिलाफ सरकारी कार्यालय में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। रोहतक के गांव निडाना में नशा तस्करी के आरोपी को गिरफ्तार करने आई पुलिस के साथ आरोपी के परिजन भिड़ गए। जिन्होंने आरोपी को गिरफ्तार करने से पुलिस को रोका। वहीं गाली-गलौज करके जान से मारने की धमकी भी दी। स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि थाने से अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। इसके बाद आरोपी के दो बेटों व पत्नी के खिलाफ बहू अकबरपुर थाना में केस दर्ज करवाया गया है। मामला सोमवार शाम का है और देर रात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर कर्मबीर सिंह ने बहू अकबरपुर थाना में सरकारी कार्य में बाधा डालने, जान से मारने की धमकी देने व गाली-गलौज करने की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में बताया रोहतक के गांव निडाना निवासी अश्वनी उर्फ बिट्टू के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत जिला झज्जर के साल्हावास थाना में केस दर्ज है। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए वे अपनी टीम के साथ उसके घर पहुंचे। इस दौरान अश्वनी वहां मौके पर मिला। पत्नी व बेटों ने पुलिस को धमकाया उन्होंने कहा कि, जब वे अश्वनी को गिरफ्तार करके गाड़ी में ले जाने लगे तो उसकी पत्नी व उसका बेटा आरोपी को छुड़वाने लगे और रास्ता रोक लिया। आरोपी का लड़का वीडियो बनाने लगा और कहने लगा कि उसके पिता अश्वनी को छोड़ दो नहीं तो जान से मार देंगे। इसके बाद बहू अकबरपुर थाना एसएचओ को घटना की सूचना दी। जिन्होंने ईआरवी टीम को मौके पर भेजा। वहीं, आरोपी अश्वनी को गिरफ्तार करके थाना में लाए। इसके बाद आरोपी अश्वनी के दो बेटों व पत्नी के खिलाफ थाने में शिकायत दी। वहीं बहू अकबरपुर थाना पुलिस ने गांव निडाना निवासी अश्विनी की पत्नी सरोज, बेटे अमित व आशीष के खिलाफ सरकारी कार्यालय में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में कांवड़ियों का स्कूल बस पर पथराव:एक कांवड़िये को साइड लगने से भड़के; बाल-बाल बचे बच्चे, ड्राइवरों ने लगाया जाम हरियाणा के फतेहाबाद के रतिया में मंगलवार सुबह एक कांवड़िये को साइड लगने गुस्साए कांवड़ियों ने एक स्कूल बस पर पथराव कर दिया। बस के शीशों को ईंटों से तोड़ दिया गया। जिस वक्त हमला हुआ, बस में बच्चे भी सवार थे। जो इस पथराव में बाल-बाल बचे हैं। इस दौरान रास्ते में जो भी वाहन आया, कावंडियों ने उस पर भी पथराव शुरू कर दिया गया। इसके बाद कांवड़िए आगे चले गए। उधर, गुस्साए स्कूल बस चालकों ने मौके पर बस को आड़ा तिरछा लगाकर रोड पर जाम लगा दिया। जानकारी के अनुसार कांवड़ियों का एक जत्था हरिद्वार से कांवड़ भरकर रतिया होते हुए फतेहाबाद की तरफ जा रहा था। जत्था जब रतिया के टोहाना रोड से गुजर रहा था तो अकाल अकादमी की एक बस ने एक कांवडिये को साइड मार दी। इसके बाद कांवड़िये भड़क गए और उन्होंने बस को रुकवा लिया। बस में सवार बच्चे घबराकर बाहर निकल आए। इसके बाद कांवड़ियों ने वहां पड़े ईंट-पत्थर उठाकर बस पर मारने शुरू कर दिए। इससे मौके पर हंगामे की स्थिति बन गई। इस दौरान वहां से जो भी वाहन गुजरा, उस पर भी पथराव होता गया। फिलहाल किसी को चोट लगने की खबर नहीं है, लेकिन इसके बाद कांवडिये आगे रवाना हो गए। वहीं घटना की सूचना मिलते ही स्कूल बसों के ड्राइवर वहां पहुंच गए और उन्होंने जाम लगा दिया। डीएसपी संजय बिश्नोई सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और उन्होंने बस ड्राइवरों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ड्राइवर तोड़ फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बस ड्राइवर जसप्रीत सिंह ने बताया कि वह दीवाना, ढेर, घासवां, चिम्मो गांवों से बच्चों को लेकर रतिया की अकाल अकादमी की तरफ आ रहा था कि रतिया के टोहाना रोड पर बस पर हमला हो गया।
विनेश फोगाट को मेडल मिलेगा या नहीं, आज फैसला:स्पोर्ट्स कोर्ट में एडवोकेट साल्वे रखेंगे पक्ष, ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने पर संन्यास ले चुकीं
विनेश फोगाट को मेडल मिलेगा या नहीं, आज फैसला:स्पोर्ट्स कोर्ट में एडवोकेट साल्वे रखेंगे पक्ष, ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के कारण अयोग्य करार दी गईं विनेश फोगाट की याचिका पर आज कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में सुनवाई होगी। इससे पहले ये सुनवाई गुरुवार रात साढ़े 9 बजे होनी थी, मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। इस केस की पैरवी वरिष्ठ एडवोकेट हरीश साल्वे करेंगे। विनेश ने गुरुवार रात ही CAS में अपील दायर करके मांग की थी कि 50KG वेट कैटेगरी में उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। इसके बाद उनकी ये अपील स्वीकार कर ली गई थी ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने पर विनेश फोगाट संन्यास ले चुकीं हैं। बीते कल उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश फोगाट की 3 मैच जीतने की तस्वीरें… अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा मामला… ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 24 घंटे कोशिश होती रही, लेकिन वजन 50.100 किग्रा पर अटक गया
मंगलवार सुबह विनेश का वजन जब किया गया तो वह 49.90 किग्रा था। जो 50 किग्रा कैटेगरी में खेलने के लिए काफी था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। डॉक्टर बोले- वजन घटाने के लिए रातभर एक्सरसाइज करती रहीं
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला ने स्टेटमेंट जारी करके बताया कि विनेश और उनके कोच को 6 अगस्त की रात ही उनके ज्यादा वजन के बारे में पता चल गया था। इसके बाद विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। डॉक्टर पौडीवाला ने बताया कि विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। इसके बावजूद उनका वजन नहीं घट पाया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारतीय दल ने विनेश को थोड़ा और समय देने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई। डिस्क्वालिफिकेशन के बाद बीमार हुईं विनेश
इंडियन टीम के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने बताया ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश को कमजोरी महसूस हुई। पानी की कमी हुई, जिसके बाद उनका ब्लड टेस्ट किया गया। लोकल ओलिंपिक हॉस्पिटल में उनका इलाज किया जा रहा है। वेट कम करने के दौरान विनेश नॉर्मल थीं, लेकिन नतीजे के बाद वह बीमार पड़ गईं। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे
झज्जर में 207 ने नहीं दिया NEET का दोबारा एग्जाम:494 अभ्यर्थियों में से 287 बच्चे पहुंचे; दो परीक्षा केंद्र बनाए थे हरियाणा के झज्जर में आज दो परीक्षा केंद्रों पर NEET का एग्जाम हुआ। यहां कुल 494 बच्चों में से 287 ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे। जबकि 207 बच्चे अनुपस्थित रहे। पहले हुई NEET परीक्षा में बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे। इनको मिले ग्रेस मार्क्स पर भी उंगली उठी थी। इसके बाद आज दोबारा से कड़ी सुरक्षा के बीच दो सेंटरों पर पुन: परीक्षा ली गई। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस लाइन के डीएवी स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों ही केंद्रों पर प्रशासन ने धारा 144 लागू की है। इस बीच डीसी कैप्टन शक्ति सिंह परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंचे और वहां मौजूद स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय में 182 बच्चों को NEET की परीक्षा देनी थी, लेकिन परीक्षा देने 109 बच्चे पहुंचे, जबकि 73 बच्चे गैर हाजिर रहे। झज्जर के दूसरे परीक्षा केंद्र डीएवी पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन में 312 बच्चों को नीट की परीक्षा देनी थी। यहां पर 178 बच्चे नीट की परीक्षा देने पहुंचे और 134 बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 बच्चों में से यहां 287 ने परीक्षा दी और 207 अब्सेंट रहे। बता दें कि बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को NEET परीक्षा में 720 में से 720 अंक आए थे। जबकि कुछ विद्यार्थियों के अंक 718 व 719 भी आए थे। बाद में सामने आया था कि इन विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, जिसके चलते इनके नंबर पूरे आए हैं। आज इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) फिर से झज्जर में नीट परीक्षा का करा रहा है। झज्जर में इसके लिए दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 494 बच्चे नीट की परीक्षा देंगे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच NEET की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई थी। इसका समय 5:20 बजे तक का था। झज्जर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्र के नजदीक धारा 144 लागू की गई थी। झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने नीट परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। झज्जर के नीट परीक्षा केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।